Saturday 31 August 2024

मण्डावर में एक दिन में लगाए 66 बरगद के पेड़, राखी बांधकर लिया रक्षा का संकल्प


राजसमंद। समीपवर्ती भीम उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मण्डावर में मिशन बरगद के तहत एक दिन में एक साथ मण्डावर में 66 बरगद के पेड़ लगाए गए।

सरपंच प्यारी कुमारी चौहान के नेतृत्व में ग्राम पंचायत क्षेत्र के सभी राजस्व गांव के अधीन मुख्य सड़क, सार्वजनिक स्थल, चारागाह भूमि पर एक दिन में 66 बरगद के पौधे लगाकर एक अनोखा रिकॉर्ड बना दिया। सरपंच ने बताया कि बरगद की औसत आयु अन्य पेड़ों से अधिक होती है। बरगद पशु-पक्षियों का आश्रय स्थल होने के साथ-साथ घना और छायादार होने साथ ही इससे कई तरह के लाभ होने के कारण इसे वृहद पैमाने पर लगाने का फैसला किया।

इस अभियान को मिशन के रूप में लेते हुए एक ही दिन में सामूहिक श्रमदान कर 66 पेड़ लगाए। आने वाले समय में यह बरगद विशाल वट वृक्ष का रूप धारण करेंगे।

सरपंच प्यारी कुमारी चौहान ने बरगद के पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा करने का संकल्प लिया। इस मिशन में खंगार सिंह, टिल सिंह, चंचल भंडारी, मीरा देवी, गीता देवी, खीम सिंह, श्रवण सिंह, देवी सिंह आदि ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.sabguru.com/record-66-banyan-trees-planted-in-one-day-at-mandawar-in-rajsamand/

कलेक्टर ने भू-आवंटन मामले निबटाने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए


सीकर : कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में चौधरी ने राजस्व मामलों की प्रगति रिपोर्ट को लेकर तुरंत निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ न्यायालयों में जो लंबित मामले हैं, उनसे संबंधित अधिकारी मिशन मोड पर लेकर उनका निस्तारण करें। जिले में नामांतरण और रास्तों के वर्षों से लंबित चल रहे मामलों का आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करवाकर प्राथमिकता से निस्तारित करें और भू-रूपांतरण और आवंटन के लंबित आवेदनों को जल्द से जल्द निबटाएं।

सार्वजनिक रास्तों के सीमांकन व सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई करने, नक्शों में रास्तों व सड़कों की स्थिति दर्ज करने, खाता विभाजन और बंटवारे के प्रकरणों का प्रत्येक पटवार मंडल में निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर माह आरओ बैठक होनी चाहिए।

चारागाह भूमि अतिक्रमण के प्रकरणों का सर्वे कर रिपोर्ट दें : चारागाह भूमि अतिक्रमण के प्रकरणों में संबंधित तहसीलदार को कच्चे-पक्के घरों का सर्वे कर रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए। एडीएम रणजीत सिंह ने कहा कि प्रकरणों के निस्तारण में एक रूपता होनी चाहिए। इस दौरान एडीएम सिटी हेमराज परिडवाल, एसीएम मुनेश कुमारी आदि अधिकारी मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://janmanasshekhawati.com/news/95545

Friday 30 August 2024

लोटवाड़ा में चरागाह भूमि पर बनाई 54 दुकानें, प्रशासन की कार्रवाई सिर्फ नोटिस तक सीमित, लोगों में आक्रोश

लोटवाड़ा में सरकारी चारागाह भूमि पर कुछ लोगों ने 54 दुकानों का निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया। लोग कई बार इसकी शिकायत प्रशासन को कर चुके है। लेकिन अतिक्रमण हटाने से कतरा रहा प्रशासन सिर्फ नोटिस की कार्रवाई ही कर रहा है। इससे लोगों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि लोटवाड़ा में चरागाह भूमि पर कुछ लोगों ने नियमों को ताक में रखकर दुकानें व मकान बना लिए।

लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रशासन से शिकायत करने के बाद तहसीलदार बैजूपाड़ा ने वर्ष 2021 में 36 लोगों के खिलाफ तहसील कोर्ट में मुकदमा दायर किया। 4 मई 2021 को बेदखली के आदेश जारी कर दिए। लेकिन इसके बाद भी यहां से अतिक्रमण नहीं हटा।

13 अगस्त 2024 को तहसीलदार ने नोटिस जारी कर 28 अगस्त तक अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। लेकिन इसके बाद भी आज तक यहां से अतिक्रमण नहीं हटे। लोगों ने बताया कि इस प्रकार सरकारी भूमि पर धडल्ले से अतिक्रमण करने से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो रहे है। बार-बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन सिर्फ नोटिस की कार्रवाई कर रहा है। जबकि तीन साल पहले ही इन्हे बेदखली के आदेश जारी कर दिए।

लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन ने जल्दी ही यहां से अतिक्रमण नहीं हटाया तो आंदोलन करना पड़ेगा। इस संबंध में बैजूपाड़ा नायब तहसीलदार प्रकाशचंद मीणा ने बताया कि जल्दी ही इस अतिक्रमण को हटाया जाएगा। पंचायत समिति अधिकारी को जेसीबी व ट्रेक्टर सहित अन्य संसाधनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/54-shops-built-on-pasture-land-in-lotwara-administrations-action-limited-to-notice-only-people-angry-133560023.html

हिंडौन में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचा प्रशासन: 3 घंटे तक करते रहे पुलिस जाप्ते का इंतजार, 200 बीघा चारागाह भूमि से हटेगा अतिक्रमण

 

हिंडौन क्षेत्र के एकोरासी गांव की चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर सुबह पहुंचे। हिण्डौन तहसीलदार महेंद्र मीना सहित राजस्व विभाग कार्मिकों को करीब 3 घंटे तक पुलिस जाप्ते का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान कई बार तहसीलदार सूरौठ थाना प्रभारी से पुलिस जाब्ता मौके पर भिजवाने के लिए कहते नजर आए।

गौरतलब है कि गांव की 200 बीघा चरागाह भूमि पर कुछ एक लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर रखा है। जिसकी शिकायत स्थानीय ग्रामीण जिला कलेक्टर,सम्भागीय आयुक्त और उसके हिंडौन एसडीएम से कर चुके हैं। मामले में जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर हिण्डौन एसडीएम को निर्देशित किया गया।

जिसके बाद तहसीलदार गुरुवार को सूरौठ पुलिस थाना से जाब्ता मंगवा पहले दिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में 90 बीघा भूमि से गेंहू और सरसो की फसल नष्ट कराई। जिसके बाद बाकी अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार महेंद्र मीना सहित पटवारी, गिरदावर, ग्राम विकास अधिकारी शुक्रवार सुबह 11 बजे ही गांव पहुंचे, लेकिन पुलिस जाप्ता नहीं पहुंचा। तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के कई अधिकारी 3 घण्टे तक पुलिस जाब्ते का इंतजार करते रहे, जिसकी वजह से कार्रवाई में देरी हुई।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/hindaun/news/waiting-for-police-seizure-for-3-hours-encroachment-will-be-removed-from-200-bigha-pasture-land-130794245.html

Tuesday 27 August 2024

सरकारी भूमि पर पार्क बनवाने की मांग


लक्ष्मणगढ़। लक्ष्मणगढ़ नगरपालिका क्षेत्र के रौणीजा जाट, सूरजगढ़ रोड स्थित सैकडों वर्ष पुराना खेड़ा पर स्थित सरकारी चारागाह एवं मंदिर माफी भूमि पर सार्वजनिक पार्क बनाने को लेकर कस्बे वासियों ने जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका को ज्ञापन दिया।

कस्बे वासी रामचरण साहू, हीरालाल सैनी, चंद्रशेखर दीक्षित, अजीत सिंह राठौड़, लालाराम साहू, गंगा लहरी कुम्हार, प्रदीप जांगिड़, सतीश बसवाल, रामस्वरूप जांगिड़, राजेन्द्र शर्मा, अतुल विजय, हेमंत साहू, महेश शर्मा, धीरज जैन, हुकम शर्मा, आशीष कुमार सहित अनेक समाज सेवियों ने खेड़ा स्थल को सुरक्षित रखने के लिए सरकारी भूमि की पैमाइश कराकर तारबंदी कराने पौधरोपण के अंतर्गत लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड उपलब्ध कराने के अतिरिक्त सार्वजनिक पार्क बनवाने की मांग की।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/laxmangarh/news/demand-to-build-park-on-government-land-133549798.html

अतिक्रमण को लेकर गणपतपुरा के ग्रामीणों का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


बूंदी। गणपतपुरा गांव के ग्रामीणों ने चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। बाद में कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सरकारी चारागाह की भूमि है। इस पर भूमाफिया कब्जा कर खेती कर रहे हैं। पूरी जमीन पर ही कब्जा होने से गांव के ग्रामीणों के सामने समस्या खड़ी हो गई है, क्योंकि वर्तमान में खेतों में फसलें हैं, जानवरों को चराने की भारी परेशानी है। अगर चारागाह की भूमि से कब्जा हटता है तो जानवरों को चारे के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

वहीं, अन्य खेतों को भी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। वर्तमान में पालतू और बेसहारा गोवंश खेतों में नुकसान कर रहे हैं। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे। इस दौरान गांव के रसीराम मीणा, प्रभुलाल, बुद्धिप्रकाश, खेमराज, रामनाथ, कृष्ण गोपाल, लक्ष्मण मीणा, कालूलाल, रामप्रसाद, ओमप्रकाश मीणा, विशाल मीणा, धर्मेंद्र मीणा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/villagers-of-ganpatpura-demonstrated-at-the-collectorate-over-encroachment-133559459.html

Saturday 24 August 2024

रैगर छात्रावास के मुख्य रास्ते पर अतिक्रमण: नींव खोदकर दीवार बनाने की की तैयारी, तहसीलदार से कार्रवाई की मांग


बिजौलिया में चारागाह, बिलानाम और अन्य खाली जगह पर भूमाफियाओं द्वारा अतिक्रमण किया जाना इन दिनों प्रशासन के लिए सिरदर्द बना हुआ है। दस दिनों पहले तहसील कार्यालय के पीछे करीब 13 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद अब ताजा मामला छात्रावास के रास्ते पर अतिक्रमण का है।

शक्करगढ़ चौराहे के नजदीक स्थित रैगर समाज के छात्रावास के मुख्य रास्ते पर दबंगों द्वारा अतिक्रमण किए जाने से छात्रावास में जाने वाला मुख्य रास्ता अवरुद्ध हो गया है। बिजली विभाग के 33 केवी ग्रिड के नजदीक बने छात्रावास की जगह के आस पास इन दिनों चारदीवारी कर अतिक्रमण किया जा रहा है। मार्ग अवरुद्ध होने से खफा ऊपरमाल रैगर समाज के लोगों ने आज तहसीलदार धमेंद्र स्वामी को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की है।

ज्ञापन में बताया कि रास्ते की जगह पर जेसीबी मशीन लगाकर गड्‌ढा करवा कर नींव खुदा रहे है।

तहसीलदार ने कहा कि शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पटवारी भेजकर मौका मुआयना कराया गया है। अगर चरागाह की जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है तो उसे हटाने की कार्यवाही की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/bijoliya/news/encroachment-on-main-road-of-regar-hostel-131737814.html

Wednesday 21 August 2024

धोली गांव में प्रशासन का चला पीला पंजा: 20 बीघा चारागाह भूमि पर हटाया अतिक्रमण, पुलिस जाब्ता रहा तैनात


आसींद थाना क्षेत्र के मोतीपुर पंचायत के धोली गांव में स्थित 20 बीघा चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को प्रशासन ने शुक्रवार को जेसीबी की मदद से हटाया। धोली गांव में लगातार प्रशासन को अतिक्रमण होने की शिकायत मिल रही थी, जिसको लेकर प्रशासन ने जेसीबी के माध्यम से लगभग 20 बीघा चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया।

इस दौरान नायब तहसीलदार जगदीश चंद्र जीनगर, मोतीपुर पटवारी भागीरथ चौधरी, सचिव कुंदनमल शर्मा, व पुलिस का जाप्ता मौजूद रहा। चारागाह से करीब कई वर्षों बाद अतिक्रमण हटाया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार तारीखें तय हुई, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा। अब जाकर ग्रामीणों की शिकायत पर अतिक्रमण हटाया गया।


जबरकीया निवासी भैरूलाल गुर्जर ने बताया कि मोतीपुर पंचायत में जगह-जगह चारागाह भूमि पर पूरे एटीकरण को लेकर अनेक बार उपखंड स्तर पर एवं पंचायत स्तर पर ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अभी भी अनेक जगह पर अतिक्रमण कर रखा है।

नायब तहसीलदार जगदीश चंद्र ने बताया कि जहां-जहां पर शिकायत मिल रही है वहां पर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/asind/news/administrations-yellow-paw-works-in-dholi-village-133526561.html

Tuesday 20 August 2024

252 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग, ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा


पिड़ावा। क्षेत्र के निपानिया गांव के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर ज्ञापन सौंपकर 252 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग की। ज्ञापन में बताया निपानिया में खाता संख्या 398 व खसरा संख्या 9 की 63.6620 हैक्टेयर सरकारी चारागाह भूमि पर गांव के दबंग लोगों ने हांक-जोतकर तथा तार फेंसिंग कर अवैध कब्जे कर रखे हैं।

जिससे गांव के मवेशियों को चराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने चारागाह भूमि से अतिक्रमण मुक्त करवाकर भूमि के चारों खाई लगवाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में कालू सिंह, गोपाल लाल, पुखराज, कुशाल सिंह, तूफान दांगी, राजेंद्र, मोहन लाल, राजाराम, विक्रम सिंह, सीताराम, गोकुल, भैरूलाल शामिल रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/pirawa/news/demand-to-remove-encroachment-from-252-bigha-pasture-land-villagers-submitted-memorandum-133523089.html

जिला कलक्टर ने राजस्व अधिकारियों की ली बैठक, न्यून प्रगति वाले इंडिकेटर्स पर फोकस करने के निर्देश

डूंगरपुर। जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह शुक्रवार को ईडीपी सभागार में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में विभिन्न एजेंडा बिंदुओं पर प्रगति की समीक्षा करते हुए न्यून प्रगति वाले इंडिकेटर्स पर फोकस करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड वार भूमि रूपांतरण, आवंटन, आपत्तियां, निस्तारण के बारें में जानकारी लेते हुए लंबित प्रकरणों के निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तर पर महीने में दो बार समीक्षा बैठकों का आयोजन करने तथा जिन क्षेत्रों में कम प्रगति है उन पर विशेष प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।

उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जिन ब्लॉक में लंबित प्रकरण है, उनमें शिविर लगाकर अभियान चलाते हुए निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनएफएसए योजना अंतर्गत पंजीयन में कुछ श्रेणियों में प्रोसेसिंग पोर्टल प्रारंभ होने तथा पूर्व में प्राप्त आवेदनों का पहले निस्तारण करने के निर्देशानुसार श्रेणी वार आवेदनों को सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए।

बैठक में मोबाइल टावर प्रगति, भूमि आवंटन निलंबित प्रकरण, संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरण, नामांतरण प्रकरण, गैर खातेदारी से खातेदारी के प्रकरण, राजस्व प्रकरणों का निस्तारण, भूमि संपरिवर्तन एवं भूमि आवंटन के प्रकरण, चारागाह एवं सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण के प्रकरण, राजस्थान काश्तकार अधिनियम के तहत प्रकरण, लाइट्स पोर्टल पर लंबित प्रकरण, शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण की स्थिति, आंतरिक लेखा जांच दल के निरीक्षण प्रतिवेदन, सीमा ज्ञान, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, खाद्य सुरक्षा संबंधी विभिन्न बिंदुओं पर उपखंड वार समीक्षा की तथा लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करते हुए अगली बैठक से पूर्व रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर कुलराज मीणा, समस्त उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं राजस्व अधिकारी -कर्मचारी मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.m.khaskhabar.com//news.php/news-district-collector-held-a-meeting-of-revenue-officers-instructed-to-focus-on-indicators-with-low-progress-news-hindi-1-664153-KKN.html?short_url=news-district-collector-held-a-meeting-of-revenue-officers-instructed-to-focus-on-indicators-with-low-progress-news-hindi-1-664153-KKN

जिला कलक्टर ने तहसील कार्यालय पचपहाड़ का किया निरीक्षण


झालावाड़। जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को तहसील कार्यालय पचपहाड़ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने तहसील संबंधी समस्त कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यालय संबंधी कार्यों एवं आमजन से जुड़े कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियो को दिए।

उन्होंने आंतरिक लेखा जांच दल के शेष अनुच्छेदों की शीघ्र पालना करने, निर्णितशुदा रिकॉर्ड की सूची तैयार कराकर जिला अभिलेखागार में जमा करवाने, पंजीयन का वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने, विभिन्न न्यायालयों द्वारा जारी इजराय व डिक्री का पालना समय अवधि में निस्तारण करने एवं नामान्तकरण के प्रकरणों का नियमानुसार शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश तहसीलदार को दिए। इस दौरान उन्होंने तहसील पचपहाड़ क्षेत्र में चारागाह भूमियों पर हो रहे अतिक्रमणों को संबंधित व्यक्ति से समझाइश कर हटवाने के निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान उपखण्ड अधिकारी छत्रपाल चौधरी, तहसीलदार अब्दुल हफीज, नायब तहसीलदार हरिशंकर जांगिड़ सहित अन्य संबंधित कार्मिक उपस्थित रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.m.khaskhabar.com/news/news-district-collector-inspected-tehsil-office-pachpahar-news-hindi-1-664144-KKN.html

चरागाह भूमि पर 70 साल से बसी आवासीय बस्ती के नियमन की मांग


भास्कर न्यूज। मानपुरा माचेड़ी जाटावाली पंचायत में जाटावाली डेहरा रोड पर चारागाह भूमि पर बसी बस्ती के लोगों ने भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश मंत्री प्रकाश हाटवाल की अगुवाई में उपखंड अधिकारी चौमू को ज्ञापन देकर नियमन की मांग की है। ज्ञापन में स्थानीय वाशिंदों ने बताया कि पिछले 70 साल से टीले पर बुनकर समाज के परिवार रहते चले आ रहे हैं, लेकिन चारागाह भूमि होने का हवाला देकर ग्राम पंचायत प्रशासन हमेशा पट्टा देने में पल्ला झाड़ती रही है। किसी भी सरपंच ने चारागाह भूमि पर बसी इस बस्ती के लिए नियमन की मांग जिला कलेक्टर से नहीं की।

निवासियों ने बताया कि जाटावाली पंचायत जेडीए रीजन के क्षेत्राधिकार में शामिल किए जाने की संभावना है, ऐसे में गांव भूमि पर बसी हुई बस्ती को कभी भी बेदखल किया जा सकता है। इसी को लेकर के स्थानीय निवासी भयभीत हैं। उपखंड अधिकारी दिलीप सिंह ने स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया और कहा कि मौके की तहसीलदार व पटवारी से इस मामले में जिला कलेक्टर को मौका रिपोर्ट बनवाकर भिजवाएंगे और बस्ती के नियमन के लिए मांग रखेंगे। ज्ञापन देने के दौरान राकेश शर्मा, राजेश बुनकर, श्रवण बुनकर, जितेंद्र बुनकर, मोहन बुनकर, ताराचंद बुनकर आदि लोग मौजूद थे। मानपुरा माचेड़ी। बस्ती के नियमन की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देते ग्रामीण।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/demand-for-regulation-of-residential-colony-settled-on-pasture-land-for-70-years-133523428.html

चारागाह भूमि पर अवैध निर्माण को रुकवाया

पलाना। पलाना कलां के राजस्व गांव प्रकाशपुरा में ग्रामीणों की शिकायत के बाद पटवारी रिना यादव गुरुवार को भी प्रकाशपुरा पहुंची। पटवारी ने बताया कि चारागाह भूमि पर निर्माण कर रहे व्यक्ति का निर्माण रुकवाकर पाबंद किया है। अग्रिम कार्यवाही नियमानुसार होगी। बता दे कि मंगलवार को खडी फसलों में जेसीबी मशीन जलाई गई।

उक्त अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को कई ग्रामीणों सर्वसम्मति से हटाने की बात कह रहे थे तो कई लोगों ने विरोध जताया था। बुधवार को पटवारी मौका मुआयना किया तथा उसी दिन कई ग्रामीणों ने तहसीलदार के नाम प्रकाशपुरा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर ज्ञापन दिया था। इसके बाद गुरुवार को अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति को पाबंद किया तथा आगे नियमानुसार कार्यवाही करना बताया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/news/illegal-construction-on-pasture-land-stopped-133523730.html

Sunday 18 August 2024

दो साल में फलदार पौधों से लहलहाई बंजर भूमि: बड़ाखेड़ा पंचायत पहल, 2 सौ बीघा चारागाह भूमि को किया हरा भरा


बूंदी की बड़ाखेड़ा पंचायत की एक पहल ने सालों से बंजर पड़ी चारागाह भूमि को महज दो साल में ही फलदार व अन्य पौधों से हरा भरा बना दिया। दो सौ बीघा से अधिक भूमि को संरक्षित करते हुए यहां फलदार व अन्य छायादार पौधों लगाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस पहल की है। वहीं, इससे पंचायत की आमदनी बढ़ाने पर भी फोकस है।

बूंदी में चारागाह भूमि के विकास को लेकर योजनाएं तो बनती है, लेकिन धरातल पर नहीं उतरती हैं। इससे अलग जिले की बड़ाखेड़ा पंचायत ने पर्यावरण व चारागाह भूमि के संरक्षण की ठोस पहल करते हुए सीमित संसाधनों से दौ सो बीघा चारागाह भूमि को फलदार व छायादार पौधों से हरा भरा कर दिया। इस पहल को लेकर पंचायत प्रशासन के साथ ग्रामीण खुश हैं। वहीं, जिला कलेक्टर ने भी इस पहल की तारीफ की है।

पर्यावरण व चारागाह भूमि के संरक्षण का प्रयास

बड़ाखेड़ा पंचायत क्षेत्र में दो हजार बीघा चारागाह भूमि स्थित है। जिस पर अक्सर अतिक्रमियों की निगाह लगी रहती है। ऐसे में पंचायत ने इस भूमि को संरक्षित करने की पहल करते हुए फल व छायादार पौधे लगाकर एक सार्थक पहल की है। इससे चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की रोकथाम हो सकेगी। वहीं, ग्रामीणों का रुझान चारागाह विकास की ओर बढ़ेगा। फलदार पौधे भविष्य में पंचायत के लिए आमदनी का जरिया बन सकेंगे।

सीमित संसाधनों से लगाए एक हजार पौधे

इस काम की मॉनिटरिंग करने वाले पंचायत कार्मिक गजेंद्र सिंह बताते है कि एक साथ पूरी चारागाह भूमि को विकसित करना संभव नहीं था। इसलिए दो सौ बीघा को चिह्नित कर सबसे पहले मनरेगा में भूमि को समतल व पौधारोपण योग्य बनाया। इसके बाद आम, अमरूद, अनार, आंवला, लहसोड़ा, पीपल, नीम, नीबू सहित अन्य प्रकार के एक हजार से अधिक पौधे लगाकर मनरेगा की लेबर को ही देखभाल का टास्क दिया। इसकी प्रोपर रूप से दो साल तक मॉनिटरिंग की गई। समय-समय पर खरपतवार नष्ट करने से लेकर सिंचाई के लिए साधन विकसित किए। इसी का नतीजा है कि अब यहां दो साल में पौधे वृक्षों का आकार लेने लगे हैं।

आक्सीजन जोन और ईको टूरिज्म पर फोकस

पंचायत के सरपंच प्रदीप सिंह बताते है कि इस पहल के पीछे ग्रामीणों को चारागाह के संरक्षण के लिए जोड़ने के साथ ग्रामीण स्तर पर एक ऐसा क्षेत्र विकसित करना था। जो पर्यावरण की दृष्टि से लाभकारी हो और ग्रामीण इसके प्रति जवाबदेह बने। कोरोना काल में आक्सीजन जोन खूब चर्चा में आए, इसलिए भी इस पहल को लेकर रुझान बढ़ा। फलदार पेड़ पंचायत के लिए भविष्य में आमदनी का जरिया बन सकते हैं। वहीं, हरियाली वाला क्षेत्र विकसित होने से ईको टूरिज्म की भी संभावना बन सकती है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/in-two-years-the-barren-land-was-filled-with-fruit-trees-bundi-rajasthan-133490172.html

चारागाह भूमि में 1000 पौधे लगाए


घाणेराव | मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान को लेकर घाणेराव ग्राम पंचायत की ओर से चारागाह भूमि में मनरेगा योजना के तहत एक हजार पौधे लगाकर श्रमिकों ने पर्यावरण को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। इससे पूर्व पौधरोपण के लिए चारागाह भूमि में मौजूद बबूल के पेड़ों को श्रमिकों द्वारा बाहर निकालकर पौधे लगाने के लिए खड्डे खोदे गए। जिसमें बरसात शुरू होते ही पौधों को लगाने का कार्य शुरू किया, जिसके तहत 1000 पौधे श्रमिकों द्वारा लगाए जा चुके हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/pali/ghanerao/news/1000-saplings-planted-in-pasture-land-133497917.html


2700 बीघा चारागाह भूमि देख रही मुक्ति की राह

बड़ाखेड़ा में आजादी बाद पशुओं के लिए दान में दी गई थी भूमि। लबान बूंदी रियायत में बड़े ओहदे का ठिकाना होने से बड़ाखेड़ा कस्बे की पहचान पुरानी है। ठिकानेदार कर्णसिंह हाड़ा ने देश आजाद होते ही जागीरदारी की जमीन में से 2700 बीघा जमीन चारागाह के नाम कर दी, लेकिन धीरे-धीरे चारागाह भूमि अतिक्रमण की चपेट में आने लगी। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होते देख ग्राम पंचायत ने मनरेगा के अन्तर्गत पौधरोपण अभियान चलाकर विलायती बंबूलों के जंगल को कटवाकर साफ-सफाई करके पौधे रोपे, ताकि हरियाली बनी रहे। अब चारागाह भूमि पर अवैध कब्जे कर खुर्द-बुर्द करने व उजाड़ने की शिकायते आ रही है।

ग्राम पंचायत के सरपंच प्रदीपसिंह हाड़ा ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर चारागाह में पौधरोपण शुरू कराया, जिसके चलते कुछ पौधों ने पेड़ का आकार लेना शुरू कर दिया है। पौधों की सुरक्षा के लिए चारागाह भूमि के चारों ओर खाई खुदाई गई है, ताकि आगे अतिक्रमण नहीं हो सके। इसको लेकर ग्रामीणो का कहना है कि अगर चारागाह भूमि पूरी तरह अतिक्रमण से मुक्त हो जाए तो मवेशियों के लिए चारा पानी की सुविधा मिल जाएगी।

ग्रामीण विनोद रायका और मुकेश राईका ने बताया कि सड़क पर आवारा मवेशियों का जमघट लगा रहता है, जिसके चलते वाहन चलाने-पैदल निकलने में परेशान होती है, आए दिन दुपहिया सवार चोटिल हो रहे हैं। पशुओं के लिए चारागाह भूमि में सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। हमारे लिए यह गर्व करने वाली बात है कि हमारे पूर्वजों ने पशुपालकों के हित में इतना बड़ा फैसला लिया था। इस फैसले की सुरक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। -चन्द्र विजयसिंह हाड़ा, पूर्व राजपरिवार सदस्य, बड़ाखेड़ा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/2700-bigha-pasture-land-is-waiting-for-liberation-133518306.html

Saturday 17 August 2024

नीमकाथाना में कलेक्टर की पहली जनसुनवाई: 400 बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण का मामला उठा, अधिकारियों पर लगे आरोप


नीमकाथाना नव गठित जिला नीमकाथाना में पहली बार गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई एडीएम कार्यालय में आयोजित हुई। संबंधित विभागों के 51 परिवाद आए। जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज ने अधिकारियों को जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए।

शिकायत कर्ता मनीराम यादव ने नीमकाथाना क्षेत्र में नदी, रास्ते व चारागाह भूमि को खुर्दबुर्द करने के मामले में जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज को शिकायत दी। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों पर मिलीभगत से नदी, रास्तों व चारागाह भूमि को खुर्दबुर्द कर अतिक्रमण करवाने के आरोप लगाए गए। मनीराम यादव ने कलेक्टर के सामने दस्तावेज भी पेश किए। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता ले लेते हुए एसडीएम राजवीर यादव व ईओ पवन शर्मा की कमेटी गठित कर परिवाद के परीक्षण के निर्देश दिए। शिकायत में मनीराम यादव ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में करीब 400 बीघा भूमि को मिलीभगत से खुर्दबुर्द किया गया है ओर जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए।

यह रहे मौजूद

जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला कलेक्टर भारद्वाज, एसडीएम राजवीर यादव, एएसपी शालिनी राज, तहसीलदार महेश ओला, पाटन तहसीलदार मुनेश सिर्वा, विकास अधिकारी संपत सैनी, विकास अधिकारी पाटन रामचंद्र सैनी, सीएमएचओ डॉ. राजेन्द्र यादव, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी जेपी यादव, एक्सईएन एवीएनएल आरएस यादव, एक्सईएन पीएचईडी रामकरण मीणा, एएमई अमीचंद दुहारिया, सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/neem-ka-thana/news/collectors-first-public-hearing-in-neemkathana-131702244.html

पद के दुरुपयोग प्रकरण में एसीबी बारां ने कोर्ट में पेश किया चालान

बारां। एसीबी बारां की ओर से पद के दुरुपयोग के 7 साल पुराने मामले में एसीबी कोर्ट में चालान पेश किया है। एएसपी गोपाल सिंह कानावत ने बताया कि 8 सितंबर 2014 को एसीबी चौकी बारां पर परिवादी बंमूलियां कलां निवासी सत्यनारायण गुर्जर ने परिवाद पेश किया था। जिसमें बताया था कि ग्राम बंमूलियां कलां तहसील अंता के खसरा नं. 667 जो कि सरकारी कुआं व उसके पास की सरकारी भूमि चारागाह को बंमूलियां कलां के तेजकरण पुत्र केसरीलाल गुर्जर ने अपने भाई बंशीलाल व तत्कालीन पटवारी संदीप गोचर के साथ मिलकर नेशनल हाइवे की ओर से दी जाने वाली रकम हड़पने के लालच में अपने नाम करवाकर सरकार के साथ धोखा व राजकोष का गबन किया है।

जिस पर एसीबी की ओर से परिवाद दर्ज कर जांच शुरू की गई। परिवाद की जांच रिपोर्ट पर 9 जून 2015 को प्रकरण दर्ज हुआ। मामले की जांच की गई तो संपूर्ण नियमन प्रक्रिया नियमानुसार नहीं होने पर तत्कालीन तहसीलदार अंता चौथमल, तत्कालीन कानूनगो रामप्रताप एवं तत्कालीन पटवारी पटवार हल्का बंबूलिया कलां संदीप गोचर से आरोपी तेजकरण ने मिलीभगत कर पूर्व से निर्मित कुएं एवं कुएं पर बने पुराने चबूतरे का भारत सरकार से 80 हजार 784 रुपए का अनुचित लाभ (मुआवजा) प्राप्त किया। खसरा नंबर 667 में स्थित सरकारी कुआं का आरोपी तेजकरण के पक्ष में नियमन की संपूर्ण प्रक्रिया भूमि अवाप्ति के संबंध में भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन के बाद की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/news/acb-baran-presented-challan-in-court-in-case-of-misuse-of-office-131704924.html

Friday 16 August 2024

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर दो पक्ष भिड़े: एक-दूसरे पर किया पथराव, जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग


मनोहर थाना के कनवा महाराजपुरा गांव में चारागाह भूमि के मामले को लेकर विवाद हो गया। वहीं, भील समाज के एक पक्ष ने भील समाज के दूसरे पक्ष के ऊपर पथराव कर दिया।

पथराव की सूचना पर मनोहर थाना पुलिस उप अधीक्षक व प्रशासन मौके पर पहुंचा। जहां पर ग्रामीणों से मामले को लेकर बातचीत की। वहीं, एक पक्ष ने अतिक्रमण मुक्त करने की लगातार मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठा होकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग कर रहे हैं।

पुलिस उप अधीक्षक कैलाश चंद जाट ने बताया कि मनोहरथाना थाना क्षेत्र के कनवा गांव में पथराव की सूचना मिली। सूचना पर तुरंत प्रभाव से पुलिस मौके पर पहुंची। जहां पर ग्रामीणों से उक्त मामले को लेकर बातचीत कर रही है। वहीं एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर चारागाह भूमि पर फसल उगाने व चारागाह भूमि पर जबरन अतिक्रमण कर खुद का हक जमाने का मामला सामने आया।

वहीं, एक पक्ष ने दूसरे पक्ष से जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग को लेकर ग्रामीण अड़े हुए हैं। इस मामले को लेकर ग्रामीणों से बात की जा रही है। पथराव में कोई भी ग्रामीण घायल नहीं हुआ। अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना कर दी गई है। कुछ समय में उपखंड अधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/akrela/news/two-sides-clashed-over-encroachment-on-pasture-land-131693461.html

Thursday 15 August 2024

गोचर भूमि पर ग्रामीणों ने पौधरोपण


बांसी। ग्राम दौलतपुरा के ग्रामीणों ने गोचर भूमि पर पौधरोपण कर सुरक्षा का संकल्प लिया। दुगारी की चारागाह भूमि पर अतिक्रमण जारी है। इसको लेकर दोलतपुरा के ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर कब्जे में ली गई भूमि पर पौधरोपण किया।

पौधों की सुरक्षा के लिए कांटे की बाड़ लगाई। रामलाल मीणा, मायाराम मीणा, मन्ना मीणा, भैरुनाथ, शंकर मीणा, रामफूल मीणा, राजाराम, नारायण नाथ, हरिराम योगी, प्रकाश मीणा, सरवन मीणा, प्रभुलाल मीणा, गीताराम मीणा, फोरूलाल मीणा, सीताराम मीणा, गोपी मीणा, कालू मीणा शामिल रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/bansi/news/villagers-planted-saplings-on-pasture-land-133486322.html

चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग: कलेक्टर व वन विभाग अधिकारी के नाम सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी

मनोहर थाना क्षेत्र के कानवा गांव में चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को मुक्त करने की मांग को लेकर आज कलेक्टर व वन विभाग अधिकारी के नाम ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि 26 अगस्त तक जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कि जाती तो ग्रामीणों द्वारा सड़क मार्ग जाम सहित अन्य आंदोलन की समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

ग्रामीण गुजरात सिंह ने बताया कि आज जिला मुख्यालय पर पहुंचकर मनोहर थाना उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत रवसिया के गांव कनवा में हो रहे चारागाह भूमि पर अतिक्रमण मुक्त करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर व वन विभाग के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन के मध्यम से बताया की अगर 26 अगस्त तक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। वहीं स्थानीय प्रशासन को अतिक्रमण हो रही भूमि के बारे में कई बार अवगत कराया गया। परंतु स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई निवारण नहीं किया गया। जिसके चलते जिला मुख्यालय पर जाकर आज ज्ञापन देना पड़ा।

ये रहे मौजूद

इस दौरान मांगीलाल, चांदलाल, पहलवान सिंह, भगवान सिंह, मोहनलाल ,जगदीश, मनोज, लेखराज, पर्वत सिंह, कवर लाल, बाबूलाल, मांगीलाल, माखन, राम सिंह, राय सिंह, विजय सिंह, गुजरात सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/akrela/news/demand-to-free-pasture-land-from-encroachment-133495637.html

Wednesday 14 August 2024

जेडीए दस्ते ने 11 बीघा सरकारी जमीन को करवाया अतिक्रमण मुक्त


jaipur, 14 अगस्त (Udaipur Kiran)। जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने Wednesday को 11 बीघा सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया। वहीं साढ़े 5 बीघा में बसाई जा रही तीन अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया गया। 

प्रवर्तन प्रकोष्ठ द्वारा जोन-7 में स्थित ग्राम गिरधारीपुरा शांतिनगर धावास खसरा नम्बर-57 व 59 की करीब 1.5 बीघा सरकारी भूमि पर, जोन-9 में स्वामी केशव नगर योजना में जेडीए पार्क की सरकारी भूमि पर, जोन-11 में स्थित ग्राम सिराणी Suratपुरा में करीब 2.5 बीघा बेशकीमती सरकारी भूमि के आंशिक भाग पर और जोन-10 में स्थित ग्राम मालपुरा चौड़ में एसटीपी प्लान के लिए नगर निगम को आंवटित करीब 8 बीघा भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से बनाए गए टिनशेड़नुमा थडियां, बांस तम्बू, झाडियां, 1 कमरा, पार्क, सीमेन्ट के ब्लॉक बाउण्ड्रीवाल, पार्क के लिए किए गए निर्माण को हटाया गया। 

जोन-11 में स्थित ग्राम कलवाड़ा jaipur रोड पर करीब 2 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर, ग्राम कलवाड़ा Surat पुरा रोड़ पर करीब 2 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर राधा रानी विहार के नाम से और ग्राम कलवाड़ा में Surat पुरा रोड पर करीब 1.5 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के लिए बनाई गई मिट्टी ग्रेवल सड़कें व अन्य अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। 

वहीं प्रवर्तन प्रकोष्ठ द्वारा जोन-12 में स्थित बिन्दायिका क्षेत्र ग्राम सिवार में खसरा नंबर-255 जेडीए स्वामित्व के गैर मुमकिन आम रास्तें कब्जा-अतिक्रमण कर तारबंदी कर मिट्टी की दीवार बनाकर रास्ता अवरूद्ध किए गए रास्ते को खुलवा कर आमजन की राह को आसान बनाया गया। 

मूल ऑनलाइन लेख - https://udaipurkiran.in/jda-squad-made-11-bighas-of-government-land-encroachment-free/

Sunday 11 August 2024

गांव हुड़ियाखुर्द में पौधरोपण किया

काठूवास। गांव हुड़ियाखुर्द की चारागाह भूमि पर हरियालो अभियान के तहत पौधे रोपित किए गए। जैतपुर की चारागाह भूमि पर 50 पौधे रोपण किए गए। इधर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परतापुर में 50 पौधे रोपे गए। इस अवसर पर माढ़ण थाना प्रभारी बाबूलाल मीणा, ज्योति श्रीराम उर्फ भोला सरपंच, ताराचंद प्रधान, रामेश्वर दास महाराज, चौकी प्रभारी रमेशचन्द शर्मा, कर्मवीर ठेकेदार, प्राचार्य राजेश कुमार, रतनलाल, राजेश आदि उपस्थित रहे। समाधि रस्म के दौरान उपस्थित श्रद्धालु।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/kathuwas/news/plantation-was-done-in-village-hudiyakhurd-133463437.html


Saturday 10 August 2024

चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए भटक रहे ग्रामीण: दबंगों ने कर रखा है कब्जा, प्रशासन नहीं कर रहा सुनवाई


झालावाड़ जिले के भवानी मंडी उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिस्तुनिया के ग्राम गुराड़िया खुर्द के ग्रामीणों ने गांव के जंगल क्षेत्र की चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर झालावाड़ जिला प्रशासन, ग्राम पंचायत, तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 2 दिन पहले भी झालावाड़ पहुंचकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। अधिकारियां ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं।

ग्रामीण प्रहलाद सिंह, उप सरपंच जेलर सिंह, राजेंद्र सिंह, दीपक सिंह, चेन सिंह, कमल सिंह, सौदान सिंह, नरेंद्र सिंह, धीरप सिंह, लक्ष्मण सिंह समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गुराडिया खुर्द गांव के जंगल की चरागाह की करीब 20 बीघा जमीन है। इस पर गांव के ही कुछ प्रभावशाली लोगों ने पेड़ पौधे और झाड़ लगाकर अतिक्रमण कर रखा है। ऐसे में यहां पशुओं के चरने और जंगल जाने का रास्ता भी कई जगह से बंद होने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रभावशाली लोग समझने को तैयार नहीं हैं। वहीं बिस्तुनिया ग्राम पंचायत सरपंच रुक्मण बाई और सचिव कैलाश ने बताया कि चरागाह भूमि का विवाद है तो जिला प्रशासन को अवगत कराएं। वहीं से इसका निस्तारण होगा। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण इलाकों में आज भी बड़ी संख्या में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण है। ऐसे में हजारों बीघा भूमि पर प्रभावशाली लोगों के कब्जे हैं। लेकिन स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के चलते यह समस्या लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में कई बार ग्रामीणों में आपसी विवाद भी सामने आते हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/villagers-wandering-to-remove-encroachment-from-pasture-land-131666941.html


अवैध अतिक्रमणों को लेकर की कार्रवाई, 3 अवैध कॉलोनियों को जेडीए दस्ते ने किया ध्वस्त

 अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनी के निर्माणों को ध्वस्त किया

ग्राम बेगस में करीब तीन बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि बसाई जा रही कृष्णा विहार एवं ग्राम मुडियारामसर में ही करीब 10 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर राज वाटिका नाम से अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनियों को प्रवर्तन दस्ते ने ध्वस्त किया।

जयपुर। शहर में अवैध निर्माण एवं अतिक्रमणों को लेकर की जा रही कार्रवाई के दौरान जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते ने जोन 12 में करीब 17 बीघा कृषि भूमि पर बसाई जा रही तीन अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर दिया। मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन महेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि जोन 12 ग्राम बगरू में करीब चार बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति अनुमोदन के एवं बिना भू-रूपान्तरण करवाएं भूमि को समतल कर चौपड़ा एन्कलेव नाम से अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनी के निर्माणों को ध्वस्त किया।

ग्राम बेगस में करीब तीन बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि बसाई जा रही कृष्णा विहार एवं ग्राम मुडियारामसर में ही करीब 10 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर राज वाटिका नाम से अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनियों को प्रवर्तन दस्ते ने ध्वस्त किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://dainiknavajyoti.com/article/87356/action-taken-against-illegal-encroachments-jda-squad-demolished-3-illegal-collonies


महापंचायत ने चारागाह भूमि आवंटन निरस्त करने की उठाई मांग


शहर के मांगरोल रोड़ पर पिछले दिनों से चरागाह भूमि का आवंटन निरस्त कराने की मांग को लेकर बुधवार को किसान महापंचायत समेत कई संगठनों ने प्रताप चौक पर बारां कलेक्टर का पुतला जलाया। चरागाह बचाओ संघर्ष समिति ने नगर परिषद बारां के सामने नगर परिषद क्षेत्र के मांगरोल रोड किनारे चरागाह भूमि के आंवटन को रद्द कराने एवं यहां चल रहे निर्माण कार्य को रूकवाने की मांग को लेकर दूसरे दिन बुधवार को भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा।

धरना स्थल पर विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने मांगरोल रोड किनारे 3 किमी के दायरे में बार-बार चरागाह भूमि को आंवटित करने की निंदा की। किसान महापंचायत प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन की ओर से मांगरोल रोड स्टेट हाइवे व किसानों के खेतों की मेढों के बीच स्थित चरागाह भूमि ही करीब 3 किमी दायरे में अब तक 6 जगह आवंटन कर दी है।

जिसमें एक जगह पर भवन निर्माण नहीं किया है। जिसके चलते अब इन आंवटन को निरस्त करने की मांग की है। किसान महापंचायत प्रदेश संयोजक सिंह ने बताया कि धरने के दौरान कलेक्टर की ओर से चरागाह भूमि को लेकर रहे रवैये पर नाराज होकर किसान महापंचायत समेत आदि संगठनों ने प्रताप चौक पर कलेक्टर का पुतला जलाया। इस दौरान नरेंन्द्र सुमन, देवराज सुमन, महावीर नामा, कांतिचंद शर्मा, दीपांशु गेरा, हेमंत सुमन, राजेंद्र सुमन, पूर्व विधायक रामपाल मेघवाल, बद्रीप्रसाद मेघवाल, राकेश जैन, भीमराज मीणा, घनश्याम मीणा, सौरभ भार्गव, मनोज शर्मा जिलाध्यक्ष नागरिक गौ सेवा समिति, छीतर सिंह हाडा, पराग वारा, नंदकुमार गौतम, मयंक शर्मा आदि मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/news/mahapanchayat-raised-demand-for-cancellation-of-pasture-land-allocation-131679872.html

अतिक्रमण मामले में 15 लोगों को जेल भेजा

बहरोड़। तहसीलदार कोर्ट ने शुक्रवार को पहाड़ी गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने के मामले में 15 लोगों को जेल भेज दिया। तहसीलदार जयसिंह ने बताया कि पहाड़ी गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने से 91 की कार्रवाई की गई। जिसमें भूमि धारकों से 5.09 हेक्टेयर अवैध अतिक्रमण हटाया गया।

अतिक्रमी पुनः चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिया। जिसकी कोर्ट फैसले में अतिक्रमण होने से जेल के आदेश जारी किए। जिसके चलते पहाड़ी व जैनपुरवास निवासी धनसिंह गुर्जर, कुंदन, लक्ष्मीनारायण, रामशरण, भागीरथ, झाबर, पतराम, रामकुमार, जौहरी, भोलाराम, रतिराम, रामनिवास, अमर सिंह, माडाराम व लीलाराम को जेल भेजा गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/behror/news/15-people-sent-to-jail-in-encroachment-case-131680248.html

जवान जी का खेड़ा में चरागाह भूमि से कब्जा हटाया



मावली। क्षेत्र की गादोली ग्राम पंचायत के जवान जी का खेड़ा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। जानकारी के अनुसार जवान जी का खेड़ा गांव में चारागाह पर निर्माण कार्य चल था, जिसको पटवारी ने बंद करने के लिए कहा तो काम नहीं रोका और निर्माण कार्य चालू रखा। इस पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर कब्जा हटाया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/news/occupation-removed-from-pasture-land-in-jawanji-ka-kheda-133473312.html


Wednesday 7 August 2024

मुंडलिया खेड़ी तालाब से लगातार व्यर्थ बह रहा पानी: किसानों ने पानी रोकने और चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग

 

झालरापाटन सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों ने मुंडलिया खेड़ी तालाब से लगातार व्यर्थ बह रहे जल की निकासी पर रोक लगाने तथा तालाब की सरकारी चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

किसानों और पशुपालकों ने बताया कि इस समय मुंडलिया खेड़ी तालाब लबालब भरा हुआ है। जिसके बांध के गेट और वेस्ट वियर से रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। सिंचाई विभाग ने तालाब के पानी को रोकने के लिए वेस्ट वियर पर रेत के कट्टे भी नहीं डलवाए हैं। जिससे तालाब का पानी लगातार खाली हो रहा है और इस स्थिति के चलते कुछ दिनों बाद यह तालाब पूरी तरह से खाली हो जाएगा। तालाब के पास बेला की बरड़ी स्थित सरकारी व चरागाह भूमि पर लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है। जिससे पशुओं के चरने के लिए जगह नहीं बची है। जिससे यहां के पशुओं को पीने के पानी और चराई के लिए भटकना पड़ रहा है।

पशुपालकों ने बताया कि तालाब की जमीन पर लगातार बढ़ते अतिक्रमण का विरोध करने पर अतिक्रमी लड़ाई झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। जिससे माहौल खराब होने की आशंका बनी रहती है। चारागाह की भूमि की राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार पैमाइश करवा कर अतिक्रमण को हटवाया जाए। इनमें से अधिकतर अतिक्रमण प्रभावशाली, राजनीतिक सरदार लोगों के हैं। जिन्हें पूर्व में भी शिकायत करने के बावजूद आज तक नहीं हटाया गया है।

तहसीलदार ने कहा कि तालाब से पानी की निकासी रोकने के लिए सिंचाई विभाग को कहकर वेस्ट दीवार पर रेत के कट्टे डलवा दिए जाएंगे और तालाब के आसपास की जमीन पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/jhalrapatan/news/water-flowing-continuously-from-mundlia-khedi-pond-131663002.html

Monday 5 August 2024

जयसमंद के बहाव क्षेत्र की चारागाह भूमि को हरियाली का इंतजार, आंखें मूंद रहे जिम्मेदार

मनरेगा में 9 लाख 96 हजार रुपए की लागत से विकास कार्य सहित किया जाना था पौधरोपण। स्वीकृति के एक माह बाद भी नहीं हुआ काम शुरू।

मालाखेड़ा। जयसमंद बांध के बहाव क्षेत्र की चारागाह जमीन पर हरियाली नजर नहीं आ रही है। इस जमीन पर राजस्व विभाग ने अभी तक निशान देही नहीं कराई, जिसके चलते मनरेगा योजना के तहत 9 लाख 96 हजार रुपए से अधिक की लागत से चारागाह विकास एवं पौधारोपण कार्य एक महीने से अटका हुआ है।

सूत्रों के अनुसार महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत पंचायत समिति उमरैण के सहायक अभियंता ने केसरपुर पंचायत मुख्यालय में चारागाह विकास एवं पौधरोपण विकास कार्य का प्रस्ताव जिला परिषद को भेजा था। जहां पंचायत समिति के सहायक अभियंता ने जिला परिषद से स्वीकृति मिलने के साथ ही 2 जुलाई को 9 लाख 96 हजार राशि चारागाह विकास एवं पौधरोपण के लिए स्वीकृत की गई। इस स्वीकृति के अनुसार मौके पर 2000 गड्ढे़ खोदकर पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया, लेकिन एक महीना गुजरने के बाद भी अभी मौके पर कार्य शुरू नहीं हुआ है।

जमीन पर अतिक्रमण

सरपंच नुसरत ने बताया उक्त सरकारी जमीन पर अतिक्रमण है। जहां राजस्व विभाग को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक पैमाइश और निशान देही नहीं हुई। आरोप है कि अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत केसरपुर क्षेत्र में जयसमंद बांध के बहाव क्षेत्र की चारागाह भूमि पर निशान देही तथा सीमाज्ञान राजस्व विभाग की ओर से नहीं कराने से एक महीने से 9 लाख 96 हजार के फेंसिंग, पौधरोपण का कार्य अटका हुआ है। अलवर तहसील के भू अभिलेख निरीक्षक मंडल भूगोर के पटवार मंडल केसरपुर के पास 10 हैक्टेयर भूमि है, जिसमें पैमाइश कर दी जाए तो शेष तरह का भूमि पर ग्राम पंचायत केसरपुर की ओर से 3 वर्षीय चारागाह पौधरोपण विकास कार्य को सार्वजनिक हित के लिए शुरू किया जा सकता है। विशेष सूत्रों के मुताबिक राजस्व विभाग के एक कथित कर्मचारी की मिलीभगत और उदासीनता से अभी तक चारागाह भूमि की पैमाइश नहीं हो पा रही है। इस गांव के लोगों का कहना है क्षेत्र हरा-भरा बना रहे, इसके लिए चारागाह भूमि से दबंग लोगों का अतिक्रमण हटाना जरूरी है।

भूमि की पैमाइश के बाद ही कार्य संभव

मनरेगा अ​भियंता गोविंदसिंह का कहना है कि तीन वर्षीय चारागाह विकास एवं पौधरोपण की कार्य योजना है। यहां 2000 पौधे लगाने का लक्ष्य है। इससे पहले पौधों की सुरक्षा के लिए तारबंदी, फेंसिंग जरूरी है, लेकिन इस सरकारी भूमि पर कई जगह लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, जिसके चलते तारबंदी, फेंसिंग नहीं हो पा रही। यह कार्य चारागाह भूमि की पैमाइश के पश्चात ही संभव होगा। इसके लिए तहसीलदार अलवर को काफी समय पहले ही पत्र प्रेषित किया जा चुका है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/news-bulletin/the-pasture-land-of-the-jaisamand-river-is-waiting-for-greenery-the-responsible-people-are-turning-a-blind-eye-18890495

100 बीघा चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण: सालों से हो रही थी कार्रवाई की मांग, ग्रामीणों ने सांसद को दी थी जानकारी


झालावाड़ के सुनेल क्षेत्र की ग्राम पंचायत मगीसपुर में चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। कुंडलाप्रताप गांव की लगभग 100 बीघा जमीन को तहसीलदार ने अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया।

तहसीलदार अजहर बैग ने बताया कि झालावाड़-बांरा लोकसभा क्षेत्र के सांसद दुष्यंतसिंह धन्यवाद यात्रा के दौरान क्षेत्र में पहुंचे थे, जहां सैकड़ों ग्रामीणों के प्रार्थना पत्र के माध्यम से चारागाह भूमि को मुक्त को लेकर सांसद को अवगत कराया था, कि ग्राम पंचायत मगीसपुर के गांव कुंडलाप्रताप की लगभग 150 बीघा चरागाह भूमि पर भूमाफियाओं तथा अन्य लोगों का अतिक्रमण हो रहा था। इसको मुक्त कराने को लेकर सालों से जनप्रतिनिधियों तथा उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा था, लेकिन कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई थी।

ग्रामीणों ने बताया था कि बेसहारा व आवारा पशुओं के लिए ग्राम पंचायत में लगभग 150 से 200 बीघा जमीन अतिकर्मियों के कब्जे में थी, इसके चलते पालतू तथा अन्य पशु भूख प्यास से मर रहे हैं। दबंग लोगों ने तार बाउंड्री कर बाढ़ तथा खेत बना रखे थे।

तहसीलदार अजहर बैग ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान निर्माण सामग्री को ज़ब्त कर ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया है। वहीं, अब इस चारागाह भूमि पर सघन पौधरोपण, जलसंरक्षण जैसे चारागाह विकास कार्य किए जा सकेंगे। इस दौरान थानाधिकारी विष्णुसिंह, ग्राम विकास अधिकारी विजय राठौर, सरपंच संतोष राव, कानूनगो खेमराजसिंह, नवल किशोर, पटवारी पवन मीणा, सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/encroachment-removed-from-100-bigha-pasture-land-jhalawar-rajasthan-133451334.html

आसींद में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण: ग्रामीणों ने दी धरना देने की चेतावनी, कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

आसींद क्षेत्र के मोतीपुर ग्राम पंचायत के धोली ग्राम में बिलानाम भूमि और चारागाह भूमि पर अतिक्रमण है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी उमेद सिंह को ज्ञापन सौंपा गया।

ग्रामीणों का कहना है कि आज से एक महीने पहले कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं हुई। पटवारी, नायक तहसीलदार, गिरदावर की ओर से चारागाह भूमि पर किए गए कब्जे को हटाने के लिए 10 दिन का टाइम दिया था। इस जमीन का सीमा ज्ञान भी अभी तक नहीं किया गया, लेकिन प्रशासन की अनदेखी में कुछ लोगों की ओर वापस जमीन पर अतिक्रम कर दिया।

लोगों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन गांव की बिलानाम भूमि और चारागाह भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसमें पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

मौके पर भाजपा पंचायत अध्यक्ष दुर्गा सिंह राठौड़, दिनेश साहू, सत्यनारायण प्रजापत, हेमराज़, प्रेमा, कल्याण गुर्जर, गोविंद लाल जाट, घिसु लाल, किशन, राजू लाल गुर्जर, लखन साहु, मुकेश लोहार और कई ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/asind/news/encroachment-on-pasture-land-in-asind-133450863.html

Sunday 4 August 2024

लालसोट में एक पेड़ मां के नाम अभियान: चारागाह भूमि और जिला अस्पताल कैंपस में किया पौधारोपण, देखभाल और सुरक्षा की दी जिम्मेदारी


लालसोट के महाराजपुरा गांव में बुधवार को "वृक्षारोपण अमृत महोत्सव" में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत भाजपा नेता हरकेश मटलाना ने वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान चारागाह भूमि पर ट्रैक्टर मशीन से खड्डे खुदवाकर सैकड़ो पौधे लगाए गए। उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने का संकल्प लें। इस दौरान कई लोग मौजूद रहे।

वहीं हरियाली तीज पर बुधवार को वृक्षारोपण महा अभियान के दौरान श्यामपुरा रोड़ पर स्थित नव निर्मित राजकीय जिला हॉस्पिटल परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान हॉस्पिटल के समस्त डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर ने वृक्षारोपण किया गया।

प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजकुमार सेहरा और डॉक्टर रविन्द्र चौहान ,डॉक्टर इंद्रजीत नरूका ,डॉक्टर अनुराग देमन ने पेड़ लगाकर हरित एवं स्वच्छ भारत का संदेश देकर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए जनता को जागरूक किया गया। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत दौसा जिला अध्यक्ष हरिसिंह कसाना ने पर्यावरण के वर्तमान हालातो को देखते हुए और भविष्य की पीढ़ी के लिए स्वच्छ और निरोगी वातावरण मिले पेड़ो को अधिक से अधिक बढ़ावा देने का सन्देश दिया।

उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण राजस्थान मे हरियालो राजस्थान एक पेड़ मां के नाम हरियाली तीज अवसर पर पेड़ लगाए गए। इस अवसर पर नर्सिंग ऑफिसर उमाशंकर मीना, दुर्गेश अग्रवाल, रेडियोग्राफर लोकेश सैनी, केशव मिश्रा ने पौधा रोपण किया। साथ ही मिश्रा ने बताया की वृक्षारोपण प्रकृति के लिए बहुत ही जरूरी हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/lalsot/news/one-tree-in-mothers-name-campaign-in-lalsot-133445146.html

चारागाह भूमि को मुक्त कराने को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

ग्राम पंचायत दयेरी के गांव सियपुरा का मामला

क्षेत्र की ग्राम पंचायत दयेरी के गांव सियपुरा में करीब 1 वर्ष पूर्व खुर्द बुर्द एवं अवरुद्ध हुई मनरेगा योजनांतर्गत बनी सड़क को पुनः डलवाने एवं चारागाह भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम पंचायत दयेरी के ग्राम सीयपुरा में लगभग एक वर्ष पूर्व राजस्व अधिकारियों द्वारा टीम गठित कर पैमाइश अनुसार सरकारी रास्ते पर सड़क डाली गई थी।

जिसे बहादुर सिंह पुत्र सूरजमान, अज्ञेश पुत्र बहादुर सिंह, बबलू पुत्र बहादुर सिंह ने एक राय होकर बन्दूक के बल पर सडक को खुर्द-बुर्द कर अपने खेत में मिला लिया है। जिसकी शिकायत के आधार पर ग्रामपंचायत की तरफ से मनियां थाना में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। लेकिन आज तक आम जन के लिए वह रास्ता बन्द है।

जिससे आम जन को कृषि कार्य हेतु आने-जाने में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं। जिसे लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से उक्त रास्ते को पुनः सुचारू रूप से चालू करवाने की मांग की है। वहीं आगे ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम सीयपुरा में लगभग 5 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर भूमाफियाओं ने अतिक्रमण कर अपने कब्जे में ले लिया है। जिस पर मिली भगत से फसल उगाई जा रही है।

जिसे लेकर ग्रामीणों ने उक्त चारागाह भूमि पर सार्वजनिक तालाब या पोखर या वृक्षारोपण कर अतिक्रमणकारियों से मुक्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिससे पर्यावरण एवं पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था हो सकेगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dholpur/maniya/news/memorandum-submitted-to-the-collector-regarding-release-of-pasture-land-133441749.html

Thursday 1 August 2024

नारायणपुर में अतिक्रमण पर कार्रवाई: जेसीबी से चारागाह भूमि पर बनी चारदीवारी को हटाया, किया जाएगा पौधारोपण


नारायणपुर के मुंडावरा में वन और राजस्व विभाग ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। एसडीएम ने बताया कि भू माफियाओं ने जमीन के चारों तरफ पक्की दीवार का निर्माण किया गया था। जिसके अंदर एक कच्ची झोपड़ी और अन्य पक्के निर्माण बने हुए थे। जिनको गुरुवार शाम को राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने जेसीबी से हटाया। अतिक्रमण से मुक्त कर चारागाह भूमि को ग्राम पंचायत मुंडावरा के सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को सौंपा।

एसडीएम ने बताया कि पिछले दिनों हुई राजस्व अधिकारियों की मीटिंग में जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल की ओर से सभी राजस्व अधिकारियों को सभी शासकीय भूमियों को अतिक्रमण से मुक्त कर पौधारोपण करने के निर्देश दिए गए थे। जिसको लेकर नारायणपुर क्षेत्र में लगभग 160 बीघा शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कर भूमि पर लगभग 5 हजार पौधे लगाए गए है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/bansur/news/action-on-encroachment-in-narayanpur-133414675.html

चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग: ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन


आसींद उपखंड क्षेत्र के पालड़ी ग्राम पंचायत के बहादुरपुरा गांव के लोगों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार भंवरलाल सेन को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि बहादुरपुरा में सार्वजनिक आरक्षित भूमि है। जिस पर गांव के ही कुछ व्यक्तियों के द्वारा अतिक्रमण कर रखा है। पत्थर की कच्ची दीवार और बाड़ कर अतिक्रमण कर रखा है।

ज्ञापन में मांग की गई है कि इस भूमि से अतिक्रमण हटाया जाए। जिससे सार्वजनिक भूमि गांव में सार्वजनिक सामुदायिक भवन, स्कूल, खेल मैदान और अन्य राजकीय भवन निर्माण में भूमि का उपयोग हो सके। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि बहादुरपुरा की चरागाह भूमि का चिन्हीकरण भी करवाया जाए। इस दौरान अधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि राजस्व विभाग की टीम गठित कर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटा दिया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/asind/news/demand-to-remove-encroachment-from-pasture-land-133413824.html