Friday 29 April 2022

धरना जारी:ओरण व आगोर से अतिक्रमण हटाने की मांग

 बाड़मेर

जिला मुख्यालय पर ओरण, गोचर, तालाब, नाडी के आगाेर तथा सरकारी प्रयोजनार्थ की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने को लेकर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक एवं मानवाधिकार संगठन के बैनर तले आठवें दिन भी धरना जारी रहा। विभिन्न मांगों को लेकर कई लोगों ने सीएम के नाम जिला कलेक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में धरनार्थियों ने मांग रखी की कि पूरे जिले के सार्वजनिक कुओं, जलाशयों के आगोर से कच्चे व पक्के अतिक्रमण हटाए जाएं। अतिक्रमण से संबंधित हाईकोर्ट में लगी विभिन्न याचिकाओं पर हटाने के आदेश की पालना नहीं हुई हैं उसकी पालना सात दिन में सुनिश्चित कराएं।

जिले के प्रत्येक राजस्व गांव में ओरण, गोचर, गैर मुमकिन मगरा, पहाड़ तथा सरकारी प्रयोजनार्थ की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाए। जिले में विभिन्न सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण की शिकायतें लंबित हैं उन पर कार्रवाई कर तत्काल अतिक्रमण हटाया जाएं।

सरकारी भूमि को भू-माफियाओं ने अपनी भूमि बताकर फर्जी स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट कर बेचान की हैं उक्त भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर भू-माफियाओं के विरुद्ध प्रशासन एफआईआर दर्ज कराएं। जिले में वक्त सेटलमेंट के समय से ऐसी भूमि जो सरकार या किसी निजी खातेदार के नाम दर्ज नहीं की गई हैं।

उक्त भूमि को अब्दुल रहमान बनाम राजस्थान सरकार के आदेश की पालना करते हुए चारागाह भूमि घोषित कराई जाएं। जिले में किसी भी विभाग के लोकसेवक के द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया गया हैं तो उसके विरुद्ध राजस्थान सिविल सेवा आचरण नियमों के तहत विभागीय कार्रवाई कराएं।

जिले में महानरेगा योजना के अंतर्गत नई नाडी का निर्माण करवाया गया हैं। उक्त निर्माणाधीन नाडियों के पास खाली पड़ी सरकारी भूमि को आगोर में दर्ज कराएं। धरना स्थल पर भगवानसिंह लाबराऊ, जेतमालसिंह भाटी, श्रवणसिंह लंगेरा, तनसिंह महाबार, लालसिंह तनसिंहपुरा, देवीलाल जाखड़, जोगाराम गोदारा, ओपी गौड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/barmer/news/demand-for-removal-of-encroachment-from-oran-and-agor-129728165.html

Monday 25 April 2022

अवैध बजरी खनन:बनास के चरागाह में अवैध बजरी खनन को लेकर भिड़े दो गुट

बौंली

 क्षेत्र के हथड़ोली पंचायत के हरियाणा कि झोपड़या गांव में पिछले दिनों से बनास नदी के चरागाह में बड़े स्तर पर अवैध खनन हो रहा हैं। चरागाह में अवैध बजरी खनन ओर निर्गमन के रास्तों के बदले लिए जाने वाले रुपए के बंटवारे को लेकर गांव के दो गुट आपस में झगड़ रहे थे। ट्रैक्टरों में बनास से बजरी भराई के रुपए की लेनदेन को लेकर गांव वाले और लोडर चलाने वाले परिवारों के लोगों में गाली गलोच ओर धक्का मुक्की हो गई। लड़ाई में गांव के लोग भी बनास में पहुंच गए। वहीं दूसरे गुट के लोगों ने एक दर्जन से अधिक युवकों को नदी में बुलवा लिया, जिससे नदी में दोनों गुटों के लोगों की भीड़ जमा हो गई।

दोनों गुटों में बड़ा विवाद होने से पहले गांव के लोगों ने पुलिस मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम सहित थानाधिकारी बौंली, पुलिस उपाधीक्षक बामनवास को पूरे मामले से अवगत करवाते हए विवाद की सूचना दी गई। बौंली पुलिस ने घटना स्थल बनास नदी चरागाह से लोगों की भीड़ को खदेड़ा और विवाद को शांत कराया। पुलिस ने दोनों गुटों के पांच पांच लोगों को बुलवाकर मामले की जानकारी लेते हए बनास नदी चरागाह सहित नदी क्षेत्र से खनन करने पर कारवाई की बात कही अौर दोनों गुटों को बनास में खनन नही करने तथा वाहनों से रास्ता एवं भराई के रुपए नहीं लेने के लिए समझाइस की।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/bonli/news/two-groups-clashed-over-illegal-gravel-mining-in-banas-pasture-129711971.html

Sunday 24 April 2022

अब मनरेगा में अब 125 दिन मिलेगा काम

23 अप्रैल 2022, जयपुर । 

राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री श्री रमेश चंद मीणा ने भीलवाड़ा जिला कलक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि योजनाओं का काम धरातल पर भी दिखना चाहिए। राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं और बजट की घोषणा तय समय पर पूरी होनी चाहिए जिससे जनता को समय पर इनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी बजट घोषणा में 100 दिन से बढ़ा कर 125 दिन काम देने की घोषणा की है।

बैठक में राजस्व मंत्री श्री रामलाल जाट, राजस्थान राज्य बीज निगम, अध्यक्ष, श्री धीरज गुर्जर, सहाड़ा विधायक, श्रीमति गायत्री देवी, राज्य मिशन निदेशक, राजीविका श्रीमति मंजू राजपाल, ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव  श्री के.के. पाठक, जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी, सीईओ जिला परिषद शिल्पा सिंह,  विकास अधिकारीगण,विभिन्न प्रधान, जिला परिषद सदस्य सहित जिला पदाधिकारी शामिल हुए।

श्री मीणा ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को मनरेगा योजना के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को प्राथमिकता देते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने मंत्री ने अधिकारियों से स्वच्छ भारत मिशन, जलग्रहण, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, चारागाह विकास, नर्सरी कार्य मे प्रगति और राजीविका की समीक्षा की। इन योजनाओं में कामकाज की प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए।

https://www.krishakjagat.org/news/now-125-days-work-will-be-available-in-mgnrega

अवैध खनन का गढ़ बनता जा रहा है सागवाड़ा:गांवों में क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन करने वाले माफियाओं के खिलाफ अब एफआईआर की तैयारी

डूंगरपुर

अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग पर बने दबाव के बाद विभाग ने अब एफआईआर की तैयारी कर ली है। हालांकि अभी सिर्फ झाखरी में ही विभाग ने कार्यवाही की है जबकि बड़े स्तर पर कराड़ा में धडल्ले से क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन हो रहा है। सागवाड़ा क्वार्ट्ज पत्थर के अवैध खनन का गढ़ बनता जा रहा है। जिसमें राजस्व, पुलिस, माइनिंग और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से सारा खेल हो रहा है। झाखरी पंचायत में चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध खनन और पकड़ी गई मशीनों को लेकर विभाग एफआईआर करेगा।

खनन विभाग पकड़े गए वाहनों के नंबरों के अाधार पर इनके मालिकों के खिलाफ एफआईआर की तैयारी की जा रही है।इससे पहले सागवाड़ा क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर सभी ने आंखें मूंद रखी थी। खनन विभाग अपने राजस्व लक्ष्य को पूरा करने के लिए दो दिन की कार्रवाई में मशीनरी जब्त कर 10 लाख तक का जुर्माना वसूल लिया है। इधर, खनन माफिया के पास उपलब्ध दूसरी बड़ी और छोटी मशीनरी से फिर से रात के अंधेरे में सैकड़ों टन क्वाट्र्ज का खनन कर गुजरात बेचना शुरू है।

चारागाह भूमि का मालिक पंचायतीराज विभाग चारागाह जमीन का असली मालिक पंचायतीराज विभाग होता है। जिसमें सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी और विकास अधिकारी की जिम्मेदारी होती है। जो अपने क्षेत्र की चारागाह जमीन को खुद-बुर्द करने पर एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार रखता है। इधर, पंचायती राज विभाग ने तो अभी तक कोई स्पष्टीकरण कर भी नही मांगा है। जहां एक ओर वैध खनन के लिए ग्राम पंचायत से एनओसी जारी होती है। इससे ग्राम पंचायत को राजस्व लाभ मिलता है। वहीं चारागाह जमीन पर अवैध खनन से लाखों के राजस्व नुकसान झेलना पड़ता है।

रोज 80 से 100 डंपर निकल रहे : पट्टाधारी माइंसों के पास खनन क्षेत्र में इतना पत्थर नहीं है जितना रोज निकल रहा है। इसी लिये चारागाह और अन्य भूमि से खनन कर पत्थर निकाले जा रहे है। इस क्षेत्र से रोजाना 80 से 100 डंपर निकल रहे है। शनिवार को भी माविता के पास क्वार्ट्ज से भरा डंपर पलट गया। जानकारी बताते है कि माइंस धारक के पास जारी हुए क्षेत्र में कोई क्वाट्र्ज का एरिया नहीं बचा है। इसके बावजूद रोज 100 से अधिक डम्पर या ट्रक भरकर क्वाट्र्ज निकल रहा है। इसकी रोज रॉयल्टी, ई-रवन्ना भरी जाती है। वहीं खनन पट्टाधारी क्षेत्र में कोई खनन नहीं हुआ है। 

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/banswara/dungarpur/news/now-preparation-of-fir-against-mafia-doing-illegal-mining-of-quartz-stone-in-villages-129708944.html

Saturday 23 April 2022

देवली कलां गांव का मामला:अतिक्रमण हटाने पीएलपीसी भेजा, तीन साल में जांच ही शुरू नहीं की

पाली

अफसरों की लापरवाही से हाईकोर्ट भी हैरान, अब तीन महीने में जांच पूरी करने पाली कलेक्टर को आदेश पाली जिले के एक गांव में अतिक्रमण की शिकायत को लेकर पहुंचे एक याचिकाकर्ता को हाईकोर्ट ने सार्वजनिक भूमि संरक्षण प्रकोष्ठ (पीएलपीसी) के समक्ष रखने को कहा। उसने रखा भी, लेकिन तीन साल तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने की बात पता चली तो हाईकोर्ट भी चौंक गया। अफसरों की ऐसी निष्क्रियता पर पीड़ा व चिंता जताई। एक्टिंग चीफ जस्टिस मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव व मदन गोपाल व्यास की खंडपीठ ने नाराजगी जताई है।

कोर्ट ने कहा कि ऐसी जांच तीन महीने में पूरी हो जानी चाहिए। न्यायालय द्वारा पारित निर्देशों के बावजूद जांच शुरू नहीं करने पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने की जरूरत है।

खंडपीठ ने याचिकाकर्ता दुर्गाराम की ओर से अधिवक्ता रिपुदमन सिंह द्वारा दायर जनहित याचिका को निस्तारित करते हुए यह टिप्पणी की। याचिकाकर्ता ने देवली कलां गांव में खसरा संख्या 924, 924/1 और 924/2 में आगोर भूमि पर अतिक्रमण नहीं हटाने को लेकर जनहित याचिका दायर की है। पूर्व में भी ऐसी याचिका लगाई थी, जिसमें संबंधित से संपर्क के निर्देश देते हुए 23 जुलाई 19 को याचिका निस्तारित कर दी थी।

हाईकोर्ट ने अफसरों की निष्क्रियता पर चिंता जताई, कहा-अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए

कोर्ट ने कहा- इसलिए आदेश जारी किया, सीधे न्यायालय नहीं आए कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि पीएलपीसी में प्राप्त शिकायतों या प्रतिवेदनों का निर्णय स्पीकिंग आदेश जारी किया जाना चाहिए, जिसमें शिकायतकर्ता को की गई कार्रवाई के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। जनहित याचिका के माध्यम से लोग सीधे इस न्यायालय में नहीं आएं, इसलिए ऐसा निर्देश जारी किया गया था।

चेताया: अब लापरवाही न हो कोर्ट ने याचिका निस्तारित करते हुए कलेक्टर पाली को निर्देश दिए कि याचिकाकर्ता द्वारा की गई शिकायतों की जांच 3 माह में पूरी की जाए। अगर पालना नहीं की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कोर्ट ने सरकार को ऐसे प्रकोष्ठ या प्राधिकरणों जो कोर्ट के आदेश की पालना करने के लिए बाध्य हो उन पर उचित निगरानी रखने के निर्देश दिए। जहां यह पाया जाता है कि अधिकारी दायित्व से पूरी तरह से बेखबर हैं, वहां अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की जानी चाहिए।

अफसरों की निष्क्रियता पर भी चिंता कोर्ट ने अधिकारियों की ओर से निष्क्रियता पर पीड़ा व चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, कि 23 जुलाई 2019 को इस न्यायालय द्वारा पारित आदेश के बाद प्रतिवेदन पेश करने पर भी कोई जांच शुरू नहीं की गई। कोर्ट ने कहा, कि इस न्यायालय द्वारा पारित निर्देशों के बावजूद जांच शुरू नहीं की गई तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने की आवश्यकता है।

निर्देशों की पालना नहीं कोर्ट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों के बावजूद अधिकारियों द्वारा पालना नहीं की जा रही है। पीएलपीसी द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने पर जनहित याचिका दायर करनी पड़ रही है। कोर्ट ने जगदीश प्रसाद मीणा के मामले में पूर्व में जारी निर्देशों को दोहराते हुए कहा कि पीएलपीसी में एक बार शिकायत या प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद इसे स्पीकिंग आदेश से निर्णीत किया जाना जरूरी है।

इसे लंबित नहीं रखा जाना चाहिए।निर्देशों की पालना नहीं कोर्ट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों के बावजूद अधिकारियों द्वारा पालना नहीं की जा रही है। पीएलपीसी द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने पर जनहित याचिका दायर करनी पड़ रही है। कोर्ट ने जगदीश प्रसाद मीणा के मामले में पूर्व में जारी निर्देशों को दोहराते हुए कहा कि पीएलपीसी में एक बार शिकायत या प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद इसे स्पीकिंग आदेश से निर्णीत किया जाना जरूरी है। इसे लंबित नहीं रखा जाना चाहिए। 

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/pali/news/sent-plpc-to-remove-encroachment-did-not-start-investigation-in-three-years-129703899.html

100 बीघा चारागाह भूमि में आग:खोरी में चारागाह भूमि में आग लगने से वनस्पति सहित जीव जंतु जले, ढाई घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू



शाहपुरा

शाहपुरा उपखंड के खोरी गांव के मोहनकुई धाम के पास चरागाह भूमि पर शुक्रवार शाम को अचानक आग लग गई। वहीं हवा के तेज प्रवाह के चलते आग तेजी से फैल गई। जिसके चलते करीब 100 बीघा जमीन में आगजनी से कई जीव जंतु जलकर मर गए और कई पेड पौधे झुलस गए। हालांकि ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मिकों व पानी के टैंकरों की मदद से करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।

पूर्व उपसरपंच मदनलाल भडाणा व सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र कुमार बुनकर ने बताया कि अज्ञात कारणों से मोहनकुई धाम व गोशाला के पीछे चरागाह में आग लग गई। तेज हवा चलने के कारण आगे तेजी से पहाड़ी की ओर बढ़ती गई। आग में चरागाह में उगे पानी के कूंचे सहित कई प्रकार की वनस्पति जलकर राख हो गई। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, वन विभाग के कार्मिक भी पहुंच गए और पेड़ों की टहनियों की झाडू बनाकर व मिट्‌टी डालकर आग को आगे से बढ़ने से रोकते रहे।

रास्ते के अभाव में नहीं पहुंच पाई दमकल

वहीं मामले की सूचना मिलते ही शाहपुरा से दमकल विभाग की गाड़ी और पानी के टैंकर भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण दमकल गोशाला के पास ही खड़ी रही। जिसके बाद रास्ता बनाकर दो टैंकरों की सहायता से अंदर टीबो तक ले जाकर पानी का छिड़काव करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

ये पहुंचे मौके पर

सूचना मिलने पर फोरेस्टर बाबूलाल मीणा, सहायक वनपाल मोनिका चौधरी, कानाराम जाट, पटवारी अक्षयदीप चौधरी, गिरदावर मुरारीलाल शर्मा, धर्मपाल यादव, मामराज सैन, पिंटू मीणा, विश्वम्बर दयाल कुमावत, कैलाश यादव, विष्णु सिसोदिया, राजेश मीणा, गिरधारी बुनकर, सोहन बुनकर, मुकेश गुर्जर, सहित कई लोग आग बुझाने में जुटे रहे।

हो सकता था बड़ा हादसा

हरिओमदासजी महाराज ने बताया कि आग लगने के बाद तेज हवाएं पूर्व दिशा की तरफ चल रही थी। ऐसे में हवा का रूख बदलकर पश्चिम दिशा की तरफ हो जाता, तो गौशाला को आग से नुकसान पहुंच सकता था। उन्होंने बताया कि हवा बंद हो जाने से आग पर काबू पा लिया गया, अन्यता गांव व वनक्षेत्र की तरफ आग बढ़ सकती थी।


https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/shahpura/news/due-to-the-fire-in-the-pasture-land-in-khori-the-flora-and-fauna-including-animals-got-burnt-found-control-after-two-and-a-half-hours-of-effort-129704750.html?media=1

Friday 22 April 2022

अतिक्रमण हटाया:चरागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण

उनियारा

क्षेत्र के ढ़िकोलिया ग्राम पंचायत के सड़ा गाँव में गुरूवार को पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में जेसीबी मशीन की सहायता से चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। भू-अभिलेख निरीक्षक हरिभजन मीणा ने बताया कि सड़ा गांव में चरागाह भूमि पर कुछ अतिक्रमियों ने तारबंदी आदि लगाकर अतिक्रमण कर रखा था। जिसकी ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर व एसडीएम को अतिक्रमण हटाने की शिकायत की गई थी। हालांकि पूर्व में दो-तीन बार अतिक्रमण हटाने की तारीख भी निश्चित की गई थी।

लेकिन पुलिस जाप्ता नहीं मिलने के कारण अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका था। जिसके बाद गुरूवार को अधिकारियों के आदेश पर पुलिस थाने के जाप्ते की सहायता से चरागाह का अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान बनेठा थानाधिकारी राजमल कुमावत, सूंथड़ा पटवारी नवरत्न सैनी, गुमानपुरा पटवारी महेश मीणा, ककोड़ पटवारी रामावतार बैरवा सहित बनेठा थाने का पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।


https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/uniyara/news/encroachment-removed-from-pasture-land-129697408.html

Thursday 21 April 2022

चरागाह में प्रधानमंत्री कृषि विस्तार योजना का हुआ शुभारंभ, करीब 36 लाख रुपए के विकास कार्य होगे

बूंदी

Published: April 20, 2022 05:20:20 pm

पेच की बावड़ी. कस्बे के चरागाह में बुधवार को प्रधानमंत्री कृषि विस्तार योजना दितीय फेज का शुभारंभ हुआ ।इस दौरान सहायक अभियंता सीपी मीना,बाबूलाल मीना ने पूजा अर्चना कर विधिवत कार्य का शुभारंभ किया गया ।इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गाए ।सहायक अभियंता सीपी मीना ने बताया की प्रधानमंत्री कृषि विस्तार योजना के अंतर्गत हिंडोली ब्लॉक की 9 ग्राम पंचायतों सहसपुरिया,हिंडोली ,देवजी का थाना,पेच की बावड़ी ,बूंदी का गोठरा, चतरगंज, मांगली,सहित नो ग्राम पंचायतों का योजना में चयन हुआ हे ।

यह योजना भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग व राज्य सरकार के द्वारा वित्त पोषित परियोजना हे।जिसमे केंद्र व राज्य सरकार का 60:40 का अनुपात हे।इस योजना में जल ग्रहण विभाग द्वारा जल एवम मर्दा संरक्षण का कार्य करवाया जाना हे ।मुख्यतया मॉडल चरागाह विकास कार्य जिसमे फार्म पौंड,पक्के एनिकट , चेकडेम,पौधारोपण सहित अन्य जल संरक्षण के कार्य करवाए जा रहे है।यह योजना पांच वर्ष के लिए स्वीकृत हे।

योजना में कस्बे के चरागाह में यह होगे कार्य

चरागाह में चारो तरफ तार फेंसिंग ,मुख्य द्वार,ट्यूबवेल बोरिंग ,ड्रिप एवम सोलर सिस्टम,एक कमरा ,फलदार पौधे ,पौंड सहित कई विकास कार्य होंगे ।इस दौरान बाबूलाल मीना,मुकेश बनवाल,ओपी बैरवा,महेंद्र बैरवा, मेट पिंकी टेलर सहित नरेगा की महिला श्रमिक मौके पर मौजूद रहे।

By Narendra Agarwal 

https://www.patrika.com/bundi-news/bundi-news-bundi-rajasthan-news-in-the-pasture-prime-minister-agri-7479548/

Tuesday 19 April 2022

80 बीघा चारागाह व जमीन से अतिक्रमण हटाया:50 ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर पत्थरों की दीवार और कंटीली झाड़ियां डालकर कर रखा था अतिक्रमण

 राजसमंद

अतिक्रमण हटाते हुए। - Dainik Bhaskar
अतिक्रमण हटाते हुए।

जिले की कुंवारिया तहसील क्षेत्र के भावा ग्राम पंचायत में मंगलवार को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। ग्रामीणों ने 80 बीघा चारागाह और बिलानाम जमीन पर कच्ची और पक्की चारदीवारी बनाकर अतिक्रमण कर रखा था। पंचायत ने कई बार सूचना दी। इसके बावजूद अतिक्रमी अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार नहीं हुई।

इस पर प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। तहसीलदार हिम्मत सिंह राव ने बताया कि ग्रामीणों ने पटवार मंडल भावा ग्राम पंचायत के आबादी रास्ते की चारागाह व बिलानाम भूमि पर लबे समय से पत्थरों की दीवार व कंटीली झाड़ियां डालकर अतिक्रमण कर रखा था। अतिक्रमीयों के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। अतिक्रमण करने वालों को सार्वजनिक नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया, लेकिन उनके द्वारा नहीं हटाए गए।

इस पर मंगलवार को 50 लोगों द्वारा 80 बीघा जमीन पर किए अतिक्रमण को जेसीबी की सहायता से हटाया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार ललित यादव, भू अभिलेख निरीक्षक विनोद कुमार शर्मा, कमलेशचंद्र खटीक, दुर्गालाल तेली, अनिल यादव, पटवारी इम्तियाज मोहम्मद मंसूरी, सुनील मीणा, सरपंच कंकुदेवी गुर्जर, ग्राम विकास अधिकारी अंबालाल, पूर्व उपसरपंच जगदीशचंद्र गुर्जर, रोजगार सहायक किशनलाल गुर्जर सहित कांकरोली थाने का पुलिस जाब्ता तैनात रहा।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/rajsamand/news/50-villagers-had-encroached-upon-the-government-land-by-putting-stone-walls-and-thorny-bushes-129685144.html

Monday 18 April 2022

चारागाह में खनिज पट्टों के विरोध में पशुपालक लामबंद

तहसीलदार को जिला कलक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन

अजमेर

Published: April 17, 2022


अजमेर. निकटवर्ती ग्राम अमरपुरा स्थित खसरा नं. 905 / 792, 900 / 170 में ई-ऑक्शन खनिज प्लॉट को डेलिनियेशन का आसपास के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है। इसे लेकर तहसीलदार को जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। पशुपालकों तथा जनप्रतिनिधियों ने अपनी मांग को लेकर अजमेर डेयरी अध्यक्ष् रामचन्द्र चौधरी से भी मुलाकात की।
ajmer
ग्रामीणों ने बताया कि डेलिनियशन प्लॉट ग्राम रीछमाल देवास तहसील बिजयनगर खसरा न. 905/792, 900/170, चारागाह सरकारी भूमि है। जिसमें मवेशी चरते हैं तथा उक्त खसरा न. 900 / 170 में शिवजी का मन्दिर है व खसरा न. 905 / 792 में हनुमान जी का मन्दिर है। जो पूजा व आस्था का केन्द्र है। यहां खनिज प्लॉट का आंवटन होने पर मवेशियों को चराने व मंदिर आने-जाने में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पडेगा । ब्लॉस्टिंग आदि से मंदिर को नुकसान व मवेशियों, ग्रामीणों के साथ दुर्घटना की आशंका है। ज्ञापन देने वालो में ग्राम पंचायत शिवनगर व समस्त ग्रामवासीगण अमरपुरा, ग्राम पंचायत शिवनगर पं.स. मसूदा शामिल थे।
https://www.patrika.com/ajmer-news/veterinarians-mobilized-against-mineral-leases-in-the-pasture-7473133/

सामाजिक सरोकार:500 मीटर खोदकर डाली पानी की लाइन, पशु और पक्षियों की लिए की पानी की व्यवस्था

लालसोट



लालसोट के राहुवास तहसील क्षेत्र के गांव भांवता में एक परिवार ने भीषण गर्मी को देखते हुए उनके गांव की चरागाह भूमि में आवारा पशुओं सहित जंगली जानवरों के लिए पेजयल की व्यवस्था की है। इस दौरान परिवार की ओर से बोरवेल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर नाली खोदकर उसमें पाइपलाइन डाल दी। और उसके सीमेंट कंक्रीट से बनी टंकी की व्यवस्था की।

गर्मी में पानी के लिए नहीं भटकना पड़े
जिसकी वजह से अब हजारों पशु और पक्षियों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। भांवता निवासी बसराम मीठालाल ने बताया कि चारागाह भूमि में अवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है, फसलों के टाइम तो सिंचाई के वक्त बोरवेलों से पशु पक्षियों को या इधर उधर से पानी मिल जाता हैं। लेकिन गर्मी के मौसम में आधिकांश बोरवेल बंद रहती हैं। जिसके चलते अवारा पशुओं को पीने के लिए पानी नहीं मिलता, और प्यास बुझाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता हैं।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/lalsot/news/water-line-cast-by-digging-500-meters-water-system-for-animals-and-birds-129674979.html

मंडे पॉजिटिव:किसान डालूराम ने अपने खर्च पर 500 मीटर लंबी नाली खोदकर चरागाह में बिछाई पाइप लाइन, गर्मी में पशु-पक्षी बुझा रहे प्यास

दौसा

अपने खेत के ट्यूबवेल से चरागाह भूमि तक जानवरों के लिए पानी जुटाया। - Dainik Bhaskar

अपने खेत के ट्यूबवेल से चरागाह भूमि तक जानवरों के लिए पानी जुटाया।


कमलेश आसिका|लालसोट | भांवता गांव के किसान डालूराम मीणा ने भीषण गर्मी को देखते हुए आवारा पशुओं को राहत देने की ठानी। अपने खेत में लगे टयूबवेल से चरागाह भूमि तक 7 दिन में 500 मीटर लंबी, 3 फीट गहरी और एक फीट चौड़ी नाली खोद डाली। इसमें करीब 15 हजार रुपए खर्चा आया। इस नेक काम में परिजनों और कुछ साथियों बसराम व मीठालाल ने भी हाथ बंटाया। आज गर्मी में करीब 150 से लेकर 200 आवारा पशु व जंगली जानवर अपनी प्यास बुझा रहे है।

यह जज्बा व कर्मठता अन्य लोगों के लिए भी अनुकरणीय है। गरीब किसान परिवार के डालूराम मीना ने बताया कि गर्मी में जहां तापमान 40 डिग्री के आसपास चल रहा है। ऐसे में उसने सुबह-शाम नाली खोदी। इसके बाद दो मिस्त्री लगाकर नाली में पानी रिसाव रोकने के लिए सीमेंट बिछवाई। इसके बाद प्लास्टिक की पाइप लाइन बिछाकर उसे अपने टयूबवेल से सीमेंटेड फर्मा तक जोड़ा। चरागाह भूमि पर पानी होने से निरीह व मूक पशु, पक्षी व आवारा जानवर अपनी प्यास बुझा रहे है।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/dausa/news/farmer-daluram-dug-a-500-meter-long-drain-at-his-own-expense-and-laid-a-pipeline-in-the-pasture-animals-and-birds-are-quenching-their-thirst-in-summer-129676620.html



























Saturday 16 April 2022

खनन माफियाओं के हौसले बुलंद, चारागाह भूमि को खोदा

झालावाड़ जिले के पिडावा क्षेत्र में इन दिनों खनन माफियाओं के हौसले काफी बुलंद नजर आ रहे हैं. खनन माफियाओं ने गोचर भूमि पर अवैध खनन कर भारी मात्रा में ग्रेवल निकाली है.

Friday 15 April 2022

अतिक्रमण:कंवरपुरा में चरागाह भूमि का सीमा ज्ञान नहीं होने से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया

हिन्डौन


ग्राम पंचायत सिंघनिया के गांव कंवरपुरा में चारागाह भूमि का प्रशासन द्वारा सीमा ज्ञान नहीं करवाने के कारण सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के कारण खुर्द बुर्द होती नजर आ रही है,ग्रामीण गोविंद सिंह,भगवान सहाय, धुंधी राम, जयप्रकाश मीना आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि गांव में लगभग 12 बीघा चारागाह भूमि मौजूद है जिस के संबंध में उन्होंने पिछले महीने प्रशासन से सीमा ज्ञान करवाने की मांग की थी परंतु प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते अभी तक चरागाह भूमि का सीमा ज्ञान नहीं करवाया गया है जिसके कारण जगह जगह सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हो रहे हैं इतना ही नहीं सरकारी भूमि से हरे वृक्षों की कटाई भी अंधा धुंध हो रही है तथा सरकारी भूमि खुर्द बुर्द होती नजर आ रही है ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा बजट घोषणा में विद्यालय उच्च माध्यमिक तक क्रमोन्नत कर दिया गया है तथा विद्यालय के लिए भूमि भी कम पड़ रही है जिस के संबंध में भी ग्रामीणों ने प्रशासन के अधिकारियों से उक्त चारागाह भूमि से ही विद्यालय के लिए आवंटन करवाने की मांग की थी ग्रामीणों ने प्रशासन एवं राजस्व अधिकारियों से गांव की तरह का भूमि का सीमा ज्ञान करवाने की मांग की है सीमाज्ञान करवाएंगे ग्रामीणों की मांग के अनुरूप चरागाह भूमि का शीघ्र ही सीमाज्ञान करवाया जायेगा। 

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/hindon/news/encroachment-on-government-land-due-to-lack-of-knowledge-of-pasture-land-in-kanwarpura-129661432.html

Thursday 14 April 2022

बंजर व चारागाह भूमि होगी अतिक्रमण मुक्त - चौधरी

बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड अध्यक्ष संदीप चौधरी का नागौर दौरा

नागौर


नागौर. राज्य सरकार के बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड अध्यक्ष संदीप चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार आगामी दिनों में नीति लाएगी, जिसके बाद कोई भी व्यक्ति बंजर व चारागाह भूमि एक इंच भी कम नहीं कर सकेगा, चाहे वह सरपंच हो, कलक्टर हो या फिर राज्य सरकार हो। बंजर एवं चारागाह की जितनी भूमि का अन्य प्रयोजन के लिए उपयोग किया जाएगा, उतनी भूमि दूसरी जगह देनी होगी। यह बात बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड अध्यक्ष संदीप चौधरी ने कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कही।



Barren and pasture land will be encroachment free - Chaudhary


अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस पर तेजाजी के दर्शन करने के बाद नागौर में पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि राजस्थान में 27 प्रतिशत बंजर भूमि है। उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश की बंजर व चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी किए हैं। जहां भी अतिक्रमण है, वहां जिला कलक्टर के माध्यम से खाली करवाने की कार्रवाई चल रही है। चौधरी ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया।
https://www.patrika.com/nagaur-news/barren-and-pasture-land-will-be-encroachment-free-chaudhary-7465829/

केंद्र सरकार की नीतियों पर साधा निशाना:बंजर व चारागाह भूमि में से कोई एक इंच भी कम नहीं कर सकता, होगी कार्रवाई : चौधरी

नागौर

बंजर व चारागाह भूमि चाहे किसी गांव की हो, उसे कोई एक इंच कम नहीं कर सकता। चाहे फिर वो सरपंच हो या फिर वहां का कलेक्टर या फिर राज्य सरकार ही क्यों न हो। अगर जमीन को किसी तरीके से उपयोग में लेता है तो उसे जमीन के बदले जमीन देनी होगी। ये राज्य मंत्री (बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग) संदीप सिंह चौधरी ने नागौर दौरे के दौरान कही।

पिछले सालों में किसान डेढ़ साल तक दिल्ली को घेरे रहे, आंदोलन के तहत 1200 किसान शहीद हो गए। प्रदेश की पिछली वसुंधरा सरकार ने भी गुर्जर भाईयों पर अत्याचार किया था। राज्य मंत्री चौधरी ने बताया कि वे नागौर आने से पहले खरनाल स्थित मंदिर में दर्शन करने गए।

कांग्रेस कार्यालय में चौधरी का किया स्वागत :
राज्य मंत्री (बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग) संदीप सिंह चौधरी के कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। चौधरी को माला व साफा पहनाकर उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर महासचिव मोतीलाल चंदेल, ओम प्रकाश सेन पूर्व प्रधान, ब्लॉक अध्यक्ष दिलफराज खान, राधेश्याम सांगवा व हनुमान बांगड़ा सहित अन्य उपस्थित थे।



https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/nagaur/news/no-one-can-reduce-an-inch-from-barren-and-pasture-land-action-will-be-taken-chaudhary-129658029.html

Wednesday 13 April 2022

चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटवाने की मांग:ग्रामीण बोले- दबंग परिवार ने कर रखा है कब्जा, पशुओं के लिए हो गया चारे का संकट

बारां

बारां जिले में कई जगहों पर चारागाह की जमीनों पर अतिक्रमण हो रहे हैं। जिले के छीपाबड़ौद तहसील के झरनियाजागीर गांव में दबंगों ने चारागाह जमीन पर कब्जा कर लिया है। चारागाह जमीन पर कब्जा होने से गांव के पशुओं के चारे का संकट हो गया है। चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्टर नरेंद्र गुप्ता को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द ही चारागाह जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं करवाया गया तो ग्रामीण आंदोलन पर उतरेंगे।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के खसरा नंबर 206 का रकबा 38 बीघा से ज्यादा है। इस जमीन पर लंबे समय से गांव के दबंग परिवार ने अतिक्रमण कर रखा है। मौजूदा समय में भी इस परिवार ने फसल की बुआई कर रखी है। अतिक्रमण करने वालों में एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी भी शामिल है। चारागाह जमीन पर कब्जा होने के कारण गांव के पशुओं के चारे का संकट हो गया है। इससे ग्रामीणों को भी परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पहले भी कलेक्टर को शिकायत की थी, जिसके बाद कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। तहसीलदार के पैमाइश के आदेश जारी करने के बाद पैमाइश शुरू हुई, लेकिन अचानक से पैमाइश को रोक दिया गया।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/kota/baran/news/rajasthan-villagers-demand-removal-of-encroachment-from-land-in-baran-129649519.html

Tuesday 12 April 2022

विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के सामने चारागाह भूमि सीमा ज्ञान एवं अतिक्रमण हटाने की मांग प्रस्तुत

 विधानसभा अध्यक्ष  कैलाश मेघवाल वर्तमान विधायक के सामने विकास कार्यों के साथ चारागाह भूमि सीमा ज्ञान एवं अतिक्रमण हटाने की मांग प्रस्तुत की ग्राम कोठिया ब्लॉक शाहपुरा में अब चारागाह भी सुरक्षा व विकास मुद्दा जनता द्वारा उठाया जाने लगा है।




मालपुरा में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित:एसडीएम ने अधिकारियों को सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का दिया निर्देश

उपखंड कार्यालय में साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी सरकारी स्कूलों के अतिक्रमण को चिन्हित करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए एसडीएम रामकुमार वर्मा ने कहा कि सभी अधिकारियों को सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का लक्ष्य लेना होगा। सरकार द्वारा बजट घोषणाओं को शीघ्र क्रियान्वित करें। बैठक में पंचायत समिति व नगरपालिका क्षेत्र में श्रमिक कार्ड व अन्य पेंडिंग कार्यों की प्रगति रिपोर्ट लेकर निस्तारण करने के निर्देश दिए।

सीडीपीओ को निर्देश दिए कि पेंशन संबंधी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई परेशानी आती है तो प्रोग्रामर की मदद ली जाए और जो सर्वे में लापरवाही बरत रहा है उसके खिलाफ नोटिस जारी कर अवगत कराएं।

बैठक में तहसीलदार को ग्राम पंचायत आवड़ा में खेल मैदान पर अतिक्रमण हटाने, ग्राम देवल में कब्रिस्तान भूमि के आवंटन , ग्राम चावंडिया व कडिला में आबादी भूमि विस्तार हेतु जमीन आवंटन, ग्राम भीपुर व लड़ी में श्मशान के लिए भूमि आवंटन, लांबाहरिसिंह में कब्रिस्तान हेतु भूमि आवंटन, रिण्डलया बुजुर्ग में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के बारे निर्देश दिए गए।

एसडीएम ने कहा कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों से यह शिकायतें प्राप्त होती है कि स्कूल के खेल मैदानों ,परिसर आदि जगहों पर कई लोगों द्वारा अतिक्रमण व कब्जे किए गए हैं। सीबीईओ को उनकी सूची तुरंत उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है। बैठक में तहसीलदार जीआर बेरवा, विकास अधिकारी महेंद्र जैन सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/malpura/news/sdm-instructed-the-officers-to-take-the-schemes-of-the-government-to-the-common-man-129648394.html


चरागाह भूमि से पेड़ों हो रही अवैध कटाई, अधिकारियों ने किया निरीक्षण

बिना अनुमति के चरागाह भूमि से हरे पेड़ काटकर ले जाने की शिकायत पर अधिकारियों ने मौका निरीक्षण किया है।

टोंक

Published: April 12, 2022


पचेवर. ग्राम पंचायत पचेवर के सेलसागर गांव में चरागाह भूमि से हरे पेड़ काटकर ले जाने के मामले में पचेवर पटवारी व ग्राम विकास अधिकारी के साथ थाना अधिकारी नरेन्द्र ङ्क्षसह ने मौका निरीक्षण किया है। पचेवर पटवारी हंसा चौधरी ने बताया कि सेलसागर गांव की चरागाह भूमि से देशी बम्बूल के पेड़ काटकर ले जाने की सूचना मिली है।
चरागाह भूमि से पेड़ों हो रही अवैध कटाई, अधिकारियों ने किया निरीक्षण
चरागाह भूमि से पेड़ों हो रही अवैध कटाई, अधिकारियों ने किया निरीक्षण



सोमवार को पचेवर ग्राम विकास अधिकारी रामलाल बैरवा व थाना अधिकारी नरेन्द्र ङ्क्षसह के साथ मौका निरीक्षण किया है। जहां पर चरागाह से हरे पेड़ कटे हुए थे,लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला। जिसके बाद ग्रामीणों से भी चरागाह से पेड़ काटने के मामले में पूछताछ की गई है।
वहीं चरागाह भूमि से देशी बम्बूल काटने की मौका रिपोर्ट बनाकर मालपुरा तहसीलदार जीआर बैरवा को भेजी गई है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका के 10 अप्रेल के अंक में बिना अनुमति के चरागाह भूमि से हरे पेड़ काटकर ले गए शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया।
सेलसागर गांव की चरागाह भूमि से हरे पेड़ काटकर ले जाने के मामले में पचेवर पटवारी से जानकारी ली जाएगी।

जीआर बैरवा, तहसीलदार, मालपुरा


मामलों का करें निस्तारण

मालपुरा. उपखण्ड मुख्यालय पर सोमवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सभी अधिकारियों को अपने-अपने विभागों में विचाराधीन प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। बैठक में उपखंड अधिकारी ने जलदाय विभाग एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल की समुचित व्यवस्था निरंतर रखी जाए तथा विद्युत आपूर्ति बाधित ना हो इसके लिए पूरे प्रयास किए जाए।
बैठक में तहसीलदार जीएल बैरवा को निर्देश दिए कि उपखंड के आवड़ा विद्यालय की खेल मैदान का अतिक्रमण हटाने व सीमा ज्ञान करने एवं भीपुर, लांबाहरिङ्क्षसह ,देवल ,आंटोली ग्राम पंचायत के लड़ी ग्रामों में कब्रिस्तान वह शमशान की भूमियों के आवंटन की पत्रावलीयों का शीघ्र निस्तारण किया जाए। चावंडिया व कडीला में आबादी विस्तार के प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करें। रिडल्या ग्राम पंचायत के चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।
Pawan Sharma
https://www.patrika.com/tonk-news/illegal-felling-of-trees-from-pasture-land-7460483/