झालरापाटन सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों ने मुंडलिया खेड़ी तालाब से लगातार व्यर्थ बह रहे जल की निकासी पर रोक लगाने तथा तालाब की सरकारी चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।
किसानों और पशुपालकों ने बताया कि इस समय मुंडलिया खेड़ी तालाब लबालब भरा हुआ है। जिसके बांध के गेट और वेस्ट वियर से रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। सिंचाई विभाग ने तालाब के पानी को रोकने के लिए वेस्ट वियर पर रेत के कट्टे भी नहीं डलवाए हैं। जिससे तालाब का पानी लगातार खाली हो रहा है और इस स्थिति के चलते कुछ दिनों बाद यह तालाब पूरी तरह से खाली हो जाएगा। तालाब के पास बेला की बरड़ी स्थित सरकारी व चरागाह भूमि पर लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है। जिससे पशुओं के चरने के लिए जगह नहीं बची है। जिससे यहां के पशुओं को पीने के पानी और चराई के लिए भटकना पड़ रहा है।
पशुपालकों ने बताया कि तालाब की जमीन पर लगातार बढ़ते अतिक्रमण का विरोध करने पर अतिक्रमी लड़ाई झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। जिससे माहौल खराब होने की आशंका बनी रहती है। चारागाह की भूमि की राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार पैमाइश करवा कर अतिक्रमण को हटवाया जाए। इनमें से अधिकतर अतिक्रमण प्रभावशाली, राजनीतिक सरदार लोगों के हैं। जिन्हें पूर्व में भी शिकायत करने के बावजूद आज तक नहीं हटाया गया है।
तहसीलदार ने कहा कि तालाब से पानी की निकासी रोकने के लिए सिंचाई विभाग को कहकर वेस्ट दीवार पर रेत के कट्टे डलवा दिए जाएंगे और तालाब के आसपास की जमीन पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/jhalrapatan/news/water-flowing-continuously-from-mundlia-khedi-pond-131663002.html
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