Tuesday, 30 July 2024

मण्डावरा में राजस्व विभाग की कार्रवाई, 352 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाया


फागी। उपखण्ड की ग्राम पंचायत मण्डावरी के ग्राम मण्डावरा में राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कार्मिकों द्वारा अतिक्रमण चिन्हित कर लगातार 6 दिन अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। सोमवार को राजस्व कर्मियों द्वारा बिना किसी जाप्ते के 352 बीघा चारागाह भूमि एवं अन्य सरकारी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार एवं तहसीलदार नितिश कान्त की पहल पर उपखण्ड क्षेत्र में समस्त चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के मिशन की शुरुआत ग्राम मण्डावरा से गिरदावर प्रमोद शर्मा एवं हल्का परवारी मुकेश शर्मा द्वारा ग्रामीणों की समझाईस एवं सहमति के साथ की गई।

प्रशासन द्वारा विगत 6 दिनों से ग्राम मण्डावरा में डेरा डालकर ग्रामीणों से समझाईस करके ग्राम मण्डावरा की सम्पूर्ण चारागाह भूमि 352 बीघा को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। गिरदावर प्रमोद शर्मा ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार फागी के निर्देश पर ग्राम मण्डावरा की समस्त चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कारवाने में बिना पुलिस जाप्ते के ग्रामीणों के सहयोग से कार्यवाही सम्पादित की गई। ग्रामीणों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/phagi/news/revenue-department-takes-action-in-mandawara-encroachment-removed-from-352-bigha-land-133399426.html

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण का आरोप: ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की


बाड़ी उपखंड के कंचनपुर थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत जपावली के गुजर्रा कला गांव में करीब 22 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों द्वारा किए गए इस कब्जे के बाद गांव गुजर्रा कला के ग्रामीणों को अपने मवेशियों को चराने में परेशानी आ रही है। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर झगड़ा और वारदात की आशंका है। एसडीएम राधेश्याम मीणा से मामले में कार्रवाई की मांग की है।

ग्रामीण राजपाल, भूरा सिंह, टीकम, भूरा , नत्थी समेत अन्य लोगों ने बताया कि जपावली ग्राम पंचायत के गुजर्रा कला गांव में आरजी खसरा नंबर 1251 की 11 हेक्टेयर से अधिक भूमि है। जो चारागाह है। इस भूमि पर ग्रामीणों द्वारा अपने मवेशियों को चराया जाता है।

लेकिन पिछले कुछ महीनों से गांव और आसपास के क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक परिवारों ने इस भूमि पर कब्जा कर लिया है। पत्थरों से मेडबंदी कर काफी भूमि को जोत दिया है और अब खेती कर रहे हैं। अपने मवेशियों के चरने में आ रही परेशानी को लेकर आरोपियों का विरोध किया तो आरोपियों ने उनको धमकी दी है। ऐसे में ग्रामीण परेशान है और झगड़ा और वारदात की संभावना को लेकर एसडीएम राधेश्याम मीणा को ज्ञापन सौंपा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dholpur/badi/news/allegations-of-encroachment-on-pasture-land-133403754.html

Thursday, 25 July 2024

चारागाह भूमि का रूपांतरण रोकने की मांग, ज्ञापन सौंपा


दांतारामगढ़ | दांतारामगढ़ तहसील के मेई गांव के लोगों ने शुक्रवार को चारागाह भूमि का रूपांतरण नहीं करने की मांग पर कलेक्टर के नाम एसडीएम व तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि मेई ग्राम पंचायत के अमानीपुर में चारागाह भूमि है, उसे मेई सरपंच आबादी भूमि में रूपांतरण करना चाहता है। इसके लिए चारागाह भूमि खसरा नंबर 422 से पंचायत में प्रस्ताव लाकर 2 हैक्टेयर भूमि का रूपांतरण करना चाह रहे है। इसका ग्रामीण विरोध कर रहे है।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच मूल रूप से अमानीपुर के है तथा चारागाह भूमि के पास ही सरपंच व परिवार के लोगों का निवास स्थल है। ग्रामीण इस भूमि को चारागाह में ही रखना चाहते है। ऐसे में उक्त चारागाह भूमि का आबादी में रूपांतरण नही किया जाए। मांग नही मानने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। लादूराम, नानूराम, मोहनलाल किरडोलिया, पुष्कर, गिरधारी, रमेश, सुंडा राम परसवाल आदि मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/danta-ramgarh/news/demand-to-stop-conversion-of-pasture-land-memorandum-submitted-133384147.html

नमाना में 501 के पौधे रोपे गए



नमाना. राजस्थान भील समाज विकास समिति जिलाध्यक्ष व पूर्व सरपंच धनातरी मांगीलाल भील के नेतृत्व में कस्बे के सार्वजनिक स्थलों पर 501 पौधे लगाकर सुरक्षा का संकल्प लिय। मीडिया प्रभारी देवलाल भील ने बताया कि चित्तौड़िया स्कूल, मुक्तिधाम, चारागाह भूमि, देवनारायण मंदिर, सोध्या की झोपड़ियां व अन्य स्थलों पर लालचंद भील, महावीर भील, मुकेश, देवलाल, शांतिबाई, आकाश, प्रिया, राधा, निशा भील, रामा भील व कार्यकर्ताओं ने पौधे लगाए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/namana/news/501-saplings-were-planted-in-namana-133383988.html

Wednesday, 24 July 2024

Rajsamand: चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ ग्रामीणों ने जताया आक्रोश

राजसमंद: महासतियों की मादड़ी के सोनियाणा गांव में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर आज ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया. बाद में ग्रामीणों ने कलेक्टर डॉ. भंवर लाल को ज्ञापन सौंपकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की मांग की. 

ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम पंचायत के राजस्व गांव सोनियाणा में भूमि भूखंड संख्या 397 में महासतियों की चरागाह भूमि स्थित है, जिस पर कई लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, जहां लोगों ने बाड़ बनाकर रास्ते बना दिए हैं। इतना ही नहीं चारागाह की जमीन पर कंक्रीट बनाकर मकान भी बना रहे हैं। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के कारण पशुओं के चरने के लिए जगह नहीं बची है। यदि मवेशी चरागाह भूमि पर चरते हैं, तो अतिक्रमी उन्हें लाठियों से खदेड़ देते हैं। वे जमीन पर पक्के मकान भी बना रहे हैं.

ये अतिक्रमण काफी समय से किया जा रहा है, जिसकी पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर रिपोर्ट बनाकर संज्ञान लेते हैं और आज तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया है. जिसके कारण भू-माफियाओं के हौंसले बुलंद हो रहे हैं और गांव के अलावा बाहर से नये-नये लोग आकर चारागाह की जमीन पर अतिक्रमण कर मकान बना रहे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि पुलिस की मौजूदगी में चरागाह भूमि से अवैध कब्जा हटवाया जाए और चरागाह भूमि व सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाए।

 मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/local/rajasthan/rajsamand-villagers-expressed-anger-against-encroachment-on-pasture-land-rajsamand--3412593

Tuesday, 23 July 2024

खनन के लिए आदिबद्री और कनकांचल पर्वत पर मंत्री पुत्र का कब्जा

आदिबद्री व कनकांचल पर्वत को राज्य सरकार ने वन विभाग को सौंप दिया है, लेकिन यह काम कई साल अटका रहा। पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि यहां आवंटित 46 लीजें हरियाणा व राजस्थान के रसूखदार व्यापारी व नेताओं की हैं। कामां विधायक व राज्यमंत्री जाहिदा खान के बेटे पहाड़ी पंचायत समिति प्रधान साजिद खान के नाम से भी यहां दो लीज आवंटित हैं। जब इन दोनों पर्वतों को वन विभाग को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, उसके बाद भी राज्यमंत्री के बेटे की लीज पर स्टोन क्रशर लगाने के लिए एनओसी जारी कर दी गई।


आदिबद्री व कनकांचल पर्वत को राज्य सरकार ने वन विभाग को सौंप दिया है, लेकिन यह काम कई साल अटका रहा। पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि यहां आवंटित 46 लीजें हरियाणा व राजस्थान के रसूखदार व्यापारी व नेताओं की हैं। कामां विधायक व राज्यमंत्री जाहिदा खान के बेटे पहाड़ी पंचायत समिति प्रधान साजिद खान के नाम से भी यहां दो लीज आवंटित हैं। जब इन दोनों पर्वतों को वन विभाग को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, उसके बाद भी राज्यमंत्री के बेटे की लीज पर स्टोन क्रशर लगाने के लिए एनओसी जारी कर दी गई।

साधु-संतों के आंदोलन को देखते हुए तत्कालीन कलक्टर की ओर से 12 अक्टूबर 2021 को तहसील सीकरी व पहाड़ी की कुल 749.44 हेक्टेयर सिवायचक तथा 7.96 हेक्टेयर चारागाह मिलाकर कुल 757.40 हेक्टेयर भूमि को सघन वृक्षारोपण के लिए वन विभाग को हस्तांतरित करने, 62.55 हेक्टेयर खातेदारी एवं गैर खातेदारी भूमि पर खनन संबंधी सभी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव प्रमुख शासन सचिव राजस्व विभाग को भेजा गया। जिसके बाद लीजधारक न्यायालय में चले गए।

इसमें मैसर्स साजिद मिनरल्स बनाम सरकार ने एक ही फर्म के नाम से दो याचिका दायर की। इसमें आदिबद्री पर्वत की शृंखला में पहाड़ी पंचायत समिति प्रधान साजिद खान के नाम से दो लीज संचालित है। इनमें एक पर कुछ माह पहले ही स्टोन क्रशर की एनओसी दी गई। हालांकि लीजधारकों ने अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

पहले से ही साधुओं की मांग का समर्थन किया है। मैंने भी एक बार नियमों के दरकिनार कर अधिक खनन होने की शिकायत की थी। कुछ रसूखदारों को यहां लीज आवंटित हैं।

– वाजिब अली, विधायक, विधानसभा क्षेत्र नगर

राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। बाकी यह फोन पर करने की बात तो नहीं है। जो निर्णय सरकार ने लिया है तो इसमें हम भी क्या कर सकते हैं।

– साजिद खान, प्रधान, पहाड़ी

बार-बार जनप्रतिनिधि उठाते रहे सवाल

25 अगस्त 2021 को नगर के विधायक वाजिब अली ने भी इस मामले को लेकर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। इसमें साजिद खान के नाम से आवंटित दो लीजों का भी जिक्र किया था।

पत्रिका ने जब राज्यमंत्री जाहिदा खान से बात करना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

पहाड़ों के आसपास की जमीन पर 30 से ज्यादा स्टोन क्रशर

भले ही राज्य सरकार की ओर से आदिबद्री व कनकांचल पर्वत को वन विभाग को सौंप दिया गया है, लेकिन अभी बहुत सारा हिस्सा ऐसा है, जहां निजी खातेदारी व पहाड़ों के आसपास की जमीन पर 30 से ज्यादा स्टोन क्रशर संचालित हैं। अभी तक किसी भी आदेश में इनको लेकर कोई निर्णय नहीं आया है। अगर यह स्टोन क्रशर यहां लगे रहते हैं तो अवैध खनन रोक पाना मुश्किल होगा। क्योंकि वर्ष 2008 में कामां व डीग के बृज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में लीजों का आवंटन निरस्त करने के बाद यही परेशानी आई थी। इसके बाद स्टोन क्रशरों को भी हटाया गया था।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/jaipur-news/minister-s-son-occupied-adibadri-and-kankanchal-mountain-for-mining-7670616

आसोप में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग

पारोली। आसोप के ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर सरकारी और चारागाह भूमि का सीमाज्ञान करवाकर अतिक्रमण हटाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि आसोप पंचायत की सरहद पर कंवलियास गांव है। कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध गार्नेट का कारोबार शुरू कर रखा है। इस मौके पर सरपंच रमेश चंद शर्मा, सुखदेव तेली, भंवरलाल, उदयलाल बलाई, धन्नालाल रेगर, मोडू गुर्जर, कालू लाल गुर्जर, शिवराज सिंह, परमेश्वर सुवालका, कैलाश बलाई मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/paroli/news/demand-to-remove-encroachment-from-government-land-in-asop-133373791.html

राजनीतिक दबाव में खर्च होता है डीएमएफटी फंड: अंशुमान

कोलायत में मोरबी की तर्ज पर गैस पाईप लाईन बिछे, सोलर पार्क स्थापित हो गजनेर व बज्जू रीको क्षेत्र को मूलभूत सुविधा मिलें। एशिया की सबसे बड़ी बीकानेर ऊन मण्डी को पुराना गौरव मिलें। गोचर, ओरण व चारागाह भूमि सुरक्षित करने के लिए ठोस नीति बनाई जाए। ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर मंगलवार को कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी विधानसभा मैं फिर सवाल पूछने में पीछे नहीं हटे।

भाटी ने कहा कोलायत में क्ले का अथाह भण्डार है। प्रतिदिन 400 ट्रक 750 किलोमीटर दूर मोरबी जाते हैं। कोलायत में उद्योग लगाने के लिए खनिज का अथाह भण्डार है, नहर का पानी है व मेहनती युवा है। कोलायत में गैस पाईपलाईन बिछाने का कार्य होता है तो कोलायत में भी उद्योग पनप सकते हैं। कोलायत में सोलर पार्क बनाया जाए। भाटी ने कहा कि बीकानेर तकरीबन 25 करोड का डीएमएफटी फंड इक्कठा होता है और साथ ही हमारे हक का करोड़ों का सीएसआर फंड भी बनता है।

परन्तु हमारे हिस्से का सीएसआर फंड व डीएमएफटी फंड हमको आज भी नहीं मिलता। कोलायत के 25 करोड़ डीएमएफटी में से 17 करोड़ रुपए का योगदान देता है परन्तु उसके बावजूद हमें मात्र 8-10 करोड़ रूपये डीएमएफटी फंड मिलता है। कोलायत को रीको की सुविधा मिलनी चाहिए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bikaner/news/dmft-funds-are-spent-under-political-pressure-anshuman-133368965.html

Monday, 22 July 2024

विलायती बबूल बना हर जिले में संकटकारी, करना पड़ेगा जलाकर कोयला

बारिश, पानी की उपलब्धता और पौधरोपण की जागरूकता में हजारों किस्म के पौधे पनपाए जा सकते है, लेकिन घातक विलायती बबूल 500 तरह की प्रजातियों को तो अब तक खत्म कर चुका है।

पर्यावरण, अन्य वनस्पति, पक्षियों और किसानों के सिरदर्द बन रहे विलायती बबूल (कीकर) को हटाने के लिए राज्य सरकार ने जिलों को करीब 10-10 लाख रुपए दिए है लेकिन ये हींग की गरज भी नहीं साधेंगे। राज्य के वन क्षेत्र एवं पंचायत की भूमि में करीब 15 फीसदी से भी अधिक फैल चुके विलायती बबूल को अब कोयला बनाकर बेचने की बड़ी मुहिम जरूरी हो गई है। गैर जरूरी हो रहे इस कंटीली झाड़ी को रेगिस्तानी राजस्थान को हरा-भरा करने के लिए तीन दशक पहले हैलीकाप्टर से बीज डालकर उगाया गया था लेकिन अब यह राज्य में अन्य वनस्पति को ही नहीं उगने दे रहा है। बारिश, पानी की उपलब्धता और पौधरोपण की जागरूकता में हजारों किस्म के पौधे पनपाए जा सकते है, लेकिन यह घातक विलायती बबूल 500 तरह की प्रजातियों को तो अब तक खत्म कर चुका है।
विलायती बबूल कीकर (जूलीफोरा) को तीन दशक पहले रेगिस्तान में हरियाली, फैलते रेगिस्तान को रोकने और रेत को जड़ से मजबूत करने के वरदान के रूप में माना गया। इसके बीज पूरे राजस्थान में छिडक़ा दिए गए, लेकिन इसके भविष्य के घातक परिणामों का नहीं सोचा गया। हुआ यह कि अब विलायती बबूल इतना फैल गया हैै कि प्रदेश का संभवतया कोई जिला नहीं है जहां जंगल से खेत, क्यार, गांव और चारागाह तक पहुंच गया है। तेजी से फैल रहे विलायती बबूल को रोकने के लिए सरकार के प्रयास नाकाफी हैै।

10 लाख दिए इससे क्या होगा
राज्य सरकार ने जिलों को वनक्षेत्र में विलायती बबूल हटाने को इस साल करीब 10-10 लाख रुपए दिए है। जानकार बताते है कि इसको यों समझेंं कि बाड़मेर में 11000 हैक्टेयर वनक्षेत्र में बबूल है। एक हैक्टेयर के लिए 60 हजार रुपए का व्यय है। अब यह तो बीस हैक्टेयर में ही पूरा हो जाएगा। जड़ से इस बबूूल को खत्म करना है तो तीन साल तक लगातार एक ही जगह पर यह राशि खर्च करनी होगी। यह तो केवल वनक्षेत्र का गणित है, पंचायत की भूमि में 24 प्रतिशत के करीब पेड़ है, इसमें 18 प्रतिशत विलायती बबूल है। लिहाजा यह बजट तो यूं ही रेत में धूल डालने जैसा होगा।

कैसे हों समाधान
– पर्यावरणविद डा. गोपालकृष्ण व्यास बताते है कि पंचायत की भूमि में बबूूल के पेड़ को नीलाम करने की योजना सरकार लाएं। इसकी लकड़ी ईंधन और कोयले के लिए उपयोगी है। जड़ सहित नष्ट करने के टेण्डर हों। इससे पंचायतों को आय होगी और ये पेड़ हर पंचायत में खत्म होगा।
– दूसरा, राज्य सरकार ने इस बार चारागाह विकास पर जोर दिया है। बबूल के पेड़ की बहुलता वाले कुछ इलाकों को चयनित कर यहां पहले नीलामी कर बबूल हटाया जाए, फिर चारागाह का विकास हों

500 प्रजातियां खत्म कर चुका है, चेत जाओ
कृषि वैज्ञानिक डा. प्रदीप पगारिया बताते है कि बबूल अपने इर्दगिर्द की वनस्पति को निगल रहा है। करीब 500 प्रजातियों को खत्म कर दिया है। रेगिस्तान में जाळ, खेजड़ी, नीम, गूगल, ग्वारपाठा, पीपली, सरेस, कैर को लगातार कम कर रहा है। पहाड़ों में औषधीय पादप अश्वगंध सहित कई पौधों की जगह बबूल ही बबूूल हो गया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/barmer-news/foreign-acacia-has-become-a-threat-in-every-district-the-government-is-not-even-bothered-about-10-lakh-rupees-foreign-acacia-will-have-to-be-burnt-to-turn-into-coal-18860622


हाईकोर्ट ने दिए अतिक्रमण हटाने के आदेश: चारागाह और बीसलपुर विस्थापितों के लिए आरक्षित जमीन पर है प्रभावशाली लोगों का कब्जा


टोडारायसिंह उपखंड के मुंडिया कला पंचायत के ग्राम निमेड़ा के चारागाह व बीसलपुर विस्थापित के लिए आरक्षित जमीन से अतिक्रमण हटाने के आदेश हाईकोर्ट ने टोडारायसिंह तहसीलदार को दिए हैं। यह आदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव व जस्टिस आशुतोष कुमार मिश्रा की खंडपीठ ने अतिक्रमियों के खिलाफ राजस्थान लेण्ड रेवेन्यू एक्ट की धारा 91 के तहत कार्रवाई के दिए हैं। इसके लिए पूर्व सरपंच सीताराम बैरवा व अन्य द्वारा एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा मालपुरा के जरिये गत दिनों याचिका दायर की गई थी।

चारागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों का कब्जा

याचिका में बताया गया था कि गांव की चारागाह भूमि पर वहीं के प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखे है। स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए ग्रामीणों ने जनहित याचिका दायर की थी। खंडपीठ ने टोडारायसिंह के तहसीलदार को निर्देश दिए है कि राजस्थान लेण्ड रेवेन्यू एक्ट की धारा 1956 की धारा 91 के तहत अतिक्रमियों के खिलाफ चारागाह व बीसलपुर विस्थापित के लिए आरक्षित जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/the-high-court-division-bench-ordered-the-removal-of-encroachment-133372284.html

मनोहरथाना विधायक ने उठाया गौशाला का मुद्दा: अनुदान राशि और चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग की


मनोहर थाना विधायक गोविंद रानी पुरिया ने विधानसभा सत्र के दौरान आज गौशाला का मुद्दा उठाया। इससे पहले उन्होंने कल युवा मामले, खेल महिला एवं बाल विकास, उद्योग के मुद्दे उठाए थे।

विधायक ने आज गौवंशों के लिए अनुदान राशि, चारागाह भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण को हटाने की मांग की गई। वहीं कल कोटड़ा जागिर अकलेरा जो कि लंबे अरसे से बंद पड़ी है। जिसको सरकार तुरंत प्रभाव से चालु करवाए। ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हो सके। उद्योग स्थापित होने से लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मनोहरथाना में रीको नहीं है। अगर रीको बने तो लोगों को पलायन नहीं करना पड़ेगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/akrela/news/manoharthana-mla-raised-the-issue-of-cowshed-133371759.html

Sunday, 21 July 2024

Jhunjhunu News: राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर और तहसीलदार के बीच विवाद


India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Jhunjhunu News: कलेक्टर सभास्थल में हुई राजस्व अधिकारियों की बैठक में चारागाह भूमि पर अतिचार के विरुद्ध धारा 91 में दर्ज कार्रवाई के बिंदु पर कलेक्टर चिन्मयी गोपाल व तहसीलदार सुरेंद्र चौधरी के बीच बात विवाद हो गया। इसके बाद कलेक्टर बैठक छोड़कर चली गईं। तहसीलदार द्वारा कलेक्टर के साथ अभद्रता किए जाने की बात सामने आ रही है। बैठक में मौजूद राजस्व अधिकारियों ने एक हस्ताक्षरयुक्त पत्र कलेक्टर को देकर तहसीलदार पर कार्रवाई की मांग की है।

कलेक्टर और तहसीलदार के बीच बात विवाद

अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर चिन्मयी गोपाल द्वारा अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की जा रही थी। इसी सिलसिले में चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के विरुद्ध धारा 91 के बिंदु पर तहसीलदार द्वारा कार्रवाई कम करने की बात सामने आई। कलेक्टर के सवाल पर तहसीलदार सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई पंचायतें करती हैं, यह तहसीलदार का काम नहीं है। इस बात को लेकर कलेक्टर और तहसीलदार के बीच बात विवाद हो गया और अभद्रता के चलते कलेक्टर बैठक छोड़कर चली गईं।

अधिकारियों ने पत्र लिखकर कलेक्टर को सौंपा

राजस्व अधिकारियों ने एक पत्र लिखकर कलेक्टर को सौंपा है। झुंझुनू तहसीलदार की बैठक में कलेक्टर के सवाल पर जो अशोभनीय व्यवहार किया गया, वह पद की गरिमा के विरुद्ध है, इसलिए तहसीलदार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://rajasthan.indianews.in/rajasthan/jhunjhunu-news-dispute-between-collector-and-tehsildar-in-the-meeting-of-revenue-officers/

Saturday, 20 July 2024

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

क्षेत्रके गांव सज्जनवास में आराजी खसरा नंबर 332 रकवा 1.34 हेक्टेयर किस्म में बारानी ने तृतीय है। उक्त जगह पर वित्तीय वर्ष2324 में उप स्वास्थ्य केंद्र सेंशन हुआ था। जिसके लिए भूमिआवंटन की जा चुकी है। इस भूमि पर नामजद लोगों के अतिक्रमणकर लेने को लेकर ग्राम पंचायतसरपंच सुशील चौधरी नेतहसीलदार अमित शर्मा को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया है कि 19 जुलाई को नामजद लोगों ने इसभूमि पर कब्जा करने की नीयत सेथान का निर्माण शुरू कर दिया।

मौके पर जाकर मैंने समझाइश करके काम रुकवा दिया। ग्रामपंचायत द्वारा 19 जुलाई कोनोटिस देकर कब्जा न करने की हिदायत देते हुए वहां चस्पा करवा दिया। लेकिन रात्रि मेंनामजद लोगों में रामकुवर, राकेश, विनोद, दिगंबर, राजेश, अर्जुन, महेंद्र, भरत सिंह, रोहनसिंह निवासी सज्जनवास द्वाराअवैध कब्जा व राजकाज में बाधा डालने एवं बलवा फैलाने की नीयत से थान का निर्माण कर दिया है। उक्त लोगों से भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर सख्त कार्रवाई की जाने की मांग की गई।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bharatpur/rupbas/news/villagers-submitted-a-memorandum-to-the-tehsildar-regarding-encroachment-on-pasture-land-133359219.html

Thursday, 18 July 2024

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बिंदु पर कलेक्टर व तहसीलदार के बीच बढ़ा विवाद

भूमि अलॉटमेंट के कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश

राजस्व अधिकारियों की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें चारागाह की जमीन पर अतिक्रमण के विरुद्ध धारा 91 में दर्ज कर कार्रवाई करने के बिंदु पर कलेक्टर चिन्मयी गोपाल व झुंझुनूं तहसीलदार सुरेंद्र चौधरी के बीच वाद-विवाद हो गया।

बैठक में तहसीलदार की ओर से अभद्रता किए जाने की बात सामने आई। इसके बाद कलेक्टर ने बैठक को बीच में ही छोड़ दिया और चली गई। बैठक में मौजूद राजस्व अधिकारियों ने एक हस्ताक्षरयुक्त पत्र कलेक्टर को देकर तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। जानकारी के अनुसार राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर चिन्मयी गोपाल द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा रही थी। इस दौरान चारागाह की जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण के विरुद्ध धारा 91 में मामले दर्ज कर कार्रवाई का बिंदु में झुंझुनूं तहसील द्वारा कम कार्रवाई किए जाने की बात सामने आई तो इस बारे में तहसीलदार से पूछा। इस पर तहसीलदार सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि चारागाह जमीनों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई पंचायतें करती हैं। यह तहसीलदारों का काम नहीं है। इस बात को लेकर दोनों में वाद-विवाद हो गया। तहसीलदार द्वारा जिस लहजे में जवाब दिया गया उससे कलेक्टर नाराज हो गई और वे बैठक को बीच में ही छोड़कर चली गई। इसके बाद एडीएम व अन्य राजस्व अधिकारियों ने तहसीलदार को समझाया, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद राजस्व अधिकारियों ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर को पत्र सौंपा।

जिसमें लिखा कि राजस्व अधिकारियों की बैठक में झुंझुनूं तहसीलदार द्वारा कलेक्टर के सवाल पर अतार्किक उत्तर दिए और अशोभनीय व्यवहार किया। जो पद की गरिमा के विरुद्ध है। इसलिए इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मांग पत्र पर एडीएम रामरतन सौंकरिया सहित बैठक में उपस्थित पांच एसडीएम व अन्य राजस्व अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं। बैठक में कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने सभी राजस्व अधिकारियों को बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिए भूमि का चिन्हीकरण व अलॉटमेंट जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का संबंधित अधिकारी मिशन मोड पर लेकर निस्तारण करने, पांच से दस साल के मामलों की नियमित सुनवाई करने व बकाया तामिलों में गति लाने, एलआर एक्ट के तहत विचाराधीन मामलों के निस्तारण में प्रगति लाने, अधीनस्थ कार्यालय का नियमित निरीक्षण करने, संपर्क पोर्टल पर लंबित शिकायतों का समय पर निस्तारण करने, भू-रुपांतरण व गैर खातेदारी मामलों का जल्द निस्तारण करने, सीमाज्ञान, भू-रुपांतरण सहित ऑनलाइन सेवाओं का समयबद्ध निस्तारण करने के लिए कहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhunjhunu/news/dispute-escalated-between-the-collector-and-the-tehsildar-on-the-point-of-action-against-encroachment-133353868.html

सोइंतरा: पौधरोपण और घास बुवाई की जानकारी दी

सोइंतरा। जिला परिषद जोधपुर एवं आईटीसी मिशन सुनहरा कल, फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्यूरिटी के संयुक्त तत्वाधान में चारागाह भूमि में पौधारोपण और घास बुवाई की जानकारी दी गई। फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी से केशर सिंह ने गड्डा खुदाई, सुरक्षा, थवला, बनाने के साथ 1+3 बिज पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी दी और फुली देवी ने शामलात की पहचान और महत्व के बारे में चर्चा करते हुई महिला किस प्रकार अपनी भूमिका निभा सकती है। सरपंच गोविंदसिंह सोइंतरा ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता बताई। इस मौके पिंकी जोशी, ममता शर्मा, मदनसिंह, शोभाकंवर, लीला आदि मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jodhpur/news/sointra-information-given-about-plantation-and-sowing-of-grass-133341968.html


Wednesday, 17 July 2024

चारागाह भूमि से प्रशासन ने हटाए अवैध कब्जे, टिन शेड लगाकर कर रखा था अतिक्रमण


श्रीमाधोपुर। तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा के नेतृत्व में राजस्व टीम द्वारा ग्राम टटेरा की चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। खसरा नंबर 631/2 रकबा 6.21 हैक्टेयर पर टिनशेड व कच्ची झोपड़ी लगाकर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी की सहायता से हटाकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर, कब्जा ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया।

गौरतलब है कि टटेरा सरपंच सविता गुर्जर द्वारा तहसीलदार श्रीमाधोपुर को अवगत कराया गया था कि विधानसभा चुनाव की आड़ में जमीलुद्दीन पुत्र निजामुद्दीन द्वारा गांव की चारागाह भूमि पर पाबंद किए जाने के बावजूद भी कब्जा कर लिया गया है।

इस पर न्यायालय उप तहसीलदार द्वारा अतिक्रमण को हटाने के आदेश जारी किए गए थे। इसकी पालना में श्रीमाधोपुर तहसीलदार, पटवारी हल्का टटेरा दीपक गुर्जर और भू अभिलेख निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा द्वारा मौके पर पहुंच कर अतिक्रमण हटाकर कब्जा ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया। अतिक्रमण हटने पर ग्रामीणों द्वारा प्रशासन का आभार व्यक्त किया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.m.khaskhabar.com/news/news-administration-removed-illegal-encroachment-from-pasture-land-encroachment-was-done-by-putting-up-tin-shed-news-hindi-1-654164-KKN.html

चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जे करने की शिकायत

कस्बे वासियों ने राज्य केमुख्य सचिव को एक ज्ञापन भेज कर लोगों के द्वारा चारागाह की भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटवाने एंव उनके द्वारा इनमें खड़े हरे वृक्षों को काटने सहित इसमें हो रहे मिट्टीके दोहन को रुकवाने की मांग की है।

ज्ञापन में कहा गया है कि लोगों ने हल्का पटवारियों से सांठगांठ कर चारागाह की भूमि के खाता संख्या 832 में दर्ज खसरा नम्बर पर करीब 9.25 हैक्टेयर भूमि पर अवैध कब्जे कर लिया है और हरे वृक्षों को काटकर बेचान कर दिया गया है।

साथ ही जेसीबी मशीन की सहायतासे मिट्टी की खुदाई कर दोहन कर बेचान किया जा रहा है। जिसकी तहसीलदार व पटवारी से कईबार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नही की जा रही है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bharatpur/kaman/news/complaint-regarding-illegal-occupation-of-pasture-land-133344051.html

Monday, 15 July 2024

टटेरा में चरागाह से हटवाया अतिक्रमण

अजीतगढ़ उपतहसील इलाके के ग्राम पंचायत टटेरा में चारागाह भूमि पर गत विधानसभा चुनावों की आड़ में हुए अतिक्रमण की शिकायत पर मंगलवार को श्रीमाधोपुर तहसीलदार के नेतृत्व में टीम ने जेसीबी से अतिक्रमण हटवाया। टटेरा सरपंच सविता गुर्जर द्वारा तहसीलदार श्रीमाधोपुर को अवगत कराया कि विधानसभा चुनावों की आड़ में जमीलुद्दीन पुत्र निजामुद्दीन द्वारा गांव की चारागाह भूमि पर पाबंद किए जाने के बावजूद भी कब्जा कर लिया गया है। इस पर न्यायालय उपतहसीलदार के निर्णय 27 मई 24 द्वारा अतिक्रमण को हटाने के आदेश जारी किए गए थे।

इसकी पालना में मंगलवार को तहसीलदार श्रीमाधोपुर, पटवारी हल्का टटेरा दीपक गुर्जर व भू अभिलेख निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा द्वारा मौके पर पहुंच कर राजस्व ग्राम टटेरा के चारागाह भूमि के खसरा नंबर 631/2 रकबा 6.21 हैक्टेयर पर टिनशेड व कच्ची झोपड़ी लगाकर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी की सहायता से हटाकर चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया तथा कब्जा पंचायत को सुपुर्द किया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/ajitgarh/news/encroachment-removed-from-pasture-in-tatera-133331565.html

अवैध बजरी खनन और भंडारण के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई: गंभीरा गांव की चरागाह भूमि से 70 टन अवैध बजरी का स्टॉक जब्त


मलारना डूंगर थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन और परिवहन के खिलाफ पुलिस, माइनिंग और राजस्व विभाग की ओर से संयुक्त कार्रवाई की गई। मंगलवार देर रात SDM बद्रीनारायण विश्नोई के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम ने भूखा बनास नदी सहित अलग-अलग स्थानों पर अवैध बजरी माफियाओं के खिलाफ दबिश दी, लेकिन बजरी माफियाओं को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई की भनक लग गई। जिसके चलते बजरी माफिया अपने वाहनों को लेकर फरार हो गए। इस दौरान बजरी खनन,भंडारण और परिवहन के खिलाफ गठित संयुक्त टीम ने गंभीरा गांव की चरागाह का भूमि पर पड़े 70 टन अवैध बजरी के स्टॉक को जब्त किया।

SDM बद्रीनारायण विश्नोई ने बताया कि अवैध बजरी खनन, परिवहन और भंडारण को लेकर जिला कलेक्टर डॉक्टर खुशाल यादव के निर्देशन पर 31 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान मंगलवार रात अवैध बजरी खनन भंडारण और परिवहन के खिलाफ भूखा बनास नदी में दबिश दी गई। परंतु बजरी माफियाओं को संयुक्त कार्रवाई की भनक लग गई जिसके चलते बनास नदी में हड़कंप मच गया इस दौरान बजरी माफिया अपने वाहनों को लेकर फरार हो गए। एसडीएम ने बताया कि गंभीरा गांव की चारागाह भूमि पर पड़े 70 टन अवैध बजरी के स्टॉक को जब्त किया। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार सीमा घुणावत, थाना अधिकारी संपत सिंह, खनन विभाग के फोरमैन रजनीश हल्का पटवारी हरिओम सुमन आदि मौजूद रहे।

SDM विश्नोई ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशन पर 16 जुलाई से 31 जुलाई तक अवैध बजरी खनन, भंडारण और परिवहन के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत तहसीलदार, थाना अधिकारी, सहायक खनिज अभियंता, परिवहन निरीक्षक, क्षेत्रीय वन अधिकारी और सहायक अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों की देखरेख में अवैध बजरी के वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि मलारना डूंगर क्षेत्र में लगातार अवैध बजरी खनन और परिवहन नासूर बनता जा रहा है। अवैध बजरी के वाहनों से क्षेत्र की सड़क टूटने के साथ-साथ आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/joint-action-against-illegal-gravel-mining-and-storage-133334905.html

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण, कार्रवाई की मांग

खंडेला के गुरारा ग्रामवासियों ने संभागीय आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

सीकर। चारागाह भूमि के मामले को लेकर खंडेला के गुरारा ग्राम वासियों ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामवासी पप्पू कुमार योगी के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन के दौरान ग्रामीणों ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। आरोप था कि अतिक्रमियों पर कार्रवाई के लिए ग्रामीण पटवारी, तहसीलदार से लेकर जिला कलेक्टर तक कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन, प्रशासन फिर भी मौन है।

ज्ञापन के अनुसार आरोप है कि चारागाह भूमि पर भूमाफियाओं ने पत्थर डालकर बाड़ाबंदी कर अतिक्रमण कर लिया है। अतिक्रमियों द्वारा चारागाह भूमि में से भूखंड व पेड़-पौधे भी काटकर बेचे जा रहे हैं। विरोध करने पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने और जान से मारने की धमकी दी जाती है। जबकि भूमि पर कच्चे-पक्के मकानों का निर्माण भी हो चुका है। बावजूद इसके अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है। मामले में जल्द कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/news/encroachment-on-pasture-land-demand-for-action-133332350.html

पाटन में प्रशासन ने हटाया अतिक्रमण: गोचर भूमि पर की कार्रवाई, कई सालों के कब्जे को हटाया


पाटन कस्बे में नीमकाथाना रोड पर तहसील ऑफिस के सामने गुरुवार को प्रशासन ने अतिक्रमण हटाया। पाटन तहसीलदार के नेतृत्व में गोचर भूमि से अतिक्रमण हटाने की करवाई की गई। पाटन तहसीलदार मुनेश सर्वा ने बताया कि राजस्व ग्राम पाटन के खसरा नंबर 755/8 चारागाह भूमि पर चंपा देवी पत्नी बाबूलाल के द्वारा करीब 5 बीघा गोचर भूमि पर 25-30 साल से अतिक्रमण किया हुआ था। जिस पर कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीन की सहायता से आज अतिक्रमण हटाया गया।

अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिकर्मियों द्वारा मौके पर विवाद किया गया। जिनके साथ समझाइश कर अतिक्रमण को हटाया गया। इस दौरान मौके पर नायब तहसीलदार भोम सिंह मीणा, भू अभि निरीक्षक सांवर शर्मा, पटवारी रघुवीर मीणा, नरेश यादव, टिंकू मीना, ओमप्रकाश मीणा, पवन रीडर जितेंद्र, दान सिंह, विकास राठी, नरेश जाट, रामचंद्र सहित तहसील का अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/patan/news/administration-removed-encroachment-in-patan-133341679.html

Friday, 12 July 2024

जवाई बांध खेल मैदान और चारागाह पर 1250 पौधे लगे

सुमेरपुर | विश्व वृक्ष दिवस पर जवाई बांध ग्राम पंचायत में खेल मैदान व चारागाह भूमि पर सरपंच पुष्पादेवी सीपा एवं पंचायत समिति सदस्य जयनारायण सीपा ने एक हजार दो सौ पौधे लगाए। पंचायत सहायक जेठाराम मीणा ने बताया कि गांव को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा अभियान चलाया जा रहा है।

इसके तहत खेल मैदान व चारागाह भूमि पर 1250 विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाए। स्कूल व गांव के तालाब पर पौधे लगाने का कार्य शुरू हो गया है। इस मौके पर पीईईओ नवनीत गर्ग, ओमप्रकाश, रघुराजसिंह, पूनम परिहार, ललिता स्वामी, नाथूसिंह, उत्तमसिंह, रेखा भाटी, सुमन, वार्डपंच जनूदेवी, भरत बंजारा, मनोहर मीणा, नवीन मीणा, अमृत प्रजापत, मुकेश चौहान आदि ने पौधरोपण किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/pali/sumerpur/news/1250-saplings-planted-on-jawai-dam-playground-and-pasture-133316904.html

चारागाह भूमि पर बनी तीन पक्की दुकानें तोड़ी

प्रशासन और पुलिस की टीम ने की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई

कस्बे में मेगा हाईवे 89 पर झालावाड़ रोड के समीप स्थित चरागाह भूमि पर किया गया अतिक्रमण प्रशासन ने हटवाया।

मेगा हाईवे पर अतिक्रमी ने खसरा नंबर 836 रकबा 1897 की चरागाह भूमि पर पक्का निर्माण कर तीन दुकानों का निर्माण कर लिया था। उच्च न्यायालय के आदेश पर कार्यवाही करते हुए प्रशासन की टीम ने जेसीबी से तीनों पक्की दुकानें ढहाई।

दोपहर 12 बजे से 4 घंटे तक चली अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान यहां भीड़ जमा हो गई। इस दौरान एसडीएम संतोष मीणा, डीएसपी हर्षराज खरेडा, तहसीलदार गजेन्द्र शर्मा, नायब तहसीलदार योगेश, सरपंच अंकित बरेठा, ग्राम विकास अधिकारी बाबूलाल मेहर व पटवारी, कानूनगो जयराज मंडोत, तीन थाने का जाप्ता बकानी थाना, रटलाई थाना, रायपुर थाना, भालता थाने का लाइन से पुलिस जाप्ता बुलाया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/bakani/news/three-concrete-shops-built-on-pasture-land-were-demolished-133312026.html

Thursday, 11 July 2024

गेंहूली में अतिक्रमण व अवैध खनन से परेशान लोगों ने सौंपा ज्ञापन


कोटड़ी। गेंहूली ग्राम पंचायत मुख्यालय के ग्रामीणों ने गुरुवार को चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण व अवैध खनन को रोकने की मांग को लेकर तहसीलदार रवि शेखर चौधरी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि गांव के पास लीज पर चल रही दो माइंसो का रॉ मैटेरियल निश्चित स्थान पर नहीं डालकर इधर-उधर डाला जा रहा है।

इससे पशुओं के लिए चारने की जगह कम होती जा रही है। ग्रामीणों ने अवैध रूप से चलने वाले खनन कार्य को भी बंद कराने की मांग की है। ज्ञापन देने के दौरान नंदलाल, भेरूलाल, प्रभुलाल, रतन लाल, श्यामलाल, महावीर सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/kotri/news/people-troubled-by-encroachment-and-illegal-mining-in-gahuli-submitted-a-memorandum-133306821.html

मगरा क्षेत्र में 500 बीघा में 49 हजार फलदार पौधे लगेंगे

बर मारवाड़ | मगरा क्षेत्र के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के साथ स्थानीय स्तर पर ही नागरिकों को ताजा फल भी उपलब्ध होंगे। चारागाह जमीन पर अतिक्रमण भी रोका जा सकेगा। इसकी शुरुआत ब्यावर कलेक्टर उत्सव कौशल ने रायपुर उपखंड के मोहरा कलां ग्राम पंचायत से की है। रायपुर में 500 बीघा सरकारी जमीन में इसी मानसून में 49 हजार फलदार पौधे मगरा क्षेत्र में पानी की कमी और स्थानीय मिट्टी की पोषकता को ध्यान में रखते हुए रोपित होंगे।

करीब 3.5 करोड़ रुपए का यह नवाचार पंचायतों के सहयोग से हो रहा है। मिट्टी की जांच बाद तय किया क्षेत्र में कौन से पौधे लगेंगे : ब्यावर कलेक्टर ने अपने स्तर पर एसीईओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर सर्वे का काम सौंपा। जिसमें रायपुर उपखंड क्षेत्र की मिट्टी की जांच कराई गई। रिपोर्ट में नॉर्मल होने व स्थानीय स्तर के फलदार पौधों के अनुकूल पाई गई। { रायपुर पंचायत समिति की 40 ग्राम पंचायतों में पौधारोपण होगा { प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर 10 से 18 लाख तक का बजट खर्च होगा

{ रायपुर की प्रत्येक पंचायतों में 1 हजार से 1500 तक पौधे लगेंगे { रायपुर की प्रत्येक ग्राम पंचायत में 10 से 20 बीघा भूमि पर रोपेंगे पौधे ये पौधे होंगे रोपित - मिट्टी की जांच बाद प्रशासन ने तय किया : ब्यावर-टॉडगढ़ क्षेत्र में जामुन, सीताफल और नीबू, मसूदा-बिजयनगर क्षेत्र में अमरूद, जामुन, जैतारण-रायपुर क्षेत्र में आंवला, बेर, नीबू और शहतूत व बदनौर क्षेत्र में केरूंदा, आंवला और नीबू के पौधे रोपित करेंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/pali/news/49-thousand-fruit-plants-will-be-planted-in-500-bighas-in-magra-area-133312167.html

Wednesday, 10 July 2024

पुनावली गांव मे 200 बीघा चारागाह भूमि पर पौधारोपण: 25 हजार पौधे लगाए जाएंगे, पूरे बड़ी सादड़ी में 1 लाख 11 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य



बड़ी सादड़ी के पुनावली गांव मे 200 बीघा चारागाह भूमि पर पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई। इस चारागाह में 25 हजार पौधे लगाए जाएंगे। एसडीएम कल्पित शिवरान के नेतृत्व में इस अभियान की शुरुआत की गई।

पौधारोपण के ब्लॉक प्रभारी भगवत सिंह शक्तावत ने हरित एप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सभी को पौधे लगाने और उनकी परवरिश करने का संकल्प दिलाया। एसडीएम कल्पित शिवरान ने हरित एप डाउनलोड कर पौधा रोपण कर उसके साथ फोटो और सेल्फी खींच कर जिला प्रशासन से प्रमाण पत्र लेने की अपील की। पुनावली स्कूल के सभी छात्र छात्राओं ने भी पौधारोपण किया।

इस अवसर पर ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा विभाग ब्लॉक बड़ी सादड़ी में लगभग 65 हजार पौधे लगाने का लक्ष लिया है। विकास अधिकारी लक्ष्मण लाल मीणा ने कहा कि पंचायत राज विभाग की ओर से 28 हजार पौधे लगाने की जानकारी देते हुए कहा कि पेड़ो को बचाना भी हमारा धर्म है। इस चारागाह भूमि पर 25 हजार लगाए जाएंगे। बड़ी सादड़ी उपखण्ड क्षेत्र में एक लाख ग्यारह हजार एक सौ पौधे इस मानसूनी सीजन में लगाने का लक्ष्य एसडीएम कल्पित शिवरान के नेतृत्व में रखा है।

इस अवसर पर विकास अधिकारी लक्ष्मण लाल मीणा, ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत चोबिसा, सहायक अभियंता अजमेर विद्युत वितरण निगम से अजय सिंह, पशुपालन से डॉ राजु बिनके, अतिरिक्त विकास अधिकारी मदन लोहार समेत सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश डांगी, पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी नारायन लाल पुरोहित, गिदावल ग्राम विकास अधिकारी श्याम सुन्दर, ग्रामीण और स्टूडेंट मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/bari-sadri/news/plantation-on-200-bigha-pasture-land-in-punavali-village-133310038.html

Tuesday, 9 July 2024

दौलतगढ़ में चारागाह भूमि पर विवाद, मारपीट कर काम बंद करवाया


भास्कर न्यूज | दौलतगढ़ चारागाह भूमि पर काम के दौरान दो लोगों ने नरेगा श्रमिकों और जेसीबी चालक को रोककर मारपीट की और काम बंद करवा दिया। ग्राम विकास अधिकारी रामेश्वर छीपा ने बताया कि ग्राम पंचायत ने इस घटना की रिपोर्ट चौकी में दर्ज करवाई है। बराना निवासी लालूनाथ और कैलाशनाथ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने काम रोकने और श्रमिकों के साथ मारपीट करने का प्रयास किया। मेट रणजीत सिंह ने बताया कि जेसीबी से चारागाह भूमि के चारों तरफ खाई खोदकर पौधारोपण किया जा रहा था।

उसी दौरान लालूनाथ और कैलाशनाथ मौके पर पहुंचे और नरेगा श्रमिकों और जेसीबी चालक के साथ मारपीट कर काम बंद कर दिया। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में चारागाह भूमि के उपयोग को लेकर बढ़ते विवादों की ओर इशारा करती है। ग्रामीणों का आरोप है कि अक्सर पंचायतें और प्रशासन चारागाह भूमि का इस्तेमाल गैरकानूनी रूप से करते हैं, जिससे ग्रामीणों को नुकसान होता है। यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती है। उन्हें न केवल इस मामले की जांच करनी होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/asind/news/dispute-over-pasture-land-in-daulatgarh-work-stopped-after-violence-133301818.html

कोटडी पंचायत समिति का सगन वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रारंभ 205121 पेड़ लगाने का एकदिवसीय लक्ष्य पूर्ण


कोटडी पंचायत समिति का सगन वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रारंभ

205121 पेड़ लगाने का एकदिवसीय लक्ष्य पूर्ण 

न्यूज सर्विस मांडलगढ़

पंचायत समिति कोटडी एवं कोटडी ब्लॉक के समस्त विभागों एवं समस्त ग्राम पंचायत द्वारा आज सघन वृक्षारोपण का महाभियान शुरू किया गया । इस मौके पर पूरे कोटडी ब्लॉक में 205121 पेड़ लगाने का एकदिवसीय लक्ष्य रखा गया था जिसको सभी विभागों ने एवं ग्राम पंचायत ने मिलकर लक्ष्य पूर्ण किया गया । इसके साथ ही सबसे ज्यादा लक्ष्य शिक्षा विभाग का 124292 था जिसको की शिक्षा विभाग द्वारा आज पूर्ण लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया।

विकास अधिकारी रामबिलास मीणा ने बताया की कोटड़ी ब्लॉक शुरू से ही तैयारियो के साथ आज पौधरोपण हेतु सुबह से ही तैयार था । और उत्साहजोश जुनून के साथ आज पौधरोपण किया गया जो की अपने आप में एक मिसाल है । साथ ही तार जाली, फेंसिंग, गड्डे, खाई के साथ सुरक्षा की भी गारंटी ली गई इसके साथ ही सभी विभागो, भामाशाह, जनप्रतिनिधियों द्वारा पौधरोपण हेतु जनभागीदारी सुनिश्चित की को गई साथ ही सामाजिक वानिकी के तहत भी सघन पौधरोपण किया गया। प्रधान कोटड़ी करन सिंह बेलवा ने बताया की पंचायत समिति की सभी ग्राम पंचायतों में आज 33000 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया था जो की भामाशाह, नरेगा श्रमिकों द्वारा लक्ष्य से अधिक का पौधरोपण किया गया और कोटड़ी ब्लॉक के सभी विभागो के द्वारा भी पौधरोपण किया गया आज कुल मिलाकर 2 लाख के करीब पौधरोपण कोटड़ी ब्लॉक में किया गया।

कोटड़ी प्रधान करण सिंह बेलवा ने सभी ग्राम वासियों, जनप्रतिनिधियों को बढ़चडकर पौधरोपण हेतु आग्रह किया ताकि आगे आने वाले समय में बढ़ते तापमान को कम किया जा सके और साथ में प्रकृति को भी बचाया जा सके। 

शिक्षा विभाग में 1लाख 25 हजार करीब पौधे लगाए गए और साथ में पौधो की सुरक्षा की गारंटी भी ली गई । इस कार्यक्रम को को सफल बनाने के लिए पंचायत समिति कोटडी में कंट्रोल रूम बनाया गया था जो की इस मुहिम की हर घंटे की सूचना ली जा रही थी और सभी विभागो से इस हेतु फोटो भी मंगवाया गए, इसके साथ 01 जुलाई 2024 से लगातार सभी विभागो से गद्दों को जानकारी जुटाई गई।

विकास अधिकारी मीणा ने बताया की आज कोटडी ब्लॉक के सभी सभी स्कूलों, विभागो, लाइन विभागो, ग्राम पंचायत स्तरीय सरकारी भवनों, खेल मैदानों, गौशालाओं, भामाशाह, जनप्रतिनिधियों, गोचर भूमियों, चारागाह भूमियों, नदी के पेटे में, तालाब किनारे, सार्वजनिक स्थलों, सार्वजनिक जगहों, सड़क किनारे, घर के कोने में, खेत पर सभी जगहों पर पेड़ लगाए गए । मुख्य कार्यक्रम ग्राम पंचायत आमा में किया गया और सभी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया इसके साथ ही ग्राम पंचायत उदलियास में भी तालाब किनारे, शमशान भूमि, सड़क किनारे एवं चारागाह भूमि में आज पौधरोपण किया गया । आज सुबह से ही कोटड़ी प्रधान बेलवा एवं विकास अधिकारी मीणा ब्लॉक के सभी पंचायतों के दौरे पर थे एवं पौधरोपण की स्थिति का जायजा ले रहे थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://jaipurtimes.org/sagan-tree-plantation-program-of-kotdi-panchayat-samiti-started-one-day-target-of-planting-205121-trees-completed

Monday, 8 July 2024

चमनपुरा के पास चारागाह भूमि से मिट्‌टी का अवैध खनन, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन


चारागाह भूमि में हो रहे अवैध मिट्टी दोहन व अतिक्रमण से ग्रामीणों रोष है

पंचायत समिती क्षेत्र के चमनपुरा ग्राम पंचायत की चरागाह भूमि पर मिट्‌टी माफिया अवैध रूप से मिट्टी दोहन कर ईंट भट्टों को बेच रहे हैं। इस पर रोक लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया।

ग्रामीणों ने दिए ज्ञापन में बताया कि चमनपुरा में चरागाह भूमि पर जेसीबी व ट्रैक्टर से मिट्टी का अवैध दोहन किया जा रहा है। प्रशासन को अवगत करवाने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा। ग्रामीणो ने बताया कि ग्राम चमनपुरा में उक्त चारागाह के अलावा मवेशियो के चरने के लिए अन्य कोई चारागाह नही है।

इन दिनों चरागाह भूमि में जेसीबी व ट्रैक्टर लगाकर मिट्टी माफिया अवैध रूप से दोहन कर मिट्‌टी को ईंट भट्‌टा संचालकों को बेच रहे हैं। चरागाह भूमि में हो रहे अवैध मिट्टी दोहन एवं अतिक्रमण से ग्रामीणों आक्रोश है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध रूप से मिट्टी दोहन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/banera/news/illegal-mining-of-soil-from-pasture-land-near-chamanpura-memorandum-submitted-to-the-collector-133296746.html

Sunday, 7 July 2024

चरागाह भूमि से हटाए कब्जे

अजीतगढ़। ग्राम दिवराला में सोमवार को तहसीलदार के नेतृत्व में प्रशासन ने चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया। श्रीमाधोपुर तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा के नेतृत्व में सोमवार को राजस्व टीम द्वारा राजस्व ग्राम दिवराला के चरागाह भूमि के खसरा 4012/2 रकबा 20.24 हैक्टेयर पर मूलजी तड़का नाम से संचालित अवैध नॉनवेज की होटल को जेसीबी की सहायता से हटाकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा कब्जा ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया।

राजस्व ग्राम दिवराला में स्थित राधा कृष्ण मंदिर के महंत किशन दास महाराज द्वारा तहसीलदार श्रीमाधोपुर को अवगत कराया कि न्यायालय उपतहसीलदार अजीतगढ़ के निर्णय में मूल सिंह पुत्र नरपत सिंह द्वारा चारागाह भूमि पर अवैध नॉनवेज होटल खोलकर किए गए अतिक्रमण को हटाने के आदेश जारी किए गए थे।

इसकी पालना आज तक नहीं हुई है, जिस पर तहसीलदार श्रीमाधोपुर द्वारा अतिक्रमी मूलसिंह पुत्र नरपत सिंह को नोटिस जारी कर तीन दिवस में अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी, परंतु निर्धारित समय में अतिक्रमण नहीं हटाने पर सोमवार को तहसीलदार जगदीश बैरवा व पटवारी हल्का दिवराला महेश शर्मा द्वारा मौके पर पहुंच कर अतिक्रमण हटाकर कब्जा ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/ajitgarh/news/occupation-removed-from-grazing-land-133291195.html

Saturday, 6 July 2024

पंचफल में अभियान के तहत रोपे 600 पौधे


भैंसरोडगढ़ । ग्राम पंचायत जावदा क्षेत्र में देवस्थान के पास स्थित चारागाह भूमि पंचफल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत रविवार को पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां पंचफल में 5 बीघा चारागाह भूमि में अभियान के तहत हुए पौधरोपण कार्यक्रम में सरपंच कुलदीप सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों और स्टाफ ने शीशम नीम, समेत अन्य छायादार पौधे रोपे।

इस दौरान सभी को पौधों की सुरक्षा का संकल्प दिलाया गया। बाद में सभी ने पौधों को पानी भी दिलाया। प्रांगण में विभिन्न प्रकार के 600 पौधे रोपे गए। इस मौके पर जावदा सरपंच कुलदीप सिंह राठौड़, रोजगार सहायक महेश विजयवर्गीय, मेट मुकेश धाकड़, राधेश्याम हजूरी समेत वार्डपंच और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/bainsrorgarh/news/600-saplings-planted-under-the-campaign-in-panchphal-133286549.html

श्रीमाधोपुर में चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण: दिवराला में संचालित हो रही थी नॉनवेज की दुकान, शिकायत के बाद हुई कार्रवाई


दिवराला गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर नॉनवेज की दुकान कई दिनों से संचालित हो रही थी। शिकायत पर श्रीमाधोपुर तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा के नेतृत्व में राजस्व टीम ने आज सोमवार को नॉनवेज की दुकान को जेसीबी की मदद से हटाकर अतिक्रमण मुक्त कराया।

तहसीलदार बैरवा ने बताया कि श्रीमाधोपुर तहसील के राजस्व ग्राम दिवराला में चारागाह भूमि मूलजी तड़का नाम से संचालित अवैध नोनवेज की दुकान को जेसीबी की सहायता से हटाकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा कब्जा ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया।

राजस्व ग्राम दिवराला में स्थित राधा कृष्ण मंदिर के महंत किशन दास महाराज ने तहसीलदार श्रीमाधोपुर को शिकायत दी थी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/shrimadhopur/news/encroachment-removed-from-pasture-land-in-shrimadhopur-133290525.html

Friday, 5 July 2024

हाईकोर्ट ने मालपुरा तहसीलदार को दिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश: ग्राम तितरिया के चारागाह और बीसलपुर आरक्षित भूमि पर अतिक्रमण का मामला


राजस्थान उच्च न्यायालय ने मालपुरा तहसीलदार को अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट ने यह निर्देश मालपुरा उपखंड की सिंधोलिया ग्राम पंचायत के ग्राम तितरिया के चारागाह व बीसलपुर विस्थापित के आरक्षित भूमि से अतिक्रमण हटाने से जुड़े मामले में दिया। हाईकोर्ट ने लेण्ड रेवेन्यू एक्ट के तहत अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं।

वरिष्ठ न्यायाधीश पंकज भंडारी व न्यायाधीश प्रवीर भटनागर की खंडपीठ ने यह आदेश मालपुरा उपखंड के तितरिया के ग्रामीण कन्हैयालाल गुर्जर द्वारा एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा मालपुरा के जरिये दायर की गई जनहित याचिका का निस्तारण करते हुए दिए।

प्रभावशाली लोगों ने किए अतिक्रमण

जनहित याचिका में बताया गया था कि प्रभावशाली लोगों ने ग्राम की चारागाह व बीसलपुर विस्थापित के लिए आरक्षित भूमि पर अवैध रूप से कब्जे कर रखे हैं, साथ ही फार्म पौंड भी बना रखे हैं। स्थानीय प्रशासन को ग्रामीण कई बार शिकायत देकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने की गुहार कर चुके हैं लेकिन स्थानीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर यह जनहित याचिका दायर की गई।

खंडपीठ ने मामले की सुनवाई के बाद याचिकाकर्ता को मालपुरा तहसीलदार को इस बारे में विस्तृत प्रतिवेदन देने के निर्देश देते हुए मालपुरा तहसीलदार को लेण्ड रेवेन्यू एक्ट के तहत अतिक्रमियों के विरुद्ध कारवाई के निर्देश देते हुए अतिक्रमण हटाने को कहा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/high-court-directed-malpura-tehsildar-to-remove-encroachment-133285231.html

Wednesday, 3 July 2024

चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग, ज्ञापन दिया

झालावाड़। मनोहरथाना तहसील के गांव पीपलिया जागीर के ग्रामीणों ने बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन देकर चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग की है। पीपलिया जागीर के ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि गांव की चारागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा का फसलें बो दी है। इस कारण गांव के मवेशी के लिए चारागाह की जगह समाप्त हो गई है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि चारागाह भूमि से अतिक्रमण तुरंत प्रभाव से हटाए जाएं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/demand-to-remove-encroachment-from-pasture-land-memorandum-given-133266452.html

कलेक्टर ने पौधरोपण किया


लालसोट ग्रामीण। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लालसोट के ग्राम समेल में विकसित किए जा रहे चारागाह कार्य का कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने अवलोकन कर पौधरोपण किया। इस दौरान कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने ग्राम समेल में 40 हैक्टेयर चारागाह भूमि पर विकसित किए जा रहे चारागाह का अवलोकन करते हुए संबंधित अधिकारियों को चरागाह में नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारागाह में लगाए 3 हजार 500 विभिन्न प्रकार के पौधों जिसमें नींबू, लहसवा एवं अन्य फलदार पौधारोपण कार्य का अवलोकन करते हुए कार्य की सराहना की।

उन्होंने चारागाह में कल्पवृक्ष का पौधा लगाकर पौधरोपण भी किया एवं स्थानीय जन से योजनाओं के तहत पर्यावरणीय लाभ एवं भूजल रिचार्ज के लिए मानसून के दौरान पौधारोपण करने एवं फॉर्म पॉन्ड निर्माण करने की अपील की। इस दौरान एडीएम लालसोट मनमोहन मीणा, एसडीएम लालसोट नरेंद्र कुमार मीणा, वॉटर रिसोर्स विभाग अधिशासी अभियंता मोहनलाल मीणा सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/lalsot/news/the-collector-planted-a-sapling-133272413.html

Tuesday, 2 July 2024

जिला कलेक्टर ने निशुल्क भूमि का किया आवंटन

धौलपुर। गांव मढ़ाभाऊ तहसील मनियां की आराजी खसरा नंबर 873/744 रकवा 1.2266 हेक्टेयर में से 0.0855 हेक्टेयर किस्म चारागाह भूमि की किस्म खारिज कर राजस्थान भू-राजस्व नियम 1963 एवं राजस्व विभाग जयपुर के निर्देशानुसार जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पानी की टंकी के निर्माण हेतु निशुल्क आवंटित की गई है। चारागाह भूमि के क्षतिपूर्ति हेतु तहसील मनियां की ग्राम पंचायत मढाभाऊ के ग्राम मढाबुजुर्ग की बंजड भूमि को चारागाह हेतु आवंटित किया गया है। इसी प्रकार तहसील ग्राम पथैना तहसील सैंपऊ की आ.ख.न. 655/604 रकबा 11.8651 हेक्टेयर में से 0.0759 हेक्टे. भूमि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पानी की टंकी के निर्माण हेतु निशुल्क आवंटित की गई है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dholpur/news/district-collector-allotted-free-land-133256864.html

जिला कलेक्टर ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं: गांव की चारागाह भूमि और अन्य स्थानों पर अतिक्रमण नहीं करने की अपील


त्रिस्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत जुलाई महीने के प्रथम गुरुवार को पंचायत समिति बकानी की ग्राम पंचायत करलगांव में जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई आयोजित हुई। जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए उनके समाधान के लिए संबंधित जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

कलेक्टर ने उपस्थित ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि गांव की चारागाह भूमि और अन्य स्थानों पर अतिक्रमण न करें। जनसुनवाई में खेत पर जाने का रास्ता खुलवाने, जमीनों से अतिक्रमण और कब्जा हटवाने, मस्टरोल में नाम जुड़वाने, खाद्य सुरक्षा योजना में राशन नहीं मिलने, राजकीय स्कूल में शौचालय बनवाने, प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम जुड़वाने, पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि नहीं मिलने सहित पानी और बिजली संबंधी विभिन्न परिवाद आए। जिनके समाधान के लिए जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए। इस दौरान सीईओ शम्भुदयाल मीणा, पूर्व विधायक नरेन्द्र नागर, तहसीलदार गजेन्द्र शर्मा, विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा, बकानी प्रधान मोतीलाल एरवाल, सरंपच सोरम बाई सहित जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

दो महिलाओं को किया आस्था कार्ड का वितरण

जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से पात्र महिलाओं राज बाई शर्मा और संतोष बाई को आस्था कार्ड का वितरण किया। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक रामनिवास यादव मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/the-district-collector-heard-the-problems-of-the-villagers-133270830.html

Monday, 1 July 2024

ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत, भूमाफिया ने कृषि भूमि का रूपांतरण कराए बिना प्लाॅट काटकर बनाई सड़कें


दौसा। सूरजपुरा ग्राम पंचायत के खेड़ली के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर गांव में भूमाफिया द्वारा कृषि भूमि का रूपांतरण कराए बिना ही प्लाॅट काटकर सड़कें बनाने की शिकायत की है। पीडित घनश्याम रैसवाल व ग्रामीणों ने बताया कि भूमाफिया ने लगती हुई चारागाह भूमि में भी प्लॉट काट दिये।

उन्होंने बताया कि खेड़ली गांव की नर्सरी के पास बने वर्षों पुराने तालाब की जमीन पर स्थित अनुसूचित जाति के किसानों की खातेदारी भूमि को भूमाफिया ने औने-पौने दामों में खरीद कर तालाब को खुर्द-बुर्द कर बिना रुपांतरण के ही अवैध आवासीय कॉलोनी काट दी। भूमाफिया ने पटवारी की मिलीभगत से इस तालाब की जमीन में सभी खसरों पर कोर्ट का स्टे होने के बावजूद अवैध आवासीय कॉलोनी काट दी और ग्रेवल सड़क बना दी। साथ ही तालाब की गैर मुमकिन पाल व लगती हुई चारागाह भूमि के कुछ हिस्से को भी अवैध आवासीय कॉलोनी में शामिल कर भोले भाले लोगों को प्लॉट बेचना शुरू कर दिया। जब इस पूरे मामले की शिकायत ग्रामीणों ने पटवारी से की तो पटवारी ग्रामीणों को कॉलोनी का काम रुकवाने का आश्वासन देते रहे और भूमाफिया रोड़ रोलर चलाकर ग्रेवल सड़क तैयार करते रहे। ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बाद मौके पर जाकर पटवारी ने अवैध आवासीय कॉलोनी में मौके पर चल रहे रोड रोलर को जब्त किए बिना और भूमाफिया को पाबंद किए बिना ही आश्वासन देकर वापस लौट गए। ग्रामीणों ने पटवारी के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की।

ज्ञापन देने वालों में रामजीलाल बैरवा, बाबूलाल बैरवा, चौथमल बैरवा, नारायण बैरवा, बिहारीलाल बैरवा, गोपाल बैरवा उपस्थित रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.m.khaskhabar.com/news/news-villagers-complained-to-the-collector-that-land-mafia-built-roads-by-cutting-plots-without-converting-agricultural-land-news-hindi-1-650013-KKN.html