कोलायत में मोरबी की तर्ज पर गैस पाईप लाईन बिछे, सोलर पार्क स्थापित हो गजनेर व बज्जू रीको क्षेत्र को मूलभूत सुविधा मिलें। एशिया की सबसे बड़ी बीकानेर ऊन मण्डी को पुराना गौरव मिलें। गोचर, ओरण व चारागाह भूमि सुरक्षित करने के लिए ठोस नीति बनाई जाए। ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर मंगलवार को कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी विधानसभा मैं फिर सवाल पूछने में पीछे नहीं हटे।
भाटी ने कहा कोलायत में क्ले का अथाह भण्डार है। प्रतिदिन 400 ट्रक 750 किलोमीटर दूर मोरबी जाते हैं। कोलायत में उद्योग लगाने के लिए खनिज का अथाह भण्डार है, नहर का पानी है व मेहनती युवा है। कोलायत में गैस पाईपलाईन बिछाने का कार्य होता है तो कोलायत में भी उद्योग पनप सकते हैं। कोलायत में सोलर पार्क बनाया जाए। भाटी ने कहा कि बीकानेर तकरीबन 25 करोड का डीएमएफटी फंड इक्कठा होता है और साथ ही हमारे हक का करोड़ों का सीएसआर फंड भी बनता है।
परन्तु हमारे हिस्से का सीएसआर फंड व डीएमएफटी फंड हमको आज भी नहीं मिलता। कोलायत के 25 करोड़ डीएमएफटी में से 17 करोड़ रुपए का योगदान देता है परन्तु उसके बावजूद हमें मात्र 8-10 करोड़ रूपये डीएमएफटी फंड मिलता है। कोलायत को रीको की सुविधा मिलनी चाहिए।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bikaner/news/dmft-funds-are-spent-under-political-pressure-anshuman-133368965.html
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