राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर के आदेश पर शुक्रवार को नगर पालिका व तहसील प्रशासन ने वार्ड एक व भोपतपुरा ग्राम सहित अनेक स्थानों पर नपती व सीमाज्ञान के तहत गैर मुमकिन रास्तों पर पाए गए करीब 20 परिवारों के मकान आदि कच्चा व पक्का निर्माण कार्य तोड़कर करीब 60 वर्ष पुराना रास्ता खुलवाया।
मौका मजिस्ट्रेट तहसीलदार सुमन चौधरी ने बताया कि लाखनी निवासी गणपतराम कुड़ी ने राजस्थान उच्च न्यायालय में चारागाह भूमि व सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर रिट दायर की थी। न्यायालय ने अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। न्यायालय के आदेश पर नगर पालिका, सार्वजनिक निर्माण विभाग, विद्यालय, खेल मैदान, भाेपतपुरा ग्राम आदि क्षेत्र में आने वाले खसरा नंबरों की नपती के तहत अतिक्रमण पाया गया। इस पर रास्ता खाली करवाने के लिए 20 अतिक्रमियों को नोटिस दिए गए थे। नोटिस के बाद भी रास्ता खाली नहीं करने पर जेसीबी चलाकर मकान, चारदीवारी सहित कच्चा व पक्का निर्माण कार्य तोड़कर रास्ता खुलवाया गया। इस अवसर पर तहसीलदार चौधरी सहित उपखंड अधिकारी ब्रह्मलाल जाट, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी देवीलाल बोचल्या, पटवारी जितेंद्र सिंह राठौड़, सरगोठ हल्का पटवारी सुरेंद्र सिंह बाजिया, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता ताराचंद सैनी, एआरआई मेवाराम जाट, एएसआई जगदीश प्रसाद, पुलिस थाना जाब्ता सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी व क्षेत्र के लोग उपस्थित थे।
रींगस में 20 व भोपतपुरा में एक अतिक्रमण हटाया
नगर पालिका अधिशासी अधिकारी देवीलाल बोचल्या ने बताया कि गैर मुमकिन रास्ते पर नाथूराम जाट, छीतरमल, गुलाब सिंह राठौड़, गिरधारी सिंह राठौड़, भागीरथ कुमावत, सुरजाराम, नजरुद्दीन मोहम्मद, मजीद कुरेशी, अमराराम जाट, बिहारी लाल, जैसाराम निठारवाल, गोपाल सिंह, घासीराम वर्मा, दीपाराम वर्मा, जयप्रकाश श्रीवास्तव, भंवरलाल कुमावत, कर्मवीर सिंह, एडवोकेट भागीरथ सिंह कुड़ी, मालीराम जाट, गणपत राम सहित 20 जनों का अतिक्रमण था।भोपतपुरा ग्राम में जितेंद्र सिंह ने तीन दुकान व करीब 250 वर्गगज में मकान बना रखा था। उसे तोड़ा गया।
साहब हमने तो कर्ज लेकर जमीन खरीदी थी : मकानों पर जेसीबी चलते ही कुछ लोग रोने लग। परिवार के मुखियाओं ने बताया कि साहब हमने तो वर्षों पूर्व रुपए देकर जमीन खरीदकर मकान बनाए थे। अभी तो खरीदी गई जमीन व मकानों बनाने के लिए लिया गया कर्ज भी नहीं चूक पाया है। एक ओर तो हमारा कर्ज नहीं चूक पाया, दूसरी ओर हम अब कहां पर निवास करेंगे। जिसने जमीन बेची है उससे हमें ब्याज सहित रुपए दिलवाएं तो हम कर्ज चुकाएं और कर्ज लेकर फिर से मकान बनाएं, लेकिन अधिकारियों ने नहीं सुनी।
रींगस. नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड एक में जेसीबी चलाकर गैर मुमकिन रास्ते से अतिक्रमण हटाता प्रशासन।
मूल ऑनलाइन लेख: - https://www.bhaskar.com/latest-ringus-news-063046-2313709.html