उपखंड की ग्राम पंचायत के चांदसेन में श्यामपुरा कलां रोड पर सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के मुद्दे को लेकर प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने तथा अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से नाराज चांदसेन सरपंच कौशल्या मीणा के पति महेश मीना भोपा अपनी मांग को मनवाने के लिए शोले फिल्म के वीरू की तर्ज पर जमात स्थित नवीन बस स्टैंड पर बनी 20 मीटर ऊंची पानी की टंकी पर सुबह 5:30 बजे चढ़ गए। उन्होंने चांदसेन की जमीन को भू माफियाओं से बचाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़कर न्याय की गुहार लगाई।
महेश मीणा ने बताया कि सन 90-91 में उक्त भूमि चारागाह थी। वर्ष 2002 में आवंटन हुई है। इसलिए पट्टे कानूनी रूप से मान्य नहीं है। गत वर्ष दिसंबर माह में उन्होंने उनकी पत्नी के साथ टंकी पर चढ़कर न्याय की गुहार की थी, तब प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा दिया था। मगर 12 महीने होने को आए प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। मजबूर होकर उनका पानी की टंकी पर चढ़ना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटेंगे कार्रवाई नहीं होगी वे टंकी पर ही चढ़े रहेंगे।
उनके एक साथी राहुल यादव की तबीयत खराब हो गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम नरेंद्र मीणा के कार्यालय में महेश मीना समर्थकों के साथ वार्ता कर समझाइश की गई। एसडीएम नरेंद्र मीणा ने बताया कि मामले को लेकर हाई कोर्ट में प्रक्रिया जारी है। कमेटी गठन करने का निर्णय लिया गया है। कमेटी मामले की जांच करेगी तथा उक्त भूमि पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो इसके लिए अधिकारी को निर्देश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि टंकी पर चढ़े युवक महेश मीणा सहित अन्य लोगों को उतारने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। दूसरी तरफ चांदसेन ग्राम पंचायत के एससी एसटी व दलित समुदाय के लोगों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कहा है कि टंकी पर चढ़कर प्रशासन को दबाव में लेने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत चांदसेन द्वारा सन 90-91 में महावर समाज के लोगों को पट्टे देकर कब्जा दिया था तब से पट्टा धारी लोग मकान बनाकर निवास कर रहे हैं ।
मगर उनको बेदखल करने के लिए कुछ लोग पानी की टंकी पर चढ़कर प्रशासन को दबाव में लेकर तुड़वाने की कार्रवाई करना चाहते हैं ।
दलित समाज के लोगों के साथ अन्याय होगा। पुनी राम, चांदलाल, कजोड़, मदन, नंदा, गोपी राम, राम किशन सहित अनेक लोगों ने कहा है कि टंकी पर चढ़े लोग राजनीति से प्रेरित हैं । गत दिनों तेजाजी महाराज की शोभायात्रा के दौरान हुई मारपीट की घटना के लेकर जाती सूचक शब्दों के इस्तेमाल को ले कर दर्ज मुकदमा से बचने के लिए दबाव बनाने की राजनीति है। उन्होंने बताया कि मकान को नहीं तोड़ने के संबंध में हाईकोर्ट द्वारा स्थगन आदेश पूर्व में जारी है । उन्होंने टंकी पर चढ़े मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/lalsot/news/to-save-government-land-sarpanchs-husband-climbed-the-water-tank-with-two-youths-police-and-administration-took-charge-on-the-spot-131942436.html
No comments:
Post a Comment