रुपनगढ़ क्षेत्र के नूवा गांव में प्रशासन ने बेशकीमती जमीन से अतिक्रमण हटाया। उपखंड प्रशासन ने तहसील कार्यालय के माध्यम से 22 से अधिक खसरों की 275 बीघा से अधिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया।
This blog is aimed at documenting the initiatives undertaken for the conservation of the pastures by communities across Rajasthan as well as efforts by Government of Rajasthan and Civil Society Organisations across the State. Foundation for Ecological Security works in partnership with the Wasteland and Pasture Land Development Board for conservation of the commons. For views and comments write to rajasthanpastures@gmail.com
Thursday 29 February 2024
रुपनगढ़ के नूवा गांव से हटाया अतिक्रमण: 275 बीघा चारागाह भूमि से हटाया, सख्त कार्रवाई की दी चेतावनी
Thursday 22 February 2024
जेसीबी से 2 घंटे चली कार्रवाई, 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण
राजस्थान के भीलवाड़ा आसींद के बदनोर पंचायत समिति के परा ग्राम के बस स्टैंड के पास लगभग 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण हो जेसीबी के सहयोग से हटाया गया.आसींद के बदनोर पंचायत समिति के परा ग्राम के बस स्टैंड के पास लगभग 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर प्रतिदिन ग्रामीणों द्वारा अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था.
अवैध अतिक्रमण हटाने के लिये ग्राम पंचायत व ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर ब्यावर को लिखित में रिपोर्ट दी गई. जिसपर प्रशासन द्वारा सात दिवस पूर्व अतिक्रमियों को अतिक्रमण को हटाने के लिये नोटिस दिए गए थे. आज उपखण्ड अधिकारी के निर्देश में तहसीलदार सांवरलाल जाट, थानाधिकारी रामकिशन सैनी सहित पुलिस जाप्ता व ग्राम पंचायत के सहयोग से 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण हो जेसीबी के सहयोग से हटाया गया.
ग्रामीणों द्वारा चारागाह भूमि पर दर्जनों कच्चे,पक्के निर्माण कर निवास करने लग गए थे और चारागाह में ट्यूबवेल खुदवाकर बिजली कनेक्शन भी करवा दिए गए. तहसीलदार सांवरलाल जाट ने कहा कि परा गांव में जितनी भी चारागाह भूमि है उसपर अवैध अतिक्रमण हो रखे थे उन्हें नोटिस दिए गए थे.
नोटिस की शिकायत पर ग्राम पंचायत से सहयोग मांगा गया था जिसपर उपखण्ड अधिकारी के निर्देश से राजस्व व पंचायतीराज के कर्मचारियों व पुलिस जाप्ता की मौजूदगी में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाया गया और आगे भी उपखण्ड क्षेत्र में अतिक्रमियों द्वारा चारागाह भूमि पर किये गए अतिक्रमण को हटवाया जाएगा.
Wednesday 21 February 2024
अतिक्रमण नहीं हटाए गए तो नपेंगे सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी
सरकारी सख्ती ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों की भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेशसुनेल पंचायत समिति फाइल फोटो।
करवाना होगा सर्वे, तीन पंचों की बनेगी समिति
तहसीलदार राहुल कुमार कलोरिया ने बताया कि आदेश के अनुसार पंचायत की सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण की जानकारी के लिए जनवरी और जुलाई में आबादी, तालाब-तल और चरागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण का सर्वे करना होगा। इसके लिए तीन पंचों की समिति बनाई जाएगी। ग्राम पंचायत आबादी क्षेत्र में किए गए ऐसे अतिक्रमण का ब्योरा ग्राम विकास अधिकारी के रजिस्टर में दर्ज कराना होगा। अतिक्रमण की जानकारी पुख्ता हो जाती है तो सरपंच को आबादी क्षेत्र से अतिक्रमियों को बेदखल करने का नोटिस जारी करना होगा। अतिक्रमण की जानकारी पंचायत या सदस्य या सचिव को ध्यान में लानी होगी। यही नहीं सरपंच को तुरंत अतिक्रमण रोकना होगा
तहसीलदार को देनी होगी रिपोर्ट
यदि ग्राम पंचायत की राय हो कि अतिक्रमण का विनियमन करने से नियम-146 में उल्लेखित शर्तो का अतिक्रमण नहीं होगा तो बाजार कीमत पर भूमि आवंटित कर सकेंगे। चरागाह या तालाब तल पर अतिक्रमण के मामलों की लिखित रिपोर्ट तहसीलदार को देनी होगी। ग्राम पंचायता अतिक्रमण हटाने के दौरान क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट से पुलिस की इमदाद ले सकती है। पंचायत को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि तहसीलदार ने चरागाह अतिक्रमी पर रोपित शास्तियों की राशि पंचायत निधि में जमा करवाई है या नहीं। अवहेलना पर संबंधित सरपंच या ग्राम विकास अधिकारी के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का पीला पंजा
रोहित सोनी
आसींद । आसींद के बदनोर पंचायत समिति के परा ग्राम के बस स्टैंड के पास लगभग 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर प्रतिदिन ग्रामीणों द्वारा अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था। अवैध अतिक्रमण हटाने के लिये ग्राम पंचायत व ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर ब्यावर को लिखित में रिपोर्ट दी गई। जिसपर प्रशासन द्वारा सात दिवस पूर्व अतिक्रमियों को अतिक्रमण को हटाने के लिये नोटिस दिए गए थे। आज उपखण्ड अधिकारी के निर्देश में तहसीलदार सांवरलाल जाट, थानाधिकारी रामकिशन सैनी सहित पुलिस जाप्ता व ग्राम पंचायत के सहयोग से 148.50 हेक्टेयर चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को जेसीबी के सहयोग से हटायूयुगया। ग्रामीणों द्वारा चारागाह भूमि पर दर्जनों कच्चे, पक्के निर्माण कर निवास करने लग गए थे। और चारागाह में ट्यूबवेल खुदवाकर बिजली कनेक्शन भी करवा दिए गए। तहसीलदार सांवरलाल जाट ने कहा कि परा गांव में जितनी भी चारागाह भूमि है उसपर अवैध अतिक्रमण हो स्खे थे उन्हें नोटिस दिए गए थे। नोटिस की शिकायत पर ग्राम पंचायत से सहयोग मांगा गया था जिसपर उपखण्ड अधिकारी के निर्देश से राजस्व व पंचायतीराज के कर्मचारियों व पुलिस जाप्ता की मौजूदगी में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाया गया और आगे भी उपखण्ड क्षेत्र में अतिक्रमियों द्वारा चारागाह भूमि पर किये गए अतिक्रमण को हटवाया जाएगा।
मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/avedhatikn/
300 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमियों का कब्जा
आवर| ग्रामपंचायत आवर में करीब 300 बीघा चारागाह भूमि मौजूद है। इसमें से अधिकतर भूमि पर अतिक्रमियों ने कब्जा कर रखा है। इसके चलते क्षेत्र के गोवंश काे चराने में परेशानी हो रही है। पंचायत क्षेत्र के लाड़खेड़ा निवासी रतनसिंह ने बताया कि चारागाह भूमि पर अवैध रूप से कई रसूखदार लोगों ने कब्जा कर रखा है। इस कारण गोवंश को जंगल में चराने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पा रही है। इससे गोवंश गांवों एवं कस्बे की ओर पलायन कर रहे हैं। एक ओर जहां आवर के लोगों ने लावारिस गोवंश की समस्या से निपटने के लिए गोशाला निर्माण का फैसला लिया है। वहीं पंचायत ने लावारिस गोवंश की समस्या से निपटने के लिए गोशाला निर्माण का फैसला लिया है। चारागाह भूमि अतिक्रमियों की गिरफ्त से मुक्त हो जाए तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। मंगलवार को लाड़खेड़ा सहित आवर के ग्रामीणों ने उपसरपंच साजिदुल्ला खान के नेतृत्व में एसडीएम भवानीमंडी को ज्ञापन देकर समस्या समाधान की मांग की है।
Tuesday 20 February 2024
पंचायत की जमीन पर अतिक्रमण हुआ तो होगी कार्रवाई
राजस्थान न्यूज डेस्क, किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 210 गांवों में अब ग्राम पंचायतों की भूमि पर अतिक्रमण की शिकायतों पर सरपंच और ग्रामसेवक को तुरंत कार्रवाई करनी होगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने पंचायतों में बढ़ रही अतिक्रमण की शिकायतों पर अब सख्त रुख अपना लिया है। सरकार ने साफ कह दिया है कि अगर पंचायतों की भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो सरपंच-बीडीओ पर गाज गिरेगी।
विधानसभा क्षेत्र के 210 राजस्व गांवों में से 118 गांव सिलोरा पंचायत समिति के अधीनस्थ है। पंचायत समिति ने सभी ग्राम पंचायतों के सरपंचों और ग्रामसेवकों को अपनी-अपनी पंचायतों में सर्वे कर ऐसे अतिक्रमण चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं।
सिलोरा पंचायत समिति के विकास अधिकारी रामचंद्र मीणा ने बताया कि पंचायत समिति क्षेत्र में 114 गांव आबादी वाले है। आदेश के अनुसार पंचायत की सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण की जानकारी के लिए जनवरी-जुलाई में आबादी, तालाब और चारागाह भूमि पर अतिक्रमण का सर्वे करना होगा। इसके लिए तीन पंचों की समिति बनाई जाएगी। ग्राम पंचायत क्षेत्र में हुए अतिक्रमण का ब्यौरा ग्राम विकास अधिकारी के रजिस्टर में लिखना होगा। अतिक्रमण की जानकारी पुख्ता होने पर सरपंच को आबादी क्षेत्र से अतिक्रमियों को बेदखल करने का नोटिस देना होगा। अतिक्रमण की जानकारी पंचायत, सदस्य या सचिव के ध्यान में लानी होगी। तुरंत अतिक्रमण रोकने के कदम उठाने होंगे। सरपंच अतिक्रमण हटाने के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अतिक्रमी के खर्चे व हर्जाने पर की जाएगी।
अजमेर न्यूज डेस्क!!!
मूल ऑनलाइन लेख - https://samacharnama.com/city/ajmer/action-will-be-taken-if-there-is-encroachment-on-ajmer/cid13622966.htm
आबादी भूमि पर अतिक्रमण पर तो अब होगी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई
पंचायतीराज विभाग ने जारी किए फरमान
ग्राम पंचायत के स्वामित्व वाली आबादी एवं खातेदारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर राज्य सरकार अब एक्शन मूड में है। आबादी भूमि, तालाब एवं चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने में आदेशों की अवहेलना करने पर संबंधित ग्राम पंचायत के संरपच और ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की भूमियों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव एवं आयुक्त ने आदेश जारी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। इसके लिए शासन सचिव एवं आयुक्त रवि जैन की ओर से जारी परिपत्र जारी किया गया है।
आदेश में क्या: लगातार बढ़ रहा है अतिक्रमण
आदेश में बताया कि ग्राम पंचायत, पंचायत भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए सीधे ही या अपने क्षेत्र के उपखंड मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र देकर राजस्थान पंचायती राज अधिनियम की धारा 1994 की धारा 110 के अनुसार पुलिस की सहायता भी ले सकती है। अधिरोपित शास्तियों की सभी रकमें पंचायत निधि में पूरी जमा होगी।
तीन वार्ड पंचों की बनाए कमेटी
सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण का पता लगाने के लिए प्रतिवर्ष जनवरी एवं जुलाई माह में आबादी भूमियों, तालाब एवं चारागाह भूमियों पर अतिक्रमण का सर्वे करने के लिए तीन वार्ड पंचो की कमेटी बनाई जाएगी। ग्राम विकास अधिकारी ऐसे सभी अतिक्रमण को ब्यौरा रजिस्टर में रखेंगे। अतिक्रमण करने वालों बेदखली का नोटिस देकर उन्हें सुनवाई का अवसर देकर हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
एक्सपर्ट व्यू…राजस्थान पंचायतीराज नियम 1996 के नियम 165 में ग्राम पंचायतों को अपने स्वामित्व एवं खातेदारी भूमि से अतिक्रमण हटाने के अधिकार दिए हुए है। ग्राम पंचायत अतिक्रमियों को नोटिस देकर उन्हें बेदखल कर सकती है।संदीप कलवानिया, अधिवक्ता उच्च न्यायालय
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/sikar-news/now-action-will-be-taken-against-those-responsible-for-encroachment-8735136?amp=1
चारागाह, वन और पंचायत की भूमि पर बढ़ता जा रहा अतिक्रमण, जिम्मेदार मौन
कस्बे सहित ग्राम पंचायत क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों सहित संबंधित विभाग की अनदेखी के कारण दिनोंदिन अतिक्रमियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। कस्बे के सार्वजनिक स्थल हो या चारागाह भूमि, वन भूमि, ग्राम पंचायत की भूमि, सरकार की ओर से आवंटित भूमि पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है।
Monday 19 February 2024
चारागाह व सरकारी भूमि पर हो रहा अवैध खनन
ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई नहीं होने पर जताया रोष
ग्राम अमृतपुरा के ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें सरकारी व चारागाह भूमि पर किए जा रहे अवैध खनन पर कार्रवाई करवाने की मांग की गई। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में धडल्ले से अवैध खनन हो रहा है। अवैध खनन के लिए ब्लॉस्टिग की जाती है। जहां पर सुरक्षा मानकों का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। इससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है। खनन विभाग, हल्का पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक एवं तहसीलदार को कई बार शिकायत दी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों पर मौन सहमति का आरोप लगाया। हालात यह है कि क्षेत्र में अवैध खनन से गहरे गड्ढे़ कर दिए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन पर कार्रवाई नहीं होने पर क्षेत्र में आक्रोश बढ़ेगा। ज्ञापन देने वालों में आजाद, नैनू, रहमत, नारायण, अकबर, पप्पू, श्रवण, सतार, मुमताज, अलादीन, वीरम, चेतन सहित अन्य शामिल रहे।अभियान खानापूर्ति बनकर रह गया
ज्ञापन देने आए ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन पर प्रभावी कार्रवाई को लेकर प्रदेश में हाल ही में अभियान चलाया गया था। इसके तहत ही ब्यावर में भी अवैध खनन पर कार्रवाई को लेकर अधिकारियों की सामूहिक रूप से टीमों का गठन किया गया। अभियान के तहत वन क्षेत्र, चारागाह व सरकारी जमीन से अवैध रूप से खनन करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। इससे खनन लगातार जारी है। अभियान के तहत फौरी तौर पर चुनाई पत्थर लाने वाले व अन्य पर कार्रवाई कर इतिश्री कर ली। जबकि इस अवैध काम से जुड़े़ लोगों का काम अभियान में भी अनवरत चलता रहा।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/beawar-news/beawar-news-8734136
Saturday 17 February 2024
धड़ल्ले से हो रहा अवैध अतिक्रमण व अवैध खनन
सरकारी नुमाइंदे मूक दर्शक, मिलीभगती की आशंका। (किशन वैष्णव)
शाहपुरा स्मार्ट हलचल/राज्य सरकार के अवैध अतिक्रमण व अवैध खनन पर कार्यवाही को लेकर अभियान तो चला रखा हे और अनेक स्थानों पर अतिक्रमण की शिकायतों के बाद अतिक्रमण भी हटा रहे हैं। जिले में अभी भी आधे से ज्यादा गांवो में अवैध खनन और अवेध अतिक्रमण दिन ब दिन धद्रुते से पनपता जा रहा है वही खाम में सरकारी व बितानाम, चरागाह भूमि पर कब्जा, अतिक्रमण कर बाड़े व खेत बना दिए गए हैं जिले में सबसे ज्यादा अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण सायद और कहीं नहीं होगा। जिसकी जानकारी स्थानीय व उच्चअधिकारियों को होते हुए भी मूक दर्शक बने अपना ड्यूटी समय गुजार कर निकल लेते हैं। शाहपुरा नव निर्मित जिले में अवैध खनन व अवैध अतिक्रमण को लेकर जिला कलेक्टर टीकम चंद बोहरा ने माफियाओं में खौफ पैदा कर दिया था। आमजन की शिकायतों को तुरंत प्रभाव से निपटाने में समय नहीं लगाते थे। लेकिन अभियान और बोहरा के स्थानांतरण के बाद फिर अवैध खनन माफियाओ ने क्षेत्र में अवैध खनन शुरू कर पांव फैलाना शुरु कर दिया, रात दिन चरागाह व अवैध सरकारी भूमि पर कब्जा कर खनन कर सैकड़ो टन पत्थर रोजाना निकाला जा रहा है शाहपुरा जिले के गांवों में अधिकतर पत्थर सप्लाई यहां से होता है। वही अवैध अतिक्रमण माफियाओं का भी राज वर्षों से जमे हुए हैं राजनीति वोट बैंक के चलते राजनेतिक जनप्रतिनिधि भी कार्यवाही में कोताही बरत रहे हैं। जिला कलेक्टर टीकम चंद बोहरा के अवैध खनन माफियाओं पर चले अभियान के तहत भी यहां स्थित अवैध खनन माफियाओं पर खासी कार्यवाही नहीं हुई। वही स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी संदेह के घेरे में दिखाई देती है जिससे अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण में धीरे धीरे सरकारी, चरागाह व अन्य बिलानाम भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर अवैध खनन और अवैध अतिक्रमण का डेरा डाल रखा है साथ ही बाड़े बन कर अधिकार जमा रखा है, शिकायत पर कार्यवाही होती है लेकिन शिकायत कोई करता नहीं क्युकी या तो लोग प्रभावशाली माफियाओं से डरते हैं या खुद माफिया बन काला गोरख चला रखा है, यहां आस पास अनेक खदाने है जिससे अवैध रुप से खुदाई कर पत्थर निकाल कर अवैध रॉयल्टी देकर परिवहन करते हैं। जेसीबी, डंपर सहित अवैध रूप से कंप्रेसर से खुदाई की जाती है। अवैध अतिक्रमण कर सैकड़ो बाड़े बना रखे हैं। अधिकार जमा रखा है। सार्वजनिक प्रयोजनार्थ आरक्षित भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर लोगो द्वारा विद्युत कनेक्या लगा रखा है। वही क्षेत्र में अवैध अतिक्रमणसुदा जमीन पर विद्युत विभाग ने अवैध विद्युत कनेक्शन जारी कर रखे हैं। जानकारी के बाद भी जिले के सरकारी नुमाइंदे मूक दर्शकक है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/illegal-encroachment-and-illegal-mining/
Friday 16 February 2024
राजस्थान में भजनलाल सरकार का एक्शन मोड़, अतिक्रमण को लेकर सरपंचों और ग्राम विकास अधिकारियों पर होगी कार्यवाही
राजस्थान में भजनलाल सरकार ने ग्राम पंचायत की आबादी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए एक्शन मोड़ पर आ गई है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने इसके लिए एक परिपत्र जारी किया है, जिसमें साफ निर्देश दिए गए हैं कि अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई ग्राम पंचायत या ग्राम विकास अधिकारी इस परिपत्र की अवहेलना करता है, तो उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी।
परिपत्र में यह भी बताया गया है कि पंचायत यह सुनिश्चित करें कि तहसीलदार द्वारा चरागाह भूमि के अतिचारियों पर अधिरोपित शास्तियों की सभी रकमें पंचायत निधि में पूरी तरह से जमा करवा दी जाएं। इससे पंचायत को आर्थिक लाभ होगा।
इस परिपत्र को जारी करने वाले शासन सचिव एवं आयुक्त रवि जैन ने कहा है कि वे ग्राम पंचायतों की गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं और यदि कोई भी अनियमितता पाई जाती है, तो उसका सख्त से सख्त सामना करना पड़ेगा।
Thursday 15 February 2024
...तो नपेंगे सरंपच और ग्राम विकास अधिकारी, जानिए भजनलाल सरकार का लेटेस्ट आदेश
राजस्थान में भजनलाल सरकार एक्शन मोड़ पर है। ग्राम पंचायत की आबादी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जाएगा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। कड़े निर्देश दिए है।
राजस्थान में भजनलाल सरकार एक्शन मोड़ पर है। ग्राम पंचायत की आबादी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जाएगा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। आदेश में साफ कहा है कि परिपत्र की अवहेलना करने पर संबंधित ग्राम पंचायत के संरपच और ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। परिपत्र में कहा गया है कि विभाग के ध्यान में आया है कि ग्राम पंचायत की स्वामित्व की आबादी भूमि और खातेदारी भूमि पर अतिक्रमरण किया जा रहा है। लेकिन कुछ ग्राम पंचायतों ने अतिक्रमण हटाने के लिए प्रभावी कार्यवाही नहीं की है। इसलिए इस संबंध में निर्देशित किया जाता है।
तहसीलदार को दी जाए रिपोर्टचारागाह भूमि या तालाब तल पर पाए गए अतिचार को हटाने की रिपोर्ट तहसीलदार को दी जाए। आदेश में कहा गया है कि पंचायत, पंचायत भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए सीधे ही या अपने क्षेत्र के उपखंड मजिस्ट्रेट को प्रार्थना करते हुए राजस्थान पंचायती राज अधिनियम की धारा 1994 की धारा 110 के अनुसार पुलिस की सहायता भी ले सकती है।
Wednesday 14 February 2024
आसीन्द नगर पालिका क्षेत्र में चरागाह भूमि पर हुआ अतिक्रमण, खेल मैदान बनाने की मांग
भीलवाड़ा। आसीन्द नगर पालिका क्षेत्र में चरागाह भूमि एवं सरकारी भूमि जिसके आराजी संख्या 1071,7324 व 1072 पर कुछ प्रभावशाली लोगो ने तारबंदी करके अतिक्रमण कर लिया है। उक्त अतिक्रमण को हटाने एवं भूमि का आवंटन विद्यालय के खेल मैदान हेतु करने की मांग को लेकर ग्रामीणो ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। नगर पालिका आसीन्द के वार्ड संख्या 01 के पार्षद कैलाश भील ने बताया कि वार्ड संख्या 01 मे स्थित आमली खेड़ा की झोपडिया में राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृति विद्यालय है,जो कक्षा 12वीं तक संचालित है,जिसमें 150 के लगभग छात्र-छात्राए अध्यनरत् है। मगर उनके लिये खेल मैदान नही हैं,वही विद्यालय के सामने स्थित सरकारी एवं चरागाह भूमि जिसके आराजी संख्या 1071,7324 व 1072 है। जिस पर पिछले दिनो कस्बे के कुछ प्रभावशाली लोगों ने अवैध अतिक्रमण कर पोल लगाकर तारबंदी कर दी। जिसकी शिकायत नगर पालिका के अधिकारियों को भी की,मगर उन्होने इस पर कोई ध्यान नही दिया। उक्त भूमि को विद्यालय विकास समिति के सदस्यों ने खेल मैदान के लिये आवंटित करने हेतु प्रस्ताव बनाकर भेज रखा है। ज्ञापन में जिला कलेक्टर से मांग की गई है कि अवैध अतिक्रमण हटाकर विद्यालय के खेल मैदान के लिये उक्त भूमि आवंटित की जायें। इस दौरान कई ग्रामीण उपस्थित थे।
अवैध कब्जे में प्रदूषण को लेकर नाराज ग्रामीण फैक्ट्री को ताला जड़ किया विरोध प्रदर्शन
ज्ञापन प्रस्तुत करने वालों में सरपंच प्रतिनिधि गीता देवी भील,जगदीश बंजारा, हिम्मत सिंह चौहान, भेरूलाल अहीर, राधेश्याम अहीर, रामेश्वर लाल अहीर,शिवराज सिंह, लादू लाल गाडरी ,रणजीत सिंह, राधेश्याम अहीर, सीताराम अहीर आदि ने मौके पर ग्राम दानी पटवारी हेमराज अहीर को भी बुलवाकर रास्ते में ग्राम दानी की चरागाह भूमि की भी जानकारी ली. जिस पर रास्ते की पक्की रोड में फैक्ट्री के अंदर तक ऑफिस व कॉलोनी अवैध रूप से बनी हुई बताया है. साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी सचिव जगदीश चंद्र शर्मा ने भी जानकारी देते हुए बताया कि उक्त भूमि व रास्ते के लिए कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई है .ओर यह सड़क वास्तव में अवैध रूप से ग्राम दानी की भूमि पर बनाया जाना बताया गया है.
वहीं दूसरी ओर ग्रामीण लोग एकत्रित होकर उपखंड मुख्यालय पहुंचे एवं उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्या से अवगत कराया और कहा कि फैक्ट्री प्रबंधक द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर बाहरी लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है एवं स्थानीय लोगों की हाजिरी भी पूरी नहीं भरी जाती है. यही नहीं फैक्ट्री से केमिकल युक्त पानी बाहर छोड़ा जा रहा है जिससे आमजन में भयंकर बीमारियां फैल रही है. बड़ी तादाद में मवेशियों की मौत हो चुकी है. फैक्ट्री द्वारा ग्रामदानी भूमि पर सड़क निर्माण कार्य करवाया गया जिसका उसे दौरान ग्रामीण लोगों ने जमकर विरोध किया था.
इस अवसर पर जगदीश चंद्र बंजारा, सीताराम अहीर, कैलाश अहीर,रणजीत सिंह,भगवान लाल, राधेश्याम अहीर, हिम्मत सिंह, कालू लाल,सुनील कुमार, हीरालाल, शिवराज सिंह, नंदलाल भील,नारायण लाल,शंकर लाल, कैलाश, शांतिलाल, देवीलाल बंजारा,राजकुमार अहीर, रतनलाल, कैलाश चंद्र,नारायण लाल,भगवान लाल, बबलू लाल,प्रकाश सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण लोग उपस्थित थे.
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.palpalindia.com/2024/02/14/Rajasthan-Chittorgarh-pasture-land-illegal-occupation-pollution-villagers-angry-protest-Manomoy-Tax-India-Limited-Gangrar-Jojra-Ka-Kheda-Toll-Plaza-news-in-hindi.html
Tuesday 13 February 2024
ग्रामीण बोले: रवां बांध को बचाने के लिए निरस्त करो लीज
खेतड़ी . उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देते रवां गांव के ग्रामीण ।
Monday 12 February 2024
राजस्व विभाग ने जारी किए नोटिस, चरागाह पर अतिक्रमण कर ईंट भट्टे स्थापित करने की शिकायत
चरागाह व आम रास्तों पर अवैध अतिक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। अब मोरभाटियान गांव में चरागाह भूमि पर ईंट भट्टा निर्माण का मामला सामने आया है।
राजस्व विभाग ने जारी किए नोटिस, चरागाह पर अतिक्रमण कर ईंट भट्टे स्थापित करने की शिकायतचरागाह व आम रास्तों पर अवैध अतिक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। अब मोरभाटियान गांव में चरागाह भूमि पर ईंट भट्टा निर्माण का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की है। हालांकि राजस्व विभाग की टीम मोरभाटियान पहुंची और अतिक्रमण को चिह्नित किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि मोरभाटियान में खसरा नंबर 1761/424 की भूमि पंचायत की है। यह चरागाह के लिए है। लेकिन उसमें प्रभावशाली लोगों की ओर से अवैध कब्जा कर अवैध ईंट भट्टा का संचालन किया जा रहा है । साथ ही उनकी ओर से किसी भी विभाग से ईंट बनाने के लिए अनुमति नहीं ली गई है। वहीं लगातार कम हो रहे चरागाह से पशु पालकों को मवेशियों को लेकर परेशानी हो रही है।
गत दिनों की गई खानापूर्ति
ग्रामीण मोहनलाल, सुरेश, अनिल आदि ने बताया चरागाह पर किए गए अतिक्रमण की शिकायत के बाद गत दिनों राजस्व विभाग की टीम पहुंची थी। लेकिन उन्होंने अतिक्रमण पर कार्रवाई नहीं की। ऐसे में लगातार अतिक्रमण बढ़ रहे हैं।
कभी नहीं हुई कार्रवाई
चरागाह में किए जा रहे अतिक्रमण की शिकायत ग्रामीणों ने पहले भी की है। लेकिन अब तक कार्रवाई की गई। ऐसे में लगातार चरागाह पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि राजस्व विभाग व खनिज विभाग की बिना अनुमति के ये ईंट भट्टा संचालित हो रहा है। दोनों विभागों के अधिकारियों की ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। जबकि इससे पर्यावरण को नुकसान भी हो रहा है।
गत दिनों चरागाह पर किए गए अतिक्रमण को चिह्नित किया है। जल्द ही सभी अतिक्रमण हटाए जाएंगे। इसके लिए नोटिस भी जारी किए हैं।
रतनलाल, नायब तहसीलदार बरवास
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/complaint-of-encroachment-on-pastureland-8722283
Sunday 11 February 2024
चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण, जब्त किये जाली खंभे
इशरदा राण्या कान्या बालाजी मंदिर तलाई पर गत शुक्रवार को चारागाह भूमि पर समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने तारबंदी कर अतिक्रमण कर लिया था जिससे इशरदा, शिवाड़, सारसोंप के ग्रामीणों में आक्रोश समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ बढ़ रहा था। जिसकी सूचना प्रशासन के उच्च अधिकारी को मिलने पर प्रशासन के अधिकारी चौथ का बरवाड़ा तहसीलदार कमल पचौरी ने नायक तहसीलदार सुरेश बंद्र जैन, थाना प्रभारी भंवर सिंह, चौकी प्रभूची शिवाड़ मदनलाल बंजारा, चौकी प्रभारी इशरदा रामकुमार गोरा, हल्का पटवारी उमेश बैरवा मय दलबल के साथ मौके पर पहुंच कर जेसीबी से अतिक्रमण हटाकर तार खंबे जाली को जप्त किया।
Saturday 10 February 2024
शिवाड़ में मन्दिर के पास चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालो के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग
जिले के चौथ का बरवाड़ा उपखण्ड के शिवाड़ में स्थित राण्या कान्या बालाजी के मंदिर के पास तलाई पाल चारागाह भूमि पर कुछ व्यक्तियों ने अतिक्रमण कर साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की। जिसके खिलाफ जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. भरतलाल मधुरिया ने बताया कि बालाजी के मंदिर के पास कुछ व्यक्तियों ने तारबंदी कर अतिक्रमण कर लिया है।
इस भूमि पर पूर्व में भी इन लोगों ने अतिक्रमण करने की कोशिश की थी, जिस पर प्रशासन ने आकर अतिक्रमण को हटवा कर पाबंद किया था जो आज तक जारी है। लेकिन पाबन्दी के बावजूद भी इन्ही लोगों द्वारा पुनः लगभग 1 बीघा जमीन पर तारबंदी करके अतिक्रमण कर लिया है, जिसके खिलाफ लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। बालाजी मंदिर पुजारी ने क्षेत्रीय ग्रामीण के साथ पुलिस चौकी शिवाड़ पहुंचकर प्रशासन से अतिक्रमण हटवाकर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इस मौके पर हल्का पटवारी भी मौजूद था जिसकी जानकारी स्थानीय कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों को दे दी है। पुजारी शिवचरण योगी ने बताया कि एक समुदाय विशेष लोगों द्वारा 31 अगस्त 2009 में भी इस तरह का भूमि पर अतिक्रमण करने की कोशिश की थी जिस पर उक्त जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर, तहसीलदार चौथ का बरवाड़ा ने कार्यवाही करते हुए यथा स्थिति बनाए रखते हुए कुछ लोगों को पाबंद किया था जब से अब वहीं स्थिति बनी हुई थी परंतु शुक्रवार को एक समुदाय विशेष के लोगों ने इस स्थान पर तारबंदी करने लगे जिस पर शिवाड़ पुलिस चौकी, हल्का पटवारी मौके पर पहुंचकर श्वन्हें तारबंदी नहीं करने के लिए समझाइश की।
परंतु रात को इन लोगों ने वहां तारबंदी कर माहौल खराब करने की कोशिश कि जिस पर शनिवार को सारसीप, इसरदा, शिवाड़ एवं बालाजी के भक्तों द्वारा शिवाड़ चौकी पहुंचकर ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाकर अतिक्रमणियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। जिस पर शिवाड़ पुलिस स्टाप, पटवारी ने ग्रामीणों को शांति बनाए रखने की अपील कर ग्रामीणों को वापस भेजने की कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
मूल ऑनलाइन लेख - https://vikalptimes.com/demand-to-take-action-against-those-encroaching-on-pasture-land-near-the-temple-in-shivar/
चारागाह भूमि पर कब्जा, दर-दर भटकने को मजबूर गौवंश
पेड़ पौधे काटकर उगा रहे फसलें, भू-माफिया लाखों की कर रहे कमाई
सीसवाली कस्बे मे मवेशियों को विचरण करने के लिए आवंटन की गई चारागाह भूमि धीरे-धीरे खेतों में तब्दील होने लग गई।
सीसवाली। सीसवाली उपतहसील क्षेत्र में चारागाह भूमि मौजूद है लेकिन उस पर दबंग लोगों ने सैकड़ों बीघा भूमि पर कब्जा करके फसलें उगा रखी है। जिससे गौवंश दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे है। वहीं कई भूमाफियाओं ने बडे पैमाने पर जगह रोककर प्लानिग काटकर लाखों रुपए कमा रहे है। प्रशासन हर नोटिस देकर इतिश्री कर लेता है। चारागाह भूमि पर साल दर साल भू-माफिया चारागाह भूमि के पेड पौधे काट कर समतल करके फसले उगा रहे है। वहीं उस भूमि पर अवैध पत्थर या अन्य मेटेरियल डाल कर ओर चार दिवारी करके अतिक्रमण करने में नहीं चूक रहे है जबकी प्रशासन को सब मालूम होने के बाबजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। पूर्व मे बारां जिला कलक्टर ने चारागाह भूमि को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिया गया था। इसके बावजूद भी सीसवाली कस्बे में हो रहे चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के लिए पंचायत प्रशासन द्वारा सख्त रवैया क्यों नहीं अपनाया गया। पंचायत द्वारा केवल चेतावनी बोर्ड लगाकर इतिश्री कर दिया गया था। वहीं चारागाह भूमि मे भूमाफियाओं द्वारा अपना कब्जा जमाकर फसले पैदा की जा रही है।
चारागाह भूमि खेतों में होने लगी तब्दील
सीसवाली कस्बे मे मवेशियों को विचरण करने के लिए आवंटन की गई चारागाह भूमि धीरे-धीरे खेतों में तब्दील होने लग गई। सीसवाली कस्बे में हजारों बीघा चारागाह भूमि पर कभी घने पेड़ थे। जिनको काटकर समतल मैदान कर दिए गए और वहां पर अपना अधिकार जमा कर उन्ही मैदानों में अब सिंचाई युक्त खेत बनाकर फसले उगाकर लाखों रुपए की कमाई कर रहे ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करना तो दूर पंचायत विभाग व राजस्व विभाग द्वारा उक्त चारागाह जमीन को अवैध रूप से कब्जा करने वालों के खिलाफ राजस्व विभाग द्वारा
उगाकर लाखों रुपए की कमाई कर रहे ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करना तो दूर पंचायत विभाग व राजस्व विभाग द्वारा उक्त चारागाह जमीन को अवैध रूप से कब्जा करने वालों के खिलाफ राजस्व विभाग द्वारा धारा 91 का नोटिस जारी कर नाममात्र का जुर्माना कर दिये जाते हैं। जिससे भू-माफियाओं पर किसी प्रकार का असर नही होता।
चारागाह भूमि पर पक्के रोड बने
चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करके रहने वाले लोगो के लिए पंचायत प्रशासन द्वारा चारागाह भूमि पर पक्के रोड बना रखे है। बिजली पानी की लाईने बिछा डाली है। प्रशासन इस पर रोक लगाने में नाकाम साबित हुआ है। प्लानिंग काट कर बेचे जा रहे है प्लाटकालूपुरा अन्ता रोड पर भूमाफियाओ द्वारा बडे बडे बाडे रोककर प्लानिंग काट कर लाखो रुपए में प्लाट बेचे जा रही है वही लोग प्लाट खरीद कर पक्के मकान बनाने में नहीं चूक रहे है।
भू-माफिया एवं अवैध खननकर्ता पौधों को कर रहे नष्ट
एक तरफ सरकार पौधारोपण कर आक्सीजन की अत्यधिक मात्रा में उत्पादन करना चाहते है तो वहीं दूसरी ओर जंगल को बचाने में लगी हुई है। पंचायत विभाग द्वारा हर वर्ष नरेगा के तहत लाखो रुपए के पौधारोपण व सुरक्षा खाई खोदी जाती है लेकिन भूमाफियाओं एवं अवैध खननकर्ताओं द्वारा मिट्टी खनन के दौरान पौधों को नष्ट कर दिया जाता है। ऐसा वहीं लोग कर रहे हैं जिन्हें प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है या फिर राजनीति संरक्षण प्राप्त है। अब इसको राजस्व विभाग या पंचायत प्रशासन की लाचारी समझे या फिर लापरवाही संबंधित विभाग व जिम्मेदार प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।
मवेशी हो गए बेसहारा
अपने घर के सदस्य के रूप मे पालने वाले जानवरों को पशुपालक ही आवारा कहने लगे है। खेतों की मेढ रही नहीं। चारागाह अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया पशुओं का दुध निकालकर पशुपालक सड़कों पर विचरण करने के लिए छोड देते है। वहीं सड़कों पर बैठे रहने वाले जानवर व वाहन चालक आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होते रहते है। आखिरकार प्रशासन चारागाह की भूमि पर काबिज इन दंबगों पर कार्यवाही की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। जबकि सरकार द्वारा पशुओं को विचरण करने के लिए चारागाह के अंतर्गत भूमि आवंटन की गई थी लेकिन चारागाह की जमीन पर दबंगाई भूमाफिया द्वारा पशुओं को विचरण करने वाली चारागाह भूमि पर कब्जा कर एवं फसल उपजाऊ कर लाखों रुपए अपनी जेब में रख कर पशुओं को सड़कों पर छोड़ दिया जाता है। जिससे रोड पर चलने वाले वाहनों से मवेशी व वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है।
सीसवाली में तीन गोशालाएं संचालित है। सैंकड़ो बीघा जमीन चारागाह भूमि है। जिस पर भी कस्बे के दबंग लोगों द्वारा अपना कब्जा करके फसले उगा रहे है। गौमाता दर-दर भटकने को मजबूर है। दिनभर सड़कों पर विचरण करके कागज, गत्ता, पॉलिथीन, खाकर अपना पेट भर रही है।
Wednesday 7 February 2024
महवा में प्रशासन की बड़ी पहल,आठ बीघा चरागाह भूमि कराया अतिक्रमण मुक्त
दौसा जिले के महवा विधानसभा क्षेत्र के विशाला गांव में पुलिस प्रशासन द्वारा 8 बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया. चारागाह भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा फसल उगाई हुई थी.
अतिक्रमण मुक्त पुलिस द्वारा कराया
गोपाल गौसेवा संस्थान ने उठाई चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग
गोपाल गौसेवा संस्थान ने उठाई चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग
Tuesday 6 February 2024
असर सबर का 40 करोड़ की 100 बीघा भूमि को कराया अतिक्रमण मुक्त
चार जेसीबी, दस ट्रैक्टर और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा अतिक्रमण रोधी दस्ता
Monday 5 February 2024
चारागाह भूमि पर क्रेशर मशीन लगाने का विरोध:स्कूल मैदान में धूल, मिट्टी से परेशानी; कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
तहसील पचपहाड़ के ग्राम गुराड़िया झाला में स्थित चारागाह भूमि पर क्रशर मशीन लगाने का विरोध करते हुए ग्राम वासियों ने जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया। ग्राम गुराड़िया झाला के खसरा संख्या 425/02 चारागाह भूमि है, जिस पर पानी की तलाई बनी हुईं है। इसके पास है स्कूल का मैदान और अन्य काश्तकारों की भूमि स्थित है।
Sunday 4 February 2024
ग्राम पंचायत चछलाव गांव में आयोजित हुआ शामलात जागरूकता अभियान
Friday 2 February 2024
गांव अजरोंदा में 161 बीघा चारागाह भूमि पर दबंगो ने किया अवैध कब्जा, ग्रामीणों में रोष
चरागाह से अतिक्रमण हटाकर सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व ने उपखंड अधिकारी को 7 दिवस में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा ने सामाजिक कार्यकर्ता पूरण मल यादव के नेतृत्व में ग्रामीणों की शिकायत पर जांच के बाद ग्राम पंचायत लाडाकाबास में चारागाह भूमि पर भू प्रबंधन विभाग से सीमा ज्ञान करते हुए अतिक्रमण को भू माफिया से खाली करवाने का आदेश जारी किया है।
Thursday 1 February 2024
चारागाह एवं सिवायचक भूमि से अतिक्रमण को हटाएं: डॉ. सौम्या झा
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चारागाह भूमि पर अतिक्रमण और पेयजल संकट से परेशान मासलपुर तहसील के पिपरानी गांव की जाटव बस्ती के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन ...
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टोंक 6 Aug 2022 अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है. टोंक ...