Sunday 30 June 2024

आदमपुर गांव में सरकारी भूमि पर ​​​​​​​भूमाफियाओं का कब्जा: रास्ते के लिए लोग परेशान, कलेक्टर से शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

बाड़ी उपखंड के आदमपुर गांव में सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं का कब्जा लगातार बढ़ रहा है। केवल कब्जा ही नहीं भू माफियाओं द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियों से साठ-गांठ कर कई बीघा चरागाह भूमि को निजी खाते में दर्ज करा लिया है। ऐसे में आम रास्ते की भूमि पर भी कब्जा किया जा रहा है। जिससे किसान परिवार परेशान है और उन्होंने धौलपुर कलेक्टर तक को ज्ञापन देकर मामले से अवगत कराया है, लेकिन मामले में कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

आदमपुर गांव निवासी पीड़ित विधवा सावित्री, किरण देई, सुनीता, शिमला सहित कई महिलाओं ने बताया कि उनके और परिवार की जीविका उपार्जन का एकमात्र साधन कृषि है। जिसको लेकर भी अब परेशानी आ रही है। भूमाफियाओं ने राजस्व विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से साठ-गांठ कर चारागाह भूमि और आम रास्ते की भूमि को अपने निजी खाते में दर्ज करा लिया है।

ऐसे में भूमाफिया भूमि को कब्जे में लेने के साथ अब आम रास्ते को बंद कर रहे हैं। खेतों को जाने वाला यह आम रास्ता गांव के श्मशान घाट को भी जाता है। जिसके बन्द होने पर वह किस प्रकार खेती करेंगे। इसको लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर तक को मामले से अवगत करा कार्रवाई की मांग की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

मामले में जांच कर कार्रवाई के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।

ये है पूरा मामला

आदमपुर गांव में किसानों की काश्तकारी भूमि के साथ कई बीघा चरागाह भूमि डली हुई है। जिन किसानों के खेतों के पास में यह भूमि है। वे उस पर लगातार कब्जा बनाए हुए हैं। कुछ किसानों ने भूमि में से डेढ़ बीघा भूमि आम रास्ते के पास और 15 बीघा भूमि श्मशान घाट के पास राजस्व विभाग के कर्मचारियों से साठ-गांठ कर अपने नाम करा ली है और अब वह उस पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी को लेकर अन्य किसानों को परेशानी हो रही है।

साढ़े सोलह बीघा भूमि पर कब्जा, आम रास्ता हो जाएगा बंद

काश्तकार प्रेमसिंह, ओमवीर, मलखान, दामोदर, मनोज कुमार आदि ने बताया कि आरजी खसरा नंबर 814/487 पर यह पूरा मामला बना हुआ है। सिवायचक की यह पूरी भूमि है। जिसमें डेढ़ बीघा एक जगह पर और 15 बीघा दूसरी जगह पर है। गांव के भूमाफियाओं माफिया ने बाड़ी तहसीलदार और हल्का पटवारी से मिलकर इसको अपने नाम दर्ज करा लिया है। जिस पर ग्रामीण किसानों ने आपत्ति कर एसडीएम कोर्ट में परिवाद दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त केस को लेकर रेवेन्यू फाइल गायब कर दी गई है। न्यायालय के लिए रिकॉर्ड मांगने पर वह गायब बताया गया है। इसी को लेकर धौलपुर कलेक्टर श्रीनिधि बीटी को ज्ञापन शॉप कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

मौके पर बढ़ेगा विवाद, झगड़े की संभावना

ग्रामीण किसान मनोज कुमार, राममोहन, प्रेमसिंह, ओमवीर, मलखान आदि का कहना है कि वह आम रास्ते पर किसी भी कीमत में कब्जा नहीं होने देंगे। श्मशान को जाने वाला रास्ता किसी भी कीमत पर बंद नहीं होगा। ऐसे में मौके पर विवाद बढ़ने और झगड़े की संभावना है।

प्रशासन ने दिया जांच का आश्वासन

बाड़ी तहसीलदार मोहम्मद हनीफ ने बताया कि सिवायचक भूमि पर कब्जे से जुड़ा पूरा मामला काफी पुराना है। जो मेरे समय का नहीं है, लेकिन मामले को लेकर जांच के लिए रिपोर्ट आई थी जिस पर कार्रवाई की जा रही है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dholpur/badi/news/land-mafias-occupy-government-land-in-adampur-village-133249540.html

Thursday 27 June 2024

चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग, ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा

किशोरी। गांव बामनवास चौगान के करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने बुधवार को थानागाजी तहसील कार्यालय पहुंचकर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग को लेकर थानागाजी तहसीलदार मोहित पंचोली को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया है कि गांव बामनवास चौगान के ही कुछ लोगों ने चारागाह भूमि पर जबरन कब्जा कर रखा है व हरे पेड़ों को काटकर खेती का कार्य किया जा रहा है।

चारागाह भूमि पर जब गांव के पशुपालक अपने मवेशियों को वहां लेकर जाते है तो प्रभावशाली व अतिक्रमी लोग मवेशियों को वहां से भगा देते है व पशुपालकों के साथ मारपीट करने पर उतारू हो जाते है। चारागाह भूमि से हनुमान मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते को भी इन लोगों ने बंद कर दिया है। जिसके चलते मंदिर में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर जल्द से जल्द चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/kishori/news/demand-to-remove-encroachment-from-pasture-land-villagers-submitted-memorandum-133231844.html

चरागाह पर अतिक्रमण, पीएलपीसी में दर्ज हो मामला

भूपालसागर | उपखंड की पारी ग्राम पंचायत के राजस्व गांव पारी का खेड़ा (बलानो का खेड़ा) में स्थित चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने को लेकर उपखण्ड अधिकारी पुनीत कुमार गेलड़ा को चरागाह विकास समिति ने सार्वजनिक भूमि संरक्षण सेल (पीएलपीसी) में मामला दर्ज करने और कार्रवाई के लिए रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि पारी का खेड़ा में रिकॉर्ड के अनुसार खाता संख्या 217 में 13.39 हेक्टेयर चरागाह भूमि है।

इसपर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। 2019 से उपखण्ड अधिकारी भूपालसागर को रिपोर्ट देते आ रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस दौरान चरागाह विकास समिति अध्यक्ष पप्पू लाल गुर्जर, सदस्य मदन लाल गुर्जर, भैरू लाल गाडरी आदि उपस्थित रहे। समिति के सदस्यों ने कहा कि अब जल्द कार्रवाई नहीं होगी तो उपखण्ड कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/bhopalsagar/news/encroachment-on-pasture-land-case-should-be-registered-in-plpc-133243401.html

Tuesday 25 June 2024

कोटड़ी कस्बे में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही: विकास की राह में नया कदम


कोटड़ी, 25 जून 2024 - पंचायत समिति कोटड़ी, तहसील और पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आज कोटड़ी कस्बे में नए बस स्टैंड से पुराने बस स्टैंड तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। यह कार्यवाही विभिन्न समाचार पत्रों, मीडिया चैनल, यूट्यूब चैनल और विकास पुरुषों द्वारा प्रशासन को लिखित में सूचित किए जाने के बाद की गई थी। कलेक्टर महोदय की रात्रि चौपाल में ग्रामीणों द्वारा लिखित में अतिक्रमण की समस्या से अवगत कराने पर यह कदम उठाया गया।

विकास अधिकारी रामबिलास मीणा ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर सभी का अधिकार है और अतिक्रमणकारियों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए पूरे बस स्टैंड पर कब्जा कर लिया था जिससे विकास प्रभावित हो रहा था। इस मौके पर तहसीलदार रवि शंकर चौधरी, गिरदावर, पटवारी और थानेदार सुरेंद्र सिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौजूद थे। उन्होंने जेसीबी की कार्यवाही की देखरेख की और किसी भी अनहोनी को नियंत्रित करने के लिए तत्पर थे।

इस कार्यवाही में करीब 100 दुकानों, 50 ठेलों, हाथ गाड़ियों और तंबुओं को हटाया गया। विकास अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री जन सुनवाई प्रकोष्ठ में लगातार शिकायतें जा रही थीं और कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार यह उचित कार्यवाही की गई।

ग्रामीणों, राहगीरों और श्रद्धालुओं ने इस कार्यवाही पर आभार प्रकट किया और राहत की सांस ली। विकास अधिकारी मीणा ने बताया कि विकास की राह में किसी भी प्रकार के अवरोध को हटाया जाएगा। चारभुजा नाथ की पवित्र नगरी में सौंदर्यकरण हेतु नई कार्य योजना बनाई जाएगी और चारभुजा नाथ कॉरिडोर हेतु सरकार को अनुशंसा भेजी जाएगी। मंदिर पदाधिकारियों से पैनोरमा हेतु विस्तृत चर्चा की जाएगी। 

विकास अधिकारी ने चारभुजा नाथ की नगरी को विकसित करने, सौंदर्यकरण, तालाब के विकास और 30 वर्ष आगे की सोच को ध्यान में रखकर विकास की गंगा अवतरित करने का संकल्प लिया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://jaipurtimes.org/proceedings-to-remove-encroachment-in-kotri-town-new-step-in-the-path-of-development

Monday 24 June 2024

धौली ग्राम में चरागाह भूमि से अतिक्रमण रोकने को लेकर तहसीलदार को दिया ज्ञापन


जबरकिया। आसींद पंचायतों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर भजनलाल सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सरकार ने साफ-साफ कह दिया है कि अगर पंचायतों की चारागाह भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो सरपंच-वीडीओ नपेंगे। सरकार की तरफ से अब कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गौरतलब है कि आसींद उपखंड क्षेत्र के मोतीपुर ग्राम पंचायत में पंचायत प्रशासन कानून को ताक में रखकर चलाया जा रहा है इनको लेकर धौली ग्राम के ग्रामीण एकत्रित होकर आसींद तहसीलदर व उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। मोतीपुर पूर्व सरपंच देवकरण जाट ने बताया की ग्राम धौली में जो पंचायत द्वारा वृक्षारोपण कार्य करने के लिए तारबंदी की जा रही है उसके विरोध में प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार को सूचित किया की यह तारबंदी जब की जाये तब सभी चारागाह व बितानाम भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जावे अन्यथा यह तारबंदी नहीं की जावे अगर यह तारबंदी होती है तो सभी आवारा पशुओं को चरने की दिक्कत होगी जिससे ग्रामीणों में विरोध हो रहा है कि उक्त विषय में सुनवाई करके ग्रामीणों को राहत प्रदान करावे अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसमें जिम्मेदारी प्रशासन की होगी इस मौके पर आसींद नगर पातिका अध्यक्ष देवीलाल साहू, दुर्गा सिंह, पिसू कुमावत, बन्दा गुर्जर, रामजस सुधार, व कई लोग मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/dholigaanvmai/



बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग, ग्रामीणों ने सौंपा जिला कलक्टर को ज्ञापन

केकड़ी, 24 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिलान्तर्गत भिनाय थाना क्षेत्र के नागोला कस्बे में बस स्टेण्ड पर हो रखे अवैध अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों के प्रतिनिधिमण्डल ने केकड़ी जिला कलक्टर श्वेता चौहान एवं पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि कतिपय अतिक्रमियों ने बस स्टैण्ड स्थित बेशकीमती आबादी भूमि पर अतिक्रमण कर दुकान का निर्माण करवा लिया है। इसी के साथ पुराने अध्यापक आवास पर भी कब्जा कर लिया है। इस संबंध में पूर्व में ग्राम पंचायत द्वारा 5 बार नोटिस व एक बार स्थगन आदेश तथा एक बार जुर्माने का नोटिस दिया जा चुका है। इसके बावजूद अतिक्रमियों ने अवैध रूप से दुकान का निर्माण कर लिया है। अवैध रूप से निर्मित उक्त दुकान को तत्काल प्रभाव से ध्वस्त कटाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाए तथा उक्त भूमि ग्राम पंचायत के सुपुर्द की जाए।

चारागाह का अतिक्रमण हटाने की लगाई गुहार इसी के साथ नागोला भिनाय टोड पर चारागाह भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखी गई केबिन हटाने एवं तारबंदी कर किए गए कब्जे को हटाने की मांग भी ग्रामीणों द्वारा की गई है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि उक्त अतिक्रमण राजकीय उच्च माध्यमिक शिष्यालय नागोला के सामने चारागाह भूमि पर किया गया है। यहां रेस्टोरेंट व धूम्रपान संबंधी चीजों का व्यापार धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिससे मासूम बच्चों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ज्ञापन देने से पहले ग्रामीण रेली के रूप में नारेबाजी करते हुए जिला कलक्टर कार्यालय पहुंचे।

मुख्यमंत्री समेत तमाम अधिकारियों को भेजी ज्ञापन की प्रति ग्रामीणों ने ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री राजस्थान, उपखण्ड अधिकाटी भिनाय, तहसीलदार भिनाय एवं थानाधिकारी भिजाय को भी प्रेषित की है। इस मौके पर किशन गौपाल, सूरत राम, हनुमान, गणेश, गोपाल माली, महावीर खटीक, घीसा लाल, दुर्गालाल, रज्जाक मंसूरी, सुलतान ममूरी, जीवन खाटोल, द्वारका खाटील, हेमराज, श्योराज, मंजू खटीक, सुमन खटीक, गीता खाटोल, रसाली खारोल, शायरी देवी, संपति देवी, हरिराम, नंदकिशोर, बजरंग एवं कई ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - 
https://adityanewsnetwork.com/demand-to-free-valuable-government-land-from-encroachment-villagers-submit-memorandum-to-district-collector/


Saturday 22 June 2024

मवेशियों को चारागाह भूमि जाने से रोकने वाले दबंगों के खिलाफ ग्रामीणों ने अधिकारियों से लगाई गुहार

जहाजपुर (आज़ाद नेब) चारागाह भूमि पर मवेशियों को जाने से रोकने वालों के खिलाफ ग्राम मोहनपुरा के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी सुरेंद्र बी पाटीदार, पुलिस उपाधीक्षद्ध अजीत सिंह मेघवंशी, तहसीलदार रवि कुमार मीणा, बन विभाग के रेंजर जोगेंद्र सिंह शेखावत, शक्करगढ़ थानाधिकारी हेमराज मीणा से गुहार लगाते हुए दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन दिया।

ग्राम मोहनपुरा के लोगों द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि वन विभाग व चारागाह भूमि पर वर्षों से काश्तकारों के मवेशी चरने के वास्ते जाते है लेकिन 21 जून को ग्राम अख्प्रेराम जी का खेड़ा गाँव के कुछ व्यक्तियों शैतान सिंह पुत्र कजोड़ मीणा, दोलत सिंह पुत्र श्तान सिंह मीणा, मोनू पुत्र शैतान सिंह मीणा, पवन पुत्र शैतान सिंह मीणा, ओम प्रकाश पुत्र सौदान मीणा, सत्यनारायण पुत्र सौदान मीणा, मन्जु देवी पत्नि शैतान, जाति मीणा निवासी अख्मेराम जी का खेड़ा द्वारा वन विभाग व चारागाह में जानवरों के आने जाने वाले रास्ते पर लकड़ियां लेकर बैठे रहते है ओर मवेशीयों को जगंलात की जमीन में जाने से रोकते है जिसके चलते गत दो दिनों से मवेशी भुखे है। अगर समय रहते इन असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही नहीं की तो इनके हौसले बुलंद होंगे ओर मवेशीयों को भुख से मरना पड़ेगा। इनको उलहाना देने पर औरतों को आगे कर देते है ओर गिरोह बना कर विवाद करते हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://bhilwaratimes.in/2024/21162/22/06/

Friday 21 June 2024

जनसुनवाई में कलक्टर ने सुनी लोगों की समस्याएं, अधिकारियों को दिए समाधान करने के निर्देश

जनसुनवाई में कलक्टर ने सुनी लोगों की समस्याएं, अधिकारियों को दिए समाधान करने के निर्देश

नीमकाथाना : जिला कलक्टर शरद मेहरा ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में जन समस्याएं सुनी और निराकरण के निर्देश दिए। जिला स्तरीय जनसुनवाई में बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। जिला कलक्टर शरद मेहरा ने फरियादियों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश भी दिए। फरियादी पानी, बिजली, अतिक्रमण, सड़क, घरेलू कनेक्शन, रास्ता प्रकरण, पेंशन, चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने, पानी की टंकी निर्माण, ख़ाघ सुरक्षा में नाम जुड़वाने, अवैध खनन, हैवी ब्लास्टिंग, पुलिस विभाग संबंधी, राजस्व संबंधी आदि समस्याएं लेकर जनसुनवाई में आए।

जिला स्तरीय जनसुनवाई में 93 प्रकरण आये इन में से कुछ का मौके पर ही समाधान कर दिया गया तथा शेष प्रकरणों पर परिवादियों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं से रूबरू होकर उनके जल्द समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुराने प्रकरणों को भी जल्दी निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

जनसुनवाई के दौरान जिला कलक्टर शरद मेहरा ने सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज समस्याओं पर चर्चा करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को उचित समाधान के निर्देश दिए।

जनसुनवाई में नगर परिषद आयुक्त सुरेश मीना, जिला परिषद् के एसीओ मुरारी लाल शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम योगी, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता शीश राम, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जेपी यादव, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक शंकरा राम, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक संजय कुमार चेतानी, जलदाय विभाग के एक्सईएन दलीप कुमार तारंग, एईएन बलवीर सैनी सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://janmanasshekhawati.com/news/79636


दांतारामगढ़ उपखण्ड अधिकारी ने भू माफियाओं पर की त्वरित कार्रवाई

सीकर, उपखण्ड अधिकारी दांतारामगढ़ गोविंद सिंह भींचर ने बताया कि उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत रलावता के राजस्व ग्राम जीणमाता के आसपास पिछले कुछ समय से भू माफियाओं एवं अन्य लोगों द्वारा पत्थर डालकर, दीवार व निर्माण कर अतिक्रमण करने की कोशिश की गई थी। समस्त अतिक्रमण व निर्माण रात्रि के समय में चोरी—छुपे पिछले एक सप्ताह में किया जाना पाया गया, जिस पर जिला कलेक्टर कमर चौधरी के निर्देशों की पालना में उपखण्ड प्रशासन ने त्वरित व सक्रिय कार्रवाई करते हुए गुरूवार को उपखंड अधिकारी दांतारामगढ़ के नेतृत्व में तहसीलदार दांतारामगढ़ व वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा समस्त वन विभाग एवं चारागाह भूमि पर किए गए अतिक्रमण को मौके से हटाया गया। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कुछ व्यक्तियों द्वारा चारदीवारी व निर्माण कार्य कर कब्जा किया गया जिसे मौके पर ही तोड़ा गया तथा कुछ व्यक्तियों ने अवैध निर्माण करने की कोशिश की गई जिसे भी तोड़ा गया तथा एक व्यक्ति द्वारा मौके पर टांका बनाकर किए गए अतिक्रमण को मौके पर ही तोड़ा जाकर भरवाया गया। इस दौरान तहसीलदार दांतारामगढ़ महिपाल सिंह राजावत, थानाधिकारी जीणमाता लीलाधर, वन विभाग के रेंजर सुमेर सिंह के साथ राजस्व व वन विभाग के कर्मचारी, पुलिस जाब्ता उपस्थित रहा। उपखण्ड प्रशासन द्वारा सक्रिय रहकर की गई कार्रवाई से चारागाह एवं वन विभाग की भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को समय से पहले ही बचा लिया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://shekhawatilive.com/dantaramgarh-subdivision-officer-took-immediate-action-against-land-mafia.html

Thursday 20 June 2024

चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण

करवर। पंचायत के अरियाली गांव के इर्द गिर्द चारागाह भूमि से शुक्रवार को पुलिस व प्रशासन के लवाजमे के बीच अतिक्रमण हटाना शाम 6 बजे तक चला। मामूली विरोध दिखा, लेकिन पुलिस व प्रशासन की सतर्कता से अतिक्रमियों के विरोध की कोशिशें नाकाम रही। अधिकारियों ने आदेश का हवाला देकर चारागाह से अतिक्रमण हटाना बताया।

सुबह 10 बजे मौका मजिस्ट्रेट करवर नायब तहसीलदार पृथ्वीसिंह सोलंकी, करवर थानाधिकारी राजाराम जाट, देई व नैनवां थाना जाब्ता, महिला कांस्टेबल, ग्राम विकास अधिकारी रामप्रकाश नागर, कानूनगो, पटवारी राजस्व कार्मिक अरियाली की देखरेख में 2 जेसीबी व 4 ट्रैक्टरों की मदद से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया। चारागाह सीमा तक खाई पेसिंग की। अरियाली के इर्द गिर्द करीब 1124 बीघा में चारागाह भूमि है। जिसमें कुछ खाली और कुछ पर अतिक्रमियों का कब्जा है। लोकायुक्त में शिकायत व आदेश की पालना में 10 अक्टूबर 2021 को भी प्रशासन ने करीब 367 बीघा का अतिक्रमण हटाकर खाई पेसिंग की थी, लेकिन वापस अतिक्रमण हो गया। परिवादी द्वारा लोकायुक्त में दुबारा शिकायत करने पर अप्रैल 23 में भी 1100 बीघा चारागाह का अतिक्रमण हटाया था, लेकिन परिवादी ने वापस चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने व प्रशासन से भौतिक रूप से अतिक्रमण हटाने की मांग रखी थी। ऐसे में राजस्व प्रशासन ने 82 अतिक्रमियों को चिन्हित कर रिपोर्ट पेश की, और 27 मार्च 24 को बेदखली का निर्णय पारित किया था। राजस्व विभाग ने टीम बनाकर भौतिक रूप से अतिक्रमण हटाने के लिए 19 जून निर्धारित किया, लेकिन जरूरी संसाधन नहीं होने से काम नहीं हो पाया। ऐसे में शुक्रवार को अतिक्रमण हटाया गया।

राजस्व नक्शे के मुताबिक समूची चारागाह 1124 बीघा से अतिक्रमण हटाया गया है। चारागाह सीमा तक खाई पेसिंग करवा दी है। अतिक्रमणमुक्त कर चारागाह पंचायत को सुपुर्द कर दी है।

-पृथ्वीसिंह सोलंकी, मौका मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार करवर

मूल ऑनलाइन लेख -https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/encroachment-removed-from-grazing-land-133207623.html

Wednesday 19 June 2024

कुंडिया कलां में चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग


बेरा। बनेड़ा पंचायत समिति के कुंडिया कलो गांव में चरागाह भूमि को भी अतिक्रमियों ने नहीं छोड़ा और कब्जे जमा लिए है। जिसके चलते अब पशुओं के सामने चारे का संकट पैदा होने लगा है। ग्रामीणों ने शाहपुरा जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर गांव में चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है ताकी पशुओं को चरने की जगह मिल सके।

मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/kundiyakala-mai/

Monday 17 June 2024

चरागाह भूमि व आम रास्तों में हो रहे अतिक्रमण हटाने की मांग, तहसीलदार को दिया ज्ञापन


माधोराजपुरा| माधोराजपुरा उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत दोसरा के ग्राम सरस्वतीपुरा में चारागाह भूमि व आम रास्तों में हो रहे अतिक्रमण को लेकर ग्राम वासियों ने तहसीलदार जी.आर. बैरवा को ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम सरस्वतीपुरा की चरागाह भूमि एवं आम रास्तों पर गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा अतिक्रमण किया हुआ है,इसकी वजह से गांव की चरागाह भूमि एवं आम रास्ते सिकुड़ चुके है। आजीविका का मुख्य साधन खेत के साथ पशुपालन है। लेकिन चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने के कारण पशुपालकों की आजीविका प्रभावित हो रही है। मजबूरन ग्रामीणों को उच्च दामों में चार खरीद कर पशु को खिलाना पड़ता है। आम रास्तों में हो रहे अतिक्रमण से वजह से आमजन को आवागमन में समस्या हो रही है।

अतिक्रमण को लेकर एसडीएम और तहसीलदार को प्रशासन गांवों के संग अभियान में कई बार लिखित व मौखिक में अवगत कराने के बावजूद अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमण करने वाले लोगो के हौसले बुलंद हो गए।

सरपंच प्रतिनिधि श्योजीराम डूडी, रामदेव जाट, किशनलाल जाट, उप सरपंच सीताराम निठारवाल, हनुमान प्रसाद जाट, राकेश जाट,छगन जाट ने तहसीलदार को सीमा ज्ञान करवा कर चारागाह भूमि व आम रास्तों में अतिक्रमण हटाने के लिए अवगत कराते हुए कहा कि जल्दी ही अतिक्रमण नहीं हटाया तो मजबूरन ग्राम वासियों को धरना पर बैठना पड़ेगा। तहसीलदार जी.आर. बैरवा ने तुरंत संबंधित पटवारी को जांच करके कार्रवाई करने के आदेश जारी किए जाएंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/demand-to-remove-encroachment-on-pasture-land-and-public-roads-memorandum-given-to-tehsildar-133191757.html

Sunday 16 June 2024

चारागाह भूमि व खेतों में आने-जाने के रास्ते में वन विभाग की बाउंड्री बनाने का विरोध जताया


चारागाह भूमि व खेतों में आने-जाने के रास्ते में वन विभाग की बाउंड्री बनाने का ग्रामीणों ने विरोध जताया है। मंडेसरा पंचायत के सभी ग्रामीणों ने भीम चौराहे पर एकत्रित होकर आक्रोश जताते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में बताया गया ग्राम पंचायत मंडेसरा में स्थित भीम चौराहे से खालगांव बस स्टैंड के बीच वन विभाग के अधीन जमीन काफी समय से खाली पड़ी हुई है, जिसमें आसपास के पशु चरते हैं। आसपास के खेतों में जाने के लिए एक मात्र रास्ता है, जिसके द्वारा साधन खेतों में पहुंच पाते है। सभी किसान व स्थानीय निवासी खेती व पशुपालन कर अपने व अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। गांववालों के सामने एक बड़ी विकट समस्या खड़ी हो चुकी है। वन विभाग ने साथ गांव के बाहर बाउंड्रीवॉल बनवाना प्रारंभ कर दिया है। जिससे उस बाउंड्रीवॉल के कारण हमारे पालतू मवेशी व खेतो में आना जाना बाधित हो जाएगा। जिससे गांव वालों को काफी नुकसान सहन करना पड़ेगा। जिस जमीन पर वन विभाग बाउंड्री वॉल बनवा रहा है, उस जमीन पर गांव के पशु चारा चरने के लिए जाते हैं। वहीं इस जमीन पर लगभग 11 गांव के बच्चे क्रिकेट व अन्य खेलकूद में हिस्सा लेते हैं। समय समय पर पौधरोपण भी करते हैं।

इस चारदीवारी की वजह से सैकड़ों की तादाद में गांव के सभी गरीब किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सभी गांव डूब क्षेत्र के विस्थापित लोग हैं, जो जैसे तैसे मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर अपना जीवनयापन कर रहे है। सभी ग्रामीण वनसंपदा, वन्यजीव एवं वन रक्षा के लिए हम व हमारे गांव हमेशा सहयोग में आगे रहते हैं और भविष्य में भी वन्यजीव, वन्यसंपदा एवं वनरक्षा के लिए हम आगे रहेंगे। इस भूमि का उपयोग मात्र पशुओं के चरने मात्र के लिए करेंगे, किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण हम गावों के लोगों द्वारा अभी या भविष्य में नहीं किया जाएगा।

बाउंड्रीवाल को तुरंत रुकवाया जाए, जिससे हम ग्रामीण वासियों के जीवन पर कोई गलत प्रभाव न पड़े। ज्ञापन देने में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ममता गुर्जर, राधेश्याम भालेर, कालू लादी, शंभु भालेर, देवराज तामड़, बंशीलाल धाकड़, देबीलाल हेला, ईश्वर गुर्जर, केसरीलाल, शंभुलाल गुर्जर, नंदलाल, हेमराज, देवा मेघवाल, हरलाल, कमलेश राठौर, रमेश गुर्जर, सीताराम गुर्जर, राहुल भालेर, कैलाश गुर्जर, कंवरलाल पोखर, रामलाल, नारायण, तेजू भील, रामफूल लादी, उदयलाल गुर्जर, बालचंद धाकड़, हजारीलाल गुर्जर, रामलाल गुर्जर, प्रभु गुर्जर, सुरेश हड़ावा, नंदलाल तंवर, लक्ष्मण तामड़, उकार लादी, मोती लादी, रामदयाल गुर्जर, धर्मराज खटाना, धर्मराज भालेर, राजू भालेर, देवीलाल सेन, छीतर मुंडी, देवराज कसाना, चंपालाल, अमरालाल और ग्रामीण शामिल रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/rawatbhata/news/opposed-the-construction-of-boundary-by-the-forest-department-on-the-way-to-pasture-land-and-farms-133185670.html

Saturday 15 June 2024

30 हजार बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण, प्रशासन मौन

जमवारामगढ़ उपखंड का मामला

जयपुर / बूज/ मानोता | जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते गोवंशों के लिए आ​रक्षित चरागाह क्षेत्र का दायरा अतिक्रमण के चलते लगातार घटता जा रहा हैं। जयपुर ग्रामीण जिले के उपखंड क्षेत्र जमवारामगढ़ की बात करें तो यहां करीब 30 हजार बीघा चरागाह भूमि में अतिक्रमण की बाड़ाबंदी हो गई। शिकायत के बावजूद जिम्मेदार प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। ऐसे में पेट की आग बुझाने के लिए गोवंश इधर-उधर भटकते है और मृत जानवर तक खाने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 15 फरवरी 2024 को उपखंड अधिकारी जमवारामगढ़ के समक्ष चरागाह में अतिक्रमण की शिकायत की गई।

उपखंड अधिकारी ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में दर्ज कर आंधी व जमवारामगढ़ तहसीलदार को चरागाह से      अतिक्रमण पर कार्रवाई कर जांच रिपोर्ट के निर्देश दिए थे। लेकिन शिकायत कागजों में दफन होकर रह गई। धरातल पर जिम्मेदार प्रशासन की कार्रवाई का असर नहीं दिखा। ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी से चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने की कार्रवाई करने की मांग की हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/encroachment-on-30-thousand-bigha-grazing-land-administration-silent-133177083.html

एसडीएम के आदेश के चार माह बाद भी कार्रवाई फाइलों में सि​म​टी, ग्रामीणों में रोष

जमवारामगढ़ उपखंड में 30 हजार बीघा चरागाह पर कब्जा, ग्रामीणों में आक्रोश

भास्कर न्यूज। रूपवास जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते गोवंशों के लिए आ​रक्षित चरागाह क्षेत्र का दायरा अतिक्रमण के चलते लगातार घटता जा रहा हैं। जयपुर ग्रामीण जिले के उपखंड क्षेत्र जमवारामगढ़ की बात करें तो यहां करीब 30 हजार बीघा चरागाह भूमि में अतिक्रमण की बाड़ाबंदी हो गई। शिकायत के बावजूद जिम्मेदार प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। ऐसे में पेट की आग बुझाने के लिए गोवंश इधर-उधर भटकते है और मृत जानवर तक खाने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि 15 फरवरी 2024 को उपखंड अधिकारी जमवारामगढ़ के समक्ष चरागाह में अतिक्रमण की शिकायत की गई। उपखंड अधिकारी ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में दर्ज कर आंधी व जमवारामगढ़ तहसीलदार को चरागाह से अतिक्रमण पर कार्रवाई कर जांच रिपोर्ट के निर्देश दिए थे। लेकिन शिकायत कागजों में दफन होकर रह गई। धरातल पर जिम्मेदार प्रशासन की कार्रवाई का असर नहीं दिखा। ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी से चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने की कार्रवाई करने की मांग की हैं। जमवारामगढ़ तहसील में 3800 हेक्टेयर भूमि में से अधिकांश भूमि चरागाह है, जो विभिन्न गांवों में आरक्षित है। इसी प्रकार तहसील आंधी के विभिन्न ग्रामों में 3380 हैक्टेयर भूमि से भी अधिक भूमि चारागाह में आरक्षित है। विगत कई वर्षों से चारागाह भूमिका राज्य सरकार एवं तहसीलदार की ओर से कोई विशेष पुख्ता प्रबंध एवं देखभाल नहीं होने के कारण चरागाह भूमियों पर ग्रामीणों ने एवं भूमाफिया लोगों द्वारा अतिक्रमण कर काश्त की जा रही हैं।

कई जगह लोगों ने बाड़े व पक्के निर्माण कर चार दीवारी या मकान बना लिए हैं। चरागाह में अतिक्रमण के चलते अब गैर-पालतू गोवंश को चरने के लिए जगह नहीं बची। ऐसे में सड़कों पर या शहर कस्बे की गलियों में भटकने को मजबूर है। कई बार गोवंश की वजह से सड़क हादसे भी हो जाते है। चारा नहीं मिलने की वजह से भूख के मारे गोवंश पॉलिथीन, कचरा, डिस्पोजल गिलास, कागज खाते है। जिसके चलते गोवंश अकाल मौत के ग्रास भी बन रहे हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bharatpur/rupbas/news/even-after-four-months-of-sdms-order-action-is-confined-to-files-villagers-are-angry-133182666.html

Thursday 13 June 2024

सीमा ज्ञान व अवैध बजरी के दोहन को लेकर विरोध प्रदर्शन

आसींद । खारी नदी में लीज धारक मनमानी तरीके से बजरी के दोहन को लेकर शंभूगढ़ सरपंच पारसी देवी साहू के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा खारी नदी के तट पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, सरपंच साहू ने बताया कि शंभूगढ़ पंचायत क्षेत्र में खारी नदी में बजरी माफियों द्वारा बजरी का स्टॉक किया जा रहा है, बजरी लीज के सीमा ज्ञान के संदर्भ में तथा बजरी तीज के नियमों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, 1 वर्ष से अधिक समय से चल अवैध बजरी दोहन को रोकने के लिए शासन प्रशासन को अवगत कराया लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया, लीज धारक एवं खनिज विभाग द्वारा सीमा ज्ञान के पिलर तक नहीं लगाए गए, नदी में लौज क्षेत्र से बाहर खातेदारी व राजकीय विलानाम चारागाह काश्तकारों की पेटा कास्त भूमि से हजारों टन अवैध बजरी का दहन हो रहा है इसी के चलते शंभूगढ़ सरपंच पारसी देवी साहू के नेतृत्व में खारी नदी के तट पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/avedhbajri-ka-dohan-pradarshan/

Wednesday 12 June 2024

चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण

पंचायत के भंवरदा गांव में राजस्व रिकॉर्ड की 60.38 हेक्येयर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। जानकारी अनुसार राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में उपखंड अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार की मौजूदगी में चारागाह भूमि का अतिक्रमण हटाने की शुरुआत की गई।

रामगंजबालाजी क्षेत्र के भंवरदा गांव में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के दौरान उपस्थित अधिकारी व कर्मचारी।

रामगंजबालाजी. पंचायत के भंवरदा गांव में राजस्व रिकॉर्ड की 60.38 हेक्येयर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। जानकारी अनुसार राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में उपखंड अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार की मौजूदगी में चारागाह भूमि का अतिक्रमण हटाने की शुरुआत की गई। राजस्व गांव भवरदा की 60 हेक्टेयर से अधिक चरागाह भूमि का जेसीबी की मदद से दिनभर अतिक्रमण हटाया गया।

अतिक्रमण हटाने के दौरान बूंदी तहसीलदार अर्जुन लाल मीणा, कानूनगो राजेंद्र कछोटिया, लक्ष्मण सिंह गुर्जर, हल्का पटवारी रमेश सोमाणी,दोलाडा पटवारी राजेश मीणा, माटुंदा पटवारी बंटी कुमार मीणा, रामगंज बालाजी सरपंच रामलाल सैनी, ग्राम विकास अधिकारी फूंदी लाल सैनी सहित लाइन पुलिस से लगभग एक दर्जन अधिक से महिला पुरूष पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में यहां पर दिनभर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही। गांव की राजस्व चारागाह भूमि पर दर्जनों अतिकर्मी पिछले कई वर्षों से खेती करते चले आ रहे थे। खेती करने के साथ-साथ कई अतिक्रमण करने वालों ने भूमि से लाखों रुपए की मिट्टी खोदकर बेचने के बाद में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद में यहां पर प्रशासन का पीला पंजा चला। जिससे अतिकर्मियों में दशहथ का माहौल बना रहा।

चारागाह में लगा दिया ईंट भट्टा
रामगंजबालाजी की चरागाह भूमि की सीमा में एक अतिकर्मी ने मागली नदी के किनारे ईंट भट्टा शुरू कर दिया।कुछ दिनों पूर्व यहां पर ईट भट्टा शुरू होने की शिकायत पंचायत के द्वारा जिला प्रशासन को दी थी, लेकिन प्रशासन ने इस को हटाना मुनासिब नहीं समझा

मूल ऑनलाइन लेख  - https://www.patrika.com/special-news/encroachment-removed-from-grazing-land-18766421

Tuesday 11 June 2024

जिला कलेक्टर ने रात्रि चौपाल में सुनी ग्रामीणों की जनसमस्याएं

मौके पर हुआ समाधान : नयाबास में खुलेगी उचित मूल्य की दुकान, क्यामसर गांव में टैंकर से होगी जलापूर्ति

झुंझुनूं : जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने, समझने और समस्याओं के समाधान के लिए शुक्रवार को धनुरी गांव के उच्च माध्यमिक विद्यालय में रात्रि चौपाल का आयोजन किया। रात्रि चौपाल में पेयजल, रास्तों के प्रकरण, अतिक्रमण, बिजली, सड़क और अन्य समस्याओं से संबंधित 18 परिवाद आए। जिला कलक्टर ने समस्याओं के नियमानुसार समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को मौके पर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए और गांव वालों को आश्वासन दिया की प्रशासन सभी की समस्याओं को लेकर गंभीर है और उनकी 

समस्याओं का नियमानुसार समाधान किया जाएगा।

धनुरी गांव के लोगों ने कलेक्टर को परिवाद दिया कि गांव के ग्रामीण बैंक को अन्यत्र स्थानांतरण नहीं किया जाए इस पर कलेक्टर ने मौके पर ही राजस्व अधिकारियों को ग्राम पंचायत को भूमि देने के निर्देश दिए । पेयजल समस्याओं की सुनवाई के दौरान कलेक्टर ने पीएचईडी के अधिकारियों से धनुरी गांव में बनी टंकी के बारे में जानकारी ली तो संबंधित अधिकारियों ने जानकारी दी कि अगले एक महीने में सभी कार्य पूर्ण गांव की सप्लाई चालू कर दी जाएगी ।

मौके पर ही हुआ इन समस्याओं का समाधान
– रात्रि चौपाल में नयाबास के लोगों ने कलेक्टर से उचित मूल्य की दुकान गांव में लगाने के मांग की जिस पर कलेक्टर ने मौके पर ही जिला रसद अधिकारी को निर्देश दिए। इस पर रसद अधिकारी ने ग्रामीणों को बताया कि नयाबस में अस्थाई उचित मूल्य की दुकान लगाई जाएगी वहीं अगस्त महीने का राशन नयाबास में ही वितरित किया जाएगा ।

– क्यामसर गांव के लोगों ने बताया कि उनके कई घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है । इस पर कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए जलदाय विभाग को निर्देश दिए की आज से ही टैंकर चलाए जाएं एवं पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ।

धनुरी गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत को लेकर कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी चार दिन में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए।

इस दौरान जिला परिषद सीईओ अंबालाल मीणा, मलसीसर एसडीएम सहित जिला स्तरीय अधिकारी व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे ।

मूल ऑनलाइन लेख - https://janmanasshekhawati.com/news/78314

रास्ते व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग

बोहत। कस्बे में स्थित मुक्तिधाम के पास से मनरेगा के तहत किसानों के लिए काजड़ा क्षेत्र के खेतों तक कृषि संसाधन ले जाने के लिए सुगम रास्ते का निर्माण करवाया गया था। कस्बे के ही एक प्रभावशाली व्यक्ति ने इस रास्ते को पूरी तहत-नहस कर दिया है तथा एक अन्य व्यक्ति ने पास में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है। जिससे काजड़ा क्षेत्र के किसानों को खेतों तक कृषि संसाधन व मवेशियों को ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। खेतों के रास्ते व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने तथा अतिक्रमियों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर बुधवार को क्षेत्र के किसानों ने स्थानीय ग्राम पंचायत सहित मांगरोल जाकर तह‌सीलदार, बीडीओ को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन देने वालों में नरेंद्र मालव, छोटूलाल मालव, हेमराज मालव, लक्ष्मीचंद मालव, टीकमचंद मालव, भूपेंद्र मालव, लोकेश मालव सहित काजड़ा क्षेत्र के कई किसान शामिल थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/bahot/news/demand-to-remove-encroachment-from-road-and-pasture-land-133160049.html

Monday 10 June 2024

घटोद ग्राम पंचायत में रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं

झालावाड़. पंचायत समिति भवानीमंडी की ग्राम पंचायत घटोद में शुक्रवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन आमजन की समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास […]


झालावाड़. पंचायत समिति भवानीमंडी की ग्राम पंचायत घटोद में शुक्रवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
झालावाड़. पंचायत समिति भवानीमंडी की ग्राम पंचायत घटोद में शुक्रवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन आमजन की समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, उसी प्रकार आमजन की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने-अपने गांवों के विकास में सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि गांव में जहां भी जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन हो चुके हैं वहां टोंटिया लगाएं ताकि नलों से व्यर्थ पानी न बहे और कीचड़ न हो। उन्होंने कहा कि पानी का सदुपयोग करें एवं गांव में साफ-सफाई बनाएं रखें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आगामी मानसून में प्रदेश में 7 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें समस्त विभागों सहित आमजन भी बढ़-चढ़ कर सहयोग प्रदान करे और अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण करें।

उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में एसएफसी के अन्तर्गत प्राप्त राशि से ग्राम पंचायत घटोद के गांवों में नालियों की साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान गांव में बहुत समय से खाली पड़ी खेळ की समस्या पर ग्राम विकास अधिकारी को उसे भरवाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों द्वारा नल कनेक्शन होेने के बाद भी पर्याप्त रूप से जलापूर्ति नहीं होने की शिकायत पर जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग एवं जेवीवीएनएल के सहायक अभियंता से कहा कि एक दिन के लिए जलापूर्ति के समय बिजली की कटौती करके जांच की जाए ताकि घरों में मोटर से पानी भरने के कारण जलापूर्ति में आ रही समस्या का पता लगाया जा सके।

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत

ग्रामीणों द्वारा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत पर जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारी को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। इस दौरान महिलाओं द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना में राशन नहीं मिलने की शिकायत पर जिला कलक्टर ने खाद्य सुरक्षा में लाभ मिलने से वंचित परिवारों की सूची तैयार कर पोर्टल प्रारंभ होते ही उनका नाम जुड़वाने के निर्देश विकास अधिकारी को दिए। इस दौरान बिजली आपूर्ति ठीक से नहीं होने, गांव में सड़क बनवाने, अवैध खनन रूकवाने सहित अन्य प्रकरण प्राप्त हुए। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी छत्रपाल चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक प्रेम कुमार चौधरी, प्रधान सुल्तान सिंह, विकास अधिकारी रमेश वर्मा सहित स्थानीय सरपंच तथा जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/jhalawar-news/jhalawar-top-news-18761821

पूर्व सरपंच मांदी के खिलाफ चरागाह भूमि को खुर्द-बुर्द करने का आरोप, संभागीय आयुक्त के नोटिस का नहीं दिया जवाब

अब आरोप पत्र की हुई तामिल, आरोपी बोले- पहले हमें नोटिस दिया ही नहीं था अब मिला है

उपखंड की ग्राम पंचायत मांदी में पूर्व सरपंच द्वारा चरागाह भूमि को खुर्द बुर्द करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अपने कार्यकाल के दौरान चरागाह भूमि पर अतिक्रमियों को बढ़ावा दिया एवं इन्दिरा आवास योजना में मकान निर्माण करवाकर अनुदान राशि का भुगतान करवाने का आरोप है।

जयपुर संभाग के संभागीय आयुक्त ने 7 जून को फागी पंचायत समिति विकास अधिकारी को पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मांदी के पूर्व सरपंच रामसहाय चौधरी को जारी आरोप पत्र की तामील करवाने के लिए एक पत्रांक 2 फरवरी 2023 द्वारा आरोप पत्र जारी कर प्रारम्भिक जाँच के आधार पर कर्तव्यों के निर्वहन में अपचार एवं अपकीर्तिकर आचरण के दोषी मानते हुए राजस्थान पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा 38 एवं 39 के अन्तर्गत मांदी के पूर्व सरपंच के विरूद्ध आरोपों का निष्कर्ष अभिलिखित के लिए एक माह में जवाब प्रेषित करने को लिखा गया था। जो करीब 16 माह बाद भी नही दिया गया। उक्त प्रकरण में ग्राम पंचायत मांदी के ग्राम विकास अधिकारी द्वारा सम्बन्धित पूर्व सरपंच रामसहाय चौधरी से तामील करवा कर तामील रिपोर्ट तीन दिवस में अनिवार्य रूप से भिजवाने के निर्देश दिए। यदि आरोपी घर पर नहीं मिलें तो इसको दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सामने चस्पा करवाया जाकर तामील रिपोर्ट भिजवाना सुनिश्चित करने का संभागीय आयुक्त द्वारा एक पत्र जारी किया गया है।

चारागाह भूमि को खुर्द-बुर्द करने का आरोप

मांदी के पूर्व सरपंच रामसहाय चौधरी के विरूद्ध राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 38 के अन्तर्गत आरोप है की द्वारा सरपंच पद पर रहते हुए ग्राम रतनपुरा में चारागाह भूमि में नियम विरुद्ध इन्दिरा आवास योजना में मकान निर्माण करवाकर अनुदान राशि का भुगतान करवाया एवं ग्राम रतनपुरा में चारागाह भूमि में अतिक्रमण कारियों द्वारा अतिक्रमित भूमि पर बिजली कनेक्शन आवेदन पत्र पर आबादी अंकित कर अतिक्रमण को बढावा देते हुए सरपंच के पद का दुरूपयोग करने का आरोप है।

रामसहाय चौधरी, पूर्व सरपंच, मांदी, तहसील फागी का कहना है कि ये हमारी पंचायत में चारागाह भूमि का पुराना मामला है। इससे पहले हमें नोटिस दिया ही नही गया। पंचायत समिति के अधिकारियों ने नोटिस को दबा लिया होगा। अबकी बार हमें नोटिस मिला है। अब हम अपना जवाब पेश कर देंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/phagi/news/former-sarpanch-mandi-accused-of-encroaching-upon-pasture-land-did-not-respond-to-divisional-commissioners-notice-133156356.html

Sunday 9 June 2024

पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन: चारागाह भूमि से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग


चारागाह भूमि पर अतिक्रमण और पेयजल संकट से परेशान मासलपुर तहसील के पिपरानी गांव की जाटव बस्ती के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पेयजल समस्या के समाधान और चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग की है।

पिपरानी गांव की जाटव बस्ती निवासी रामनिवास ने बताया कि लोगों ने जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि गांव की चरागाह भूमि में पेयजल आपूर्ति के लिए चार हैंडपंप लगे हुए हैं। हैंडपंपों पर गांव के दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा किया है। हैंडपंप में अपनी निजी विद्युत मोटर डालकर ग्रामीणों की पेयजल आपूर्ति को पूरी तरह से बंद कर दिया है। हैंडपंप को दबंग अपने निजी काम में ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि दबंगों ने कब्जा कर एक बोरवेल को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। बोर के पाइप मोटर केबल आदि को भी कुछ दबंग खोल कर ले गए। उन्होंने बताया कि इस भीषण गर्मी में जाटव बस्ती के लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। पिपरानी के ग्रामीणों ने दबंगों के ऊपर सार्वजनिक रास्ते पर अतिक्रमण करने और जाटव बस्ती के लोगों का रास्ता बंद करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से हैंडपंप से अवैध कब्जा और रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाने की मांग की है। इस दौरान प्रीतम, बाबूलाल, राजेश, किशनलाल, रामबाबू, शिवचरण, जय सिंह, देवीलाल, फूल सिंह, सुरेश, विनोद, लवकुश, देवेंद्र, मूलचंद, बृजेंद्र सहित अन्य मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/news/villagers-protest-against-drinking-water-crisis-133154396.html

Friday 7 June 2024

ग्रामवासियो ने बजरी खनन लीज रिरस्त कर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर दिया ज्ञापन

रायपुर 07 मई । उपखण्ड रायपुर के नाधड़ियास सहित क्षेत्र लगभग 5 गांवों के हजारो कि संख्या में आए लोगों ने तहसीलदार सांवर मल अबासरा को ज्ञापन दिया जिसमे बताया कि नाथड़ियास गांव स्थित कोठारी नदी पर बजरी खनन ठेकेदार द्वारा बजरी लीज में अनियमितता पूर्ण कार्य कर नदी ने रेत निकालकर क्षेत्र कि चारागाह भूमि में एकत्रित कर रहा है। और चारागाह भूमि पर अवैध रूप से कार्टा लगा रखा है। एंव नदी मे लगातार अवैध खनन करके नदी को 20 से 25 फिट तक गहरा कर दिया है जिससे नदी में खनन करने से नदी के आसपास के क्षेत्रो में स्थित पेयजल श्रोता का जल स्तर कम हो रहा है। साथ ही लीज ठेकेदार द्वारा अनियमितता से कार्य करने के कारण पनोतिया से उकारपुरा गांव में पेयजल की पाईपलाईन को भी खुर्द बुर्द करने से पेयजल सप्लाई बंद हो गई इसके साथ ही बजरी लेने वाले ट्रेक्टर डम्पर व ट्रेलर आने से क्षेत्र के आसपास के गांवो में रहने वाले लोगों का जीबन व्यापन करना दूभर हो गया है। जिसके कारण नदी क्षेत्र के पास के लगभग 5 गांव आसपुर, नाथड़ियास, पनोतिया, उकारपुरा फतहपुरा व मोटरी का खेड़ा कि जनता में भारी रोष व्याप्त है लोगों ने कहा कि अगर समय रहते हमारी समस्त ग्राम वासियो कि मांग मानकर बजरी खनन कि लीज निरस्त कर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया तो आने वाले समय में समस्त क्षेत्र वासियों द्वारा उग्र आन्दोलन किया जायेगा। इस दौरान ज्ञापन में भंवर लाल कटारिया, लेहरू लाल जाट, विष्णु पारीक, बाबु लाल शर्मा, बालूराम शर्मा, रामप्रसाद शर्मा, सुबा लाल तेली, शंकर तात जाट सहित हजारो कि संख्या में महिला पुरूष मौजुद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://smarthalchal.com/gramvasiyonebajri/

Tuesday 4 June 2024

प्रशासन ने 45 बीघा चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाया

लक्ष्मणगढ़। हरसाना में राजस्व विभाग की टीम ने तहसीलदार लक्ष्मणगढ़ ममता कुमारी के नेतृत्व में 45 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई की। नायब तहसीलदार मुकेश कुमार गोयल ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र की बिजली समस्या के निराकरण के लिए 220 केवी जीएसएस निर्माण के बिजली अधीक्षण अभियन्ता विश्राम मीणा अलवर ने जिला अलवर एवं उपखंड प्रशासन लक्ष्मणगढ़ से भूमि उपलब्ध कराने के लिए कहा था।

जिस पर जिला प्रशासन अलवर एवं उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़ मोकम सिंह सिनसिनवार के निर्देशानुसार अतिक्रमण हटाने के लिए टीम का गठन किया। टीम ने अतिक्रमणकारियों को मौके पर बुलाकर क्षेत्र के विकास के लिए अतिक्रमण छोड़ने के लिए समझाइश की। इसके बाद राजस्व टीम ने 45 बीघा सरकारी चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाया।

इधर नायब तहसीलदार मुकेश गोयल ने यह भी बताया कि चारागाह भूमि का राजकीय प्रयोजनार्थ आवंटन नहीं हो सकता। इसके लिए 220 केवी जीएसएस को दी जाने वाली 24 बीघा भूमि की पूर्ति ग्राम पंचायत हरसाना के ग्राम मुंण्डजोड़ी स्थित राजकीय भूमि सिवायचक से क्षतिपूर्ति की जाएगी। लक्ष्मणगढ़। अतिक्रमण हटाती जेसीबी मशीन।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/laxmangarh/news/the-administration-removed-encroachment-from-45-bigha-pasture-land-133127458.html

Sunday 2 June 2024

सरकारी चारागाह भूमि व जिलिया की नाडी से अतिक्रमण हटाया, सहमति से हुई कार्रवाई


ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी सहित अधिकारियों ने किया सीमाज्ञान

भास्कर न्यूज। जिलिया सरकारी चारागाह भूमि पर जमे अतिक्रमण पर विभागीय करवाई करके जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया। विभागीय अधिकारी आरआई सहदेव सिंह, पटवारी मंजू चौधरी, चारणवास पटवारी सुमन जाखड़, आनंदपुरा पटवारी मंजू खोवाल, परेवड़ी पटवारी महीपाल की टीम ने कार्य को ग्रामीणों की मौजूदगी शांतिपूर्ण करवाया गया।

ग्राम विकास अधिकारी पोकर राम ढाका ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार ग्राम पंचायत की सभी नाड़ी तालाब की भूमि का सीमा ज्ञान किया गया । जहा पर खेत पड़ोसियों का कब्जा था। उनके खिलाफ तहसीलदार महेंद्र मुंड के आदेशानुसार करवाई करते हुए पड़ोसियों की सहमति से ग्रामीणों की मौजूदगी में जेसीबी मशीन चलाकर मेड को हटाया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चारागाह भूमि व नाड़ी तालाब को पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त करवाने को लेकर आदेश जारी किए थे।

जिसको लेकर ग्राम पंचायत में अभियान चलाकर सोमवार को मिनक्या नाडी की चारों तरफ की मेड को हटाया गया। पटवारी मंजू चौधरी ने बताया कि इस नाड़ी की करीबन दो से ढाई बीघा जमीन कब्जा मुक्त करवाई गई। ग्राम पंचायत की ओर भी नाडियों में सीमा ज्ञान करवाया गया है जहां पर कब्जा कर रखा उसको भी हटाया जाएगा।

इस मौके पर सरपंच गिरधारी राम बावरी, आर आई सहदेव सिंह, ग्रामीण तुलछाराम, झूमरमल सेन, मोहनराम, भवानीसिंह, श्रवण सिंह, रामपाल माली, मेट बुधाराम जड़ावटा, लालाराम मेघवाल, नानू राम जड़ावटा, गणेश सेन आदि ग्रामीण जन मौजूद रहे। जिलिया.कस्बे की नाडी में अतिक्रमण हटाते लोग।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/nagaur/nawa/news/encroachment-removed-from-government-pasture-land-and-districts-nadi-action-taken-with-consent-133118780.html

Saturday 1 June 2024

नाडी और चारागाह को बचाते हुए सड़क निकालने की मांग, लोगों ने दिया ज्ञापन

इधर... भू माफिया कर रहे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण, पक्के मकान भी बना लिए

नागौर नाडी, पायतन व चारागाह को बचाते हुए गोगेलाव रिंग रोड को निकालने को लेकर गोगेलाव पंचायत की ओर से कलेक्टर को ज्ञापन दिया। इसमें बताया कि गांव अमरपुरा से गोगेलाव तक रिंग रोड एनएच 62 का काम चल रहा है। जिसको गोगेलाव गांव की अमृत सरोवर नाडी, पायतन व चारागाह की भूमि में से निकाला जा रहा है। इसके लिए खंभे, पोल व पत्थर लगाए जा रहे है। इस प्रकार रिंग रोड बनेगी तो नाडी का भौैतिक स्वरूप खत्म हो जाएगा।

नाडी में चारागाह अंगोर की ओर से आने वाले पानी की आवक बंद हो जाएगी। इसलिए गोगेलाव रिंग रोड एनएच 62 से नाडी पायतन व चारागाह को बचाते हुए अन्य स्थान से निकाली जाने की मांग की। इस दौरान पूर्व सरपंच पुखराज जांगू, खेराज प्रजापत, भंवर प्रजापत, सरपंच प्रियंका कंवर सहित अन्य मौजूद रहे। जानकारी के अनुसार इलाके में और भी जगहों पर अतिक्रमण किए जा रहे है। अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की जाए ताकि समस्या का समाधान हो सके।

इस अवसर पर ग्रामीणों ने कार्रवाई करने की मांग की है। मेड़तासिटी| मेड़ता प्रशासन के ढूल-मूल रवैये के कारण मेड़ता शहरी क्षेत्र में अंगोर, तालाब, राजस्व भूमि पर भू-माफियों का शिकंजा कसता जा रहा है। शहर में लंबे समय से भू-माफिया सक्रिय है। भू-माफिया आए दिन कोई ना कोई सरकारी जमीन हड़पकर उस पर खुद व अपने चहेते के माध्यम से निर्माण कराकर सरकारी जमीन पर कब्जा जमा लेते हैं। अभी तक भू-माफियाओं ने करोड़ों रूपए सरकारी जमीन हड़प कर राज्य सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचाया है। शहर के जागरुक नागरिकों ने अधिकारियों को कई बार अवगत भी कराया है। इसके बावजूद भी अधिकारी भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। मेड़ता पालिका क्षेत्र में शहर के चारों तरफ तालाब, अंगोर, राजस्व जमीन आई हुए है।

भू-माफियों की नजर ऐसी जमीन पर निरंतर बनी रहती है। भू-माफिया अधिकारियों से सांठ-गांठ कर सरकारी जमीन को हड़प लेते हैं। अब्दुल रहमान प्रकरण के बाद अंगोर, तालाब, गोचर की जमीन पर पट्टे जारी नहीं हो सकतें। मेड़ता नागौर मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित मेला मैदान के सामने पूर्व में जसवंत सागर लंबे-चौड़े भूभाग पर फैला हुआ था। शहर के कुछ मौहल्लों का गंदा एवं बरसात का पानी इसी नाले में एकत्रित हुआ करता था। भू-माफिया यहां कब्जा जमाने के लिए शनिवार व रविवार के अवकाश की ताक में रहते है। माणकपुर से लालाप के बीच बन रही ढाणियों को जोड़ने वाली सड़क के लिए ठेकेदार ने तालाब के अंगोर को खोदना शुरू कर दिया।

जिस पर लोगों ने विरोध जताया। उल्लेखनीय है कि इस अंगोर भूमि से एक स्टेट हाइवे व दो सड़कें गुजारी जा रही है। जिसके चलते पूरी भूमि को तीन चार जगहों से बांट दिया है। ऐसे में तालाब में पानी की आवक पर असर पड़ेगा। जिससे लोगों को भी समस्या उत्पन्न होगी। नागौर. माणकपुर से लालाप के बीच अंगोर भूमि को खोदा हुआ।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/nagaur/news/demand-to-build-a-road-while-protecting-the-river-and-pasture-people-submitted-a-memorandum-133105378.html