बोहत। कस्बे में स्थित मुक्तिधाम के पास से मनरेगा के तहत किसानों के लिए काजड़ा क्षेत्र के खेतों तक कृषि संसाधन ले जाने के लिए सुगम रास्ते का निर्माण करवाया गया था। कस्बे के ही एक प्रभावशाली व्यक्ति ने इस रास्ते को पूरी तहत-नहस कर दिया है तथा एक अन्य व्यक्ति ने पास में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है। जिससे काजड़ा क्षेत्र के किसानों को खेतों तक कृषि संसाधन व मवेशियों को ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। खेतों के रास्ते व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने तथा अतिक्रमियों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर बुधवार को क्षेत्र के किसानों ने स्थानीय ग्राम पंचायत सहित मांगरोल जाकर तहसीलदार, बीडीओ को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन देने वालों में नरेंद्र मालव, छोटूलाल मालव, हेमराज मालव, लक्ष्मीचंद मालव, टीकमचंद मालव, भूपेंद्र मालव, लोकेश मालव सहित काजड़ा क्षेत्र के कई किसान शामिल थे।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/bahot/news/demand-to-remove-encroachment-from-road-and-pasture-land-133160049.html
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