Sunday 16 June 2024

चारागाह भूमि व खेतों में आने-जाने के रास्ते में वन विभाग की बाउंड्री बनाने का विरोध जताया


चारागाह भूमि व खेतों में आने-जाने के रास्ते में वन विभाग की बाउंड्री बनाने का ग्रामीणों ने विरोध जताया है। मंडेसरा पंचायत के सभी ग्रामीणों ने भीम चौराहे पर एकत्रित होकर आक्रोश जताते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में बताया गया ग्राम पंचायत मंडेसरा में स्थित भीम चौराहे से खालगांव बस स्टैंड के बीच वन विभाग के अधीन जमीन काफी समय से खाली पड़ी हुई है, जिसमें आसपास के पशु चरते हैं। आसपास के खेतों में जाने के लिए एक मात्र रास्ता है, जिसके द्वारा साधन खेतों में पहुंच पाते है। सभी किसान व स्थानीय निवासी खेती व पशुपालन कर अपने व अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। गांववालों के सामने एक बड़ी विकट समस्या खड़ी हो चुकी है। वन विभाग ने साथ गांव के बाहर बाउंड्रीवॉल बनवाना प्रारंभ कर दिया है। जिससे उस बाउंड्रीवॉल के कारण हमारे पालतू मवेशी व खेतो में आना जाना बाधित हो जाएगा। जिससे गांव वालों को काफी नुकसान सहन करना पड़ेगा। जिस जमीन पर वन विभाग बाउंड्री वॉल बनवा रहा है, उस जमीन पर गांव के पशु चारा चरने के लिए जाते हैं। वहीं इस जमीन पर लगभग 11 गांव के बच्चे क्रिकेट व अन्य खेलकूद में हिस्सा लेते हैं। समय समय पर पौधरोपण भी करते हैं।

इस चारदीवारी की वजह से सैकड़ों की तादाद में गांव के सभी गरीब किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सभी गांव डूब क्षेत्र के विस्थापित लोग हैं, जो जैसे तैसे मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर अपना जीवनयापन कर रहे है। सभी ग्रामीण वनसंपदा, वन्यजीव एवं वन रक्षा के लिए हम व हमारे गांव हमेशा सहयोग में आगे रहते हैं और भविष्य में भी वन्यजीव, वन्यसंपदा एवं वनरक्षा के लिए हम आगे रहेंगे। इस भूमि का उपयोग मात्र पशुओं के चरने मात्र के लिए करेंगे, किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण हम गावों के लोगों द्वारा अभी या भविष्य में नहीं किया जाएगा।

बाउंड्रीवाल को तुरंत रुकवाया जाए, जिससे हम ग्रामीण वासियों के जीवन पर कोई गलत प्रभाव न पड़े। ज्ञापन देने में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ममता गुर्जर, राधेश्याम भालेर, कालू लादी, शंभु भालेर, देवराज तामड़, बंशीलाल धाकड़, देबीलाल हेला, ईश्वर गुर्जर, केसरीलाल, शंभुलाल गुर्जर, नंदलाल, हेमराज, देवा मेघवाल, हरलाल, कमलेश राठौर, रमेश गुर्जर, सीताराम गुर्जर, राहुल भालेर, कैलाश गुर्जर, कंवरलाल पोखर, रामलाल, नारायण, तेजू भील, रामफूल लादी, उदयलाल गुर्जर, बालचंद धाकड़, हजारीलाल गुर्जर, रामलाल गुर्जर, प्रभु गुर्जर, सुरेश हड़ावा, नंदलाल तंवर, लक्ष्मण तामड़, उकार लादी, मोती लादी, रामदयाल गुर्जर, धर्मराज खटाना, धर्मराज भालेर, राजू भालेर, देवीलाल सेन, छीतर मुंडी, देवराज कसाना, चंपालाल, अमरालाल और ग्रामीण शामिल रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/rawatbhata/news/opposed-the-construction-of-boundary-by-the-forest-department-on-the-way-to-pasture-land-and-farms-133185670.html

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