Tuesday 28 May 2024

कलमंडा तालाब में मिट्टी का अवैध खनन रुके, चारागाह अतिक्रमण मुक्त करवाएं

समीपवर्ती कलमंडा में बुधवार रात को संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया ने रात्रि चौपाल कर लोगों से संवाद किया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा बताई समस्याओं का मौके पर समाधान के निर्देश अधिकारियों को दिए। जनसुनवाई में 31 परिवाद मिले। स्वास्थ्य व्यवस्था, पानी और बिजली सप्लाई संबंधित समस्याओं के परिवाद पर तुरंत समाधान के निर्देश दिए।

संभागीय आयुक्त राजोरिया व कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने रात्रि चौपाल में जनसुनवाई के दौरान चिकित्सा, पानी, बिजली सप्लाई, नए भवन की स्वीकृति, अवैध मिट्टी खनन पर आवश्यक कार्रवाई, प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम जुड़वाने समेत आदि को लेकर सुनवाई की।

रात्रि चौपाल के दौरान जनसुनवाई में गांव के तालाब पर अवैध खनन को रोकने, चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने, नालियों की सफाई, तालाब का गहरीकरण, ईट-भट्टे के प्रदूषण को रोकने, खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने, पुराने बस स्टैंड में पीने के पानी की व्यवस्था, कलमंडा से तलावडा जाने वाले रास्ते की मरम्मत, रास्ता विवाद एवं उप स्वास्थ्य केंद्र कलमंडा के लिए भूमि आवंटन करने समेत कुल 31 मामलों की सुनवाई की। संभागीय आयुक्त ने जनसुनवाई के दौरान मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। डिस्कॉम को फाल्ट समय पर सही करने के दिए निर्देश रात्रि चौपाल के दौरान संभागीय आयुक्त ने डिस्कॉम के अधिकारियों से बिजली सप्लाई को सही बनाए रखने के लिए पूरी तरह सजग रहकर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी बिजली फाल्ट हो उसको समय पर ठीक करें। ढीले और झूलते हुए तारों को समय पर ठीक किया जाए ताकि किसी तरह की दुर्घटना घटित नहीं हो।

चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की अत्यधिक गर्मी को देखते हुए अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से सुचारू बनाए रखें। लोगों को गर्मी से बचाव के बारे में समय-समय पर जानकारी दे। अस्पतालों में आवश्यक दवाइयां की उपलब्धता बनाए रखें। रात्रि चौपाल में एडीएम दिवांशु शर्मा, डीएसओ रजत विजयवर्गीय, तहसीलदार महेंद्र यादवेंदु, विकास अधिकारी राहुल बैरवा समेत आदि मौजूद रहे। गर्मी के दौरान पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के दिए निर्देश संभागीय आयुक्त ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अत्यधिक गर्मी पड़ रही है, कई जगह पानी की समस्या की बात भी सामने आ रही है। अधिकारी समस्या की जानकारी मिलते ही उसी समय उसके समाधान के पुख्ता प्रयास शुरू कर दें और समय पर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी इसको सर्वोच्च प्राथमिकता में रखें, जहां कहीं टैंकरों से पानी आपूर्ति की जानी जरूरी हो, अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि जहां कहीं टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही हो यह जरूर देखें की सही स्थान पर आपूर्ति सुनिश्चित हो। जहां कहीं पेयजल पाइपलाइन लीकेज हो उसको समय पर ठीक कर दिया जाए, हैंड पंप खराब हो उसको सही कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी निरंतर फील्ड में जाएं और कार्य की गंभीरता से मॉनिटरिंग करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/news/stop-illegal-mining-of-soil-in-kalamanda-pond-free-pastures-from-encroachment-133099072.html

Monday 27 May 2024

चारागाह से अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम दूसरी बार बैरंग लौटी: ग्राम सेवक अचानक छुट्टी पर, तहसीलदार से कहा- मैं अवकाश पर हूं

 

झुंझुनूं में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने गई राजस्व टीम को बैरंग लौटना पडा। टीम बुधवार को सुबह जिले की आबूसर पंचायत के दुर्जनपुरा, अणगासर व आबूसर गांव में चारागाह भूमि से जाप्ते के साथ अतिक्रमण हटाने गई थी। लेकिन ग्राम सेवक छुट्टी पर होने के कारण करीब 4 घंटे के बाद टीम वापस लौट गई।

इससे पहले भी करीब चार महीने पहले 18 फरवरी को टीम अतिक्रमण हटाने गई थी। लेकिन ग्रामसेवक व सरपंच के द्वारा सहयोग नही करने पर टीम वापस लौट गई। पंचायत प्रशासन की ओर से टीम को ना तो जेसीबी उपलब्ध व मजदूर उपलब्ध कराए गए और किसी तरह के अन्य संसाधन ही मुहैया कराए गए।

तहसीलदार से कहा- मैं छुट्‌टी पर हूं

इस बार भी यह हुआ जैसे ही ग्राम सेवक को पता चला वे छुट्टी पर चले गए। टीम को संसाधन उपलब्ध नही कराए गए। मौके से तहसीलदार ने ग्राम विकास अधिकारी से फोन पर बात की गई तो जवाब मिला- मैं छुट्टी पर हूं। उन्होंने एसडीएम और विकास अधिकारी को सूचित किया।

उन्होंने बताया कि आबूसर दुर्जनपुरा और अणगासर गांव में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश है। अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व टीम गई थी। पिछली बार ग्राम सेवक बिना बताए छुट्टी पर चले गए थे, संसाधन उपलब्ध नहीं कराए थे। आज भी वही हुआ, जैसे ही जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे तो ग्राम सेवक फिर से छुट्टी पर मिले।

एडिशनल वीडीओ नहीं जुटा पाया संसाधन

इसके बाद एसडीएम और वीडीओ को मामले की जानकारी दी। उपखण्ड अधिकारी एडीशनल वीडीओ को मौके पर भेजा, लेकिन वो भी संसाधन की व्यवस्था नही कर पाए। जबकि कार्रवाई से पहले से सूचित किया गया था। लिखित में आदेश था।

उन्होंने बताया कि बार बार संसाधन के अभाव और पंचायत की इच्छा शक्ति के अभाव में कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि चारागाह भूमि ग्राम पंचायत के संरक्षण में होती है। कानून के द्वारा उन्हें शक्तियां दी गई है। उसका निर्वहन पंचायत के द्वारा नही किया जा रहा है।

बहुत गैर जिम्मेदार रवैया ग्राम पंचायत के द्वारा बरता जा रहा है। बार बार बैरंग लौटने से शासन - प्रशासन की छवि खराब हो रही है। फिर से रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

तहसीलदार बोले- नोटिस दिया था

तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि पिछली बार ग्राम सेवक को सीईओ और वीडीओ के द्वारा नोटिस दिया गया था। उन्होंने क्या स्पष्टीकरण दिया ये तो उन्हें ही पता है। लेकिन नोटिस दिया था ये मेरी जानकारी में है। अब ग्राम सेवक में किसी का भय है या ग्रामीणां को दवाब ये तो वही पता सकते है।

वे अचानक से अवकाश पर चले जाते है, पिछली बार भी ऐसा ही किया था। जैसे ही संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे कार्रवाई करेंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhunjhunu/news/the-team-returned-empty-handed-for-the-second-time-133092110.html


जिम्मेदारों की मिलीभगत से दौसा में बेरोकटोक फल-फूल रहा अवैध खनन कारोबार, आदेशों को भी ठेंगा दिखाए

राजस्थान में करीब पांच महीने पहले जब भजनलाल सरकार सत्ता में आई तो अवैध खनन पर बड़ा चाबुक चलाते हुए रोकने के आदेश जारी किए। लेकिन जिम्मेदारों को यह भी पता था कि राज बदला है, रिवाज नहीं। इसलिए सीएम के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए हवा-हवाई कर दिया।

दौसा जिले में हजारों बीघा बेशकीमती सरकारी चारागाह भूमि पर जिम्मेदारों की मिलीभगत और अनदेखी के चलते अतिक्रमण हो चुका है। जिम्मेदारों ने इसकी एवज में महज एक कागजी खानापूर्ति कार्रवाई करते हुए उसको हटाने के प्रयास के नाम पर उच्च अधिकारियों को हमेशा अंधेरे में रखा।

नांगल उपखंड के अंतर्गत आलूदा ग्राम पंचायत में सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि अवैध रूप से अतिक्रमणकर्ताओं की भेंट चढ़ चुकी है। अब उसमें से निरंतर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जो बिल्कुल निचले स्तर के जिम्मेदारों की सीधी मिलीभगत के बिना संभव नहीं हो सकता है। आलूदा ग्राम पंचायत के ग्राम आलूदा से छारेड़ा और लाहडी का बास की तरफ जाने वाली सड़कों के बीच में स्थित सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि है, जो गायों और अन्य जानवरों के चरने के काम आती रही है। लेकिन पिछले दिनों से निचले जिम्मेदारों के द्वारा जेब भरते हुए सरकार के मंसूबे पर निरंतर पानी फेरा जा रहा है।
इधर, बाग की ढाणी और ढाणी नागोरी में अवैध रूप से काफी मिट्टी का अवैध कारोबार किया जा रहा है। मजेदार बात यह है कि जब ग्रामीणों के द्वारा इसकी शिकायत होती है तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारी उस शिकायत के पुलंदों को ही अवैध खननकर्ताओं तक पहुंच कर थोड़ी कार्रवाई करने का दम भर रहे हैं, जिसके चलते अब सरकार की किरकिरी भी ये जिम्मेदार कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि करीब पांच महीने पहले जब भजनलाल सरकार सत्ता में आ रही थी, तब भी यह अवैध खनन जोरों पर था। ग्रामीणों की शिकायत पर संबंधित तहसीलदार ने सारा भेद खोलते हुए सिर्फ अपनी जेब भरने के लिए उपस्थिति तो दर्ज कराई, लेकिन उस पर क्या कार्रवाई की गई, यह कागजों में ही दफन हो चुका है। जबकि यहां के तहसीलदार सोहनलाल मीणा के पास में वर्तमान में नांगल राजावतान, लवाण और पापडदा तहसील का चार्ज चल रहा है। फिर ऐसी स्थिति में अवैध खनन की बात करना बेमानी भी साबित हो जाती है। खैर यह सब सरकारों का काम है, किसको कैसे और कहां प्रतिस्थापन करना है।

अब तो दिन में ही सड़कों पर मिट्टी बजरी और पत्थरों की ट्रालियों दिखने को मिलना आम बात हो गई है। इसमें मजे की बात तो यह है कि इसी बीच सरकार की बेशकीमती चारागाह भूमि पर भी लगातार अतिक्रमण भी बढ़ गए। उधर, जनता के साथ जीरो टॉलरेंस नीति की बातें करके अस्तित्व में आते ही राजस्थान की भजनलाल सरकार ने सबसे पहले राजस्थान में बेरोकटोक चल रहे अवैध खनन कारोबार की कमर तोड़ने के आदेश जारी करते हुए अवैध खान को पूरी तरह प्रतिबंधित किया था।

अवैध खनन को रोकने के लिए प्रदेश और जिला स्तर पर विभिन्न तरह की विभागों को सम्मिलित करते हुए एसआईटी का गठन किया हुआ था, जिसका मकसद संयुक्त कार्रवाई करना था। लेकिन सरकार के दिशा-निर्देशों को ठेंगा दिखाते हुए कुछ सरकारी नुमाइंदे ऐसे भी हैं, जो खुद ही अवैध खनन माफिया के साथ कंधे से कंधा मिलाने लग गए। इससे अवैध खनन बेरोकटोक होने लगा है, जिसमें मजे की बात तो यह है कि सरकार की बेशकीमती चारागाह भूमि पर भी इसी बीच लगातार अतिक्रमण भी बढ़ गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.amarujala.com/rajasthan/dausa/rajasthan-illegal-mining-business-is-increasing-in-dausa-with-connivance-of-responsible-people-2024-05-30

Saturday 25 May 2024

ग्रामीणों ने सरपंच को सौंपा ज्ञापन: चारागाह व ओरण भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग


रेवदर के पीथापुरा एम। गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को बैठक आयोजित कर चारागाह व ओरण भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर सरपंच को ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने बताया कि कुछ लोग गांव में विभिन्न उद्देश्यों के लिए चारागाह व ओरण भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं। कुछ लोगों ने पहले से ही वहां अतिक्रमण कर रखा है। यह अतिक्रमण न केवल चारागाह व ओरण भूमि को नियंत्रित करने वाले कानूनों का उल्लंघन करता है बल्कि क्षेत्र के पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता के लिए भी खतरा पैदा करता है। इसलिए इस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए चारागाह व ओरण भूमि संरक्षित एवं सुरक्षित रह सके।

ज्ञापन में बताया कि इस मामले पर चर्चा करने के लिए संबंधित अधिकारियों, गांव के बुजुर्गों और हित धारकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाए। साथ ही अतिक्रमण को हटाने और चारागाह व ओरण भूमि को उसकी मूल स्थिति में बहाल करने के लिए ठोस कार्य योजना बनाकर कार्रवाई की जाए । सरपंच ने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई के लिए आश्वासन दिया ।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sirohi/reodar/news/the-villagers-submitted-a-memorandum-to-the-sarpanch-133081984.html

Wednesday 22 May 2024

प्रशासन ने 1124 बीघा चारागाह की भूमि से हटाया अतिक्रमण

ग्राम पंचायत करवर के अरियाली गांव में करीब 82 लोगों द्वारा चारागाह की 1124 बीघा भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था। लोकायुक्त के आदेश की पालना के तहत शुक्रवार को भूमि के अतिक्रमण को हटाकर भूमि ग्राम पंचायत के सुपुर्द की गई 

करवर. ग्राम पंचायत करवर के अरियाली गांव में करीब 82 लोगों द्वारा चारागाह की 1124 बीघा भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था। लोकायुक्त के आदेश की पालना के तहत शुक्रवार को भूमि के अतिक्रमण को हटाकर भूमि ग्राम पंचायत के सुपुर्द की गई।

जानकारी अनुसार अतिक्रमियों ने भूमि के पत्थर के पिलर लगाकर तार बंदी कर रखी थी। भूमि का अतिक्रमण हटाने को लेकर कुछ ग्रामीण कई वर्षो से राजस्व विभाग के अधिकारियों से मांग कर रहे थे, जिस पर राजस्व विभाग की ओर से उक्त भूमि पर वर्ष 2023 में अतिक्रमण हटाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया, लेकिन अतिक्रमियों द्वारा भूमि पर वापस अतिक्रमण कर लिया, जिसका लोकायुक्त में परिवाद देकर भूमि का अतिक्रमण हटाने की मांग की, जिस पर शुक्रवार को नायब तहसीलदार पृथ्वीङ्क्षसह, कानूनगो लीलाधर चौहान, रघुवीर कारपेन्टर, हलका पटवारी सर्वोत्तम यादव, करवर थानाधिकारी राजाराम जाट, आरएसी के जवान, नैनवा व देई पुलिस थाना का जाप्ता सहित राजस्व विभाग के कार्मिक सुबह करीब 10 बजे मौके पर पहुंचे। भूमि का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, जो शाम को करीब 7 बजे तक चली। जेसीबी की मदद से चारागाह भूमि की मेड़, तारबंदी व पत्थरों के पिलर हटाए तथा भूमि के चारों ओर डोल लगाया गया। वहीं भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर ग्राम पंचायत के सुपुर्द की गई।

4 साल में तीसरी बार हटाया
अरियाली गांव में 58 अतिक्रमियों ने सार्वजनिक चारागाह की 367 बीघा भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था, भूमि का अतिक्रमण हटाने को लेकर कुछ ग्रामीणों ने लोकायुक्त में परिवाद देकर हो रहे अतिक्रमण को नहीं हटाने को लेकर राजस्व विभाग पर सरकार व न्यायालय के निर्देशों की पालना की अवहेलना करने का आरोप लगाया था, जिस पर संबंधित अधिकारियों ने 10 अक्टूबर 2021 को 367 बीघा भूमि से अतिक्रमण हटाया था, लेकिन इस और ध्यान नहीं देने से भूमि पर फिर से अतिक्रमण कर लिया गया। बाद में स्थानीय कुछ लोगों ने लोकायुक्त में परिवार देकर चारागाह की 1124 बीघा भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग रखी। जिस पर 18 अप्रैल 2023 को 1124 बीघा भूमि का अतिक्रमण हटाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया, लेकिन फिर करीब 82 लोगों ने उक्त भूमि पर अतिक्रमण कर लिया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/bundi-news/the-administration-removed-encroachment-from-1124-bigha-pasture-land-18788852

Thursday 16 May 2024

चारागाह से अतिक्रमण हटाने की मांग, ज्ञापन दिया

अस्पतालों में पेयजल का इंतजाम करने के निर्देश

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नरोत्तम शर्मा की अध्यक्षता में मौसमी बीमारियों की समीक्षा बैठक सीएमएचओ कार्यालय में आयोजित हुई। सीएमएचओ डॉ. योगेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि संयुक्त निदेशक ने चिकित्सा संस्थानों पर पेयजल की सुचारू व्यवस्था करने और ऑपरेशन थंडर के तहत झोलाछापों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि समय-समय पर निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया जाए। खामी वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई करें। लू-तापघात के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को नियमित खाद्य पदार्थों की जांच करने और मौसमी बीमारियों के चलते घर-घर जाकर सर्वे कराने को कहा है। बैठक में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महेश बैरवा, डिप्टी सीएमएचओ (प.क.) डॉ. के के मीणा और आरसीएचओ डॉ. मंजू शर्मा मौजूद रही।

अलवर। थानागाजी के काबलीगढ़ में चारागाह जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में बताया कि गांव की चारागाह जमीन पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं। इसे हटाया जाए। भास्कर न्यूज | रामगढ़ निकटवर्ती गांव गढ़ी बालोतकी के रहने वाले साइबर ठगों ने सीआरपीएफ अधिकारी बनकर मध्यप्रदेश के भोपाल सिटी की डीसीपी प्रियंका शुक्ला के पिता रमेश कुमार को ठगी का शिकार बना लिया।

उनसे 4 बार में एक लाख 83 हजार रुपए अपने खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। भोपाल पुलिस की सूचना पर रामगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने छतों के रास्ते घरों में पहुंचकर ठगों को दबोच लिया। दो आरोपियों को शुक्रवार को रामगढ़ पुलिस ने भोपाल पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि साइबर ठगों ने ओएलएक्स पर सस्ते में सामान बेचने के नाम पर ठगी की।

ठग ने भोपाल डीसीपी के पिता रमेश कुमार से कहा कि वह सीआरपीएफ में अधिकारी है। तबादला होने के कारण कीमती घरेलू सामान सस्ते में बेच रहा है। झांसे में लेकर ठगों ने रमेश कुमार से 4 बार में 1.83 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी कर ली। इस बीच ठगी का अहसास होने पर रमेश कुमार ने डीसीपी बेटी को सारी बातें बताई। इसके बाद भोपाल पुलिस ने अलवर जिले की रामगढ़ पुलिस से संपर्क किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/news/demand-to-remove-encroachment-from-pasture-memorandum-given-133036540.html

दौलतपुरा की चारागाह भूमि से अवैध कब्जा हटाने को लेकर नोटिस

इंद्रगढ़। क्षेत्र की दौलतपुरा ग्राम पंचायत की ओर से एक व्यक्ति को नोटिस देते हुए चारागाह भूमि से अवैध कब्जा हटाने को कहा है। इसमें लिखा कि चारागाह भूमि खसरा नंबर 297/ 2 पर जबरदस्ती कब्जा किया हुआ है। इस भूमि पर ग्राम पंचायत की ओर से सामुदायिक भवन निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। पंचायत की ओर से नोटिस के बाद भी कब्जा नहीं हटाया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/notice-regarding-removal-of-illegal-occupation-from-pasture-land-of-daulatpura-133030179.html

Wednesday 15 May 2024

गांव-ओड़वाडा जिला-जालोर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के आदेश अतिक्रमण हटाये।

गांव ओटवाडा जिला जालोर में राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के आदेश से गौचर चारागाह भूमि पर 440 पुश्तैनी पक्के घर बड़ी बड़ी हवेलीयां अवैध कब्जे अतिक्रमण हटाने को लेकर जनता में राजस्थान सरकार के विरूद्ध बड़ा भारी आक्रोश हैं।आमजन तीन पीढ़ियों से घर बनाकर यहां रह रहे हैं।बिजली पानी कनेक्शन ले रखे हैं।जबकि गांव के दो भाईयों के प्लाट विवाद पर हाईकोर्ट जोधपुर में मामला पहुंचते ही हाईकोर्ट आदेश से यह स्थित बनी हैं।आमजन कि यह प्रशासन से यह शिकायत हैं कि यदि जब यह गोचर चारागाह भूमि पर अवैध कब्जे अतिक्रमण थे।तो फिर लोगों को पक्के मकान हवेलीयां बना कर लंबे समय से रहने क्यों दिया गया था।उसी समय अवैध कब्जे अतिक्रमण हटाने चाहिए थें।इसमें ज्यादातर गरीबों के घर आशियाने उजड़े हैं।राज्य सरकार इस मामले में हस्तक्षेप कर गरीबों को राहत पहुंचाये पिड़ितो कोअन्य जगहों पर फ्री रहवासी प्लाट उपलब्ध करवाके पुनर्वास योजना बना कर बसायें।

मूल ऑनलाइन लेख - https://aimamedia.org/newsdetails.aspx?nid=259506&state=Jodhpur,%20Rajasthan%20(RJ)&title=%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B5-%E0%A4%93%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A4%BE%20%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%B0%20%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%20%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%88%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9F%20%E0%A4%9C%E0%A5%8B%E0%A4%A7%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%86%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6%20%E0%A4%85%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%A3%20%E0%A4%B9%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A5%87%E0%A5%A4

दौलतपुरा की चारागाह भूमि से अवैध कब्जा हटाने को लेकर नोटिस

इंद्रगढ़। क्षेत्र की दौलतपुरा ग्राम पंचायत की ओर से एक व्यक्ति को नोटिस देते हुए चारागाह भूमि से अवैध कब्जा हटाने को कहा है। इसमें लिखा कि चारागाह भूमि खसरा नंबर 297/ 2 पर जबरदस्ती कब्जा किया हुआ है। इस भूमि पर ग्राम पंचायत की ओर से सामुदायिक भवन निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। पंचायत की ओर से नोटिस के बाद भी कब्जा नहीं हटाया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/notice-regarding-removal-of-illegal-occupation-from-pasture-land-of-daulatpura-133030179.html

Sunday 12 May 2024

चारागाह भूमि से हटाया अवैध अतिक्रमण: उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रशासन ने की कार्रवाई


उच्च न्यायालय से पारित आदेश की अनुपालना अवैध निर्माण ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। इस दौरान कलेक्टर डॉ. गौरव सैनी के निर्देशन में गुढ़ाचन्द्रजी के नायब तहसीलदार मुकेश मीना द्वारा मंगलवार को नादौती उपखंड के ग्राम रिंगसपुरा में चारागाह भूमि पर पत्थर, पाइप, ईंधन डालकर व झोंपड़ी का निर्माण कर किए गए अवैध अतिक्रमण को जेसीबी से ध्वस्त कर हटवाया गया।

कलेक्टर डॉ. गौरव सैनी ने बताया कि उच्च न्यायालय के उक्त आदेश की अनुपालना में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की गई और अवैध कब्जे को जेसीबी से हटवाया गया। इस दौरान एक जेसीबी लगाकर झोंपड़ी को जमीदोज किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा चारागाह भूमि खसरा नंबर 4363 से पत्थर, पाइप, ईंधन डालकर व झोंपड़ी का निर्माण हटवाकर उच्च न्यायालय के उक्त आदेशों की पालना की गई।

कार्रवाई के दौरान मौके पर गिरदावर प्रेम सिंह, अशोक शर्मा, पटवारी संदीप कुमार, चेतन प्रकाश सहित अन्य राजस्व कार्मिक, पुलिस के जवान एवं महिला जाब्ता आदि उपस्थित थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/gangapur/news/illegal-encroachment-removed-from-pasture-land-gangapur-city-rajasthan-133018913.html

Saturday 11 May 2024

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण से रोष: ग्रामीणों ने दिया एसडीएम को ज्ञापन, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी


बेगूं क्षेत्र के गांव बंदा का राजपुरा की करीब 300 बीघा सरकारी चारागाह पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को एसडीएम को ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाने की मांग की।

गांव बंदा का राजपुरा के ग्रामीणों ने एसडीएम मनस्वी नरेश को ज्ञापन देकर अतिक्रमण को हटाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि मेघपुरा पंचायत के गांव बंदा का राजपुरा में करीब 300 बीघा भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर पत्थर की चारदीवारी करके कब्जा किया जा रहा है। जिससे मवेशियों के लिए चराई की जगह नष्ट हो रही है। ग्रामीणों ने इस मामले में 6 महिने पहले बेगूं तहसीलदार को भी ज्ञापन दिया था, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अतिक्रमण नहीं हटा तो आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान काशी राम धाकड़, भवानी लाल, शांति लाल, भेरुलाल, जगदीश और प्यार चंद समेत अन्य लोग मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/begun/news/anger-over-encroachment-on-pasture-land-133014020.html

Thursday 9 May 2024

उपखण्ड प्रशासन ने 480 बीघा चरागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई

उपखण्ड प्रशासन ने बुधवार को गुढ़ादेवजी ग्राम पंचायत की चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। पुलिस जाप्ते के साथ दो कानूनगो व आधा दर्जन पटवारियों की टीम ने पहले चरागाह भूमि का सीमाज्ञान किया।

नैनवां. उपखण्ड प्रशासन ने बुधवार को गुढ़ादेवजी ग्राम पंचायत की चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। पुलिस जाप्ते के साथ दो कानूनगो व आधा दर्जन पटवारियों की टीम ने पहले चरागाह भूमि का सीमाज्ञान किया। पंचायत के चरागाह की 480 बीघा भूमि पर पांच दशकों से अतिक्रमण चला आ रहा था।

बुधवार को ग्राम पंचायत प्रशासन, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में 6 जेसीबी मशीनों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। पंचायत सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, नैनवां थाने के एएसआई लादु ङ्क्षसह, राजस्व विभाग से गुढ़ादेवजी के कानूनगो जानकी लाल मीणा, देई के कानूनगो बाबूलाल मीणा, गुढ़ादेवजी पटवारी अभिनव गोचर, रेठोदा के पटवारी दीपक राठौर देई पटवारी परमानन्द गोचर, फूलेता के पटवारी बुद्धिप्रकाश शर्मा, मोतीपुरा पटवारी मायाराम मीणा, खेरुणा के पटवारी लोकेश प्रजापत व पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाकर शाम तक डोलबंदी कराने का कार्य जारी है।

गुढ़ादेवजी के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत की चारागाह की करीब 480 बीघा भूमि पर 50 सालों से अतिक्रमियों ने कब्जा अतिक्रमण कर रखा था। चरागाह को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए ग्राम पंचायत 11 माह से जिला कलक्टर को पत्र लिखती आ रही थी। जिला कलक्टर के आदेश पर बुधवार को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर सीमाज्ञान के अनुसार डोलबंदी करवाई जा रही है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/bundi-news/the-subdivision-administration-freed-480-bigha-grazing-land-from-encroachment-18680238


राजस्थान में 480 बीघा जमीन का हटाया गया अतिक्रमण, चरगाह भूमि हुई कब्जा मुक्त

राजस्थान में अजमेर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए उपखंड गुर्हदेओजी की पंचायती भूमि को कल कब्ज माफिया से कब्जा मुक्त करवा दिया, पुलिस जाति के साथ  कानूनगो अधिकारी और  पटवारी की टीम ने भूमि का जायजा लिया. यह पंचायती भूमि  480 बीघा है.

राजस्थान में अजमेर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए उपखंड गुर्हदेओजी की पंचायती भूमि को कल कब्ज माफिया से कब्जा मुक्त करवा दिया, पुलिस जाति के साथ  कानूनगो अधिकारी और  पटवारी की टीम ने भूमि का जायजा लिया. यह पंचायती भूमि  480 बीघा है काफी सालों से कब्जा माफिया ने कब्जा कर रखा था कल ग्राम पंचायत प्रशासन राजस्व विभाग पुलिस प्रशासन की देख रेख में छह बुलडोजर से अतिक्रमण को हटाया गया पंचायत के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, नैनवां थाने के एएसआई लादु सिंह, राजस्व विभाग से गुढ़ादेवजी के कानूनगों जानकी लाल मीणा, देई के कानूनगों बाबूलाल मीणा, गुढ़ादेवजी पटवारी अभिनव गोचर, रेठोदा के पटवारी दीपक राठौर, देई पटवारी परमानन्द गोचर, फूलेता के पटवारी बुद्धिप्रकाश शर्मा, मोतीपुरा पटवारी मायाराम मीणा, खेरुणा के पटवारी लोकेश प्रजापत व पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाकर शाम तक डोलबंदी कराने का कार्य जारी है।

गुर्हदेओजी के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया की ग्राम पंचायत की चारागाह की करीब 480 बीघा भूमि पर 50 सालों से अतिक्रमियों ने कब्जा अतिक्रमण कर रखा था। चरागाह को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए ग्राम पंचायत 11 महिने से जिला कलक्टर को पत्र लिखती आ रही थी। जिला कलक्टर के आदेश पर बुधवार को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर सीमाज्ञान के अनुसार डोलबंदी करवाई जा रही है। डोलबंदी होने तक कार्रवाई जारी रहेगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://thechopal.com/Breaking/encroachment-of-480-bighas-of-land-removed-in-rajasthan/cid14329653.htm




Wednesday 8 May 2024

चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण, पाबंद किया

छाजूवालाजोहड़ा स्थित चारागाह भूमि से मंगलवार को तहसीलदार सुमन चौधरी द्वारा अस्थाई अतिक्रमण हटाया गया। सड़क के दोनों तरफ कुछ लोग टाल लगाकर चारा-कुट्टी बींट बेचने का व्यापार करते हैं। बींट की बदबू से परेशान आबादी क्षेत्र में बसे ग्रामीणों ने तहसीलदार को शिकायत की थी। तहसीलदार ने मौका रिपोर्ट करवाई। मंगलवार को तहसीलदार मय जाब्ता पहुंची और अस्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। जैसे ही तहसीलदार ने जेसीबी की लगाकर बींट चारा-कुट्टी को हटाना शुरू किया तो टाल मालिकों ने विरोध शुरू कर दिया, लेकिन तहसीलदार ने कार्रवाई जारी रखी। तहसीलदार के कड़े तेवर को देख अतिक्रमणकारियों ने स्वत: अतिक्रमण हटाने की अपील की। इस पर दो घंटे में हटाने और भविष्य में अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत दी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/news/raj-oth-mat-latest-shrimadhopur-news-070503-1628072-nor.html

Monday 6 May 2024

480 बीघा चरागाह भूमि कराई अतिक्रमण मुक्त: पुलिस जाब्ते के साथ पहुंचे 8 कानूनगो और पटवारी, 50 सालों से कर रखा था अतिक्रमण


बूंदी के नैनवां उपखंड क्षेत्र में बुधवार को प्रशासन ने गुढ़ादेवजी ग्राम पंचायत की 480 बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। पुलिस जाब्ते के साथ दो कानूनगो और आधा दर्जन पटवारियों की टीम ने पहले चरागाह भूमि का डिमार्केशन किया। इसके बाद अतिक्रमण हटाए गए। इस भूमि पर पांच दशकों से अतिक्रमण चला आ रहा था।

ग्राम पंचायत प्रशासन, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बुधवार को 6 जेसीबी मशीनों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। पंचायत के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, नैनवां थाने के एएसआई लादु सिंह, राजस्व विभाग से गुढ़ादेवजी के कानूनगो जानकी लाल मीणा, देई के कानूनगो बाबूलाल मीणा, गुढ़ादेवजी पटवारी अभिनव गोचर, रेठोदा के पटवारी दीपक राठौर, देई पटवारी परमानन्द गोचर, फूलेता के पटवारी बुद्धिप्रकाश शर्मा, मोतीपुरा पटवारी मायाराम मीणा, खेरुणा के पटवारी लोकेश प्रजापत ने पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाए। इसके बाद भूमि की डोलबंदी कराने का कार्य जारी है।

गुढ़ादेवजी के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया- ग्राम पंचायत की चरागाह की करीब 480 बीघा भूमि पर 50 सालों से अतिक्रमियों ने कब्जा अतिक्रमण कर रखा था। चरागाह को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए ग्राम पंचायत 11 महीने से जिला कलेक्टर को पत्र लिखती आ रही थी। जिला कलेक्टर के आदेश पर बुधवार को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर सीमाज्ञान के अनुसार डोलबंदी करवाई जा रही है। डोलबंदी होने तक कार्रवाई जारी रहेगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/480-bigha-grazing-land-was-made-encroachment-free-8-lawmen-and-patwari-arrived-with-police-arrest-had-been-encroaching-for-50-years-132990735.html

ग्राम पंचायत की 480 बीघा चरागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई

नैनवां. प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उपखंड की गुढ़ादेवजी ग्राम पंचायत की चरागाह भूमि को बुधवार को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। पुलिस जाप्ते के साथ दो कानूनगों व आधा दर्जन पटवारियों की टीम ने पहले चरागाह भूमि का सीमाज्ञान किया। पंचायत के चरागाह की 480 बीघा भूमि पर पांच दशकों से अतिक्रमण चला आ रहा था।

बुधवार को ग्राम पंचायत प्रशासन, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में 6 जेसीबी मशीनों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। पंचायत के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, नैनवां थाने के एएसआई लादु सिंह, राजस्व विभाग से गुढ़ादेवजी के कानूनगों जानकी लाल मीणा, देई के कानूनगों बाबूलाल मीणा, गुढ़ादेवजी पटवारी अभिनव गोचर, रेठोदा के पटवारी दीपक राठौर, देई पटवारी परमानन्द गोचर, फूलेता के पटवारी बुद्धिप्रकाश शर्मा, मोतीपुरा पटवारी मायाराम मीणा, खेरुणा के पटवारी लोकेश प्रजापत व पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाकर शाम तक डोलबंदी कराने का कार्य जारी है।

गुढ़ादेवजी के सरपंच पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया की ग्राम पंचायत की चारागाह की करीब 480 बीघा भूमि पर 50 सालों से अतिक्रमियों ने कब्जा अतिक्रमण कर रखा था। चरागाह को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए ग्राम पंचायत 11 महिने से जिला कलक्टर को पत्र लिखती आ रही थी। जिला कलक्टर के आदेश पर बुधवार को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर सीमाज्ञान के अनुसार डोलबंदी करवाई जा रही है। डोलबंदी होने तक कार्रवाई जारी रहेगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/special-news/480-bigha-grazing-land-of-gram-panchayat-was-freed-from-encroachment-18678854

चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण: श्रीमाधोपुर के खुर्रमपुरा व डेरावाली में 162 बीघा जमीन पर कार्रवाई


श्रीमाधोपुर के गांव खुर्रमपुरा व डेरावाली में तहसीलदार जगदीश प्रसाद ने चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कारवाई की। मंगलवार को तहसीलदार मय पुलिस जाब्ता फूटाला ग्राम पंचायत के राजस्व गांव खुर्रमपुरा व ग्राम पंचायत नांगल भीम के राजस्व गांव डेरावाली पहुंचें।

तहसीलदार जगदीश प्रसाद ने बताया कि दोनों गांवों में लोगों ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था। पुलिस जाब्ते की सहायता से सात घंटे की अतिक्रमण हटाने की कारवाई के बाद डेरावाली से 92 बीघा तथा खुर्रमपुरा में 70 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है। तहसीलदार जगदीश प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा राजस्थान उच्च न्यायालय व राज्य सरकार मुख्यमंत्री कार्यालय में अतिक्रमण के खिलाफ़ शिकायत दर्ज करा रखी थी।

जिसके आदेश की पालना में पुलिस जाब्ते के साथ जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया तथा अतिक्रमियों को पाबंद किया गया है। इस दौरान लिसाडिया पटवारी विजेंद्र सिंह शेखावत, मूंडरू पटवारी जितेन्द्र मीणा, फूटाला पटवारी किशनलाल मीना, मऊ पटवारी संतोष सैनी, भू अभिलेख निरीक्षक मऊ महेश कुमावत व भू अभिलेख निरीक्षक मुंडरू ताराचंद सैनी की संयुक्त टीम द्वारा तहसीलदार जगदीश प्रसाद के नेतृत्व में कच्चे पक्के अतिक्रमण को जेसीबी मशीन द्वारा हटाया गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/shrimadhopur/news/encroachment-removed-from-grazing-land-132985994.html

Friday 3 May 2024

राजस्थान के इस जिले में अवैध खनन व परिवहन जोरों पर, आंख मूंदकर बैठे जिम्मेदार

राजस्थान के बारां जिले के कवाई कस्बे सहित क्षेत्र में इन दिनों अवैध खनन का कारोबार चरम पर है। खनन माफिया चरागाह भूमि सहित नदी नालों में जेसीबी से बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर टैक्टर ट्रॉली की सहायता से परिवहन करने में लगे हुए हैं।कवाई कस्बे सहित क्षेत्र में इन दिनों अवैध खनन का कारोबार चरम पर है। खनन माफिया चरागाह भूमि सहित नदी नालों में जेसीबी से बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर टैक्टर ट्रॉली की सहायता से परिवहन करने में लगे हुए हैं। ऐसे में जब भी ग्रामीणों द्वारा पुलिस को इस बात की सूचना दी जाती है तो खनिज विभाग द्वारा कार्रवाई करने का हवाला देकर पुलिस कार्रवाई नहीं कर पल्ला झाड़ लेती है।

दो दिन पहले अंबेडकर जयंती के अवसर शोभायात्रा के दौरान पुलिस द्वारा कस्बे के खानपुर रोड से एक ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त किया गया था। जिसमें बजरी भरी हुई थी, लेकिन उस पर सिर्फ कागजात के अभाव कि फोरी कार्रवाई कर छोड़ दिया गया। ऐसे में खनन माफिया बजरी का स्टॉक करने में लगे हुए हैं।

थाने के समीप कर रहे जमीन खुदाई

थाने से महज 4 किलोमीटर दूर थाना क्षेत्र के ग्राम लोलाखेड़ी के समीप सरकारी चारागाह भूमि पर अवैध खनन कर वहां की भूमि को जगह-जगह से खोखला कर दिया। सालपुरा निवासी अतर खान ने बताया कि कुछ दिनों पहले खेडली गद्दियान के समिप चरागाह भूमि पर जेसीबी चला कर रात्रि के दौरान अवैध खनन किया जा रहा था। जिसकी सूचना पुलिस में भी दी थी, लेकिन समय पर पुलिस नहीं पहुंची। कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में कई बजरी व पत्थर के स्टाक पड़े हुए हैं। जहां से 24 घंटे सड़कों पर होकर इनका परिवहन किया जा रहा था। जिसकी सूचना पुलिस सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी दी जाती है, लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती।

इसी तरह वन विभाग की भूमि पर भी भारी मात्रा में अवैध खनन का कारोबार जोर शोर से चल रहा। बजरी व पत्थर की भरी ट्रोलियां सरेआम निकलते हुए देखी जा सकती है। जिनको खनन माफिया नेट लगाकर ढक लेते हैं। थाने से महज 2 किलोमीटर दूर अदानी पावर प्लांट और रेलवे लाइन के बीच स्थित वन विभाग की भूमि पर चट्टाने तोड़कर दिन-रात यहां से पत्थर का खनन किया जा रहा है। इस पत्थर को कस्बे में लाकर बेच रहे हैं।

दिनरात निकाल रहे बजरी

अमृत खेड़ी सालपुर के बीच होकर निकल रही लेसी नदी में भी इन दिनों 24 घंटे बजरी का खनन जारी है। सालपुर वासियों द्वारा इसका विरोध भी किया जाता है, लेकिन जिम्मेदार उनकी सुनवाई नहीं कर रहे। सालपुर गांव निवासी एक युवक ने कुछ दिनों पहले खनन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल किया था।

इनका कहना
वर्तमान में राजस्थान में कही की भी लीज चालू नहीं है। रॉयल्टी पूरी तरह बंद है।
– अंशुमन कार्यदेशक खनिज विभाग बांरा

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/baran-news/rajasthan-baran-district-illegal-mining-and-transportation-responsible-by-turning-a-blind-eye-mining-mafia-pasture-land-18665202

Thursday 2 May 2024

अलसीसर की चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया

अलसीसरकी चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य करने की तैयारी कर रहे एक व्यक्ति को शनिवार को पाबंद कर दिया गया। एसडीएम अनिता धतरवाल ने अतिक्रमण हटा कर सामान जब्त कर लिया। जानकारी के अनुसार अलसीसर के प्रहलाद नायक ने पंचायत समिति के पास चारागाह भूमि पर ताबूत लगाकर कब्जा कर रखा था। वह वहां पर निर्माण कार्य करने की तैयारी कर रहा था। वार्ड के लोगों ने तहसील में शिकायत दर्ज कराई। शनिवार सुबह जब एसडीएम अनिता धतरवाल मौके पर पहुंची तो काम को बंद करा दिया। गिरदावर को मामले की जांच कर सामान जब्त करने के लिए कहा। गिरदावर सांवरमल मीणा ने बताया कि प्रहलाद पुत्र चुन्नीलाल नायक ने खसरा नम्बर 676 में 150 वर्गगज जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था। बाद वहां पड़े सीमेंट के 150 ताबूत को जब्तकर आगे की कार्रवाई तक पाबंद किया। उधर, प्रहलाद नायक का कहना था कि उसके पास 1975 में बीडीओ द्वारा जारी किया गया पट्‌टा है। पट्‌टे का आज तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।

अलसीसर की चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करते हुए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/raj-oth-mat-latest-malsisar-news-054013-2266908-nor.html/

भूमाफिया का चंबल नदी किनारे चारागाह सिवायचक भूमि पर कब्जा, पेड़ भी काटे


महावीर राठौर। केशवरायपाटन

रामगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में भूमाफिया चंबल नदी किनारे बीरज गांव के पास सैकड़ों बीघा चारागाह और सिवायचक भूमि पर पेड़ों को नष्ट कर उसे हथियाने में जुटे हैं।

भास्कर टीम अभयारण्य क्षेत्र में पहुंची तो खुलेआम जंगल के अंदर मशीन से कुट्टी हो रही थी, लेकिन जिम्मेदारों को यह दिखाई नहीं दे रहा। घने वन क्षेत्र में काफी संख्या में नील गाय, जंगली सूअर, सियार रहते हैं। भूमाफियाओं द्वारा उनके आशियानों को उजाड़ने से जंगली जानवरों पर संकट मंडराने लगा है। भूमाफियाओं के जंगल के अंदर जाने से जंगली जानवर बाहर भी आने लगे हैं।

अभयारण्य क्षेत्र के पास के गांव बीरज, नोताड़ा, समदपुरिया, भीया में वन्यजीव किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं। भूमाफिया अभयारण्य क्षेत्र की भूमि को समतल कर उसे खेती योग्य बनाते जा रहे हैं। कब्जे में ली जा रही भूमि पर फसल कर लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। काटे जा रहे पेड़ों की मशीन से कुट्टी कर दोहरी कमाई की जा रही है।

बीरज के ग्रामीणों ने बताया कि मशीनों से पेड़ों की कटाई कर भूमि पर कब्जा करने की शिकायत प्रशासन व विभाग को कर दी है, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि समय रहते अवैध गतिविधियों पर रोक नहीं लग पाई तो जंगल नष्ट हो जाएगा। अभयारण्य की टीम समय-समय पर अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करती रही है। पेड़ों की कुट्टी कर ले जाने वाले ट्रैक्टर भी जब्त किए हैं। अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ टीम बनाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। - विक्रम मीणा, कार्यवाहक एसीएफ, रामगढ़ टाइगर रिजर्व पंचायत क्षेत्र में अभयारण्य व चारागाह की भूमि पर खुलेआम प्रभावशाली लोग पेड़ों की कटाई करते हैं। जमीन को समतल कर अतिक्रमण कर रहे हैं। नदी किनारे से बजरी का खनन किया जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन को कई बार लिखित में शिकायत देकर अवगत करवाया गया। पंचायत समिति की बैठक में इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया, लेकिन आश्वासन ही मिलते आ रहे हैं, कार्रवाई नहीं की जाती। - राधा मीणा, सरपंच, बीरज पंचायत

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/keshoraipatan/news/land-mafias-occupy-grazing-land-along-the-chambal-river-cut-down-trees-132958614.html