Tuesday, 31 January 2023

अतिक्रमण की चपेट में चरागाह भूमि, शिकायत करने महिलाओं पहुंची तहसील कार्यालय अतिक्रमण हटाने की मांग, सौंपा ज्ञापन

 

लवाण। ग्राम पंचायत खानवास की खण्डेवल की बैरवा ढाणी के ग्रामीणों ने चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर लवाण तहसीलदार धर्मसिंह मीणा को ज्ञापन सौंपा। प्रेम देवी, शांति, लक्ष्मी, काली, सम्पती, भगवान सहाय, धन्नालाल और नन्दलाल बैरवा ने तहसीलदार को बताया कि खण्डेवल में तीन सौ घरों में करीब एक हजार से ज्यादा लोग निवास करते हैं। जहां करीब सौ बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है। सरकारी रास्ते को रोक कर खेत बना लिया है।

महिलाओं ने बताया कि पशुपालक चरागाह पर पशुओं को चरा भी नहीं सकते हैं। ग्रामीणों ने खण्डेवल व खानवास सीमा का सीमाज्ञान करवाने और सरकारी रास्ते से ही डामरीकरण सड़क बनवाने की मांग की। सीमाज्ञान नहीं होने पर उपखण्ड कार्यालय पर धरना देने की चेतावनी दी। तहसीलदार ने बताया कि दोनों गांवों की सीमा की पैमाइश कराएंगे। फोटो केप्सन एलडब्लु 0102 सीए-लवाण। तहसीलदार को ज्ञापन देती खण्डेवल की महिलाएं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/dausa-news/pasture-land-in-the-grip-of-encroachment-women-reached-tehsil-office-8015178


Monday, 30 January 2023

राजस्थान: नौगावां में उपयुक्त भूमि मिलने पर ही की जाएगी नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना - उद्योग मंत्री

राजस्थान में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि अलवर जिले की तहसील नौगांवा में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए उपयुक्त राजकीय भूमि के नवीन प्रस्ताव मिलने के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।

By Kamlesh Keshote

राजस्थान में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि अलवर जिले की तहसील नौगांवा में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए उपयुक्त राजकीय भूमि के नवीन प्रस्ताव मिलने के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि वहां औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए पूर्व में चिह्वित की गई जमीन चारागाह भूमि में होने के कारण आवंटन किया जाना संभव नहीं है। 

रावत ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि उच्च न्यायालय के इससे संबंधित एक प्रकरण में स्थगन के बाद रीको द्वारा क्षतिपूर्ति भूमि उपलब्ध कराने के बाद भी चारागाह की भूमि का आवंटन नहीं किया जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि एनसीजेड में भू-परिवर्तन की अनुमति के लिए कई बार केन्द्र सरकार को पत्र भी लिखा गया है। इससे पहले उद्योग मंत्री ने विधायक सफिया जुबेर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि अलवर जिले में नवीन दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे पर तहसील नौगावां में रीको द्वारा नवीन औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने हेतु तहसील-नौगावां के ग्राम मूनपुर करमला एवं रसगन की 230.32 हैक्टेवयर भूमि चिन्हित की गई है। यह भूमि चारागाह एवं गैर-मुमकिन पहाड़ की किस्म में है। 

उन्होंने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय में किसी अन्य प्रकरण में दायर रिट याचिका संख्या 5132/2021 एवं 2856/2021 में चारागाह भूमि के आवंटन पर स्थगन प्रभावी होने के कारण वर्तमान में राजस्व विभाग द्वारा आवंटन या आरक्षण हेतु स्वीकृति जारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर अलवर को चारागाह भूमि के अतिरिक्त अन्य उपयुक्त राजकीय भूमि के प्रस्ताव भिजवाने हेतु 03 अगस्त 2022 एवं 15 अक्टूबर 2022 को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि राजकीय भूमि के नवीन प्रस्ताव प्राप्त होने पर ही औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना किया जाना संभव हो सकेगा।

https://hindi.oneindia.com/news/jaipur/new-industrial-area-will-be-set-up-only-after-getting-suitable-land-in-naugawan-in-rajasthan-746458.html

Saturday, 21 January 2023

डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा के निर्देश पर ग्राम श्यामपुरा में 360 बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त

 


कोटा ।

ग्राम पंचायतत श्यामपुरा में सात सौ बीघा से अधिक चारागाह भूमि पर फसल बोकर किए गए अतिक्रमण को हटाने हेतु सरपंच दीपक पारेता द्वारा उपखण्ड अधिकारी सांगोद से प्रार्थना की गई। इसके उपरान्त उपखण्ड अधिकारी के निर्देशानुसार प्रथम चरण में ग्राम श्यामपुरा में मुनादी के माध्यम से नियत समय में अतिक्रमियों को स्वतः ही अतिक्रमण हटाने हेतु पाबन्द किया गया तथा अतिक्रमण नहीं हटाने की स्थिति में प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी गई। समयावधि समाप्त होने के उपरान्त  डिप्टी कलेक्टर सांगोद राजेश डागा प्रशासनिक टीम का गठन कर अतिक्रमण के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु मौके पर पहूंचे। 

21 अतिक्रमियों द्वारा लगभग 360 बीघा चारागाह भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने हेतु डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा द्वारा समझाईश की गई। इसके उपरान्त अतिक्रमियों द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही पर सहमति व्यक्त की गई जिसके उपरांत चारागाह भूमि की सीमा पर दो जेसीबी मशीन चला कर भूमि के चारों तरफ जमीन पर गढ्ढे किये गए जहां पंचायत को पत्थरों की सहायता से भूमि की निशानदेही करने के निर्देश दिए गए ताकि भविष्य में अन्य कोई भी व्यक्ति चारागाह भूमि पर अतिक्रमण नही कर सके। 

मौक़े पर संपूर्ण कार्यवाही के दौरान डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा मोजूद रहे। संपूर्ण कार्यवाही के उपरान्त अतिक्रमियों द्वारा बोई गई फसल को सरपंच के सुपुर्द किया गया तथा डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा द्वारा सुझाव दिया गया कि संपूर्ण ग्राम पंचायत की लगभग 700 बीघा चारागाह भूमि है जिसमें से यदि 250 बीघा भूमि पंचायत द्वारा प्रस्ताव लेकर मुनाफा काश्त पर दी जाती है तो उससे होने वाली आमदनी को गांव की चारागाह भूमि के विकास कार्य हेतु उपयोग किया जा सकता है, इसके साथ ग्राम पंचायत के शेष ग्रामों की चारागाह भूमि को भी  अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा। साथ ही ग्रामवासियों द्वारा मौक़े पर अवगत कराया कि मंदिर के सामने सीधा रास्ता भी लोगों द्वारा बंद कर रखा है,डिप्टी कलेक्टर ने सरपंच को आदेश दिए कि दो दिवस में उस रास्ते पर मशीन एवं ट्रैक्टर चलाकर खुलासा कर सुगम बनाए ।

इससे पूर्व में भी उपखण्ड क्षेत्र सांगोद में डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा द्वारा लगभग 935 बीघा भूमि अतिक्रमण मुक्त की जा चुकी है तथा उपरोक्त कार्यवाही सहित राजेश डागा अब तक लगभग 1300 बीघा चारागाह/सरकारी भूमि अतिक्रमण मुक्त करवा चुके हैं।

https://www.pressnote.in/Kota_News_472886.html

Wednesday, 18 January 2023

चरागाह पर कब्जा: ढिंढोरा में चरागाह पर कब्जा, कार्रवाई की मांग

ढिंढोरा तीन मूर्ति ढिंढोरा में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर जोगी समाज के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। जोगी समाज के जगदीश प्रसाद, मुनेश, घनश्याम, रामहरि योगी, दीया,प्यार सिंह आदि ने बताया कि तिक्रमियों से हल्का पटवारी भी मिलकर गलत तथ्य पेश कर रहे हैं।

समाज के लोगों का कहना रहा कि जिस चरागाह भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है, उस भूमि को जोगी समाज के शमशान के लिए आवंटन की प्रक्रिया कलेक्टर के यहां पर पक्रियाधीन है। बताया कि जिन लोगों ने कब्जा किया हुआ है, दोनों ही सरकारी कर्मचारी है और पाटोर बनाकर रहवास किया हुआ है। कलेक्टर की ओर से भी अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए हुए हैं, लेकिन उनके आदेशों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। हल्का पटवारी की कार्यशैली एवं अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/hindaun/news/capture-of-grassland-in-dhindora-demand-for-action-130819198.html

टोंक जिले में चारागाह जमीन पर अवैध खनन: मवेशियों के लिए बना चारे का संकट, शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई

टोंक जिले में चारागाह जमीन पर अवैध खनन से लेकर अतिक्रमण के चलते मवेशियों के लिए चारे का संकट बनता जा रहा है। कई जगह पशुपालकों और गौसेवक संबंधित प्रशासन से शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कुछ दिनों से पीपलू क्षेत्र के पासरोटिया गांव के पास चारागाह भूमि पर जेसीबी से दिन-रात अवैध खनन किया जा रहा है। इसकी शिकायत लोगों ने संबंधित प्रशासन से की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके चलते अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है।

जिले भर में सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन शिवायचक से लेकर चारागाह जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। कई जगह चारागाह भूमि पर इससे सबसे ज्यादा परेशानी मवेशियों को हो रही है। उनको चारे के लिए भी भटकना पड़ रहा है। पासरोटिया में चारागाह जमीन पर खनन माफिया धड़ल्ले से जेसीबी की मदद से अवैध खनन कर रहे हैं। इससे पशुपालकों के सामने चारे का संकट खड़ा होता जा रहा है। भू-माफिया ने जेसीबी से गहरे गहरे गड्ढे कर दिए हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/illegal-mining-on-pasture-land-in-tonk-district-130818651.html

Monday, 16 January 2023

चरागाह भूमि पर अतिक्रमण: चरागाह भूमि गुड़ला ओर कराडी से फिर नहीं हटा अतिक्रमण, ग्रामीणों का आरोप- कभी पुलिस जाब्ता तो कभी संसाधनों का बहाना बना रहा प्रशासन

 


बौंली क्षेत्र के राठोद निमोद ग्राम पंचायत के गुड़ला नदी और कराडी गांव के चरागाह भूमि से एक बार फिर अतिक्रमण नहीं हटने से ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की हैं। जिला कलेक्टर के आदेश के बाद बौंली एसडीएम और तहसीलदार ने दोनों गांवों के चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम का अब तक तीन से चार बार गठन किया जा चुका है, बावजूद इसके उपखण्ड प्रशासन चरागाह से अतिक्रमण हटाने में फेल साबित हुआ हैं। गत 5 जनवरी को पुलिस जाब्ता के साथ गुड़ला नदी में अतिक्रमण हटाने आए एसडीएम को पंचायत के सरपंच द्वारा संसाधन उपलब्ध नहीं करवाने से बिना अतिक्रमण हटाए बैरंग लाैटना पड़ा था। भास्कर ने कलेक्टर ने दिए चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश, सरपंच ने संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए, बैरंग लौटे एसडीएम शीर्षक के हवाले से खबर प्रकाशित की थी।

इसके बाद बौंली एसडीएम बद्रीनारायण मीना ने 16 से 19 जनवरी को अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गठित थी, लेकिन चौथ का बरवाडा में माताजी का मेला होने से पुलिस जाब्ता नहीं मिलने से दूसरी बार भी अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में चरागाह भूमि पर फसल बुवाई के लिए दो पक्षों में कब्जे को लेकर खूनी संघर्ष हो चुका है जिसमें एक पक्ष से 60 और दूसरे पक्ष के 90 से अधिक लोगों के गंभीर चोट आई थी। घटना में 36 लोगों के सिर में टांके आए थे। जिला कलेक्टर में मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बौंली को तुरंत अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी करने के एक माह बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने से अब फसल कटाई को लेकर लड़ाई होने की आशंका हैं।

इन खसरों से हटाना था अतिक्रमण राजस्व विभाग के अनुसार 16 जनवरी को गुड़ला नदी के खसरा संख्या 591, 607 और कराडी के खसरा संख्या 445, 497, 510, 527, 526, 525, 518, 447, 492, 484, 483, 467, 462, 479, 465, 470, 493, 346, 463, 322, 454, 405, 346 सहित सिवायचक भूमि में सरसों और गेहूं की फसल को मशीनों से नष्ट कर अतिक्रमण हटाना था। बौंली एसडीएम ने आदेश जारी कर तहसीलदार बौंली के नेतृत्व में दो भू-अभिलेख निरीक्षकों तीन हल्का पटवारियों की टीम बनाई गई।

चार बाद तारीख बदली मगर फिर भी नहीं हटा अतिक्रमण
गुड़ला नदी और कराडी के चरागाह और सिवायचक भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए अब तक बौंली प्रशासन ने चार बार तारीख बदल दी लेकिन अतिक्रमण हटाने में फेल रहा। गुड़ला नदी में 5 व कराडी में 6 जनवरी को अतिक्रमण हटाना था। संसाधन उपलब्ध नहीं होने से प्रशासन बैरंग लाैटा तो एसडीएम ने फिर से 16 से 19 जनवरी की तारीख रखी, लेकिन पुलिस जाब्ता नहीं मिला तो अब फिर से अगली तारीख तय कर अतिक्रमण हटाना तय किया हैं। इससे पहले नवंबर और दिसंबर माह में दो बार तारीख दी जा चुकी हैं।

पुलिस का काम केवल सुरक्षा मुहैया कराना : सीओ
स्थानीय पुलिस थाने के जाब्ता के अलावा अन्य थाने से दस पुलिसकर्मी राजस्व विभाग काे अतिक्रमण हटाने के लिए भिजवाए गए थे। अतिक्रमण हटाना राजस्व विभाग का काम है। पुलिस का काम केवल सुरक्षा देने का हैं।
तेजपाठक, सीओ बामनवास

थानाधिकारी से पुन: जाब्ता मांग अतिक्रमण हटाएंगे : तहसीलदार
पर्याप्त पुलिस जाब्ता उपलब्ध नहीं होने से चार दिन तक अतिक्रमण हटाना मुश्किल था। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई। थानाधिकारी से पुन: जाब्ता की मांग कर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
ब्रजेश सिहरा, तहसीलदार बौंली

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/encroachment-not-removed-from-pasture-land-gudla-and-karadi-villagers-allege-sometimes-police-raids-sometimes-the-administration-is-making-excuses-for-resources-130811088.html

अवैध अतिक्रमण: छाण में 13 बीघा चरागाह भूमि अवैध अतिक्रम

ग्राम पंचायत छाण के ग्रामीणों ने खंडार तहसीलदार तुलसीराम शर्मा को ज्ञापन सौंपकर चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। ज्ञापन में तहसीलदार को बताया कि छाण पटवार हल्का क्षेत्र में खसरा संख्या 873 में रकबा 13 बीघा 7 बिस्वा चरागाह भूमि है, जिस पर छाण गांव के ही कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है।

उन्होंने तहसीलदार से उक्त चरागाह भूमि से तत्काल अतिक्रमण हटाने तथा अतिक्रमण करने वाले प्रभावशालियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/illegal-encroachment-of-13-bigha-pasture-land-in-chan-130807433.html

Thursday, 12 January 2023

फुलेरा में अतिक्रमण पर चला पीला पंजा, नगरपालिका और पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई

राजस्थान के जयपुर के रेनवाल क्षेत्र स्थित चारागाह भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन ने कार्रवाई की है. जेसीबी की सहायता से प्रशासन ने खसरा संख्या 794 में किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त किया.


राजस्थान के जयपुर के रेनवाल क्षेत्र स्थित चारागाह भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन ने कार्रवाई की है. जेसीबी की सहायता से प्रशासन ने खसरा संख्या 794 में किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त किया. तहसीलदार सविता शर्मा के निर्देशन में तहसील और पालिका प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है. कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस जाब्ता मौजूद रहा । 

बता दें कि यहां पूर्व में भी अतिक्रमियों ने कच्चे और पक्का निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया था. शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाया था, लेकिन अतिक्रमियों ने दुबारा अतिक्रमण कर लिया था. जानकरी लगने पर प्रशासन लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंचा और करीब एक दर्जन कच्चे और पक्के अतिक्रमण को हटाया. किशनगढ़ रेनवाल शहर में खसरा नं 794 की 103 बीघा चारागाह भूमि पर लगातार हो रहे अतिक्रमण के बाद बुधवार को एक बार फिर से रेनवाल तहसील, नगर पालिका और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए एक दर्जन के करीब अवैध कब्जे ध्वस्त किए हैं. यहां पदस्थापित प्रशानिक अफसरों को भू-माफिया ठेंगा दिखाते हुए रातों-रात अवैध कब्जा करने में जुटे थे. 

नवीन अतिक्रमण करने की शिकायत मिलने पर रेनवाल तहसीलदार सविता शर्मा ने तत्परता दिखाते हुए रेनवाल नगर पालिका और पुलिस प्रशासन के सहयोग से बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए करीब एक दर्जन के लगभग चारदीवारी, तारबंदी और अवैध नींव निर्माण को ध्वस्त किया है. प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है. जानकारी के अनुसार खसरा संख्या 794 की 103 बीघा इस बेशकीमती भूमि पर करीब 70% भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे किए जा चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इतने दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण भू-माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हो गए थे कि चारागाह की इस भूमि पर वह आए दिन पत्थर की ट्रॉली डालकर और तारबंदी कर अपना कब्जा कर लेते थे, लेकिन पिछले 15 दिनों से रेनवाल तहसील में पदस्थापित तहसीलदार सविता शर्मा ने इन भू-माफियाओं के हौसलों को पस्त करते हुए तीन बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर भू-माफियाओं में खलबली मचा दी है.

रेनवाल तहसील में तहसीलदार और नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी के महत्वपूर्ण इन दोनों पद पर महिला अधिकारी के होने का फायदा उठाकर भू-माफिया अतिक्रमण करने में लगे थे. अतिक्रमी रातों-रात करोड़ों रुपये की चरागाह की भूमि को डकारने में लगे थे. उनका यह मानना था कि महिला अधिकारी होने के कारण वे उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर पाएंगे, लेकिन दोनों अधिकारियों ने महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करते हुए पिछले एक माह में इन भू-माफियाओं के खिलाफ तीन बार कडी कार्रवाई कर भू-माफियाओं के हौसलों को पस्त कर दिया है.

पूर्व में भी की गई थी कार्रवाई
करड़ रोड़ पर उक्त चारागाह भूमि पर नए अतिक्रमण पर नगरपालिका प्रशासन ने 17 दिसंबर को कार्रवाई कर थड़ी जब्त की थी. बाद में उसी जगह पर करीब एक हजार वर्गगज जमीन पर तारबंदी कर अतिक्रमण करने की सूचना पर प्रशासन ने पिछले बुधवार को फिर से कार्रवाई करते हुए करीब आधा दर्जन अवैध अतिक्रमण हटाए गए थे. मंगलवार को फिर से अतिक्रमण की सूचना मिलने पर आज तहसीलदार सविता शर्मा के निर्देशन में नायब तहसीलदार भीवाराम वर्मा, रेनवाल थाना प्रभारी उमराव सिंह गुर्जर, रेनवाल नगर पालिका एसआई द्वारका प्रसाद मय पुलिस जाब्ते के चारागाह भूमि पर पहुंचकर भू माफियाओं द्वारा किए जा रहे कब्जों पर पीला पंजा चलाया. 

बुधवार को तहसील और पालिका प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से की गई कार्रवाई के बाद प्रशासन द्वारा करीब एक दर्जन के करीब अतिक्रमण हटाए गए हैं. प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद भू माफियाओं में हड़कंप मच गया है. हालांकि तहसील प्रशासन द्वारा बुधवार को की गई कार्रवाई को लेकर कई लोगों ने कड़ा एतराज जताया है. उनका कहना था कि प्रशासन द्वेषता पूर्वक कार्रवाई कर रहा है, जबकि चारागाह भूमि पर सैकड़ों से अधिक अतिक्रमण हो रखे हैं, लेकिन प्रशासन केवल गिने-चुने अतिक्रमण को हटाकर झूठी वाह-वाही लूटने में लगी है.

इनका कहना है कि
खसरा संख्या 794 की चारागाह भूमि पर नवीन अतिक्रमण होने की सूचना मिलने पर बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. मौका स्थिति देखने पर वहां पर काफी अतिक्रमण हो रखे हैं और आगे भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी.

मूल ऑनलाइन लेख - https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/jaipur/jaipur-news-phulera-yellow-paw-on-encroachment-in-phulera-municipality-and-police-took-joint-action/1525697

Tuesday, 10 January 2023

कृषि कार्य के नाम पर खनिज संपदा से भरपूर बेशकीमती भूमि हड़पने के लिए सम्भावित आवंटन का विरोध

बिजौलियां(जगदीश सोनी)। उपखण्ड के नयानगर में  खनन सम्पदा से भरपूर बेशकीमती भूमि को प्रभावशाली  व्यक्ति के नाम आवंटन किए जाने के प्रयास की जानकारी मिलने से आक्रोशित नयानगर,जलेरी,मांगू की बाळद के ग्रामीणों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी सीमा तिवाड़ी को सौंप कर उक्त गैर कानूनी आवंटन को रुकवाने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया कि मौजा नयानगर के आराजी संख्या 86,86/4,187 और 1445/86 में आवंटन के लिए सर्वे और सीमांकन किया जा रहा हैं। ज्ञापन में आरोप लगाया कि प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा इस जमीन और खनिज संपदा को हड़पने की नीयत से षड्यंत्र पूर्वक राज्य सरकार से उक्त आराजी कृषि भूमि के नाम से आवंटन करवाने का खेल खेला जा रहा हैं। उक्त आराजियात में ग्रामवासियों के श्मशान, रास्ते और समीप ही गांव बसे हुए हैं।

भूतपूर्व सैनिक की विधवा के नाम आवंटन का हैं मामला
भादओं की कोटड़ी निवासी भूतपूर्व सैनिक कैलाश चन्द्र जाट की पत्नी प्रेमदेवी द्वारा नयानगर में 25 बीघा बिलानाम भूमि आवंटित किए जाने की दरखास्त पर जिला कलक्टर द्वारा 12 अगस्त 2022 को बिजौलियां उपखण्ड अधिकारी को पत्र प्रेषित कर आराजी 186/4 व 187 में 25 बीघा भूमि आवंटन के मामले की जांच और नियमों के परिपेक्ष्य में विधि सम्मत कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। इसे लेकर ही नयानगर में सर्वे और सीमांकन का कार्य किया जा रहा हैं।

कृषि भूमि के नाम पर पूर्व में भी हो चुके हैं महंगी जमीनों में आवंटन
पटवार हलका लक्ष्मीखेड़ा के ग्राम किशनपुरिया में भी रसूखदारों द्वारा नियम-कायदों को धता बताते हुए अपने रसूख का बेजा इस्तेमाल कर गैरकाबिल काश्त भूमि का आवंटन करवाया जो चारागाह व वनखंड के लिए और प्रतिबंधित श्रेणी में थी।इसके बावजूद भी भीलवाड़ा निवासी भोपाल सिंह चौधरी के परिवारजनों के नाम वर्ष 2021 में 24 बीघा भूमि आवंटित कर दी गई। जबकि काबिल काश्त भूमि आवंटित करनी थी। बड़ा सवाल यह हैं कि भीलवाड़ा ज़िले में ही भूमि का आवंटन किया जाना था तो पूरे जिले को छोड़ कर  बिजौलियां क्षेत्र  में ही आवंटन क्यों किया गया। जबकि विगत तीस सालो से बिजौलियां तहसील में कृषि भूमि के आवंटन पर रोक लगी हुई हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://jaipurtimes.org/Opposition-to-possible-allotment-to-grab-precious-land-rich-in-mineral-wealth-in-the-name-of-agricultural-work

Monday, 9 January 2023

अतिक्रमण हटवाने के आदेश: कोर्ट ने दिए चरागाह, जोहड़ व रास्तों के अतिक्रमण 3 माह में हटवाने के आदेश

राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार को पीपलू उपखंड के झिराना ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि, जोहड़ व रास्तों के अतिक्रमण 3 माह में हटवाने के आदेश टोंक कलेक्टर को दिए हैं। मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल व न्यायाधीश शुभा मेहता की खंडपीठ ने यह आदेश झिराना निवासी श्योराज जाट व अन्य की ओर से एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा मालपुरा के जरिये दायर की गई जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए हैं। याचिका में बताया कि झिराना गांव की चारागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं। सरपंच व ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय अधिकारियों को अवगत करवाया, किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई। ग्रामीणों ने चारागाह पर सरसों की खेती कर रखी है। इससे गांव के पशुधन को चराने में दिक्कत हो रही है। साथ ही आम रास्तों सहित जोहड़ व तालाब पर भी कब्जे हो रखे हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/the-court-ordered-the-removal-of-encroachments-on-pastures-johads-and-roads-in-3-months-130780313.html

सरकारी भूमि पर अतिक्रमण नहीं बर्दाश्त होगा, कलेक्टर ने सख्ती से दिशा-निर्देश दिए

सिवायचक, चारागाह व राजकीय कार्यालयों की भूमि पर किसी भी सूरत में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए। कलेक्टर चिन्मयी गोपाल जिले में होने वाली जनसुनवाई के दौरान राजस्व विभाग के अधिक प्रकरण आने को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि सिवायचक, चारागाह, राजकीय कार्यालयों की भूमि, आम रास्तों पर अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही खेतों में जाने वाले बंद कदमी रास्तों को खुलवाया जाएं, ताकि किसान अपने खेत में सुगमता से जा सकें। कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्टर कक्ष में आयोजित बैठक में एसडीओ एवं तहसीलदार को ग्राम पंचायत स्तरीय कार्मिकों की निरन्तर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गैर खातेदारी से खातेदारी, पेडिंग नामांतरण, रास्ते संबंधी विवाद, भूमि रूपांतरण के प्रकरण, सार्वजनिक प्रयोजनार्थ भूमि आवंटन के प्रकरण, धारा-91 की रिपोर्ट, आदि की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि एसडीओ, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार निरीक्षण के दौरान पटवार मंडल के समस्त रिकॉर्ड का अवलोकन करें। व्यवस्थित रिकॉर्ड नहीं पाए जाने पर संबंधित पटवारी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। कलेक्टर ने पालनहार योजना, पेंशन के भौतिक सत्यापन से वंचित लोगों का शीघ्र सत्यापन करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का अधिकाधिक लोगों को लाभ मिले, इसके लिए ग्राम पंचायत स्तरीय कार्मिकों को लक्ष्य आवंटित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में शत-प्रतिशत लोगों को लाभ मिले। चिरंजीवी योजना के डीपीएम अजय सिंह को उपखंड अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/encroachment-on-government-land-will-not-be-tolerated-the-collector-gave-strict-guidelines-130780399.html

अतिक्रमण हटाएं: खेल मैदान के लिए अतिक्रमण हटाएं

सपोटरा नगरपालिका क्षेत्र के लाेकेश नगर के वाशिंदों का एक शिष्टमंडल अधिशासी अधिकारी शंभूलाल मीणा से मिला तथा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर खेल मैदान के लिए आवंटित करने का ज्ञापन सौंपा गया। पूर्व सरपंच कमल मीणा, लखनलाल, चंद्रप्रकाश मीणा, हरि, बत्तीलाल, मुनीराज, सत्यप्रकाश आदि ने बताया कि विद्यालय के पास स्थित चारागाह भूमि पर कजोड़ी पत्नी स्व. रामकुमार मीणा, प्रहलाद पुत्र विशन्या मीणा तथा रामस्वरूप पुत्र हन्ना मीणा ने जेसीबी चलाकर अतिक्रमण कर लिया। ग्रामीणों द्वारा मना करने पर उक्त अतिक्रमी झगड़ा फसाद करने पर आमदा हो गए। जबकि ग्रामीण उक्त भूमि पर विद्यालय के खेल मैदान बनाने के लिए पूर्व में राजस्व विभाग के आला अफसरों से गुहार कर चुके हैं।

दूसरी ओर पंचायत मंत्री से ग्रामीण खेल मैदान के लिए जमीन आवंटन करने की गुहार कर चुके है। ग्रामीणों ने उक्त भूमि खेल मैदान के लिए आवंटन के साथ अतिक्रमण नही हटाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इधर,कजोड़ी पत्नी रामकुमार ने उपखंड अधिकारी राजकेश मीणा को ज्ञापन देकर उसके आवासीय भूखंड पर ग्रामीण लामबंद होकर जबरन छप्परपोश में आग लगाकर भूखंड खाली करने की धमकी देने की शिकायत की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/remove-encroachment-for-play-ground-130772488.html

Sunday, 8 January 2023

चारागाह भूमि पर बिना अनुमति बेची जा रही अवैध जुली फ्लोरा की कुट्टी

 मंडावरा में चारागाह भूमि का मामला

ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि पर कुछ अवैध लोगों द्वारा बिना परमिशन जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की अवैध रूप से कटाई कर जुली फ्लोरा की कुट्टी बनाकर बेची जा रही है।

बडौद। क्षेत्र के ग्राम पंचायत मंडावरा में चारागाह भूमि 93.35 हेक्टेयर भूमि पर जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की अवैध रूप से कटाई कर जुली फ्लोरा की कुट्टी बनाकर बेची जा रही है, जिसमें सभी नियमों को ताक पर रखकर यह कार्य किया जा रहा था। जिसमें स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन और वन विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। जिससे राजस्व नुकसान भी पंचायत प्रशासन को उठाना पड़ा। ग्राम पंचायत के वार्ड पंच जयनारायण नागर ने बताया कि ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि पर कुछ अवैध लोगों द्वारा बिना परमिशन जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की अवैध रूप से कटाई कर जुली फ्लोरा की कुट्टी बनाकर बेची जा रही है। साथ ही जिस किसी ने भी इनको परमिशन दी है, पंचायत की कौरम को कोई मालूम नहीं। ऐसे अवैध गतिविधियों पर लगाम लगनी चाहिए।

ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि पर सूचना मिली है कि जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की अवैध रूप से कटाई कर जुली फ्लोरा की कुट्टी बनाकर बेची जा रही है, यदि बिना परमिशन यह कार्य हो रहा है तो हमारे द्वारा नियमानुसार तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

- राजकुमार शर्मा, वनरक्षक मंडावरा नाका प्रभारी रामगढ़ विषधारी बूंदी।

हां, चार-पांच दिन जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की अवैध रूप से कटाई कर जुली फ्लोरा की कुट्टी बनाई गई थी। मैंने लेटर पैड पर लिखित में दिया था, परंतु जैसा की हम जल्दी ही तहसील प्रशासन से अनुमति लेकर साथ ही प्रस्ताव लेकर नियमानुसार पंचायत की चारागाह भूमि पर जंगल सफाई अंग्रेजी बबूल की करवाई जाएगी। साथ ही जिससे पंचायत को आमदनी हो ।

मूल ऑनलाइन लेख - https://dainiknavajyoti.com/article/34382/illegal-juli-flora-being-sold-without-permission-on-pasture-land

Thursday, 5 January 2023

लीज धारक द्वारा अवैध बजरी दोहन को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम मीणा को ज्ञापन सौंपा!

 

गुलाबपुरा। ग्राम मुरायला- खेजड़ी निवासियों ने अवैध बजरी खनन को लेकर स्थानीय उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा! ज्ञापन में बताया कि क्षेत्र में बजरी लीज धारक द्वारा अवैध रूप से चारागाह भूमि आराजी न. 1,45,46, कुल 285 बीघा है, जिस पर बजरी खनन किया जा रहा है व सरकारी गाईड लाईन की पालना किये बिना बजरी दोहन हो रहा है, जो नियम विरुद्ध है! ग्रामीणों ने बजरी लीज धारक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई! इस दौरान शंकर सिंह, चावंड सिंह, भैरु लाल, राजू लाल, लाला राम, शैतान सिंह सहित ग्रामीण मौजूद थे!

मूल ऑनलाइन लेख - https://jaipurtimes.org/Villagers-submitted-memorandum-to-SDM-Meena-regarding-illegal-gravel-exploitation-by-the-lease-holder

कार्रवाई - अतिक्रमण हटाया: तितरिया गांव में 175 बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया

नासिरदा उपतहसील की हिसामपुर पंचायत के तितरिया गांव की चरागाह भूमि से बुधवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान पुलिस जाब्ता मौजूद था। देवली तहसीलदार रवि मीणा ने बताया कि तितरिया गांव की 175 बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया है। राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर त तितरिया गांव की चरागाह भूमि के खसरा नंबर 442 पर गांव के ही कुछ लोगों ने सरसों, गेहूं आदि फसल बोवाई कर अतिक्रमण की शिकायत दर्ज थी।

जिसके निस्तारण को लेकर अतिक्रमियों को पहले नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने को कहा था। इसके बावजूद अतिक्रमियों ने फसल बोआई कर दी थी। नासिरदा थाना पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में जेसीबी चलाकर चरागाह भूमि पर बोई फसलों को नष्ट कर अतिक्रमण मुक्त कर दिया। इस दौरान नासिरदा थाना अधिकारी हेमन्त जनागल, मालेड़ा गिरदावर रमेश राजावत समेत उपतहसील क्षेत्र के राजस्व मंडल पटवारी सरपंच राजेंद्र धाकड़ मौजूद रहे।

कांटो की बाड़ लगा कर किए अतिक्रमणों को नगर पालिका ने जेसीबी से हटाया
मालपुरा। शहर में तेजी बढ़ रहे अतिक्रमणों को ध्वस्त करने के लिए चलाए जा रहे पालिका के अभियान तहत बुधवार को चिंताहरण बालाजी मंदिर से अस्पताल रोड पर कांटों की बाड़ लगा कर किए अतिक्रमण को पालिका के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने जेसीबी की सहायता से हटाया। कांटों की बाड़ लगा कर अतिक्रमण करने वालों ने किसी प्रकार का विरोध नहीं किया। पालिकाध्यक्ष आशा नामा ने बताया कि अस्पताल रोड से चिंताहरण बालाजी मंदिर के पास सीसी रोड के पास तालाबी जमीन सहित आस पास की सरकारी जमीन पर कांटों की बाड़ लगा कर लोगों द्वारा धडल्ले से अतिक्रमण किए जा रहे है। सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए तमाम अतिक्रमणों को जेसीबी से हटाने के लिए पालिका के दस्ते ने करीब एक दर्जन से ज्यादा अतिक्रमण हटाए दिए गए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/encroachment-freed-175-bigha-pasture-land-in-titaria-village-130760946.html



Wednesday, 4 January 2023

अतिक्रमण हटाने के आदेश: कलेक्टर ने दिए चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश, सरपंच ने संसाधन उपलब्ध नहीं कराए, बैरंग लौटे एसडीएम

ग्राम पंचायत निमोद राठोद के गुड़ला नदी और कराड़ी गांव के लगभग एक हजार 200 बीघा सरकारी चरागाह भूमि पर कई साल से अतिक्रमण हो रहा है। दोनों गांव के करीब 100 से अधिक परिवारों ने गायों के लिए संरक्षित चरागाह भूमि पर इस समय सरसों की फसल बुवाई कर लोगों ने कब्जा कर रखा है। पिछले नवम्बर माह में गुड़ला नदी में दो पक्षों में सिवायचक और चरागाह भूमि में फसल जुताई को लेकर खूनी संघर्ष भी हुआ था, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

बौंली पुलिस थाने में दोनों पक्षों ने क्राॅस मामले भी दर्ज करवाए थे। चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर फसल बुवाई के लिए हुए खूनी संघर्ष के बाद अपने बचाव में एसडीएम और तहसीलदार ने भू अभिलेख निरीक्षक वृत्त पीपलवाड़ा सहित हल्का पटवारी निमोद राठोद को अतिक्रमण चिह्नित कर अतिक्रम कारियों के खिलाफ धारा 91 के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की। कलेक्टर ने एसडीएम बौंली को मौका उपस्थित होकर तहसीलदार और गिरदावर हल्का पटवारियों की टीम बनाकर पर्याप्त पुलिस जाब्ता लेकर चिह्नित किए गए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए। गुरुवार दोपहर 12 बजे उपखंड बौंली के राजस्व अधिकारी मय पुलिस जाब्ता के तहसीलदार बृजेश मीना, थानाधिकारी कुसुमलता गुड़ला नदी चरागाह भूमि पर पहुंचे।

सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व तैयारी कर संसाधन सहित ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन मौका पर नहीं आने की सूचना दी। पंचायत द्वारा नोटिस जारी करने के बाद भी संसाधन उपलब्ध नहीं करवाया गया। तहसीलदार ने इस मामले की एसडीएम को जानकारी देने के बाद दोपहर एक बजे के बाद एसडीएम बद्रीनारायण मीना भी मौके पर आए और सरपंच को बुलाया। काफी समझाइश के बाद भी सरपंच ने अतिक्रमण हटाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए मना कर दिया, जिसने बाद प्रशासन बिना अतिक्रमण हटाए बैरंग लौट गया।

कलेक्टर आदेश दे चुके है, पंचायत मनाने को तैयार नहीं, ग्रामीण नाराज
एसडीएम बद्रीनारायणा मीना ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे। एसडीएम न्यायालय से तहसीलदार बौंली को चिह्नित अतिक्रमण को हटाने के लिए भू अभिलेख निरीक्षक मय हल्का पटवारियों की टीम गठित कर निमोद सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए नोटिस जारी कर पाबंद किया गया था। बावजूद इसके ग्राम पंचायत प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए ऐनवक्त पर संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए। ऐसे में अतिक्रमण नहीं हटाए जा सके। कलेक्टर के आदेश होने पर भी पंचायत द्वारा पालना नहीं करने पर ग्रामीणों सहित प्रशासन के अधिकारियों ने नाराजगी जताई है।

तीन बार तारीख बढ़ाई, मौके पर एक बार भी नहीं गए

ग्राम पंचायत के कराड़ी गांव के लोगों ने बताया कि कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम ने 800 बीघा चरागाह भूमि से अब तक अतिक्रमण हटाने के लिए तीन बार तारीख बदल दी, लेकिन एक बार भी अतिक्रमण नहीं हटा, जिसके चलते ग्रामीणों और अतिक्रमणकारियों में आए दिन विवाद हो रहे हैं। कभी रास्ते के नाम पर तो कभी शिकायत के नाम पर भूमि में फसल बुवाई पर आपस में ग्रामीण लड़ाई- झगड़ा कर पुलिस थाने में पहुंच रहे हैं।

मूल ऑनलाइन लेख -  https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/collector-ordered-removal-of-encroachment-from-pasture-land-sarpanch-did-not-provide-resources-sdm-returned-130764630.html

ज्ञापन: एकौरासी में चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया

गांव में एकोरासी में चरागाह एवं श्मशान भूमि में कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण करने से नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार हरसोलिया को ज्ञापन दिया है। ग्रामीण बंसीलाल सोलंकी, राजेश सोलंकी, बबलू सोलंकी, सुनील सोलंकी सहित ग्रामीणों ने तहसील परिसर मे प्रदर्शन करते हुए बताया कि गांव की चरागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर पक्के निर्माण किए हैं तथा फसली कार्य किया जा रहा है। शमशान भूमि की जमीन पर भी अतिक्रमण कर लिया है। कई बार ग्रामीणों ने चरागाह एवं शमशान भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए उपखंड में तहसील प्रशासन को ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाने की मांग की थी। लेकिन अभी तक अतिक्रमण नहीं हटाया।

इसके चलते ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अतिक्रमियों द्वारा हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। प्रशासन द्वारा गांव की चरागाह भूमि एवं शमशान भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन, आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार हरसोलिया को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन देने वालों में लंकी,ललित सोंलकी, विश्वेन्द्र सोंलकी,देवेंद्र सोलंकी ,बंशीलाल सोलंकी, सुनील सोंलकी, राकेश कुमार सोतरी, बबलू सोलंकी सुखवीर आदि मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/news/memorandum-given-to-sdm-regarding-removal-of-encroachment-from-pasture-land-in-ekaurasi-130748710.html

कुंभलगढ़ में होटल मालिक पर लगाए आरोप: चरनोट भूमि से निकाला रास्ता, लोगों ने एसडीएम काे सौंपा ज्ञापन

ग्राम पंचायत कड़िया की चारागाह भूमि को खुर्दबुर्द कर होटल जाने वाले निजी मार्ग पर रास्ता निकालने की समस्या को लेकर पंचायत के लोगों ने पूर्व विधायक गणेशसिंह परमार के नेतृत्व में साेमवार काे एसडीएम जयपालसिंह राठौड़ और तहसीलदार रणजीतसिंह चारण को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणाें का आरोप है कि उदयपुर में प्रभाव पद पर कार्यरत एक अधिकारी जो कि महुआ बाग होटल के ऑनर हैं। इन्होंने अपना निजी स्वार्थ रखते हुए पंचायत की जमीन पर कब्जे की नीयत से रास्ता निकाल दिया है जो कि पूरी तरीके से गलत है। इस मौके पर विधायक गणेशसिंह परमार ने कहा कि अधिकारी को काम को बंद करवाने के लिए पंचायत के वार्डपंच जब इनके पास गए तो वो उनको अपशब्द कहे, जो कि सरासर गलत हैं। परमार ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस मामले पर जल्दी कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यहां पर आमरण अनशन भी किया जाएगा। ज्ञापन के दाैरान योगेंद्रसिंह परमार, पूर्व प्रधान रामेश्वर असावा, विनोद जोशी, मंयक जोशी, पूर्व सरपंच वर्दीसिंह, जितेंद्र आमेटा, किशन मेघवाल, अमित शर्मा, प्रियांशु नागोरी, लक्ष्मण मेघवाल सहित कड़िया कंबोडा के लोग मौजूद रहे। होटल डायरेक्टर ने कहा - अधिकारी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे पूर्व विधायक: वहीं इस मामले को लेकर अधिकारी से संपर्क करना चाहा तो उनका फोन बंद था। इस मामले पर होटल के डायरेक्टर भरतपालसिंह ने कहा कि आरएएस अधिकारी को बदनाम करने के लिए पूर्व विधायक परमार ने यह हथकंडा अपनाया है। जिस होटल की यह बात कर रहे हैं, वह उनकी पत्नी के नाम पर है। उनका इसमें कोई रोल नहीं है। इस रास्ते पर कोई भी पेड़ नहीं काटे गए हैं। पूर्व विधायक ने कहा है कि हमने वार्ड पंच और गांव के लोगों के साथ बदतमीजी की है तो उनको सामने लाया जाए, हमने किसी से बदतमीजी नहीं की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/rajsamand/news/way-out-from-charnot-land-people-submitted-memorandum-to-sdm-130752943.html

अंता में 110 बीघा जमीन पर 57 लोगों का था कब्जा, बारां प्रशासन के एक्शन से मचा हड़कंप, अब गोवंश के सामने चारे का संकट

राजस्थान के बारां के अंता से एक बड़ी खबर है। आपको बता दें कि अंता में चारागाह की जमीन पर 57 लोगों ने कब्जा किया था। यहा मामला प्रशासन के कई दिनों से संज्ञान में था। अब इस मामले में अंता प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है।

बारां जिले के अंता में दूसरे दिन भी प्रशासन द्वारा खड़ी फसल पर बुलडोजर और ट्रैक्टर चलाकर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। ऐसे में प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से भू माफियों मे हड़कंप मचा हुआ है। इस मौके पर भारी भरकम पुलिस जब्ता तैनात रहा। कार्यवाहक एसडीओ ओम प्रकाश जैन का कहना है की रायपुरिया मे करीबन 110 बीघा चारागाह भूमि पर लंबे समय से 57 लोगों द्वारा कब्जा करके फसले ली जा रही थी।

अब इस कार्रवाई से मवेशियों के सामने चारे की समस्या खड़ी हो गई है। दूसरी ओर प्रशासन द्वारा लगातार 2 दिनों से चारागाह भूमि से हटाए जा रहे अतिक्रमण के कारण आस-पास क्षेत्र के भू माफियों मे भी हड़कंप मचा हुआ है।

इस मौके पर कार्रवाहक एसडीओ ओम प्रकाश जैन, थानाधिकारी राम लक्ष्मण गुर्जर सहित बड़ी संख्या मे पुलिस जब्ता मौजूद रहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/baran/baran-news-bulldozer-ran-on-illegal-occupation-created-a-stir-in-anta/1513697





Tuesday, 3 January 2023

रघुनाथपुरा में 200 बीघा भूमि से हटाया अतिक्रमण

तहसील क्षेत्र की हिसामपुर ग्राम पंचायत के रघुनाथपुरा की 200 बीघा चरागाह, सिवायचक भूमि का तहसीलदार रवि मीणा की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया।


देवली। तहसील क्षेत्र की हिसामपुर ग्राम पंचायत के रघुनाथपुरा की 200 बीघा चरागाह, सिवायचक भूमि का सोमवार को तहसीलदार रवि मीणा की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया। तहसीलदार रवि कुमार मीणा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में नायब तहसीलदार रामधन मीणा, भूअभिलेख निरीक्षक नासिरदा, मालेडा, उप तहसील के समस्त पटवारी, ग्राम पंचायत सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी समेत थानाधिकारी मय पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।

रघुनाथपुरा ग्राम में करीब 200 बीघा चरागाह, सिवायचक, गैर मुमकिन नाड़ी भूमि पर अतिक्रमण होने की शिकायत थी। इसमें कुछ भूमि पर फसल तक बोई हुई थी।सोमवार को पुलिस एवं प्रशासन की मौजूदगी में जेसीबी एवं ट्रैक्टर हल लगाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को हिसामपुर एवं तितरिया में चरागाह, सिवायचक भूमि का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

तीन मिङ्क्षसग ङ्क्षलक सडकों का किया शिलान्यास
टोडारायङ्क्षसह। विधायक कन्हैयाल चौधरी ने मिङ्क्षसग ङ्क्षलक योजनांतर्गत सोमवार को उपखण्ड की तीन ग्राम पंचायतों में डामरीकरण सडकों शिलान्यास किया। समारोह में विधायक ने कहा कि विकास में धन की कमी आडे नहीं आने देंगे। उन्होंने केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।

इससे पहले विधायक चौधरी ने बासेड़ा पंचायत में कांकलवाड़ मोरला वाया गोङ्क्षवदपुरा डामरीकरण सडक, घारेड़ा से पन्द्राहेड़ा वाया सीतारामपुरा व भावंता से पथराजखुर्द डामरीकरण सडक शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधान सीतादेवी गुर्जर, उपप्रधान पारसी देवी धाकड़, जिला परिषद सदस्य हंसराज मीणा, जिला उपाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर, मोर मण्डल अध्यक्ष हंसराज गुर्जर, महामंत्री जगदीश गुर्जर, युवा मोर्चा अध्यक्ष विमल धाकड आदि मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/encroachment-removed-from-200-bighas-of-land-in-raghunathpura-7956100


Monday, 2 January 2023

विरोध: खेड़ी में लगने वाले स्टोन क्रेशर का ग्रामीणों ने किया विरोध

ग्राम पंचायत खेड़ी में बिना ग्राम पंचायत से एनओसी लिए ही कुछ खनन माफियाओं के द्वारा क्रेशर लगाने के चल रहे कार्य को ग्रामीणों के द्वारा बन्द करवा दिया गया। ग्राम पंचायत सरपंच लखन लाल मीना ने बताया कि जिस भूमि पर खनन माफियाओं के द्वारा नई क्रेशर लगाई जा रही हैं। वह भूमि चारागाह व आबादी भूमि होने के साथ ही नाथ समाज के समाधि स्थल की भूमि हैं।

ग्रामीणों के द्वारा ग्राम पंचायत सरपंच को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से बताया कि चारागाह भूमि व नाथ समाज के समाधि स्थल की जमीन को खुर्द-बुर्द कर लगाये जा रहे स्टोन क्रेशर की खिलाफत शुरू हो गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने स्टोन क्रशर के खिलाफ अपना विरोध प्रर्दशन कर ग्राम पंचायत सरपंच लखन लाल मीना को ज्ञापन सौपा गया। ग्रामीणों ने सरपंच को दिए ज्ञापन के जरिए क्रेशर से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया जो आबादी के बीच में स्टोन क्रशर लगने के बाद होंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/todabhim/news/villagers-opposed-the-stone-crusher-to-be-installed-in-khedi-130745384.html