ग्राम पंचायत निमोद राठोद के गुड़ला नदी और कराड़ी गांव के लगभग एक हजार 200 बीघा सरकारी चरागाह भूमि पर कई साल से अतिक्रमण हो रहा है। दोनों गांव के करीब 100 से अधिक परिवारों ने गायों के लिए संरक्षित चरागाह भूमि पर इस समय सरसों की फसल बुवाई कर लोगों ने कब्जा कर रखा है। पिछले नवम्बर माह में गुड़ला नदी में दो पक्षों में सिवायचक और चरागाह भूमि में फसल जुताई को लेकर खूनी संघर्ष भी हुआ था, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
बौंली पुलिस थाने में दोनों पक्षों ने क्राॅस मामले भी दर्ज करवाए थे। चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर फसल बुवाई के लिए हुए खूनी संघर्ष के बाद अपने बचाव में एसडीएम और तहसीलदार ने भू अभिलेख निरीक्षक वृत्त पीपलवाड़ा सहित हल्का पटवारी निमोद राठोद को अतिक्रमण चिह्नित कर अतिक्रम कारियों के खिलाफ धारा 91 के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की। कलेक्टर ने एसडीएम बौंली को मौका उपस्थित होकर तहसीलदार और गिरदावर हल्का पटवारियों की टीम बनाकर पर्याप्त पुलिस जाब्ता लेकर चिह्नित किए गए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए। गुरुवार दोपहर 12 बजे उपखंड बौंली के राजस्व अधिकारी मय पुलिस जाब्ता के तहसीलदार बृजेश मीना, थानाधिकारी कुसुमलता गुड़ला नदी चरागाह भूमि पर पहुंचे।
सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व तैयारी कर संसाधन सहित ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन मौका पर नहीं आने की सूचना दी। पंचायत द्वारा नोटिस जारी करने के बाद भी संसाधन उपलब्ध नहीं करवाया गया। तहसीलदार ने इस मामले की एसडीएम को जानकारी देने के बाद दोपहर एक बजे के बाद एसडीएम बद्रीनारायण मीना भी मौके पर आए और सरपंच को बुलाया। काफी समझाइश के बाद भी सरपंच ने अतिक्रमण हटाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए मना कर दिया, जिसने बाद प्रशासन बिना अतिक्रमण हटाए बैरंग लौट गया।
कलेक्टर आदेश दे चुके है, पंचायत मनाने को तैयार नहीं, ग्रामीण नाराज
एसडीएम बद्रीनारायणा मीना ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे। एसडीएम न्यायालय से तहसीलदार बौंली को चिह्नित अतिक्रमण को हटाने के लिए भू अभिलेख निरीक्षक मय हल्का पटवारियों की टीम गठित कर निमोद सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए नोटिस जारी कर पाबंद किया गया था। बावजूद इसके ग्राम पंचायत प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए ऐनवक्त पर संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए। ऐसे में अतिक्रमण नहीं हटाए जा सके। कलेक्टर के आदेश होने पर भी पंचायत द्वारा पालना नहीं करने पर ग्रामीणों सहित प्रशासन के अधिकारियों ने नाराजगी जताई है।
तीन बार तारीख बढ़ाई, मौके पर एक बार भी नहीं गए
ग्राम पंचायत के कराड़ी गांव के लोगों ने बताया कि कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम ने 800 बीघा चरागाह भूमि से अब तक अतिक्रमण हटाने के लिए तीन बार तारीख बदल दी, लेकिन एक बार भी अतिक्रमण नहीं हटा, जिसके चलते ग्रामीणों और अतिक्रमणकारियों में आए दिन विवाद हो रहे हैं। कभी रास्ते के नाम पर तो कभी शिकायत के नाम पर भूमि में फसल बुवाई पर आपस में ग्रामीण लड़ाई- झगड़ा कर पुलिस थाने में पहुंच रहे हैं।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/collector-ordered-removal-of-encroachment-from-pasture-land-sarpanch-did-not-provide-resources-sdm-returned-130764630.html
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