Wednesday, 30 November 2022

अतिक्रमण मामले में पटवारी व गिरदावर सस्पेंड: पिछले तीन दिन से सरकारी जमीन पर कब्जे की कोशिश


सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के एक मामले में पटवारी व गिरदावर की मिली भगत होने पर सस्पेंड किया गया है। तहसीलदार तुलसीराम शर्मा ने बताया कि सवाई माधोपुर खण्डार मार्ग पर फरिया गांव के पास मुख्य सड़क के पास गैर मुमकिन तलाई खसरा नम्बर 1118 /482 सरकारी भूमि है। जिस पर पिछले तीन दिनों से लगातार जेसीबी मशीन चलाकर अतिक्रमण किया जा रहा था। इसकी सूचना ग्रामीणों ने हल्का पटवारी व गिरदावर को दी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने मंगलवार दोपहर SDM को सूचना दी।

सूचना पर SDM ने पुलिस व प्रशासन को मौके पर भेजा। जहां पहुंचकर पुलिस और प्रशासन ने अतिक्रमण को रूकवाया। इसी के साथ ही जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर को जब्त कर बहरावण्डा खुर्द चौकी में रखा। प्रशासन ने अतिक्रमण करने वाले पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हरकेश पुत्र सेतबंध मीणा, मेमराज पुत्र जगाराम गुर्जर, नटवर सिंह पुत्र दयाल सिंह राजावत, काली देवी पत्नी मेमराज, रूपकला पत्नी बदरीलाल को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ ही SDM ने गिरदावर रामजीलाल मीणा और हल्का पटवारी जितेन्द्र मीणा को तुरंत निलम्बित किया है।

पूर्व में मनरेगा से हुआ तलाई खुदाई का काम

तहसीलदार ने बताया कि पूर्व मे गैरमुमकिन तलाई पर मननरेगा में मस्टरोल से तलाई खुदाई का कार्य किया गया था। कार्य करने के एवज में श्रमिकों को पंचायत समिति की ओर से भुगतान किया गया। इसके बाद भी सरकारी भूमि पर लोगो ने अतिक्रमण किया है। गौरतलब है कि फरिया से लेकर मेई खुर्द तक सडक किनारे सरकारी चारागाह भूमि की कीमत करोडो रुपए की है। ऐसे में भू माफिया सिवायचक भूमि पर कब्जा कर कब्जाशुदा जमीन को करोडो में बेच रहे है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/khandar-sdm-suspended-patwari-girdawar-due-to-collusion-130621909.html

Tuesday, 29 November 2022

चारागाह की भूमी पर हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन

चारागाह भूमी पर कुछ लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर आज स्थानीय लोग जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां, उन्होंने अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है। 

Alwar: चारागाह भूमी पर कुछ लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर आज स्थानीय लोग जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां, उन्होंने अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है। ज्ञापन देने आए स्थानीय निवासी शेर सिंह ने बताया की कोटकासिम के समीप गांव लाडोत में चारागाह भूमी पर लोगो द्वारा अतिक्रमण किया हुआ है।

इस अतिक्रमण को हटाने के लिए काफी बार स्थानीय लोगों ने तहसीलदार और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग की। लेकिन अभी तक उनकी चारागाह भूमि पर से लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को नहीं हटाया गया है। उसके बाद स्थानीय लोग परेशान होकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।

इस पूरे मामले से जिला कलेक्टर को अवगत कराया गया और अतिक्रमण को हटाने की शिकायत तहसीलदार, एसडीएम को देकर अवगत कराया लेकिन अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्षेत्र के कुछ लोगों में अतिक्रमण कब्जाधारी लोगों के हौसले बुलन्द है। गांव में तनाव स्थिति बनी हुई है। जिसको लेकर आज चारागाह भूमी पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग को ज्ञापन सौपा गया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/alwar/villagers-submitted-memorandum-demanding-removal-of-encroachment-on-pasture-land/1463442

Sunday, 27 November 2022

स्टेट हाइवे से सटी बेशकीमती 300 बीघा सिवायचक एवं चरागाह भूमि पर अतिक्रमी काबिज

स्टेट हाइवे 37 ए दूदू -छाण के नजदीक दूधली माता चौराहे समेत आस-पास के इलाके में करोड़ों रुपए की बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण की जद में है। हाइवे के निकट तथा आसपास के इलाके में करीब 300 बीघा सिवायचक एवं चरागाह भूमि पर अतिक्रमी काबिज है।


पचेवर। कस्बे से गुजरने वाले स्टेट हाइवे 37 ए दूदू -छाण के नजदीक दूधली माता चौराहे समेत आस-पास के इलाके में करोड़ों रुपए की बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण की जद में है। हाइवे के निकट तथा आसपास के इलाके में करीब 300 बीघा सिवायचक एवं चरागाह भूमि पर अतिक्रमी काबिज है। पिछले कई वर्षों से पंचायत प्रशासन समेत राजस्व विभाग ने अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। कभी पंचायत ने संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे तो कभी पुलिस जाप्ता उपलब्ध नहीं होता। प्रशासन की अनदेखी के चलते सरकारी जमीन पर अतिक्रमियों ने कच्चे-पक्के निर्माण करने के साथ दुकानें तक बना ली है। वहीं अवैध निर्माण लगातार जारी है।

130 अतिक्रमियों को नोटिस:
पटवारी हंसा चौपड़ा ने बताया कि गत वर्ष अगस्त में 130 अतिक्रमियों को धारा 91 के नोटिस दिए गए थे। इसी के साथ चरागाह व सिवायचक भूमि से अतिक्रमियों को बेदखल करने के लिए मौका रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार को भेजी थी। उन्होंने बताया कि दूधली माता चौराहे के आस-पास 120 बीघा चरागाह व सिवायचक भूमि है, जो पचेवर व सूरसागर तन में आती है। जिस पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसके आस-पास के इलाके की 200 बीघा चरागाह भूमि पर भी अतिक्रमण है।

मवेशियों व विकास को जगह नहीं
लोगों का कहना है कि चरागाह भूमि पर अतिक्रमण में इजाफा होने से मवेशियों के चरने की जगह नहीं बची है। वहीं पंचायत के पास विकास कार्यों को कराने के लिए जमीन भी नहीं बची है। लेकिन सरकारी विभागों में तालमेल की कमी के चलते अतिक्रमियों की मौज हो रही है।

ये है मुख्य समस्या: तहसील प्रशासन का कहना है कि राजस्व विभाग अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार है। जबकि पंचायत प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए जाते है। साथ ही पुलिस जाप्ता नहीं मिलने से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अटकी हुई है।

चरागाह व सिवायचक भूमि पर अतिक्रमण के मामले में पटवारी को फिर से धारा 91 की रिपोर्ट के लिए निर्देश दिए हैं। जल्द ही कार्रवाई कर सभी अवैध अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
सहदेव मंडा, तहसीलदार, मालपुरा

चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व विभाग को अवगत नहीं करवाया है। अगर राजस्व विभाग को अतिक्रमण हटाने के लिए संसाधन की जरूरत है तो पंचायत उपलब्ध करवा देगी।
प्रेम देवी, सरपंच, ग्राम पंचायत, पचेवर।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/encroachment-of-government-land-adjacent-to-state-highway-7890996


Saturday, 26 November 2022

खेड़ा में ३६ बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण से मुक्त

बानसूर। ग्राम पंचायत खेड़ा में चरागाह भूमि पर दस साल से ग्रामीणों की ओर से किए अतिक्रमण को प्रशासन ने जेसीबी से हटवा दिया। तहसीलदार अनिल चौधरी ने बताया कि ग्राम पंचायत खेड़ा में २५० बीघा चरागाह भूमि पर ग्रामीणो ने अतिक्रमण कर रखा है। मंगलवार को एसडीएम उत्तम सिंह शेखावत के नेतृत्व में तहसीलदार अनिल चौधरी, कानूनगो, पटवारी, थाना प्रभारी कैलाश चौधरी मय पुलिस जाप्ते पहुंचे और जेसीबी से ३६ बीघा जमीन को अतिक्रमियों के कब्जे से मुक्त करवाकर भूमि सरपंच को सौंप दी। तहसीलदार ने बताया चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने में ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा, लेकिन अधिकारियों ने समझाइस कर अतिक्रमण को हटवा दिया। वही सरपंच श्रद्धा चौहान चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने के लिए चार साल से प्रयासरत थी। तहसीलदार ने बताया चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/rajasthan/rajgarh/news/mat-raj-oth-c-192-149231-nor.html

Thursday, 24 November 2022

चरागाह भूमि पर कब्जा: दंबगों ने चरागाह भूमि पर नींव खोदकर कब्जा किया

अनंतपुरा गांव का मामला, नींव खोदकर कब्जा, ग्रामीणों ने प्रधान से शिकायत कर ज्ञापन सौंपा

ग्राम पंचायत भजेड़ा के गांव अनंतपुरा में राजकीय विद्यालय के पास स्थित चरागाह भूमि पर गांव के ही कुछ दबंग लोगों के द्वारा जेसीबी मशीन से नींव खुदवाकर चारागाह भूमि पर कब्जा करने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा पंचायत समिति प्रधान कल्पना मीना को ज्ञापन देकर की गई। ग्रामीण रामसिंह मीना, धर्मसिंह, केदारलाल, जगदीश, चंद्रभान मीना सहित आधा दर्जन ग्रामीणों ने प्रधान कल्पना मीना को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से बताया कि हमारे ही गांव के कुछ दबंग लोगों के द्वारा अपनी जमीन के पास में खाली पड़ी चरागाह भूमि पर जेसीबी मशीन से नींव खुदवाकर पक्की दीवार करके अपनी जमीन में मिलाकर कब्जा कर रहे है।

ग्रामीणों को।धमकाते हुए कहते हैं कि हमारी ऊपर तक राजनीतिक पहुंच है। तुम हमारा कुछ नही कर सकते और हम इस चारागाह भूमि पर कब्जा करके ही रहेंगे, तुम से जो बने वो करलो तथा गांव वालों को झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी देते हैं। ग्रामीणों ने प्रधान को दिए गए ज्ञापन में बताया कि चारागाह भूमि पर कब्जा करने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा पूर्व में भी की गई लेकिन उक्त दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही होने के कारण इनके हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों के द्वारा ज्ञापन के माध्यम से चारागाह भूमि पर किये गये अवैध अतिक्रमण को शीघ्र हटवाए जाने सहित चरागाह में खोदी गई नींव को भरवाकर अतिक्रमियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/todabhim/news/the-bullies-occupied-the-pasture-land-by-digging-the-foundation-130594916.html

Wednesday, 23 November 2022

अतिक्रमण हटाने की मांग: लोकेश नगर की चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर खेल मैदान बनाने की मांग

नगरपालिका क्षेत्र के ग्राम लोकेश नगर के ग्रामीणों का एक शिष्ट मंडल मंगलवार को उपखंड अधिकारी राजकेश मीना से मिला तथा चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर खेल मैदान के लिए आवंटित करने का ज्ञापन दिया। ग्रामीण देवीलाल बीडिओ, चन्द्रप्रकाश, पूर्व सरपंच कमल मीना, पार्षद कमला देवी, राजेन्द्र मीना, विजय, दिनेश बैरवा, सत्यप्रकाश, रामनाथ सैन, नंदन जांगिड़, रामराज, रामखिलाड़ी मीना आदि ने बताया कि विद्यालय के पास स्थित चरागाह भूमि पर कजोड़ी देवी, प्रहलाद तथा रामस्वरूप मीना ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।

17 नवंबर को अतिक्रमियों द्वारा सरकारी जमीन पर जेसीबी चलाने पर ग्रामीणों द्वारा मना करने पर झगड़ा पर आमादा हो गए। गांववासियों द्वारा ग्रामीण विकास व पंचायतराज मंत्री को लोकेश नगर में खेल मैदान या स्टेडियम की मांग करने पर उन्होंने 7 सितम्बर को तहसीलदार को वस्तुस्थिति की जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी गई थी। ग्रामीणों ने अतिक्रमियों को शीघ्र बेदखल कर उक्त सरकारी जमीन पर खेल मैदान बनाने की मांग की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/sapotara/news/demand-to-make-playground-by-removing-encroachment-from-pasture-land-of-lokesh-nagar-130594857.html

Monday, 21 November 2022

चारागाह भूमि से तीन माह में अतिक्रमण हटाए कलेक्टर

जयपुर, 21 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान हाईकोर्ट ने झुंझुनूं की सूरजगढ तहसील के ग्राम फरहत की चारागाह भूमि पर हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित पीएलपीसी को तीन माह का समय दिया है। वहीं अदालत ने याचिकाकर्ता को कहा है कि वह इस संबंध में अपनी आपत्ति पीएलपीसी के समक्ष पेश करे। जस्टिस इन्द्रजीत सिंह की एकलपीठ ने यह आदेश भगवानी देवी की याचिका पर दिए।

याचिका में अधिवक्ता बाबूलाल बैरवा ने अदालत को बताया कि फरहत गांव की सात हैक्टर चारागाह भूमि पर गांव के प्रभावशाली लोगों ने कब्जा करने के बाद निर्माण कर लिया है। यदि अन्य लोग इस भूमि पर गलती से भी प्रवेश कर जाए तो अतिक्रमी उन्हें मारने पर उतारू हो जाते हैं। याचिका में कहा गया कि अतिक्रमण को हटाने ने लिए स्थानीय प्रशासन को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन अतिक्रमी रसूखदार होने के चलते उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने जिला कलेक्टर को अतिक्रमण पर कार्रवाई करने को कहा है।


हिन्दुस्थान समाचार/पारीक/संदीप 

https://www.hindusthansamachar.in/Encyc/2022/11/21/Collector-removed-encroachment-from-pasture-land.php

Saturday, 19 November 2022

20 बीघा चारागाह पर अतिक्रमण मामला:ग्राम पंचायत के अधिकारियों ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र, 17 नवंबर को किया था निरीक्षण



अकलेरा

मनोहर थाना ग्राम पंचायत के जालमपुरा तिराहे पर लाखों की कीमतत की लगभग 20 बीघा चारागाह जमीन पर भू माफियाओं द्वारा अतिक्रमण का मामला सामने आ रहा है। इस पर ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा मौखिक रूप से समझाइश के बाद भी भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया है। जिसके बाद ग्राम पंचायचत ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है।

जानकारी के अनुसार मनोहर थाना ग्राम पंचायत की जालमपुरा तिराये पर लाखों रुपए की कीमत रखने वाली चारागाह 20 बीघा के लगभग जमीन पर स्थानीय लोगों की मदद से 16 नवंबर की रात को भूमि पर तार फेंसिंग कर अवैध अतिक्रमण किया। जिसकी सूचना पर 17 नवंबर को ग्राम पंचायत कर्मचारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर भू माफियाओं से भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए। जिस पर भू माफियाओं द्वारा 2 घंटे में भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने का ग्राम पंचायत को आश्वासन दिया। इसके बाद 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया। जिस पर ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अग्रिम कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द कार्रवाई की मांग की गई।

आपको बता दें कि मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र में भू माफियाओं द्वारा प्रशासन की अनदेखी के चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। तो वहीं कई बीघा चरागाह भूमि पर अभी तक भी भू माफियाओं का अतिक्रमण बरकरार है। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस अनदेखी के चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद है। परंतु प्रशासन द्वारा उच्च कार्रवाई नहीं करने के कारण चारागाह भूमि पर अतिक्रमण नहीं हट पाता है।

मनोहर थाना ग्राम विकास अधिकारी ईश्वर चंद यादव ने बताया कि 16 तारीख की रात को जालमपुरा निवासी द्वारा जालमपुरा तिराहे पर 20 बीघा के लगभग चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की सूचना मिली। जिस पर 17 तारीख को ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा मौका का निरीक्षण किया। मौके पर 20 बीघा के लगभग चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करता द्वारा तार फेंसिंग की गई पाया गया। जिस पर उसे मौखिक रूप से समझाने व अतिक्रमण मुक्त कर भूमि को ग्राम पंचायत को सुपुर्द करने को कहा, लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी भूमाफिया द्वारा अभी तक भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया। अतिक्रमण भूमि के संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचना की जा चुकी है। उनके आदेश अनुसार भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा। 

Friday, 18 November 2022

सीईओ ने किया ओलादर पंचायत का निरीक्षण:चारागाह संबंधित कामों का भौतिक सत्यापन भी किया

 

कुम्भलगढ़

शुक्रवार को कुंभलगढ़ क्षेत्र के ओलादर पंचायत में सीईओ उत्साह चौधरी ने निरीक्षण किया। ओलादर पंचायत में सीईओ के पहुंचने पर पंचायत द्वारा उनका स्वागत भी किया गया।

इस मौके पर सीईओ ने नरेगा काम के निरीक्षण के अलावा पंचायत में होने वाले निर्माण काम, सीसी रोड, इंटर लॉक के अलावा चारागाह संबंधी कामों का भौतिक सत्यापन भी किया गया। इसके बाद वे ओलादर के बरा आश्रम पर गए। जहां पर हो रहे नर्सरी के काम और चारागाह संबंधी कामों की सराहना भी की।

इस दौरान एईएन कमलेश मीणा, समाज सेवी महेंद्र सिंह झाला, कल्याण सिंह, अनिल आमेटा सहित मौजूद रहे।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/rajsamand/kumbhalgarh/news/physical-verification-of-pasture-related-works-was-also-done-130578501.html

जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय जनसुनवाई आयोजित


By Rameshwar Lal

 Nov 17, 2022

कुल 45 नये प्रकरण प्राप्त हुए, पिछले 27 प्रकरणों में से 13 का मौके पर निस्तारण

जिला स्तरीय एवं उपखंड अधिकारी आमजन से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण अविलम्ब एवं प्राथमिकता के साथ करवाना सुनिश्चित करें — जिला कलेक्टर डॉ. यादव

सीकर । जिला स्तरीय जन सुनवाई का आयोजन जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र कलेक्टे्रट परिसर में किया गया। जिला स्तरीय जनसुनवाई में 45 नये प्रकरण प्राप्त हुए है। इनमें 6 प्रकरण सर्तकता समिति में दर्ज कर लिए गए है। वहीं शेष 39 प्रकरणों पर जिला कलेकटर ने समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने बताया कि पिछली जिला स्तरीय जनुसनवाई में 27 प्रकरण शेष थे जिनमें से 13 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया है तथा शेष 14 प्रकरण प्रक्रियाधीन है।

उन्होंने जिला स्तरीय जनसुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जिला स्तरीय एवं उपखंड अधिकारी आमजन से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में अविलम्ब और प्राथमिकता के साथ कार्यवाही करें तथा उनके निस्तारण के संबंध में की गयी कार्यवाही की सूचना को शीघ्रता से भिजवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों एवं लंबित प्रकरणों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। जिला कलेक्टर ने वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों, तहसीलदारों एवं अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से वार्ता कर शीघ्रता से समाधान करवाने के निर्देश दिये।

इस दौरान भींवाराम निवासी उदयपुरा दांतारामगढ़ ने नाले से अतिक्रमण हटवाने, रामकुमार सैन निवासी खाचरियावास ने भूमि का सीमाज्ञान करवाकर रास्ता खुलवाने व पट्टा बनवाने के संबंध में, मंगलचन्द निवासी धोद ने रास्ता खुलवाने के संबंध में, जयसिंह निवासी राजपुरा पाटन ने रास्ते से अतिक्रमण हटवाने, धापू कुमारी जगमालपुरा सीकर ने विकलांग स्कूटी दिलवाने, रामसिंह शेखावत निवासी अजीतगढ़ ने चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने, कल्याण सिंह सौलंकी निवासी खाचरियावास ने बंटवाराशुदा भूमि में आवासीय भूखण्ड का पट्टा बनवाने, रामस्वरूप निवासी बगडियों का बास लक्ष्मणगढ़ ने खेल मैदान से 33 केवी की विद्युत लाईन हटवाने, मंजू देवी निवासी पलसाना ने सड़क सीमा पर अवैध अतिक्रमण हटवाने, रमेश कुमार सैन निवासी खाचरियावास ने गौचर भूमि पर पक्के मकानों का अतिक्रमण हटवाने व अवैध पेड़ कटाई व बिजली चोरी को रोकने के संबंध में, घीसालाल रैगर निवासी रींगस ने प्रचलित रास्ते में आने—जाने के लिए पुलिस सहायता दिलवाने, मुकेश कुमार निवासी माण्डोता ने स्पीड़ ब्रेकर बनवाने, मनभरी देवी निवासी चन्दपुरा सीकर ने नगर परिषद द्वारा अनाप्पति निरस्तीकरण आदेश को स्थगित करवाने के संबंध में सहित विभिन्न परिवाद प्राप्त हुए। जिनके निस्तारण के जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर जल्द ही निस्तारण के निर्देश प्रदान किए है।


बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचन्द्र मूंड, यूआईटी सचिव राजपाल यादव, उपखण्ड़ अधिकारी गरिमा लाटा,सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश लाटा,संयुक्त निदेशक डीओआईटी एस.एन. चौहान, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा, अधीक्षण अभियन्ता पीएचईडी चुन्नीलाल, जिला रसद अधिकारी कपिल उपाध्याय, मुख्य आयोजना अधिकारी अरविन्द सिंह सामौर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

Thursday, 17 November 2022

20 बीघा चारागाह पर अतिक्रमण मामला: ग्राम पंचायत के अधिकारियों ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र, 17 नवंबर को किया था निरीक्षण


मनोहर थाना ग्राम पंचायत के जालमपुरा तिराहे पर लाखों की कीमत की लगभग 20 बीघा चारागाह जमीन पर भू माफियाओं द्वारा अतिक्रमण का मामला सामने आ रहा है। इस पर ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा मौखिक रूप से समझाइश के बाद भी भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया है। जिसके बाद ग्राम पंचायचत ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है।

जानकारी के अनुसार मनोहर थाना ग्राम पंचायत की जालमपुरा तिराये पर लाखों रुपए की कीमत रखने वाली चारागाह 20 बीघा के लगभग जमीन पर स्थानीय लोगों की मदद से 16 नवंबर की रात को भूमि पर तार फेंसिंग कर अवैध अतिक्रमण किया। जिसकी सूचना पर 17 नवंबर को ग्राम पंचायत कर्मचारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर भू माफियाओं से भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए। जिस पर भू माफियाओं द्वारा 2 घंटे में भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने का ग्राम पंचायत को आश्वासन दिया। इसके बाद 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया। जिस पर ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अग्रिम कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द कार्रवाई की मांग की गई।

आपको बता दें कि मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र में भू माफियाओं द्वारा प्रशासन की अनदेखी के चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। तो वहीं कई बीघा चरागाह भूमि पर अभी तक भी भू माफियाओं का अतिक्रमण बरकरार है। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस अनदेखी के चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद है। परंतु प्रशासन द्वारा उच्च कार्रवाई नहीं करने के कारण चारागाह भूमि पर अतिक्रमण नहीं हट पाता है।

मनोहर थाना ग्राम विकास अधिकारी ईश्वर चंद यादव ने बताया कि 16 तारीख की रात को जालमपुरा निवासी द्वारा जालमपुरा तिराहे पर 20 बीघा के लगभग चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की सूचना मिली। जिस पर 17 तारीख को ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा मौका का निरीक्षण किया। मौके पर 20 बीघा के लगभग चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करता द्वारा तार फेंसिंग की गई पाया गया। जिस पर उसे मौखिक रूप से समझाने व अतिक्रमण मुक्त कर भूमि को ग्राम पंचायत को सुपुर्द करने को कहा, लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी भूमाफिया द्वारा अभी तक भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया। अतिक्रमण भूमि के संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचना की जा चुकी है। उनके आदेश अनुसार भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/akrela/news/gram-panchayat-officials-wrote-letter-for-action-inspection-was-done-on-november-17-130581312.html

Wednesday, 16 November 2022

चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट, 24 लोग गंभीर घायल

सवाई माधोपुर। सवाई माधोपुर बौली क्षेत्र की निमोद राठौड़ पंचायत के गुडला नदी गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर फसल बोने के मामले को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. एक पक्ष के लोग चरागाह भूमि पर पुराने पट्टे पर आबादी के अधिकार की मांग कर रहे थे, जबकि दूसरे पक्ष के लोग उक्त भूमि पर पुराने कब्जे का होना बता रहे हैं। एक पक्ष के लोगों ने जमीन में फसल बो दी, जबकि दूसरे पक्ष के लोग ट्रैक्टर लेकर फसल नष्ट करने चले गए। फसल बोने और नष्ट करने की बात को लेकर दोनों पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए। आपसी कहासुनी के बाद गाली-गलौज से शुरू हुआ मामला खूनी संघर्ष में बदल गया। करीब एक घंटे तक चली खूनी झड़प में चौबीस लोग घायल हो गए। घटना की सूचना के बाद बौली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को निजी वाहनों से सीएचसी बौली लाकर भर्ती कराया। गंभीर हालत में घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

बौली थाने के ड्यूटी ऑफिसर कमल प्रसाद के मुताबिक दोपहर के समय गुड़ला नदी गांव में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया. इस दौरान दोनों पक्षों के कई लोगों ने एक दूसरे पर लाठी, कुल्हाड़ी और गंडा से हमला कर दिया, जिसमें दोनों पक्षों के 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों में एक पक्ष के 11 और दूसरे पक्ष के 13 लोग शामिल हैं. इसके बाद घायलों को ग्रामीण बौली सीएचसी लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉ. लोकेश मीणा ने बताया कि ज्यादातर घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसके चलते सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। इनमें से 8 घायलों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर बौली थाने के एएसआई कमल प्रसाद मौके पर पहुंचे। फिलहाल घायलों में से किसी ने भी थाने में लिखित बयान नहीं दिया है और न ही अब तक कोई रिपोर्ट दी है। ऐसे में पुलिस की मौजूदगी में प्राथमिक उपचार कराकर दोनों पक्षों को अलग-अलग वार्ड रेफर कर दिया गया।

ये लोग घायल हो गए घायलों में एक पक्ष से रूप सिंह गुर्जर, भागचंद, गिर्राज, रामकेश, प्रकाश, भगवान सिंह, प्यार सिंह, गोपाल, गबरू, विजय व रामराज शामिल हैं। वहीं मोहनलाल गुर्जर, रामकेश, मीठा लाल, पायलट, मनसुख, बसराम, राय सिंह, हंसराज, पुखराज, मदनलाल, दिलखुश, गुबरू व ढोली देवी घायल हुए हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/local/rajasthan/fierce-fighting-between-two-sides-over-encroachment-on-pasture-land-24-people-seriously-injured-1755481?infinitescroll=1



ज्ञापन: मसावता और हीरापुर की राजस्व सीमा‎ की मांग, एसडीएम को ज्ञापन सौंपा‎

ग्राम पंचायत औड़च के मसावता गांव के ग्रामीणों ने एसडीएम राजकेश मीना को ज्ञापन सौंपकर मसावता व ग्राम हीरापुर की राजस्व सीमा का सीमाज्ञान कराने की मांग की है। ग्रामीण रामखिलाड़ी मीना, वार्ड पंच रामविलास, जगदीश पुरी, सुरज्ञान सिंह, रामप्रसाद प्रजापत, रमेश मीना, विमल मीना, शेरसिंह, हरीओम, नत्थू, बृजलाल, किरोडी, हेमराज, रूकमकेश, देवकी गुप्ता, भरोसी मीना, बबलू बैरवा, मूलचंद, बाबूलाल आदि ने बताया कि ग्राम मसावता व हीरापुर (गंगापुर सिटी) की राजस्व सीमा पर आये दिन गांव के व्यक्तियों में विवाद होता है।

ग्राम मसावता की सीमा चारागाह भूमि व वन विभाग कि भूमि पर मवेशियों को ले जाने पर ग्राम हीरापुर के व्यक्तियों द्वारा मवेशियों को भगा देते है। हीरापुर ग्राम के असामाजिक व्यक्तियों द्वारा ग्राम मसाबता कि चारागाह भूमि व वन विभाग की भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर फसल काश्त करने के लिए बुबाई जुताई करा दी है। जिससे ग्राम मसावता के मवेशियों कि चारागाह भूमि व वन क्षेत्र भूमि में असामाजिक व्यक्ति मवेशियों को प्रवेश नहीं करने देते है। ग्राम हीरापुर के व्यक्तियों द्वारा जबरन ग्राम मसावता कि राजस्व सीमा में अवैध प्रवेश करने,जबरन फसल काश्त करने व मवेशियों को चारागाह व वन क्षेत्र भूमि में घूमने फिरने चरने से रोकने पर दोनों ग्राम मसावता व हीरापुर के ग्राम वासियों के मध्य राजस्व सीमा पर गम्भीर विवाद पैदा हो चुका है।

जनहानि होने कि पूर्ण संभावना बनी हुई है। ग्राम हीरापुर के व्यक्तियों द्वारा मसावता कि राजस्व सीमा को नष्ट कर सीमा से आगे बढकर एनीकट /तलाई बनाकर अवैध अतिक्रमण कर लिया है। ग्राम हीरापुर के व्यक्तियों द्वारा 15 नवंबर को हल्का पटवारी को साथ लेकर ग्राम मसावता कि सीमा में प्रवेश कर पत्थर गाढ़कर सीमा विवाद और अधिक बढ़ा दिया है। मौके पर गम्भीर स्थिति पैदा हो गई है। जिस पर एसडीएम ने दूरभाष पर पुलिस उपाधीक्षक से वार्ता करने के साथ आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/narauli/news/demand-for-revenue-limit-of-masavata-and-hirapur-submitted-memorandum-to-sdm-130574722.html

डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा भू माफियाओं से 71 बीघा चारागाह भूमि कराई मुक्त

 कोटा । कनवास के डिप्टी  कलेक्टर राजेश डागा  के निर्देश पर कनवास के खजूरना ग्राम पंचायत के उरना गाँव  में  71 बीघा चारागाह भूमि  माफियाओं से मुक्त कराई।  इस चारागाह भूमि पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर मुनाफे पर खेती करने के लिए दे रखी थी। जिन्हें पाबंद कर बेदख़ल करते हुए  जे सी बी की सहायता से खाई खुदवाने के लिए निशानात लगाए गए ।पटवारी हल्का खजूरना को सरकारी भूमि मुनाफ़ा पर देने की जाँच कर ऐसे लोगों को चिन्हित करने के आदेश दिए गए ।ऐसे लोगों के खिलाफ पृथक से कार्रवाई की जाएगी ।

अतिक्रमण हटाने के दौरान डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा के साथ थानाधिकारी कनवास  मुकेश त्यागी,  सरपंच रामदयाल गुर्जर , भू अभिलेख निरीक्षक मीठा लाल , भेरुलाल कुम्हार,  पटवारी अजय सिंह  उपस्थित रहे।

डिप्टी कलेक्टर  राजेश डागा ने बताया कि गाँव की अन्य चरागाहों पर अतिक्रमण की जानकारी ली जाकर कार्यवाही की जाएगी.. साथ ही बताया की  चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने के कारण  मवेशियों के विचरण के लिए जगह नहीं बची है।  इसके लिए ग्राम  पंचायत को चरागाह भूमि पर अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाने  तथा 

चारागाह भूमि पर पौधारोपण करवाकर व खाई खुदवाकर भूमि को सुरक्षित व संरक्षित रखने के निर्देश दिए गए..उपखण्ड कनवास में अब तक हज़ारों बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त करवाई जा चुकी है ।



कोटा नवंबर।कनवास के डिप्टी डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा  के निर्देश पर कनवास के खजूरना ग्राम पंचायत के उरना गाँव  में  71 बीघा चारागाह भूमि से वह माफियाओं से मुक्त कराई।  इस चारागाह भूमि पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर मुनाफे पर खेती करने के लिए दे रखी थी। जिन्हें पाबंद कर बेदख़ल करते हुए  जे सी बी की सहायता से खाई खुदवाने के लिए निशानात लगाए गए ।पटवारी हल्का खजूरना को सरकारी भूमि मुनाफ़ा पर देने की जाँच कर ऐसे लोगों को चिन्हित करने के आदेश दिए गए ।ऐसे लोगों के खिलाफ पृथक से कार्रवाई की जाएगी ।

अतिक्रमण हटाने के दौरान डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा के साथ थानाधिकारी कनवास  मुकेश त्यागी,  सरपंच रामदयाल गुर्जर , भू अभिलेख निरीक्षक मीठा लाल , भेरुलाल कुम्हार,  पटवारी अजय सिंह  उपस्थित रहे।

डिप्टी कलेक्टर  राजेश डागा ने बताया कि गाँव की अन्य चरागाहों पर अतिक्रमण की जानकारी ली जाकर कार्यवाही की जाएगी.. साथ ही बताया की  चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने के कारण  मवेशियों के विचरण के लिए जगह नहीं बची है।  इसके लिए ग्राम  पंचायत को चरागाह भूमि पर अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाने  तथा 

चारागाह भूमि पर पौधारोपण करवाकर व खाई खुदवाकर भूमि को सुरक्षित व संरक्षित रखने के निर्देश दिए गए..उपखण्ड कनवास में अब तक हज़ारों बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त करवाई जा चुकी है ।

https://www.pressnote.in/Kota_News_469417.html

Sunday, 13 November 2022

प्रभारी सचिव ने बहरोड क्षेत्र का किया दौरा ग्राम पंचायत कारोडा में बैठक लेकर अधिकारियों से दिए दिशा-निर्देश व स्वच्छता गतिविधियों का लिया जायजा

 ByRameshwar Lal

 Nov 13, 2022


बहरोड में अम्बेडकर छात्रावास का किया निरीक्षण

अलवर। 

जिला प्रभारी सचिव एवं वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख शासन सचिव शिखर अग्रवाल ने अलवर जिले के दौरे के तीसरे दिन बहरोड क्षेत्र में विभिन्न सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

प्रभारी सचिव अग्रवाल ने आज प्रातः बहरोड में पहुंचकर राजकीय अम्बेडकर बालक छात्रावास का निरीक्षण किया। प्रभारी सचिव व जिला कलक्टर ने छात्रावास में विद्यार्थियों से बातचीत कर छात्रावास की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली व उनके शैक्षणिक स्तर को जांचा। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी व वार्डन को निर्देश दिये कि छात्रावास में विद्यार्थियों की ओपन अलमारियों में अनटाइड फण्ड से पल्ले लगवाए छात्रावास में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे। उन्होंने रसोई, शौचालय आदि का भी निरीक्षण किया। साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक मिली। इस दौरान मंथन फाउंडेशन के द्वारा दो दिव्यांग बेटियों को ट्राई साइकिल भेंट की।

ग्राम पंचायत कारोडा का किया निरीक्षण

प्रभारी सचिव अग्रवाल ने बहरोड की ग्राम पंचायत कारोड़ा में ग्राम पंचायत कार्यालय का निरीक्षण किया व बैठक लेकर निर्देश दिये कि ग्राम पंचायत की सिवायचक व चारागाह भूमि पर नरेगा से तारबंदी करावे उन्होंने सरकारी स्कूल की चार दीवारी नरेगा से कराने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल टंकी की साफ-सफाई नियमित कराने व साफ-सफाई कर सफाई दिनांक अंकित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये कि विद्युत कटौती की सूचना देवे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुनकर संबंधित अधिकारियों को परिवेदनाओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने ग्रामीणों से राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में फीडबैक लिया।

कारोडा में स्वच्छता गतिविधियों का निरीक्षण किया

प्रभारी सचिव अग्रवाल ने ग्राम पंचायत कारोडा में स्वच्छ भारत मिशन-2 के तहत कराई जा रही स्वच्छता गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी सचिव एवं जिला कलक्टर ने महिला शक्ति के रूप में प्रशिक्षु आईएएस रिया डाबी व कारोडा सरपंच सुरेखा देवी से आरआरसी प्लांट के नए भवन का उद्घाटन करवाया। कारोडा सरपंच ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन-2 के तहत ग्राम पंचायत के साथ स्वयंसेवी संस्था साहस के द्वारा ग्राम पंचायत में साफ-सफाई व्यवस्था हेतु प्रत्येक घर में गिले व सूखे कचरे के लिए कचरा पात्र दिए हुए हैं। प्रतिदिन ऑटो टिपर से कचरा आरआरसी प्लांट में ले जाकर उसका वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने क्षेत्र की स्वच्छता के संबंध में ग्रामीणों से बातचीत की जिस पर ग्रामीणों ने बताया कि स्वयंसेवी संस्था व ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छता प्रबंधन में अच्छा कार्य किया जा रहा है।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने प्रभारी सचिव को विश्वास दिलाया कि बहरोड क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना तय समय सीमा में कराई जाएगी।

इस दौरान बीडा भिवाडी के सीईओ डॉ. रोहिताश्व सिंह तोमर, प्रशिक्षु आईएएस रिया डाबी, उपखण्ड अधिकारी बहरोड सचिन यादव, उपखण्ड अधिकारी नीमराना मुकुट सिंह चौधरी, बीडीओ बलवन्त सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

https://jaipurtimes.org/rajasthan/alwar/in-charge-secretary-visited-behrod-area-took-a-meeting-in-gram-panchayat-karoda-took-stock-of-the-guidelines-and-cleanliness-activities-given-to-the-officials/

Saturday, 12 November 2022

अतिक्रमण हटाने के निर्देश: थाना प्रभारी ने बुलाई व्यापारियों और सीएलजी सदस्यों की बैठक, व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश



महावीरजी में मेले को लेकर मुख्य सचिव ने सिकंदरा चौराहे से अतिक्रमण हटाने के दिए निर्देश

सिकंदरा महावीरजी में आयोजित होने वाले मेले को लेकर मुख्य सचिव की वीसी में सिकंदरा चौराहे के अतिक्रमण को हटाने के लिए दिए गए निर्देश के बाद गुरुवार को सिकंदरा थाना प्रभारी ने व्यापारियों एवं सीएलजी सदस्यों की बैठक बुलाकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।

गौरतलब है कि 24 नवम्बर से 4 दिसंबर तक आयोजित होने वाले मेले को लेकर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में मुख्य सचिव ने सिकंदरा चौराहे पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे। थाना प्रभारी कमलेश मीणा ने बताया कि इसे लेकर गुरुवार शाम को थाने पर आयोजित बैठक में व्यापारियों को गीजगढ़ रोड सहित अन्य मार्गों पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। जिस पर व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि व्यापारियों ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो प्रशासन कार्रवाई करेगा। इस दौरान बढ़ते अपराधों पर अंकुश के लिए व्यापारियों से सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील भी की गई। इस दौरान सरपंच श्रवण सूबेदार, मलखान बासडा, कुलदीप भोमिया, खुदरा व्यापार मंडल अध्यक्ष जयसिंह घुरैया, सेडूराम कसाना सहित अन्य मौजूद रहे।

पाड़ली गांव में चरागाह भूमि पर कब्जा, कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग

भास्कर न्यूज | महवा ग्राम पंचायत समलेटी के ग्राम पाड़ली कुछ लोगों द्वारा चरागाह भूमि पर पक्का निर्माण कर कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर सहित तहसीलदार को अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने सहित चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर को दी शिकायत में बताया कि हल्का समलेटी के पाड़ली गांव में पहाड़ की तलहटी में चारागाह भूमि है। जहां पर करीब 2 बीघा चारागाह पर रामसिंह, विजयसिंह, हेमराज व रमेश पुत्र रामसिंह, गोविंद पुत्र विजयसिंह मीना निवासी शेखपुरा हाल निवासी पाडली ने 2 बीघा चारागाह पर अतिक्रमण कर पुख्ता निर्माण कर रहे है।

पहले उक्त सभी चारागाह में अस्थायी तौर से झोपडी तान कर रहने लगे और अब कुछ दिन से पुख्ता निर्माण कर चारागाह को बरबाद करने पर आमदा है। ग्राम पाडली के पशुपालकों के लिए कोई अन्य चरागाह नहीं होने से पशुओं को भारी संकट हो गया है। सम्पूर्ण ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। इससे पहले भी ग्रामीण तहसीलदार महवा को निर्माण कार्य को रोकने की मांग कर चुके है। ग्रामीणों ने बताया कि चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर गांव में विवाद हो सकता है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/police-station-in-charge-called-a-meeting-of-traders-and-clg-members-instructions-to-traders-to-remove-encroachment-130546721.html

Thursday, 10 November 2022

ज्ञापन‎: चरागाह भूमि में अतिक्रमण को लेकर ग्रामीण‎ लामबंद, हटाने के लिए कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन‎

उपखंड मुख्यालय हिंडौन की ग्राम पंचायत वनकी के गांव एकोराशी में चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने लामबंद होकर कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया और सीमा ज्ञान कराने के साथ सुरक्षा के लिए खाई खुदावाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। एकोराशि गांव निवासी विकास, मानसिंह, बंसी लाल, श्याम लाल, रतन सिंह, सुमेर सिंह, पप्पू, रूप, अमृत लाल, राकेश, विजय, विश्वेंद्र, हनुमत आदि ने बताया कि गांव एकोराशी में 200 बीघा से अधिक चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कारियों ने अतिक्रमण कर रखा है।

अतिक्रमण को लेकर कई बार तहसीलदार, विकास अधिकारी, पटवारी, गिरदावर को अवगत भी करवाया गया लेकिन आज तक अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। जिससे अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अतिक्रमण कारियों द्वारा चारागाह भूमि से हरे पेड़ों की भी लगातार कटाई की जा रही है और अतिक्रमण कारियों को पेड़ों की कटाई और निर्माण करने से रोकने पर आए दिन लड़ाई झगड़े की स्थिति बन जाती है। जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने एकोराशि गांव की 200 बीघा से अधिक चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर राहत दिलाने की मांग की है। जिस पर कलेक्टर ने शीघ्र कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/news/villagers-mobilized-regarding-encroachment-in-pasture-land-memorandum-submitted-to-collector-for-removal-130532705.html

Tuesday, 8 November 2022

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं हटा अतिक्रमण: चारागाह जमीन पर बोई सरसों की फसल, गौशाला के मवेशियों के लिए चारे का संकट


टोंक जिले की दूनी तहसील क्षेत्र में करीब 1 हजार बीघा चारागाह जमीन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। हाईकोर्ट ने प्रशासन को यहां से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन आज तक अतिक्रमण नहीं हट पाया है। अतिक्रमण नहीं हटने से स्थानीय गौशाला के मवेशियों के चारे का संकट खड़ा हो गया है। इस चारागाह जमीन पर अतिक्रमियों की सरसों की फसल लहलहा रही है।

ग्वाल शक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहरा ने बताया कि दूनी क्षेत्र में गांधी ग्राम रोड पर गोशाला है। उसके आस-पास सैकड़ों बीघा चारागाह जमीन है। इस पर कई सालों से कुछ लोग अतिक्रमण कर फसल की बुवाई कर रहे हैं, जिससे गोशाला के मवेशियों के लिए चारे का संकट बना रहता है। चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए लोगों ने प्रशासन को अवगत कराया था, लेकिन फिर भी अतिक्रमण नहीं हटा।

इसके बाद स्थानीय लोग अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट गए। हाईकोर्ट ने चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए कलेक्टर को आदेश दिया। आदेश की पालना में कलेक्टर ने तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। करीब 9 महीने पहले तहसील प्रशासन ने कुछ जगहों पर जेसीबी चलाकर अतिक्रमण हटाने की औपचारिकता पूरी कर ली। कोई कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमियों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने इस बार भी चारागाह जमीन पर सरसों की फसल की बुवाई कर दी। लोगों ने एक बार फिर चारागाह जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की है।

चारागाह जमीन से जल्द हटवाएंगे अतिक्रमण

दूनी तहसीलदार राम सिंह मीणा ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर पहले में भी चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाया था। इनकी रिपोर्ट भी दे रखी है। अब लोगों ने एक बार फिर अतिक्रमण कर लिया है, जिसे भी कार्रवाई कर जल्द हटाएंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/encroachment-not-removed-from-pasture-land-even-after-high-court-order-in-tonk-130535497.html

Saturday, 5 November 2022

अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: जोधपुरा में 65 बीघा चारागाह भूमि से हटाई तारबंदी

 कोटपूतली


ग्राम पंचायत जोधपुरा में राजस्व विभाग ने 65 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। राजस्व विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में यह कार्रवाई की। यह मामला लंबे समय से चल रहा था। शुक्रवार सवेरे राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

इसके बाद जेसीबी की सहायता से जमीन पर लगाई गई तारबंदी को हटा दिया और चारागाह भूमि को कब्जे से मुक्त करा दिया गया। यह जमीन चारागाह भूमि के नाम से आरक्षित थी। इस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। जिसके बाद पावटा एसडीएम राजवीर सिंह, तहसीलदार ओम प्रकाश गुर्जर, विकास अधिकारी राकेश कुमार ने यह कार्रवाई की। इस दौरान प्रागपुरा थाना प्रभारी किरण सिंह यादव सहित पुलिस जाप्ता मौजूद था।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/kotputli/news/stringing-removed-from-65-bigha-pasture-land-in-jodhpura-130520019.html

अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: जोधपुरा में 65 बीघा चारागाह भूमि से हटाई तारबंदी


ग्राम पंचायत जोधपुरा में राजस्व विभाग ने 65 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। राजस्व विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में यह कार्रवाई की। यह मामला लंबे समय से चल रहा था। शुक्रवार सवेरे राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

इसके बाद जेसीबी की सहायता से जमीन पर लगाई गई तारबंदी को हटा दिया और चारागाह भूमि को कब्जे से मुक्त करा दिया गया। यह जमीन चारागाह भूमि के नाम से आरक्षित थी। इस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। जिसके बाद पावटा एसडीएम राजवीर सिंह, तहसीलदार ओम प्रकाश गुर्जर, विकास अधिकारी राकेश कुमार ने यह कार्रवाई की। इस दौरान प्रागपुरा थाना प्रभारी किरण सिंह यादव सहित पुलिस जाप्ता मौजूद था।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/kotputli/news/stringing-removed-from-65-bigha-pasture-land-in-jodhpura-130520019.html

बेशकीमती चारागाह भूमि कब्जा रहे दबंग: पक्का निर्माण व अतिक्रमण के विरोध में तहसीलदार को ज्ञापन, गांव में विवाद होने का अंदेशा

दौसा जिले के महुवा उपखंड की ग्राम पंचायत समलेटी के पाड़ली गांव के कुछ लोगों द्वारा चारागाह भूमि पर पक्का निर्माण कर कब्जा करने का मामला सामने आया है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार सहित उच्चाधिकारियों को अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने सहित चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाए जाने की मांग की है।

ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को दी गई शिकायत में बताया कि हल्का समलेटी के पाड़ली गांव में पहाड़ की तलहटी में चारागाह भूमि है जहां पर करीब 2 बीघा चारागाह पर गांव के कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर पुख्ता निर्माण कर रहे हैं। पहले भी इसी चारागाह में अस्थायी तौर से झोपडी बनाकर रहने लगे और अब पिछले चार-पांच दिन से पुख्ता निर्माण कर चारागाह पर अतिक्रमण करने पर आमदा हैं।

जबकि पाडली गांव के पशुपालकों के लिए कोई अन्य चरागाह नहीं होने से पशुओं को भारी संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर गांव में विवाद पैदा हो सकता है। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने एवं निर्माण कार्य को रोकने की तहसीलदार से मांग की है।

इनपुट: विजयसिंह नांगलोत

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/memorandum-to-tehsildar-against-pucca-construction-and-encroachment-there-is-a-possibility-of-dispute-in-the-village-130514432.html