टोंक जिले की दूनी तहसील क्षेत्र में करीब 1 हजार बीघा चारागाह जमीन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। हाईकोर्ट ने प्रशासन को यहां से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन आज तक अतिक्रमण नहीं हट पाया है। अतिक्रमण नहीं हटने से स्थानीय गौशाला के मवेशियों के चारे का संकट खड़ा हो गया है। इस चारागाह जमीन पर अतिक्रमियों की सरसों की फसल लहलहा रही है।
ग्वाल शक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहरा ने बताया कि दूनी क्षेत्र में गांधी ग्राम रोड पर गोशाला है। उसके आस-पास सैकड़ों बीघा चारागाह जमीन है। इस पर कई सालों से कुछ लोग अतिक्रमण कर फसल की बुवाई कर रहे हैं, जिससे गोशाला के मवेशियों के लिए चारे का संकट बना रहता है। चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए लोगों ने प्रशासन को अवगत कराया था, लेकिन फिर भी अतिक्रमण नहीं हटा।
इसके बाद स्थानीय लोग अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट गए। हाईकोर्ट ने चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए कलेक्टर को आदेश दिया। आदेश की पालना में कलेक्टर ने तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। करीब 9 महीने पहले तहसील प्रशासन ने कुछ जगहों पर जेसीबी चलाकर अतिक्रमण हटाने की औपचारिकता पूरी कर ली। कोई कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमियों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने इस बार भी चारागाह जमीन पर सरसों की फसल की बुवाई कर दी। लोगों ने एक बार फिर चारागाह जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की है।
चारागाह जमीन से जल्द हटवाएंगे अतिक्रमण
दूनी तहसीलदार राम सिंह मीणा ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर पहले में भी चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाया था। इनकी रिपोर्ट भी दे रखी है। अब लोगों ने एक बार फिर अतिक्रमण कर लिया है, जिसे भी कार्रवाई कर जल्द हटाएंगे।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/encroachment-not-removed-from-pasture-land-even-after-high-court-order-in-tonk-130535497.html
No comments:
Post a Comment