स्टेट हाइवे 37 ए दूदू -छाण के नजदीक दूधली माता चौराहे समेत आस-पास के इलाके में करोड़ों रुपए की बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण की जद में है। हाइवे के निकट तथा आसपास के इलाके में करीब 300 बीघा सिवायचक एवं चरागाह भूमि पर अतिक्रमी काबिज है।
130 अतिक्रमियों को नोटिस:
पटवारी हंसा चौपड़ा ने बताया कि गत वर्ष अगस्त में 130 अतिक्रमियों को धारा 91 के नोटिस दिए गए थे। इसी के साथ चरागाह व सिवायचक भूमि से अतिक्रमियों को बेदखल करने के लिए मौका रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार को भेजी थी। उन्होंने बताया कि दूधली माता चौराहे के आस-पास 120 बीघा चरागाह व सिवायचक भूमि है, जो पचेवर व सूरसागर तन में आती है। जिस पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसके आस-पास के इलाके की 200 बीघा चरागाह भूमि पर भी अतिक्रमण है।
मवेशियों व विकास को जगह नहीं
लोगों का कहना है कि चरागाह भूमि पर अतिक्रमण में इजाफा होने से मवेशियों के चरने की जगह नहीं बची है। वहीं पंचायत के पास विकास कार्यों को कराने के लिए जमीन भी नहीं बची है। लेकिन सरकारी विभागों में तालमेल की कमी के चलते अतिक्रमियों की मौज हो रही है।
ये है मुख्य समस्या: तहसील प्रशासन का कहना है कि राजस्व विभाग अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार है। जबकि पंचायत प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए जाते है। साथ ही पुलिस जाप्ता नहीं मिलने से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अटकी हुई है।
चरागाह व सिवायचक भूमि पर अतिक्रमण के मामले में पटवारी को फिर से धारा 91 की रिपोर्ट के लिए निर्देश दिए हैं। जल्द ही कार्रवाई कर सभी अवैध अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
सहदेव मंडा, तहसीलदार, मालपुरा
चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व विभाग को अवगत नहीं करवाया है। अगर राजस्व विभाग को अतिक्रमण हटाने के लिए संसाधन की जरूरत है तो पंचायत उपलब्ध करवा देगी।
प्रेम देवी, सरपंच, ग्राम पंचायत, पचेवर।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/encroachment-of-government-land-adjacent-to-state-highway-7890996
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