सीमाज्ञान में यह खुलासा हुआ
भास्कर न्यूज | इंद्रगढ़ गुढ़ा ग्राम पंचायत के शेरगंज में वन विभाग द्वारा अपनी भूमि से हटकर चारागाह में 700 फीट अंदर जाकर बाउंड्रीवॉल बनाने का कार्य किया जा रहा था। इसकी ग्रामीणों को सूचना मिली तो उन्होंने काम बंद करवाने का प्रयास किया। जब काम बंद नहीं किया तो इंद्रगढ़ तहसीलदार अनिल मीणा को शिकायत दी। बाद में तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी ज्ञानचंद मीणा ने आकर सीमाज्ञान किया। पटवारी के अनुसार वन विभाग द्वारा चारागाह की सीमा में जाकर काम किया जा रहा था, जबकि रिकॉर्ड के अनुसार यह भूमि चारागाह की है। बताया कि यहां पर एक सप्ताह से जेसीबी से नींव खोदी जा रही है। जिसमें लगभग 300 फीट खोदी जा चुकी है। इसमें 50 मजदूर व 10 कारीगरों द्वारा चारदीवारी बनाने का कार्य किया जा रहा हैं। यह बाउंड्री 5 फीट ऊंचाई पर बनाई जा रही है। यह पूरा कार्य वन विभाग द्वारा अंदर जाकर चारागाह की भूमि पर किया है।
गुढ़ा सरपंच शंकरलाल बैरवा और जिपस हेतराम मीणा के साथ ग्रामीणों ने कलेक्टर, जिला परिषद, एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी व रेंजर को शिकायत दी। जिसमें वन विभाग के कृत्य से अवगत करवाया गया है। इसके बाद शुक्रवार को काम बंद करवा दिया है। इस विवादित भूमि के सीमाज्ञान के दौरान पटवारी ज्ञानचंद मीणा, गुढ़ा ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी रौनक गौतम, सरपंच शंकरलाल बैरवा, वन विभाग की ओर से नाकाप्रभारी राजेश कुमार, जिपस हेतराम मीणा, ग्रामीण रामदास मीणा, पिंटूलाल मीणा मौजूद रहे। पटवारी ज्ञानचंद मीना ने बताया कि 700 फीट भूमि वन विभाग द्वारा ली गई है। यह खसरा नंबर शेरगंज में 4 व 2 का है। यह भूमि भी वन विभाग भूमि के नजदीक है। इंद्रगढ़. क्षेत्र के शेरगंज में चारागाह भूमि पर काम करते हुए मजदूर।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/work-on-wall-being-built-on-pasture-land-stopped-132763796.html
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