Thursday, 7 March 2024

525 बीघा चारागाह पर अतिक्रमण, 10 दिन पहले शिकायत पर नहीं चेता प्रशासन, लोगों ने जाम लगाया, बाजार बंद रखे


नाराजगी में लोगों ने तीन बार चक्काजाम किया

सरकारी सिस्टम में जिम्मेदार आमजन की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। श्रीचारभुजा गोशाला और चारागाह भूमि के अतिक्रमण नहीं हटने के बाद गोसेवकों में आक्रोश पैदा हो गया। बुधवार को अनदेखी के विरोध में लोगों ने धरना देकर प्रदर्शन किया व चक्काजाम कर दिया।

अतिक्रमण हटाने का समर्थन करते हुए व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। अब प्रशासन को प्रदर्शन कारियों ने 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है, अगर फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। क्षेत्र में 525 बीघा चारागाह भूमि पर अवैध कब्जे हो रहे हैं और गोशाला की जमीन पर भी अतिक्रमण करने का आरोप गोसेवकों ने लगाया है।

सुबह गोसेवकों के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग चारभुजा चौक में जमा होकर नारेबाजी करते हुए बाजार में पहुंचे। सदर बाजार, गढ़ चौक, मुख्य बाजार, विवेकानंद सर्किल, बस स्टैंड होते हुए प्रदर्शन कारी थाने के सामने पहुंचे। यहां नारेबाजी तेज हो गई और धरना शुरू कर दिया। धरने के दौरान 30 मिनट तक स्टेट हाइवे 34 पर जाम भी लगाया गया। रोड की दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। थानाधिकारी युद्धवीर सिंह ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी, फिर आश्वासन के बाद जाम हटाया गया। देई में करीब 1600 बीघा चारागाह भूमि है। इनमें से 525 बीघा जमीन पर अतिक्रमण किया जा चुका है। भूमि पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया है। लोगों का कहना है कि सरकारी कर्मियों की मिलीभगत के कारण ही कब्जे हो रहे हैं।

वहीं, गोशाला में अतिक्रमण करने की शिकायत भी गोसेवकों ने दी है। 10 दिन पहले जागरूक गोसेवकों ने अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन दिया। उस समय एसडीएम का पद रिक्त था, ऐसे में दूसरे कर्मियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। वहीं, तत्कालीन सीआई बुद्धराम को भी ज्ञापन सौंपा, दो दिन बाद उनका भी तबादला हो गया। ऐसे में मामला ठंडे बस्ते में चला गया और कार्रवाई नहीं हो पाई। बुधवार को धरना-प्रदर्शन कर जाम लगाया तो जिम्मेदारों की आंखें खुलीं। अब प्रशासन ने तीन दिन में कब्जे हटाने का भरोसा दिलाया है।

नाराज लोगों ने जिम्मेदारों की कार्यशैली के खिलाफ थाने के सामने टेंट लगाकर धरना देना शुरू किया। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहले पहुंचे देई नायब तहसीलदार रामदेव खरेड़िया, करवर नायब तहसीलदार पृथ्वीसिंह ने गोसेवकों व आमजन से वार्ता की, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद नैनवां उपखंड अधिकारी दीपक मित्तल पहुंचे और प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की। एक घंटे चली वार्ता के बाद भी सहमति नहीं बनी। विधायक अशोक चांदना पहुंचे। अधिकारियों ने समय मांगा तो उनको तीन दिन का टाइम दिया है। चांदना ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे स्वयं धरने पर बैठेंगे। इसके बाद धरना समाप्त किया गया।

रात को मीटिंग, गोसेवक के साथ मारपीट का आरोपी गिरफ्तार चारभुजा चौक पर मंगलवार रात को बड़ी संख्या में लोगों की मीटिंग हुई। इसमें प्रशासन को चेताने के लिए बाजार बंद कर धरना-प्रदर्शन पर सहमति बनी। गोशाला में गोसेवा करने वाले गोपाली सैनी के साथ मारपीट करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गोसेवक थाने पहुंचे। थानाधिकारी युद्धवीर सिंह ने तुरंत जाब्ता भेजकर आरोपी को गिरफ्तार करवाया और धरना खत्म कराया। पुलिस ने बाक्यां निवासी कैलाश मीना (35) पुत्र छीतरलाल को शांतिभंग में गिरफ्तार किया।

गोसेवकों ने अधिकारियों से कहा कि अगर 9 मार्च की रात तक अतिक्रमण नहीं हटाए गए तो 10 मार्च को फिर प्रदर्शन होगा। अतिक्रमण वाली जगहों पर जाकर तारबंदी की जाएगी। इसका प्रशासन जिम्मेदार होगा।

मैंने दो दिन पहले ही ज्वॉइन किया है। अतिक्रमण हटाने के मामले में लोगों से हमारी बातचीत हुई है। उनकी समस्या का 3 दिन में समाधान करवा दिया जाएगा।

- दीपक मित्तल, एसडीएम, नैनवां

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/dai-road/news/encroachment-on-525-bigha-pastureland-administration-did-not-alert-on-complaint-10-days-ago-people-blocked-the-market-kept-the-market-closed-132686203.html

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