तहसीलदार ने कहा-सरकारी कामकाज से हुई देरी
उपतहसील क्षेत्र के दिलोद हाथी गांव की चारागाह भूमि से अतिक्रमण को हटाने से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को स्टेट हाइवे 51 पर जमा लगा कर प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसका पता चलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन अपनी मांग पर अड़ गए। ग्रामीण क्षेत्र की करीब 12 सौ बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर करीब आधा घंटे बाद तहसीलदार योगेंद्र यादव के नेतृत्व में अतिक्रमण निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। तब जाकर ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे से जाम हटा दिया। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तीन सावल मशीन एवं पांच ट्रैक्टरों की मदद से चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर बोई गई सोयाबीन की फसल को हंकाई करवाकर नष्ट कर दिया।
ग्रामीणों के अनुसार कुछ लोगों ने दिलोद हाथी गांव की करीब 12 सौ बीघा चारागाह भूमि पर सोयाबीन फसल की बुवाई कर दी गई थी। यहां जाने वाले मवेशियों को अतिक्रमी भगा देते थे। अतिक्रमियों ने झाड़ लगाकर ग्रामीणों के आने-जाने वाले मुख्य रास्तों को भी अवरुद्ध कर दिया। इससे परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को अटरू तहसील में पहुंचकर तहसीलदार योगेंद्र यादव को ज्ञापन दिया था। तहसीलदार यादव ने बताया कि दिलोद हाथी गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को ज्ञापन दिया था। इस पर मंगलवार को मौके पर पहुंच कर वास्तविक स्थिति का जायजा लेकर अतिक्रमण भी हटाया गया था। सरकारी काम-काज की वजह से देरी हो गई। शनिवार को करीब 12 सौ बीघा चारागाह भूमि पर तीन मशीनों एवं पांच ट्रैक्टरों की मदद से अतिक्रमियों की ओर से बुवाई गई सोयाबीन की फसल को नष्ट कराया गया। इस दौरान कवाई, मोठपुर पुलिस, पटवारी सुरेंद्र सहरिया, रामअवतार, कानूनगो मेघराज नागर सहित प्रशासनिक अधिकारियों का लवाजमा मौजूद था।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/baran/news/encroachment-removed-from-12-hundred-bigha-pasture-land-of-dilod-hathi-village-131504134.html
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