ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चारागाह इस जमीन पर अतिक्रमण कारियों द्वारा अतिक्रमण करने से गांव में टकराव की स्थिति बन जाती है।
दूसरी ओर अतिक्रमणकारियों द्वारा उनकी खातेदारी जमीन खसरा नं. 729 पर भी जबरन ट्रैक्टर चलाकर फसल बुवाई कर दी गई। कुछ वर्षों पूर्व भी दबंगों द्वारा चारागाह भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की गई थी लेकिन ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए उनकी योजना सफल नहीं हो सकी है। उन्होने बताया कि चारागाह भूमि पर अवैध कब्जा और फसल बुवाई करने से गांव में असंतोष और टकराव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चारागाह इस जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण करने से गांव में टकराव की स्थिति बन जाती है।
ग्रामीण अपने पशुओं को चराने के लिए इधर-उधर भटकते हैं। साथ ही खातेदारी की भूमि पर भी अतिक्रमण कारियों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। ऐसे में आज उपखंड अधिकारी से मिलकर उन्होंने चारागाह और खातेदारी की भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उपखंड अधिकारी द्वारा मामले की जांच करा जल्द की सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/karauli/sapotra-memorandum-handed-over-to-remove-encroachment-from-pasture-and-khetdari-land-in-sengarpura/1229196
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