उदयपुरवाटीएक दिन पहले
धमोरा के एक सौ से ज्यादा दलित परिवारों को अपने घरों के पट्टे मिलने की उम्मीद जगी है। बस्ती की महिलाओं और पुरुषों ने मंत्री राजेंद्र सिंह गुड्डा का अभिनंदन किया और मंगल गीत गाए। उपखंड क्षेत्र के धमोरा गांव में गैर मुमकिन चारागाह भूमि पर आजादी के पहले से दलित परिवार बसे हुए हैं। इस बस्ती के लोगों को अतिक्रमी मानते हुए सरकारी अधिकारियों द्वारा कई बार बेदखली के नोटिस भेजे गए। तीन से चार पीढ़ियां गुजरने के बावजूद बस्ती के लोगों को पट्टे नहीं मिल रहे थे।
|
बस्ती के लोगों ने मंत्री का किया अभिनंदन, महिलाओं ने मंगल गीत गए |
धमोरा की इस दलित बस्ती के सैकड़ों लोग अपनी समस्याओं का समाधान करवाने के लिए 3 फरवरी को मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के आवास पर जाकर धरने पर बैठ गए। मंत्री गुढ़ा ने ग्रामीणों की समस्या को समझते हुए जिला कलेक्टर से बात की। जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने नीचे के राजस्व अधिकारियों से प्रस्ताव मंगवा कर जमीन को चारागाह से आबादी करवा दिया। बस्ती के लोगों को पट्टे जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू करवा दी। कार्यवाही से खुश होकर दलित बस्ती के सैकड़ों लोग रविवार को मंत्री गुढ़ा के गिरावड़ी स्थित फार्म हाउस पर पहुंचे। उन्होंने माला और साफा पहनाकर मंत्री गुढ़ा का अभिनंदन किया तथा महिलाओं ने मंगल गीत गाए। ग्रामीणों ने बताया कि उनको प्रभावशाली लोगों द्वारा बेदखल करने की धमकी देकर चुनाव के दौरान ब्लैकमेल किया जाता रहा है। इस मौके पर विजय मेघवाल, बलजीत रैया, सुरजाराम, सुनील कुमार, संदीप कुमार, विजय मेघवाल, जितेन्द्र सिंह, पवन कुमार सहित दर्जनों महिलाएं मौजूद थी।
https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/udaipurwati/news/dalit-settlement-of-dhamora-changed-from-pasture-to-residential-area-after-picketing-at-ministers-house-process-of-lease-distribution-started-129475415.html
यह अच्छी बात है कि दलितों को आवास मिले किंतु यह जमीन चारागाह से आबादी में परिवर्तित की गई है यहां यह भी देखना है कि जो चारागाह की जमीन गई है उसके बदले कहीं चारागाह जमीन आलोट हुई है या नहीं,लैंड फॉर लैंड का नियम फॉलो, हुआ है या नहीं
ReplyDelete