सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार कुछ भी कदम उठा ले लेकिन सरकारी कार्मिक उससे भी बचने के उपाएं ढूंढ लेते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उदयपुर के भींडर उपखण्ड क्षेत्र में. जहां सरकार की चरनोट भूमि पर अतिक्रमण करके ईंटों का निर्माण कर रहे अतिक्रमणकारियों के ईंट के भट्टे जब्त किये थे. जिनमें लाखों की ईंटें थी. प्रशासन ने उनकी नीलामी करना तय किया लेकिन सरकारी कार्मिकों ने मिलीभगत करके लाखों की ईंटों को कोड़ियों के दामों में उन्हीं अतिक्रमणकारियों को नीलाम कर दी, जिससे सरकार को लाखों रुपयों की राजस्व हानि हुई है. वहीं अतिक्रमणकारियों के हौंसलें बढ़ाने का काम भी किया.

6 लाख की ईंटें मात्र डेढ़ लाख में कर दी नीलाम

भीण्डर के चारगदिया ग्राम पंचायत के निमड़ी गांव में चारागाह भूमि आराजी नंबर 1907 पर निमड़ी निवासी रणजीत चौबीसा पिता पुष्कर चौबीसा द्वारा ईंटों का निर्माण किया जा रहा था. जिस पर भीण्डर तहसील कार्यालय के आदेशानुसार ईंट भट्टें जब्त करके 16 फरवरी 2022 को ईंटों की गणना की गई. जिसका न्यूनतम मूल्य एक लाख 50 हजार आंका गया. इन ईंटों की नीलामी के लिए तहसील कार्यालय से दिनांक 16 मार्च का आदेश जारी करके 25 मार्च को नीलामी तय की गई. उक्त नीलामी में अतिक्रमणकारी रणजीत चौबीसा के अलावा दो अन्य बोलीदाता भी शामिल हुए लेकिन मिलीभगत करके रणजीत चौबीसा ने केवल एक लाख 53 हजार में चरनोट भूमि पर पड़ी हुई ईंटों की नीलामी बोली लगाकर ईंटें हासिल कर ली. जबकि उक्त स्थान पर दोनों ईंट भट्टों और अन्य ईंटों की संख्या लगभग एक लाख 20 हजार थी. जिसकी बाजार कीमत करीब 6 लाख रूपये होती है. अतिक्रमणकारी रणजीत चौबीसा ने दोनों बोलीदाताओं व सरकारी कार्मिकों से मिलीभगत करके कम कीमत में नीलामी बोली लगाकर करके लाखों का माल कौड़ियों में खरीद लिया. 

न्यूनतम बोली से 500 अधिक देकर हासिल कर ली नीलामी बोली

निमड़ी में ही प्रशासन द्वारा निमड़ी निवासी हीरालाल पिता मोहनलाल ओड के ईंट भट्टों को जब्त किया था. यहां पर प्रशासन द्वारा 8500 पक्की ईंटें और 4500 कच्ची ईंटें जब्त की गई थी. जिनकी न्यूनतम राशि 21500 तय की गई. नीलामी में उक्त अतिक्रमणकारी हीरालाल ओड़ ने 22000 की नीलामी बोली लगाकर सभी ईंटें हासिल कर दी. जबकि उक्त ईंटों का बाजार मूल्य करीब 60 हजार रूपये था. इसी तरह निमड़ी निवासी राजकुमार पिता मोहनलाल ओड के यहां से भी ईंटें जब्त की गई. यहां प्रशासन द्वारा 1000 पक्की ईंटें और 8000 कच्ची ईंटें जब्त करके न्यूनतम राशि 10000 तय की थी. जिसको अतिक्रमणकारी राजकुमार ओड ने 10500 की नीलामी बोली लगाकर ईंटें हासिल कर ली. जबकि इन ईंटों की बाजार कीमत 30 हजार रूपये थी. 

नीलामी प्रक्रिया में ये कार्मिक हुए थे शामिल

प्रशासन द्वारा जब्त की गई ईंटों की 25 मार्च को निमड़ी गांव में ही नीलामी रखी थी. जिसमें भीण्डर तहसील से उपतहसीलदार भंवरसिंह झाला, भूनिरीक्षक भेरूलाल प्रजापत, चारगदिया पटवारी शंकरलाल गायरी, भीण्डर पंचायत समिति से प्रसार अधिकारी शम्भुलाल, चारगदिया ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी मनीश कुमार, चारगदिया सरपंच इन्द्रा मीणा उपस्थित रहे.

(इनपुट- ब्यूरो)

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