खानाबदोश घुमंतू जाति समाज के लोग बुधवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे। यहां कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी को खानाबदोश घुमंतू जाति समाज के लोगों को राइजिंग रास्थान प्रस्तावित कार्यक्रम के चलते जगतपुरा स्थित अक्षय पात्र, सांगानेर, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा आदि स्थानों से खानाबदोश लोगों को जबरदस्ती बुलडोजर से उनकी बस्तियों को ध्वस्त कर उन्हें उठाकर कानोता थाना क्षेत्र में स्थित सिरोली गांव की चारागाह भूमि पर लाकर छोड़ने के विरोध में ज्ञापन दिया। प्रतिनिधि मंडल ने इस दौरान कलेक्टर से जांच करवाकर अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
घुमंतू अर्द्ध-घुमंतू विमुक्त जाति परिषद के अध्यक्ष रतननाथ कालबेलिया ने बताया- राइजिंग राजस्थान की चमक को बढ़ाने के लिए गरीब और खानाबदोश घुमंतू जाति समाज के लोगों के जीवन को कष्ट से ढका जा रहा हैं। विगत 7 नवंबर को और उसके बाद लगातार जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से जगतपुरा स्थित अक्षय पात्र, सांगानेर, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा आदि स्थानों से खानाबदोश लोगों को जबरदस्ती बुलडोजर से उनकी बस्तियों को ध्वस्त कर उन्हें उठाकर कानोता थाना क्षेत्र में स्थित सिरोली गांव की चारागाह भूमि पर लाकर छोड़ दिया। जहां हजारों लोग बिना पानी बिजली और मूलभूत सुविधा के नारकीय जीवन जी रहे हैं। इसके विरोध में आज घुमंतू समाज उत्थान के क्षेत्र में कार्य करने वाली विभिन्न संगठनों जिनमें घुमंतू, अर्ध-घुमंतू विमुक्त जाति परिषद, भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी, घुमंतू प्रकोष्ठ राजस्थान, घुमक्कड़ बेघर समाज सेवा संस्थान सहि कई अन्य संगठनों के पदाधिकारीयों ने जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी को इस बाबत ज्ञापन सौंप कर इस मामले में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ जांच करने और चारागाह में छोड़े गए लोगों को तुरंत स्थायी पट्टे और आवास, मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की हैं।
घुमंतू अर्ध-घुमंतू और विमुक्त जाति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया ने सरकार पर आरोप लगाया हैं कि जब से बीजेपी सरकार आई हैं तब से घुमंतू समाज की बस्तियां उजाड़ी जा रही हैं और घुमंतू समाज के नागरिकों को जब भी अधिकारियों का मन करता है तब कचरे की तरह उठाकर कहीं भी फेंक देते हैं ,अब यह अन्याय सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया- सरकार को 7 दिन का अल्टीमेटम देते हैं यदि 7 दिन में इन प्रवृत्तियों को रोक कर घुमंतू समाज को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
घुमंतू प्रकोष्ठ महासचिव बिशन लाल बावरी ने कहा कि वास्तव में सबसे पीछे अगर कोई समाज हैं तो वह घुमंतु अर्ध घुमंतु और विमुक्त समाज हैं और अब सरकार को इस समाज पर विशेष ध्यान देना होगा, नहीं तो हम सभी सामाजिक संगठनों को एक साथ लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे। भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के दलित उन्मूलन समिति के प्रदेश संयोजक राजेंद्र चंदोलिया ने कहा कि समाज के पढ़े लिखे लोगों को समाज को जगाने के लिए चलाए जा रहे हैं अभियान में शामिल होना चाहिए और समाज के अंदर शिक्षा और कुरीतियों को मिटाने के लिए लोगों को जागृत करना चाहिए ताकि लोग अपने अधिकार को लेना जान सकें।
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