Tuesday, 9 January 2024

सैंकड़ों बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लहलहा रहे फसलें खूब कमाई कर रहे दबंग, चारा पानी के लिए तरस रहे पशु

 

डिकमानी ग्राम पंचायत के अंतर्गत रातई खुर्द ग्राम में लगभग 421 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। जिसके चलते गांव के ग्राम पंचायत के क्षेत्र के पशु भूखे मर रहे हैं।

शाहाबाद। शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र में हजारों बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करके लाखों की कमाई करके दबंग लोग मुनाफा कमा रहे है। सरकार द्वारा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ ग्राम पंचायत को कार्यवाही करने का अधिकार है। इसके लिए लाखों रुपए की धनराशि खर्च करके बोर्ड भी लगाए गए परंतु अतिक्रमियों ने चारागाह भूमि पर लगे बोर्डों को काटकर फेंक दिया और बेखौफ खेती कर रहे हैं। हरगोविंद निवासी रातई खुर्द ने बताया कि डिकमानी ग्राम पंचायत के अंतर्गत रातई खुर्द ग्राम में लगभग 421 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। जिसके चलते गांव के ग्राम पंचायत के क्षेत्र के पशु भूखे मर रहे हैं। उक्त चरागाह भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के लिए मैने उच्च न्यायालय जयपुर में केस भी लगाया है। जिसमें न्यायालय द्वारा आदेश दिया गया है उक्त चारागाह भूमि पर से अतिक्रमण हटाए जाएं। मेरे द्वारा पूर्व में कई बार चरागाह भूमि को लेकर सरकारी कार्मिकों को अवगत कराया गया है परंतु अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद है। लापरवाही के चलते दबंग लोग कब्जा कर लेते हैं और जानवर हाइवे पर मौत का शिकार हो रहे हैं। जहां सरकार द्वारा गौ संवर्धन एवं पशुधन को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाई जाती है एवं लोन आदि भी पशुधन को बढ़ावा देने के लिए दिए जाते हैं परंतु जो भूमि पशुओं के लिए सरकार द्वारा आरक्षित की जाती है। उस भूमि पर पशुओं के लिए वितरण करने के लिए चारण करने के लिए जगह होती है। जिसमें पशुचन गाय, भैंस, बकरी सभी अपनी उदर पूर्ति कर सकें और पशुधन को बढ़ावा मिल सके और गाय को चारा पानी की व्यवस्था हो सके। प्रशासन से चरागाह भूमि से शीघ्र अतिक्रमण हटाने की मांग करते है।

पशुओं के आने-जाने के रास्ते हुए बंद
वहीं वह जगह जहां से परंपरागत रास्ते बने हुए थे। जिनके सहारे पशु चरागाह में पहुंचा करते थे। उन रास्तों को बंद कर दिया गया। जिससे पशुओं को मजबूरी बस हाइवे किनारे इधर उधर भटकना पड़ता है और दुर्घटनाएं भी ऐसे में हो जाती हैं। चरागाह भूमि की रिपोर्ट जिला कलक्टर को भेजी जा चुरकी है।

चरागाह भूमि को सुरक्षित रखने के लिए लगाए थे बोर्ड
शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र में लाखों रुपए का बजट धनराशि खर्च करके चरागाह भूमि को सुरक्षित रखने के लिए बोर्ड लगाए गए थे। जिन पर लाखों रूपए खर्च हुए। उन चरागाह भूमि होने के लगे बोर्ड को उखाड़ के फेंक दिया। इनमें चरागाह भूमि पर अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने के निर्देश लिखे हुए थे। बोर्ड काटकर फेंक जाने के बाद भी कोई कार्यवाही अतिक्रमण के खिलाफ नहीं की गई।

लाखों रुपए की होती है पैदावार
वहीं पशुओं के हिस्से की भूमि पर खेती करके प्रभावशाली लोग अतिक्रमण करने वाले लाखों रुपए की पैदावार ले रहे हैं और गौवशों के भूखे मरने की नौबत आ रही है।

ग्राम रातई में लगभग 421 बीघा भूमि चरागाह की है। उक्त भूमि पर से अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए। - हरगोविंद मेहता, रातई खुर्द निवासी

रातई खुर्द चरागाह भूमि पर अतिक्रमण के संबंध में तहसीलदार शाहाबाद एवं नायब तहसीलदार केलवाड़ा द्वारा जिला कलक्टर को पुलिस जाब्ता आदि के लिए लिखा जा चुका है। चरागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर निष्पक्षता से कार्यवाही की जाएगी।
राहुल कुमार मल्होत्रा, उपखंड अधिकार, शाहाबाद 

मूल ऑनलाइन लेख - https://dainiknavajyoti.com/article/34676/crops-encroaching-on-hundreds-of-bighas-of-pasture-land

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