दौसा जिला मुख्यालय पर गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के पास चारागाह भूमि में अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास को भूमि आवंटन के आदेश निरस्त करवाने की मांग को लेकर मंगलवार को लोगों ने मुख्यमंत्री ने नाम कलेक्टर कमर चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि दौसा में हमेशा सामुदायिक सद्भाव और सामाजिक समरसता रही है। लेकिन कुछ वर्षों से राजस्थान में भी धार्मिक कट्टरता बढ़ती जा रही है, जिसमें उदयपुर, करौली व जोधपुर आदि स्थानों पर हुई साम्प्रदायिक घटनाएं चिंताजनक हैं।
उन्होंने बताया कि भगवान गुप्तनाथ और श्रीराम मन्दिर के श्री क्षेत्र के पास गोवंश के लिए चारागाह व पानी का तालाब बना हुआ है। जिसे गोशाला के गोवंश के लिए उपयोग किया जाता रहा है तथा गोवंश हेतु चारागाह सुरक्षित रखा गया था।
गुपचुप तरीके से निर्माण कराने का आरोप
ज्ञापन में बताया है कि प्रशासन द्वारा उक्त धार्मिक श्री क्षेत्र की चारागाह भूमि में से अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास के भवन निर्माण हेतु भूमि आवंटित की गई है और गुपचुप तरीके से शिलान्यास किए बिना ही निर्माण किया जा रहा है। जिसका सनातन समाज को पता चलने पर रोष व्याप्त हो गया है।
ऐसे में चारागाह में बनाए जा रहे छात्रावास के कारण सद्भाव बिगड़ने की सम्भावना है क्योंकि गायों के लिए चारागाह की भूमि पर वर्ग विशेष का छात्रावास बनाया जा रहा है जिसके कारण भविष्य में गंभीर समस्याएं खड़ी होने की संम्भावना है। ऐसे में इस आवंटन को निरस्त किया जाना चाहिए।
अल्पसंख्यक क्षेत्र में ही बने हॉस्टल
लोगों ने मांग की है कि अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास का स्थान परिवर्तन कर अल्पसंख्यक क्षेत्र में ही आबादी क्षेत्र में भूमि आवंटित कर निर्माण किया जाए। इस दौरान सनातन समाज के बैनर तले जिलाध्यक्ष रामनिवास मीना, नरेन्द्र जोशी, पूर्व जिला संयोजक अमित गुमानपुरा, सीपी शर्मा, अरविन्द कुमार मीणा, वेदाल शर्मा, रामचरण मीणा, नीरज तिवाडी आदि मौजूद रहे।
इनपुट: भास्कर जैमन
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/allegations-of-secret-construction-in-reserve-pasture-for-cattle-demand-to-change-the-place-131235976.html
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