चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ के भादसोड़ा के ग्राम पंचायत बागुंड में करीब 2.63 हेक्टर चरनोट जमीन पर प्रशासन ने अतिक्रमण के नाम पर जेसीबी चलाकर किसानों के खेत नष्ट कर दिए। इससे किसानों को करीब 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ। ग्रामीणों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है। वहीं तहसीलदार का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की गई।
भदेसर तहसीलदार गुणवंत माली ने बताया कि ग्राम पंचायत बागुंड में करीब 2.63 हेक्टर चरनोट जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। गांव के ही विनोद पुत्र प्रभुलाल जाट ने पब्लिक लैंड प्रोटेक्शन सेल (पीएलपीसी) में चंदू दास वैष्णव, रामदास वैष्णव, अबे सिंह बंजारा, मुरली छिपा, ओम प्रकाश, नंदलाल बंजारा, शंकर भेरा बंजारा, भीमराज बंजारा, भंवरलाल बंजारा, किशन बंजारा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। इसकी एक पटवारी ने एक रिपोर्ट बनाकर पेश की थी। उसके बाद कोर्ट के आदेश के मिलने के बाद भादसोड़ा, मंडफिया, शंभूपुरा पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया।
मौके पर तीन थानों की पुलिस रही मौजूद। |
30-40 सालों से हो रही थी खेती
इस दौरान ग्रामीणों ने तहसीलदार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ प्रभावी लोगों के हिस्से का अतिक्रमण तो नहीं हटाया गया। लेकिन जो गरीब किसान थे, सिर्फ उन्हीं के खेत पूरी तरह से नष्ट कर दिए। जिन किसानों की शिकायत की गई वह करीब 30 से 40 साल से यहां खेती का काम कर रहे हैं। इन दिनों सरसों की फसल लगी हुई थी और चना गेहूं की फसल की बुवाई हो चुकी थी। प्रशासन ने उनके खड़ी फसल को नष्ट कर दिया। जिसके कारण किसानों को लगभग से 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ।
https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/news/a-villager-had-complained-in-plpc-crop-worth-6-lakhs-wasted-due-to-action-130710016.html
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