करौली
Published: August 03, 2022
हिण्डौनसिटी. जिले में औद्योगिक विकास के लिए कई वर्ष से औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की चल रही कवायद पर ब्रेक लग गया है। चरागाह में रीको के लिए भूमि आवंटन पर हाईकोर्ट के स्थगन आदेश से भूमि उपयुक्तता निरीक्षण होने के बाद अवाप्ति तक पहुंची प्रक्रिया ठप हुई है। स्थगन आदेश से जिले में चार रीको औद्योगिक क्षेत्रों में चल रही भूमि आंवटन प्रक्रिया प्रभावित हुई है। अब रीको अधिकारियों ने औद्योगिक क्षेत्रों के लिए नए सिरे भूमि की तलाश शुरू की है।
चरागाह में उद्योगों पर ब्रेक, अब फिर से शुरू की जमीन की तलाश,चरागाह में उद्योगों पर ब्रेक, अब फिर से शुरू की जमीन की तलाश,चरागाह में उद्योगों पर ब्रेक, अब फिर से शुरू की जमीन की तलाश |
औद्योगिक विकास को रफ्तार देने के लिए प्रदेश में नई औद्योगिक नीति के तहत उपखंड मुख्यालयों पर रीको औद्योगिक क्षेत्र स्थापित होने हैं। यह गत बजट घोषणा में भी शामिल किया था। जिसके तहत जिले में सपोटरा, टोडाभीम, नादौती व मण्डरायल उपखण्डों में रीको औद्योगिक क्षेत्र के साथ हिण्डौन में द्वितीय औद्योगिक क्षेत्र खोलना प्रस्तावित किया था।
मुख्यमंत्री बजट घोषणा की पालना में रीको के स्थानीय अधिकारियों ने राजस्व विभाग के सहयोग से चरागाह क्षेत्र में भूमि चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार कर रीको मुख्यालय भेज दिए। करीब एक से डेढ़ वर्ष की प्रक्रिया में रीको मुख्यालय के अधिकारियों ने भूमि की उपयुक्तता जांच कर सकारात्मक सर्वे रिपोर्ट सौंप सरकार को भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया की सिफारिश कर दी। चरागाह में भूमि चिह्नित करने का मामला संज्ञान में आने पर हाईकोर्ट के स्थगन आदेश का हवाला दे राजस्व विभाग के विशिष्ठ शासन सचिव के कलक्टर को पत्र भेजने बाद आवंटन प्रक्रिया रुक गई।
रीको अधिकारियों ने बताया कि दौसा जिले में चरागाह में औद्योगिक क्षेत्र के लिए भूमि आवंटन के विरुद्ध याचिका पर वर्ष 2021 में ही हाईकोर्ट ने रीको के लिए चारागाह में भूमि आवंटन पर स्थगन आदेश जारी किए हुए हैं। इसके चलते करौली जिले में भी रीको के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया प्रभावित हो गई।
सपोटरा में हुई भूमि अवाप्ति
जिले में नए रीको औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए पांच में से सपोटरा उपखण्ड में ही भूमि अवाप्त हो सकी है। रीको सूत्रों के अनुसार कुडगांव के पास रुण्डी गांव की गैरमुमकिन पहाड़ी किस्म की भूमि से चरागाह क्षेत्र को हटाते हुए 82 बीघा 2 विस्बा भूमि रीको के लिए आवंटित की गई है। इसके लिए रीको की ओर से राजकोष में करीब 85 लाख रुपए की राशि जमा कराई गई है।
अब खरेटा क्षेत्र में भूमि की तलाश
हिण्डौन में खेड़ी शीश गांव में चिह्नित चरागाह भूमि हाईकोर्ट के स्थगन आदेश से प्रभावित हो गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री बजट घोषणा की पालना के लिए रीको क्षेत्र के लिए नए स्थान की तलाश शुरू की गई है। रीको अधिकारियों द्वारा अब खरेटा क्षेत्र में सरकारी भूमि देखी जा रही है। एक वर्ष पहले तेली की पंसेरी के पास चिह्नित की गई भूमि के वन विभाग की होने पर सर्वे के बाद प्रस्ताव निरस्त करने पड़े थे।
https://www.patrika.com/karauli-news/break-on-industries-in-pasture-now-search-for-land-started-again-7691744/
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