जमवारामगढ़ उपखंड क्षेत्र की पंचायत समिति आंधी के ग्राम पंचायत केला का बास के चिलपली में शनिवार सुबह करीब दस बजे चरागाह व वनक्षेत्र में अचानक भीषण आग लग गई। अज्ञात कारणों से लगी आग वन्य जीव और जंगल में रहने वाले छोटे जीव जंतुओं के लिए आग कहर बन गई। जानकारी के अनुसार सुबह स्थानीय लोगों को गांव के चारागाह भूमि व पास ही पहाड़ी इलाके में आग की लपटे उठती हुई दिखी तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना के बाद आंधी तहसीलदार कमल चंद शर्मा व क्षेत्रीय वन अधिकारी रायसर रघुवीर मीणा स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि करीब 10 बीघा वन क्षेत्र व चारागाह भूमि में लगी आग अज्ञात कारणों से लगी है। सूचना के बाद अग्निशमन की गाड़ी मौके पर पहुंची लेकिन पहाड़ी इलाका होने के कारण दमकल की गाड़ी केवल चारागाह भूमि में लगी आग को ही बुझ सकी। जानकार लोगों ने बताया कि चारागाह भूमि में लगी आग जैसे ही वन क्षेत्र में पहुंची तो पेड पौधे व वनस्पति जंगल धू-धू कर जलने लगी। वन क्षेत्र में सूखे पत्तों ने हवा के झोंके में चिंगारी भड़काने का काम कर दिया। तेज हवा के कारण आग चरागाह भूमि से वन क्षेत्र की ओर फैलती गयी। इसके कारण वन कर्मियों को आग बुझाने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी ओर करीब तीन घंटे की कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। किंतु तब तक सैकड़ों पेड़ पौधे व अन्य वनस्पतियां जलकर राख हो चुकी थी। इस अग्निकांड में वन्य जीवों की हानि का अंदाजा अभी नही लग पाया है।
मूल ऑनलाइन लेख -https://hukmnamasamachar.com/story/a_massive_fire_broke_out_in_the_forest_area_and_pastureland_trees_and_vegetation_in_about_two_hectares_were_burnt_to_ashes