राजसमंद। मुर्दा गांव की गोचर भूमि को रीको क्षेत्र से निरस्त करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। राजसमंद में आज मुर्दा गांव के ग्रामीणों ने गांव की चारागाह भूमि को रीको क्षेत्र से मुक्त कराने के लिए कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की कुल 40 हेक्टेयर विभिन्न प्रकार की इंडस्ट्री जो पहले चारागाह के रूप में दर्ज थी। लेकिन इसके बाद वर्तमान में उक्त भूमि दिनांक 1 मई 2023 को आवंटन के माध्यम से राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम लिमिटेड के नाम दर्ज हो गई।
जिसको लेकर ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट के बाहर अपना गुस्सा जाहिर किया है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त गांव की चारागाह भूमि, जो गांव सहित मुर्दा जवान पुरा, जनक पुरा, गोवलिया, उलपुरा गांवों के पशुओं के चरने के लिए सुरक्षित थी। लेकिन वर्तमान में ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर उक्त भूमि को रीको को आवंटित कर दिया गया तथा रीको द्वारा एक साइन बोर्ड भी लगा दिया गया। यह भूमि चारागाह है जो पशुओं के चरने के लिए आवश्यक है। ग्रामीणों की मांग है कि 7 दिन के भीतर उक्त भूमि को रीको के आवंटन से मुक्त कराया जाए। अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। बाद में ग्रामीणों ने कलक्टर के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।
मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/local/rajasthan/villagers-of-murda-village-reached-the-collectorate-demanded-to-free-40-hectares-of-pasture-land-2648623
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