This blog is aimed at documenting the initiatives undertaken for the conservation of the pastures by communities across Rajasthan as well as efforts by Government of Rajasthan and Civil Society Organisations across the State. Foundation for Ecological Security works in partnership with the Wasteland and Pasture Land Development Board for conservation of the commons. For views and comments write to rajasthanpastures@gmail.com
Friday, 20 December 2024
एसडीएम ने चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण: जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण किया ध्वस्त, सख्त कार्रवाई करने की दी चेतावनी
Monday, 16 December 2024
चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया
धौलपुर: धौलपुर जिले के बसेड़ी क्षेत्र के नादनपुर में उपखंड अधिकारी अनिल कुमार मीणा ने चारागाह भूमि पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने का अभियान चलाया है। इस अभियान में जेसीबी मशीनों की मदद से अवैध रूप से बनाए गए मकानों को ध्वस्त किया गया है।
नादनपुर में चारागाह भूमि पर कई जगहों पर अवैध रूप से मकान बनाए जा रहे थे। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद उपखंड अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए इन मकानों को ध्वस्त कर दिया। इस अभियान में चारागाह भूमि से तीन स्थानों पर नए अतिक्रमण हटाए गए हैं और दो जगहों पर निर्माण कार्य रोक दिया गया है।
उपखंड अधिकारी अनिल कुमार मीणा ने कहा कि चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करना कानूनन अपराध है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में भी नादनपुर क्षेत्र में चारागाह भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
यह कार्रवाई क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कार्रवाई इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह प्रशासन की ओर से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत है। चारागाह भूमि का उपयोग पशुओं को चराने के लिए किया जाता है और इस पर अतिक्रमण करने से स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। इस कार्रवाई से न केवल चारागाह भूमि को बचाया जाएगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी राहत मिलेगी।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.gnewsportal.com/dholpur/encroachment-removed-from-pasture-land
Sunday, 15 December 2024
चरागाह की जमीन से 4 सप्ताह में अतिक्रमण हटाएं जिला कलेक्टर
चरागाह की जमीन से 4 सप्ताह में अतिक्रमण हटाएं जिला कलेक्टर
जयपुर| हाई कोर्ट ने दौसा जिले के बसवा के निहालपुरा में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण मामले में जिला कलेक्टर को चार सप्ताह में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का निर्देश दिया है। न्यायाधीश मोहम्मद रफीक व गोवर्धन बाढ़दार की खंडपीठ ने यह आदेश पदम चन्द मीणा की अवमानना याचिका पर दिए। याचिका में कहा कि हाई कोर्ट ने 28 नवंबर 2016 को कलेक्टर को आदेश जारी कर चरागाह भूमि पर अतिक्रमण पाए जाने पर उसे हटाने को कहा था। भूमि पर अतिक्रमण मिलने के बावजूद भी प्रशासन उसे नहीं हटा रहा है। जिस पर एएजी धर्मवीर ठाेलिया व अधिवक्ता हिमांशु ठोलिया ने अदालत को बताया कि मौके पर 13 लोगों का कब्जा है और दो धार्मिक स्थल बने हुए हैं। यदि अदालत अनुमति दे तो दूसरी जमीन को चारागाह घोषित कर कब्जाधारियों को आवंटन किया जा सकता है। कब्जाधारियों ने कहा कि वे भूमि की डीएलसी दर देने को तैयार हैं। लेकिन अदालत ने सभी पक्षों को सुनने के बाद जिला कलेक्टर को चार सप्ताह में अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/rajasthan/dausa/latest-dausa-news-023059-2615177.html
Saturday, 14 December 2024
चरागाह भूमि पर बना दी पक्की दुकानें, शिकायत बेअसर
भास्कर न्यूज | भैंसरोडगढ़ भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति के गोपालपुरा गांव में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर आराजी नंबर 429 में पक्की दुकानों का निर्माण करने से ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि नियमों के विरुद्ध दुकानों का निर्माण पिछले 5-6 माह पूर्व गांव के एक जनप्रतिनिधि ने कराया। गोपालपुरा ग्राम पंचायत मुख्यालय के इस मसले की शिकायत पर भी अब तक एक्शन नहीं हुआ।
गोपालपुरा के ग्रामीण बताते हैं कि सरपंच प्रभुलाल ने गोचर भूमि पर 6 दुकानों का निर्माण कर डाला। ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि के पद का दुरुपयोग कर चारागाह पर अवैध निर्माण करने की तहसीलदार, जिला कलेक्टर से लेकर पंचायतीराज मंत्री तक शिकायत दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में दूसरों के लिए तो नियम बताते है, लेकिन सरपंच ने खुद नियमों की परवाह नहीं की। इस प्रकरण में स्थानीय निवासी हेमराज मेवाड़ा समेत कई ग्रामीणों ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत भी दर्ज कराई। नियम कहते हैं कि अधिकार क्षेत्र की भूमि पर स्वयं द्वारा कब्जा करना धारा 38 की कार्यवाही के अन्तर्गत भी आता है, किन्तु जिम्मेदार मौन है। गोपालपुरा में चरागाह भूमि पर दुकानों को बना देने का मसला अभी जानकारी में आया है। इस मामले को दिखवाएंगे। -ग्यारसीलाल मीणा, विकास अधिकारी, पंचायत समिति, भैंसरोडगढ़ गोपालपुरा गांव में चरागाह भूमि पर दुकानों का निर्माण करने का मामला आने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर जांच कर मौका रिपोर्ट पेश कर दी थी। -बनवारीलाल शर्मा, पटवारी, पटवार हल्का गोपालपुरा चरागाह भूमि को खुर्दबुर्द करने की शिकायत मिलने पर रावतभाटा तहसीलदार ने हल्का पटवारी को भेजा।
जिस पर 14 जुलाई को पटवारी ने रिपोर्ट प्रस्तुत की कि गोपालपुरा के आराजी नंबर 429 रकबा 0.70 हैक्टेयर चरागाह भूमि पर तीन पक्की दुकानें एवं बाड़ा बनाकर अतिक्रमण किया है। उस समय चरागाह भूमि की देखरेख ग्राम पंचायत द्वारा किए जाने से तहसीलदार ने कार्यवाही के लिए 18 जुलाई को सीईओ जिला परिषद को पत्र प्रेषित लिखा था। इस मामले में ग्राम पंचायत गोपालपुरा के ग्राम विकास अधिकारी रोहित मीणा से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/chittorgarh/bainsrorgarh/news/permanent-shops-were-built-on-pasture-land-complaint-was-ineffective-134121943.html
Thursday, 12 December 2024
पीपल्दा रामनगर में अतिक्रमण हटाने को लेकर गठित की कमेटी
100 बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर फसल की बुवाई कर दी
किशनगंज| ब्लॉक क्षेत्र की घट्टी ग्राम पंचायत के पीपल्दा रामनगर में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से किए गए अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर बीडीओ हर्ष कुमार महावर ने सहायक विकास अधिकारी विश्वनाथ नागर सहित तीन कार्मिकों की जांच कमेटी गठित की है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत घट्टी के पीपल्दा रामनगर गांव में एक अतिक्रमी ने करीब 100 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिया था। ग्रामीणों की शिकायत पर गत 15 मई को प्रशासन पे अतिक्रमण हटाया था। इसके बाद अतिकर्मी ने फिर से करीब 100 बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर फसल की बुवाई कर दी है। साथ ही अतिक्रमण हटाने के दौरान जो पत्थरों का कोट गिराया था उसे भी वापस चुन लिया है। क्षेत्रवासियों ने जिला परिषद सीईओ को ज्ञापन सौंपकर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की थी।
जिस पर जिला परिषद सीईओ की ओर से बीडीओ को अतिक्रमियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। वहीं एसडीएम मनमोहन शर्मा को अतिक्रमण हटाने को लेकर दिए गए ज्ञापन के बाद बीडीओ को निर्देशित करने पर पंचायत समिति की ओर से जांच कमेटी गठित कर सहायक विकास अधिकारी विश्वनाथ नागर प्रभारी, रविंद्र बैंसला कनिष्ठ अभियंता सह प्रभारी एवं कनिष्ठ सहायक देवेंद्र गुर्जर को सदस्य के रूप में नियुक्त कर सात दिवस में जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी पीपल्दा रामनगर गांव की 100 बीघा चरागाह भूमि पर किए गए अतिक्रमण की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/a-committee-was-formed-to-remove-encroachment-in-pipalda-ramnagar-134105428.html
नांगल पुरोहितान में सरपंच पति पर चारागाह और नदी नालों की जमीन पर कब्जा करवाने का आरोप
ग्रामीणों की सूचना पर दौलतपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची, ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से परिवाद सौंपा
भास्कर न्यूज | राजावास
दौलतपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नांगल पुरोहितान के गौ माता मंदिर के पास नदी नालों में चारागाह व नदी नालों की भूमि पर स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय सरपंच पति सहित अन्य पर मिलकर कब्जा करने का आरोप लगाया है। दौलतपुरा थाना पुलिस को ग्रामीणों ने लिखित में परिवाद सौंपकर बताया कि नांगल पुरोहितान में खसरा नंबर 679,723,724, 727, 879/ 200,678 जो की चरागाह व नदी नालों की भूमि है।
जिस पर ग्राम पंचायत नांगल पुरोहितान के सरपंच पति जयपाल परसवाव, निर्मल केड़िया पुत्र शिव केडिया, नितिन केडिया पुत्र शिव कुमार केडिया के साथ मिलकर गणपति ग्रह निर्माण सहकारी समिति के फर्जी पट्टे जारी कर मौके पर रोड डालने का कार्य किया जा रहा है। जहां ग्रामीणों ने लिखित में परिवाद सौंपकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। सड़क डालने के दौरान ग्रामीणों को सूचना मिलने पर काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे व विरोध जताया तथा पीसीआर को भी सूचना दी। जहां मौके पर पुलिस भी आई। इस दौरान अतिक्रमण करने आए लोग फरार हो गए। इस दौरान दिनेश ठाकण, सुरेश बिजारणिया, सुरजन लाल, रमेश कुमार, रामेश्वर लाल, प्रकाश, राजू चोपड़ा, राजकुमार चौधरी आदि कई लोग मौजूद रहे।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/in-nangal-purohit-sarpanchs-husband-is-accused-of-occupying-pasture-and-river-drain-land-134105718.html
Tuesday, 10 December 2024
अतिक्रमण: चरागाह जमीन पर कब्जा कर मकान बनाने की कलेक्टर से की शिकायत
तरौली गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों के खिलाफ द्वारा चारागाह जमीन पर कब्जा कर मकान आदि बनाने की शिकायत की है। मामचारी ग्राम पंचायत के सरपंच आलोक कुमार, शेरसिंह मीना, मनीराम मना, राकेश, हरिकेश, पृथ्वीराज, प्रकाश शर्मा, रमेश, श्रीफल मीना आदि ने बताया कि तरौली गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों ने गांव की चारागाह भूमि व उसके समीप बने तालाब पर जबरन कब्जा कर मकान आदि बना लिए हैं। जिससे उनके पशुओं को अब चरने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस बारे में जब अतिक्रमियों से कहा तो वह झगडे पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस बारे में पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उक्त चारागाह जमीन से कब्ज हटवाते हुए अतिक्रमियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/karauli/complaint-from-collector-to-take-possession-of-pasture-land-127538330.html
Monday, 9 December 2024
जेडीए की फार्म हाउस योजना को चुनौती देने वाली पीआईएल खारिज, लगाया हर्जाना
जयपुर। राजस्थान हाइकोर्ट ने जेडीए की ओर से जयपुर के रोजडा गांव में विकसित की जा रही फार्म हाउस योजना को चारागाह भूमि पर विकसित करना बताकर हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही अदालत ने याचिकाकर्ता स्थानीय सरपंच रामजीलाल यादव व अन्य पर पांच हजार रुपए का हर्जाना भी लगाया है। अदालत ने माना की जनहित याचिका तथ्य छिपाकर और सद्भावी भावना से दायर नहीं की गई है।
सीजे एमएम श्रीवास्तव व जस्टिस उमाशंकर व्यास ने यह आदेश रामजीलाल यादव व अन्य की जनहित याचिका पर दिए। अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ताओं में गांव का सरपंच भी है और यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि उसे गांव में होने वाले किसी अतिक्रमण की जानकारी नहीं है। वह अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहता था, लेकिन जैसे ही जेडीए की ओर से कार्रवाई शुरू करते हुए उसने जनहित याचिका दायर कर दी।
याचिका में कहा गया था कि गांव की करीब 8 हेक्टेयर जमीन पर जेडीए फार्म हाउस स्कीम लेकर आया था। इस जमीन में चारागाह भूमि भी शामिल है। जबकि चारागाह जमीन पर फार्म हाउस स्कीम विकसित नहीं हो सकती। इसके जवाब में जेडीए की ओर से अधिवक्ता अमित कुडी ने कहा कि जनहित याचिका सद्भावी नहीं है और इसमें निजी हित छिपे हुए हैं।
इससे पहले स्थानीय निवासियों ने इस जमीन पर अतिक्रमण हटाकर यहां पर खेल का मैदान व योगा सेंटर बनाए जाने का प्रतिवेदन दिया था, लेकिन जेडीए ने कार्रवाई शुरू की तो उसका विरोध हुआ। यह पीआईएल जेडीए कार्रवाई को रोकने के लिए हुई है। इसलिए इसे खारिज किया जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए खंडपीठ ने जनहित याचिका को खारिज करते हुए याचिकाकर्ताओं पर हर्जाना लगाया है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.mahanagartimes.com/post/pil-challenging-jda-farm-house-scheme-dismissed
Thursday, 5 December 2024
अतिक्रमण हटाए: कंचनपुर में सिवायचक, चरागाह व तालाब की भूमि से अतिक्रमण हटाए
मासलपुर। कंचनपुर में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करते तहसीलदार एवं मौके पर मौजूद पुलिस जाब्ता
मासलपुर तहसील की ग्राम पंचायत कंचनपुर में बुधवार को प्रशासन ने सिवायचक, चरागाह व तालाब की भूमि से अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की गई है। मासलपुर तहसीलदार नरेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत कंचनपुर में कुछ लोगों द्वारा से सिवायचक, चरागाह और तालाब की भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ था इस मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के आधार पर बुधवार को जेसीबी की सहायता से टीनशेड व चारदीवारी के अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की गई। तहसीलदार ने बताया कि इस अवसर पर मासलपुर थाना का पुलिस जाब्ता मौजूद रहा। इसके साथ-साथ भूअभिलेख निरीक्षक होतीलाल, मानसिंह व हल्का पटवारी भी मौके पर मौजूद रहे।
कोटा-मामचारी में चरागाह भूमि से अवैध कब्जा हटवाने की मांग
करौली। जिले की कोटा-मामचारी ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कुछ लोगों पर चारागाह भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने इस बारे में सांसद डॉ. मनोज राजोरिया और कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को शिकायत दी और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। माली समाज के पूर्व अध्यक्ष गिर्राज माली ने बताया कि कोटा-मामचारी में करीब 76 बीघा चारागाह भूमि है। इस चारागाह भूमि पर दबंग भू माफियाओं द्वारा जेसीबी मशीन चलाई जा रही है। भूमि पर लगे हरे पेड़ों को भी काट दिया गया है और भू-माफिया ने इस जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। अब ग्रामीण चारागाह भूमि पर पशु चराने जाते हैं, तो भू माफिया झगड़े पर उतारु हो जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है वे इस बारे में एसडीएम, तहसीलदार और हल्का पटवारी को भी शिकायत कर चुके हैं।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/news/remove-encroachment-from-the-land-of-sivachak-pasture-and-pond-in-kanchanpur-129939208.html
बाघसूरी में मुख्य सचिव ने की जनसुनवाई, कई जनसमस्याओं का निस्तारण
बाघसूरी। नसीराबाद के समीपवर्ती बाघसूरी गांव स्थित ग्राम पंचायत मुख्यालय पर गुरूवार को ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में वीसी के जरिए मुख्य सचिव ने समस्याएं सुनकर निस्तारण किया। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नसीराबाद उपखंड अधिकारी देवीलाल यादव को ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में ग्रामीणों ने आलाधिकारियों के सामने कई जनसमस्याओं के निस्तारण की मांग करते हुए शिकायतें व ज्ञापन सौपें।
ग्रामीण सकराम गुर्जर, सांवर लाल भैरूदियां, रमेश जाट आदि ने ग्राम बाघसूरी में पर्याप्त मात्रा में बीसलपुर पेयजल आपूर्ति बहाल कराने, अजबा का बाडियां, नाहरपुरा, बनेवड़ा व बुधपुरा के सड़क मार्ग के दोनों ओर कंटिली झाडियों को हटाने, इन दिनों सिंचाई के तहत थ्री फेज बिजली की अघोषित कटौती निजात दिलाने, चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने, ग्राम बनेवड़ा में खंडहर में तब्दील हो रहे पटवार भवन का जीर्णोद्धार कराने, सहकारी डेयरी के सामने झूल रहे बिजली के तारों को दुरूस्त कराने, बीसलपुर पेयजल आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में तय समय पर कराने, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कला, विज्ञान व कृषि संकाय के रिक्त पदों को शीघ्र भराने, ग्राम लामडीनाडी में रावत समुदाय व बुधपुरा में कालबेलिया समुदाय के सार्वजनिक मुक्तिधाम के लिए भूमि आवंटित कराने, बुधपुरा में जेजेएम योजना के तहत घर घर नल कनैक्शन दिलाने, गांव नाहरपुरा के चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने, बीसलपुर पेयजल आपूर्ति बहाल कराने, ग्राम बनेवड़ा, बाघसूरी गत 9 वर्ष से बंद पडी़ रोडवेज बस को पुनः सुचारू कराने, ग्राम बाघसूरी के मुख्य सड़क मार्ग पर फैल रहीं गंदगी से निजात दिलाने आदि जनसमस्याओं की शिकायत दर्ज कराई गई।
ग्राम विकास अधिकारी रामवीर मीणा ने बताया कि वीसी के माध्यम से एसडीएम देवीलाल यादव ने विभिन्न जनसमस्याओं का निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वीसी में पेयजल संकट से निजात दिलाने, अघोषित विधुत कटौती, राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि संबंधी जनसमस्याओं का निस्तारण मौके पर ही किया गया।
बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने वीसी में उपस्थित होकर अपनी समस्याएं बताई। इनके निस्तारण के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया। उन्होंने बताया कि कलक्टर के द्वारा एसडीएम यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई, अघोषित विधुत कटौती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ग्राम नाहरपुरा में पेयजल पाइपलाइन के अंतिम सिरे तक पानी पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीणों को लाभान्वित किया जाने के लिए कार्य करें।
उन्होंने बताया कि वीसी में विभिन्न परिवादियों द्वारा अपनी समस्याएं प्रस्तुत की गई। वीसी में प्राप्त 26 परिवेदनाएं प्राप्त हुई। उनमें से कई का मौके पर ही निस्तारण किया। तथा अन्य के निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
श्रीनगर सीबीईओ राकेश कटारा, श्रीनगर बीडीओ महेश चौधरी, तहसीलदार ममता यादव, सरपंच रेशमी देवी काठात, ग्राम विकास अधिकारी रामवीर मीणा, बाघसूरी पटवारी पींकी चौधरी, बनेवड़ा पटवारी विजेश्वरी प्रजापति, सरपंच प्रतिनिधि मस्तान काठात, श्रीराम मंलिडा, कृषि पर्वेक्षक रेखराज चौधरी, कनिष्ठ सहायक साबीर काठात, सांवर लाल भैरूदियां, सकराम गुर्जर, सुरेश शर्मा, कपिल वैष्णव, हिम्मत सिंह भाटी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, जलदाय सहायक अभियंता, विधुत सहायक अभियंता, ब्लॉक सीएमएचओ, सहकारी एवं महिला एंव बाल विकास अधिकारी अन्य विभागीय अधिकारियों से वीसी में रूबरू हुए।
बनेवडा संघर्ष समिति के सदस्य का लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त
ग्राम पंचायत बाघसुरी के राजस्व गांव बनेवडा में बनेवड़ा संघर्ष समिति के सदस्य जितेंद्र सिंह राठौर के ने ग्राम पंचायत मुख्यालय के बाहर प्रस्तावित धरने पर बैठ गए। महज 2 घंटे बाद ही ग्राम पंचायत सरपंच रेशमी देवी के लिखित आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया।
बनेवडा की मुख्य समस्याओं में से पटवार घर व आंगनबाड़ी मरम्मत, रावत व गुर्जर श्मशान में ब्लॉक मरम्मत कार्य, रावत मोहल्ले में नाली निर्माण, चबूतरा रोड की मरम्मत एवं विभिन्न समस्याओं को सरपंच द्वारा लिखित आश्वासन देकर काम करने की बात कहने पर धरना समाप्त किया।
बनेवड़ा संघर्ष समिति के सदस्य जितेंद्र सिंह राठौड़ ने अपने 5 दिसंबर को प्रस्तावित धरने पर बैठने के दौरान सरपंच ने लिखित में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में स्थित आंगनबाड़ी का कार्य 10 दिन में शुरू करने की बात कही है। चबूतरा रोड पर हो रहे गडडों को जेसीबी चला कर दुरुस्त कर दिया जाएगा। बाकी कामों को भी जल्द करवाने का आश्वासन दिया।
गत 4 वर्षों से प्रयास कर रहे बनेवडा संघर्ष समिति के सदस्य जितेंद्र सिंह को लिखित में आश्वासन देने के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया साथ ही यह घोषणा भी कि अगर लिखित मैं दिए गए कम पर जल्द कार्रवाई नहीं होती है तो जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.sabguru.com/bbaghsuri-jan-sunwai-news/
Wednesday, 4 December 2024
चारागाह भूमि को कराया अतिक्रमण से मुक्त
लक्ष्मणगढ़ (अलवर / कमलेश जैन) नगर पालिका क्षेत्र के खेरली लोधा मौजपुर आरजी में लगने वाली रकबा 0.92 हेक्टर भूमि पर लोगों द्वारा चारागाह की 2256/1282 खसरा नंबर की भूमि पर प्लाटिंग व फसल कर अतिक्रमण किया हुआ था । आदेश की पालना के तहत बुधवार को भूमि के अतिक्रमण को हटाकर भूमि को कब्जे से मुक्त कराई गई।
जानकारी अनुसार अतिक्रमियों ने चारागाह भूमि पर फ्लोटिंग कर बेचान कर रहे थे। प्लाटिंग के लिए सड़क आदि बनाई हुई थी। भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर कुछ ग्रामीण वर्षो से राजस्व विभाग के अधिकारियों से मांग कर रहे थे, जिस पर राजस्व विभाग की ओर से उक्त भूमि पर अतिक्रमण हटाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। पूर्व में ग्रामीणों द्वारा परिवाद देकर भूमि का अतिक्रमण हटाने की मांग की, जिस पर बुधवार को तहसीलदार ममता कुमारी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी समय सिंह मीणा मय टीम सहित पुलिस थाना के जाप्ता सहित राजस्व विभाग एवं नगर पालिका के कार्मिक मौके पर पहुंचे। भूमि का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, जो शाम को करीब 6 बजे तक चली। जेसीबी की मदद से चारागाह भूमि की मेड़, निर्माण की हुई कच्ची सड़क भूमि के चारों ओर डोल लगाया गया। सभी को ध्वस्त कर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
ममता कुमारी (तहसीलदार लक्ष्मणगढ़) का कहना है कि- कुछ ग्रामीणों ने परिवाद देकर हो रहे अतिक्रमण को नहीं हटाने को लेकर राजस्व विभाग पर सरकार व उच्च अधिकारियों के निर्देशों की पालना की अवहेलना करने का आरोप लगाया था, जिस पर संबंधित अधिकारियों ने भूमि से अतिक्रमण को हटाया गया है। ग्राम मौजपुर आरजी में लगने वाली चारागाह भूमि पर अवैध प्लाटिंग व फसल के अतिक्रमण को प्रशासन की मौजूदगी में हटाया गया है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://gexpressnews.com/43988
Tuesday, 3 December 2024
चारागाह भूमि जल्द मुक्त करवाओ
मांगरोल। रकसपुरियाके ग्रामीणों ने एसडीओ को ज्ञापन देकर चारागाह को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर रास्ता खुलासा करवाने की मांग की है। ग्रामीण लोकेश मीणा, राजाराम, दुर्गाशंकर ने बताया कि रकसपुरिया में स्थित चरागाह भूमि सहित खेतों पर जाने वाले मुख्य रास्ते पर गांव के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर काश्त कर रखी है। इससे खेतों तक जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/raj-oth-mat-latest-mangrol-news-054004-2261290-nor.html
Sunday, 1 December 2024
रम्भा में चरागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण
गांव रम्भा में राजस्व टीम ने चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया। तहसीलदार गजेन्द्र गोयल ने बताया कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायत की पालना में गांव रम्भा में चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व टीम गठित की गई। टीम में भू-अभिलेख निरीक्षक वनस्थली समरथ सिंह, हल्का पटवारी रम्भा रामफूल चौधरी, बीडोली पटवारी महेश कुमार गुर्जर, रजवास पटवारी रामकिशन गुर्जर ने गुरूवार को मौके पर पहुंचकर खसरा नम्बर 96 रकबा 23 बीघा 5 बिस्वा, खसरा नम्बर 95/1 रकबा 28 बीघा 6 बिस्वा, खसरा नं 111 रकबा 15 बीघा 6 बिस्वा, खसरा नम्बर 112 रकबा 39 बीघा 15 बिस्वा एवं खसरा नम्बर 106 रकबा 23 बीघा 2 बिस्वा का सीमाज्ञान कर अतिक्रमणों को जेसीबी की सहायता से हटाया। उन्होंने बताया कि दोपहर 1:30 बजे से 4 बजे तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही गई लेकिन जेसीबी में डीजल खत्म हो जाने के कारण सम्पूर्ण अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका।
बोलेरोबाइक भिड़ंत में महिला घायल
मालपुरा। लाम्बाहरिसिंहक्षेत्र के आंटोली गांव में गुरूवार को बोलेरो कार एक मोटरसाईकिल में आमने-सामने की जोरदार भिडंत हो गई। हादसे में मोटरसाईकिल सवार एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई जिसे एम्बुलेंस से मालपुरा के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आंटोली गांव में बोलेरो कार मोटरसाईकिल की भिडंत हो गई। हादसे में सिंधोलिया निवासी नाथी पालि नोरत नाथ उम्र 45 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे की सूचना पर लाम्बाहरि सिंह 108 एम्बुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे एमटी इम्तियाज पायलट राधे श्याम ने तत्काल घायल महिला को मालपुरा के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया जहां चिकित्सको ने घायल महिला का उपचार शुरू किया।
टोडाराय सिंह में मूंग खरीद पर किसानों में रोष
टोडाराय सिंह।सरकारी समर्थन मूल्य पर किसानों को मूंग की खरीद हेतु कृषि गौण मंडी में बुलाकर क्रय विक्रय वालों द्वारा उनके मूंग रिजेक्ट कर देने से किसानों में रोष हो गया। इस पर आक्रोशित किसानों ने शुक्रवार को आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली। सूचना पाकर मंडी पहुंचे एसडीएम साधूराम जाट ने वस्तु स्थिति का जायजा लिया और बोर्ड की कमेटी बैठा कर मूंग की मापदण्डनुसार जांच करवाई। तब जाकर सभी किसानों के मूंग पास किए गए।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/raj-oth-mat-latest-malpura-news-061506-256258-nor.html
ग्रामीणों को मिलेगा अपने भूखंडाें का मालिकाना हक
अबतक शहर में रहने वाले लोग अपने भूखंडों के पट्टे लेकर उनकी रजिस्ट्री करवाते थे। वहीं, ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कई लोगाें के पास पट्टे नहीं है। इस वजह सेे उनको बैंकों से ऋण तथा राज्य और केंद्र सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। अब अंबेडकर जयंती से प्रारंभ किए पट्टा वितरण अभियान के जरिए ग्रामीणों को अपने भूखंडों का कानूनी रूप से मालिकाना हक प्राप्त होगा।
राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार पट्टा वितरण अभियान के तहत मिलने वाले पट्टों का पंजीयन एक सप्ताह में कराना होगा ताकि सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी पट्टाधारी को मिल सके। पंजीयन शुल्क 600 रुपए निर्धारित किया है। इस अभियान के लिए प्रति सोमवार एवं शुक्रवार को समस्त पंचायत समितियों की एक-एक ग्राम पंचायत में शिविर लगाए जाएंगे। शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का समाधान उसी दिन किया जाएगा। आवेदनों की संख्या अधिक होने पर समाधान की प्रक्रिया शिविर के अगले दिवस तक जारी रख प्राप्त होने वाले सभी आवेदन का निस्तारण किया जाएगा। पट्टा अभियान के दौरान ग्राम पंचायत में उपलब्ध गैर मुमकिन आबादी भूमि का इंद्राज संबंधित ग्राम पंचायत के नाम दर्ज किया जाएगा। जिन ग्राम पंचायतों के पास आवंटन के लिए आबादी भूमि उपलब्ध नहीं है, उन ग्राम पंचायतों के लिए ग्राम पंचायत क्षेत्र में उपलब्ध सिवायचक राज्य सरकार के स्वामित्व की अन्य उपयोग की भूमि को आबादी उपयोगार्थ परिवर्तन करते हुए आवंटन के लिए ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराई जाएगी। जिन ग्राम पंचायत क्षेत्रों में राजकीय भूमि के रूप में केवल चारागाह भूमि उपलब्ध है, वहां पर आवश्यकतानुसार ग्राम पंचायत के प्रस्तावानुसार भूमि को आबादी भूमि में रूपांतरित कर ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराई जाएगी। इनके अलावा पट्टा अभियान के दौरान समस्त ग्राम पंचायतों को उनकी आबादी भूमि का सीमाज्ञान भी कराया जाएगा। अभियान में व्यक्तिगत दानदाताओं एवं व्यावसायिक घरानों एवं कंपनियों को सामुदायिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत निजी भूमि सार्वजनिक उपयोगार्थ एवं आबादी विस्तार के लिए ग्राम पंचायत को दान दिए जाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए। दान में प्राप्त भूमियों का ग्राम पंचायत के राजस्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाएगा। जिससे प्राप्त भूमि पर पात्र भूमिहीन परिवारों को पट्टा जारी किया जा सके। इधर, कलेक्टर सुधीर शर्मा ने बताया पट्टा वितरण अभियान से अधिकाधिक लोगाें को लाभांवित करवाने के निर्देश उपखंड एवं विकास अधिकारियाें तथा तहसीलदारों को दिए। जिला स्तर से इस अभियान की मॉनीटरिंग की जा रही है।
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/RAJ-BARM-MAT-latest-barmer-news-024002-2408138-NOR.html
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