Sunday, 30 October 2022

एसडीएम को ज्ञापन दिया: नैनवां में चारागाह भूमि पर कब्जा करने के लिए बंबूल हटाने में लगे भूमाफिया

शहर में भूमाफिया चारागाह भूमि पर कब्जा करने के लिए वहां उगे बंबूल उखाड़ने में लगे हुए हैं। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण रोकने के लिए विहिप कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। विहिप प्रतिनिधिमंडल ने बजरंगदल जिला संयोजक लक्की चोपड़ा के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में बताया कि नैनवां के बीजलबा रोड व नगर रोड पर पिछले सात दिन से चारागाह भूमि पर जेसीबी से बंबूल उखाड़ कर अतिक्रमण करने का प्रयास किया जा रहा है। अतिक्रमियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जरूरत है।

चोपड़ा ने कहा कि अतिक्रमण हो रहा था, तब तहसीलदार आए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। 4 ज्ञापन देने वालों में बजरंगदल प्रखंड संयोजक धनराज सैनी, सहसंयोजक सीताराम गुर्जर, संजय नागर, नगर उपाध्यक्ष कुलदीप हाड़ा, नगर सहसंयोजक लोकेश साहू, महंत दयालदास निर्मोही शामिल रहे।

उधर, तहसीलदार महेशचंद्र शर्मा ने बताया कि नगर रोड पर जब वे गए, तब जेसीबी चल रही थी। इस पर जेसीबी को बंद करवाकर जेसीबी चालक को दुबारा जेसीबी नहीं चलाने के लिए पाबंद कर दिया था। एसडीएम शत्रुघ्न गुर्जर ने बताया कि तहसीलदार को चारागाह भूमि पर किसी भी प्रकार का नया अतिक्रमण नहीं होने देने के लिए पाबंद कर दिया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/nainwa/news/land-mafia-engaged-in-removing-bamboo-shoots-to-capture-pasture-land-in-nainwan-130492979.html

Monday, 24 October 2022

गोचर भूमि पर हुए अतिक्रमण से चारे का संकट:चारागाह जमीन पर निर्माण सामग्री डालकर लोग कर रहे अतिक्रमण

जैसलमेर

कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि व ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास स्थित खसरा संख्या 34 में गोचर भूमि पर कुछ लोगों की ओर से अवैध रूप से कब्जा कर दिया गया है। जिससे मवेशी के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो रही है। गांव के रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि तथा ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास खसरा संख्या 34 में चरागाह व आबादी भूमि पर अतिक्रमण हुआ है। 

यहां अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ राजनीति दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं होने से हौसले बुलंद हो रहे हैं। लाठी रेलवे स्टेशन के पास लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम पंचायत लाठी की ओर से रेलवे स्टेशन के पास अतिक्रमणों को 7 सितंबर को चिह्नित कर अतिक्रमियों को नोटिस जारी किए गए थे तथा 3 दिन में स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। 

लेकिन अंतिम नोटिस के 26 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अतिक्रमणों को हटाने की कोई कार्रवाई नहीं की गई है, न ही लोगों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाए हैं। ऐसे में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। साथ ही अतिक्रमणकारियों कि ओर से लगातार अतिक्रमण में बढ़ोतरी की जा रही है। ऐसे में स्थानीय रहवासियों में भारी रोष पर आक्रोश व्याप्त है। लाठी कस्बा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष अलू खां मंगलिया ने बताया कि लाठी कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि व ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास स्थित खसरा संख्या 34 में गोचर भूमि पर लोगों द्वारा की गई। 

अतिक्रमण को हटाने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों की ओर से कलेक्टर, पोकरण उपखंड अधिकारी, ग्राम पंचायत लाठी सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को मौखिक व लिखित रूप से अवगत कराने के बाद भी राजनीतिक दबाव के चलते अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं तथा जगह-जगह उनकी ओर से अतिक्रमण किया जा रहा है। 

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaisalmer/news/people-are-encroaching-by-putting-construction-material-on-pasture-land-130469268.html

Saturday, 22 October 2022

जनसुनवाई और सतर्कता समिति की बैठक: आमजन की सभी समस्याओं का त्वरित निस्तारण करें: कलेक्टर

कलेक्टर कार्यालय के सभागार में गुरुवार काे कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में आमजन की परिवेदनाओं के निराकरण और त्वरित समाधान के लिए जिलास्तरीय जनसुनवाई और सतर्कता समिति की बैठक हुई। सतर्कता समिति की बैठक में कलेक्टर सक्सेना ने प्रकरण सुने और संबंधित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। परिवादी की समस्याओं का तुरंत प्रभाव से निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी मिलकर आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ सुनकर समयबद्ध व त्वरित निस्तारण करें।

जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए परिवादी की समस्याएं सुनी और समाधान के लिए आश्वासन दिया। जमीन आवंटन मामला, पेयजल, कृषि, बिजली कनेक्शन, अतिक्रमण, सरकारी रास्ता पर अतिक्रमण, सड़क निर्माण चारागाह भूमि, नाली निर्माण, पट्टा संबंधित इस प्रकार के कई प्रकरण आए। जिनकी संबंधित विभाग से जानकारी ली और समस्या का समाधान व लंबित प्रकरणों को जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए। जिला परिषद सीईओ उत्साह चौधरी, एडीएम रामचरण शर्मा, डीएसपी बेनीप्रसाद, एसडीएम डाॅ. दिनेश राय सापेला, महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक नंदलाल मेघवाल, सीएमएचओ डॉ. प्रकाशचंद्र शर्मा व सभी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/rajsamand/news/quickly-solve-all-the-problems-of-the-common-man-collector-130465201.html

गोचर भूमि पर हुए अतिक्रमण से चारे का संकट: चारागाह जमीन पर निर्माण सामग्री डालकर लोग कर रहे अतिक्रमण

कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि व ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास स्थित खसरा संख्या 34 में गोचर भूमि पर कुछ लोगों की ओर से अवैध रूप से कब्जा कर दिया गया है। जिससे मवेशी के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो रही है। गांव के रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि तथा ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास खसरा संख्या 34 में चरागाह व आबादी भूमि पर अतिक्रमण हुआ है। यहां अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ राजनीति दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं होने से हौसले बुलंद हो रहे हैं।

लाठी रेलवे स्टेशन के पास लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम पंचायत लाठी की ओर से रेलवे स्टेशन के पास अतिक्रमणों को 7 सितंबर को चिह्नित कर अतिक्रमियों को नोटिस जारी किए गए थे तथा 3 दिन में स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अंतिम नोटिस के 26 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अतिक्रमणों को हटाने की कोई कार्रवाई नहीं की गई है, न ही लोगों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाए हैं। ऐसे में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। साथ ही अतिक्रमणकारियों कि ओर से लगातार अतिक्रमण में बढ़ोतरी की जा रही है। ऐसे में स्थानीय रहवासियों में भारी रोष पर आक्रोश व्याप्त है।

लाठी कस्बा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष अलू खां मंगलिया ने बताया कि लाठी कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोचर व आबादी भूमि व ग्राम पंचायत भादरिया के लोहटा गांव के पास स्थित खसरा संख्या 34 में गोचर भूमि पर लोगों द्वारा की गई। अतिक्रमण को हटाने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों की ओर से कलेक्टर, पोकरण उपखंड अधिकारी, ग्राम पंचायत लाठी सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को मौखिक व लिखित रूप से अवगत कराने के बाद भी राजनीतिक दबाव के चलते अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं तथा जगह-जगह उनकी ओर से अतिक्रमण किया जा रहा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaisalmer/news/people-are-encroaching-by-putting-construction-material-on-pasture-land-130469268.html

धरिया में प्रशासन की मौजदगी में हटा अतिक्रमण

 


This is because of constant efforts of the communities

















Friday, 21 October 2022

ज्ञापन: एकोरासी गांव की चरागाह भूमि पर दबंगों का अतिक्रमण, सौंपा ज्ञापन

गांव एकोरासी की चरागाह भूमि पर दबंगों ने कब्जा किया हुआ है। इससे नाराज काफी ग्रामीण बुधवार को एसडीएम कार्यालय में आए और अतिक्रमण हटवाएं जाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। ग्रामीण विकास, बंशीलाल सोलंकी, विश्वेन्द्र, हनुमत, देवेन्द्र, सुखवीर आदि ने बताया कि चारागाह भूमि पर दबंगों ने अतिक्रमण करते हुए पक्का निर्माण भी कर लिया है।

यही नहीं फसली कार्य भी किया जा रहा है। चरागाह में अतिक्रमण करने से मवेशियों को चारे का संकट खड़ा हो जाएगा। बताया कि अतिक्रमी चारागाह भूमि से हरे पेड़ों की कटाई भी धड़ल्ले से कर रहे है। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचेगा। प्रदर्शन के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/hindaun/news/encroachment-of-bullies-on-pasture-land-of-akorasi-village-memorandum-submitted-130460290.html

Friday, 14 October 2022

प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन: चरागाह से अतिक्रमण हटाने की मांग

चरागाह भूमी पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर श्री आजाद हिन्द गौशाला संस्था नगरफोर्ट के तत्वाधान में गुरूवार को जिला कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है।

टोंक। चरागाह भूमी पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर श्री आजाद हिन्द गौशाला संस्था नगरफोर्ट के तत्वाधान में गुरूवार को जिला कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है। कलक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि पटवार मण्डल नगरफोर्ट के अलग-अलग खसरा में चरागाह की लगभग 25 बीघा भूमि पर अन्य गांव के लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है।

ज्ञापन में बताया कि उक्त अतिक्रमण नगरफोर्ट उनियारा मार्ग से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मांडकला से 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। जो व्यावसायिक व रिहायशी की दृस्टि से काफी कीमती है। ज्ञापन में मांग की है कि चरागाह से अतिक्रमण हटवाया जाए, जिससे क्षेत्र के मवेशी को चारे के अभाव में भटकना नहीं पड़े। ज्ञापन देने वालों में इन्द्रजीत ङ्क्षसह, गणेश गुर्जर, जितेन्द्र ङ्क्षसह, रामराज मीणा, रामराय शर्मा, अरूण बज, ब्रजमोहन, नरेन्द्र मीणा, रामकिशन, नीरज, गोलू नरूका, कुलवीर गुर्जर आदि सहित अन्य लोग मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/demand-for-removal-of-encroachment-from-pasture-7820509

तारबंदी व पत्थर की दीवार बनाकर अतिक्रमण: तहसीलदार ने चारागाह भूमि से हटवाया अतिक्रमण


पाटन क्षेत्र के ग्राम रायपुर पाटन की ढाणी भोजाला में गुरुवार को पाटन तहसीलदार मुनेश सर्वा के नेतृत्व में चारागाह भूमि खसरा नंबर 1341 से जेसीबी चलाकर अतिक्रमण हटवाया गया।

तहसीलदार ने बताया कि राजस्व ग्राम रायपुर के ढाणी भोजाला में चारागाह भूमि खसरा नंबर 1341 में अतिक्रमण कारियों द्वारा कई वर्षों से तारबंदी व पत्थरों की दीवार बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया था। ग्रामीणों द्वारा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने के लिए शिकायत की गई। जिस पर कार्रवाई करते हुए जेसीबी की सहायता से पत्थरों की दीवार को हटा दिया गया और और बाकी अतिक्रमण को भी हटाकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।

साथ ही अतिक्रमण कारियों को दोबारा अतिक्रमण ना करने के लिए भी पाबंद किया गया है। इस दौरान टीम में गिरदावर नेतराम, पटवारी अमर सिंह मीणा व राजस्व कर्मी शामिल रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/patan/news/yellow-claw-on-encroachment-patan-tehsildar-removed-encroachment-from-pasture-land-130435199.html

Thursday, 13 October 2022

चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग: गांव एकोराशी के लोग आक्रोशित, बोले- पंचायत-प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई, एसडीएम को सौंपा

गांव एकोराशी के ग्रामीणों ने मंगलवार को चारागाह भूमि और श्मशान भूमि को अतिक्रमण हटाने की मांग की। इसको लेकर एसडीएम अनूप सिंह को ज्ञापन दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव एकोराशी में लोग मवेशी पालते हैं और अपना जीवन बसर करते हैं। बरसात के दिनों में चारागाह भूमि में मवेशी विचरण करते हैं लेकिन अतिक्रमण कारी मारपीट कर पशुओं को भगा देते हैं। वहीं चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर मकाना निर्माण कर लिया साथ ही फसल भी पैदा कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां से अवैध रूप से मिट्टी सप्लाई की जा रही है, जिससे जगह-जगह गड्डे हो गए। जिनमें पानी भरा रहता है। 3 साल पहले एक बालक इन्हीं गहरे गड्ढों में डूब कर मर गया था। ग्राम वासियों ने आरोप लगाया है कि कई बार विभाग को अवगत कराने के बावजूद पंचायत समिति और प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में खेल मैदान की कमी है। इसलिए चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटा कर जमीन को खेल मैदान के लिए आवंटन करना चाहिए।

इस दौरान ललित सोलंकी, विकास सोलंकी, हनुमत सोलंकी, विश्वेंद्र सोलंकी, जितेंद्र सोलंकी, देवेंद्र सोलंकी, नरदेव, सुनील सोलंकी, राकेश कुमार सोलंकी, बंशीवाल सोलंकी, सुखबीर मौजूद थे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/hindaun/news/people-of-village-ekorashi-angry-said-panchayat-administration-is-not-taking-action-handed-over-to-sdm-130425638.html

Wednesday, 12 October 2022

5 करोड़ की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया

जेडीए ने जोन 12 में बेश कीमती सरकारी चरागाह जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया। इसी जोन में निजी खातेदारी की करीब 4 बीघा कृषि भूमि पर बसाई जा रहीं दो अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त किया गया। जोन 4 में 60 फीट रोड सीमा में बनी टीनशेडनुमा 50 कोठरियां, चाय की थड़ी इत्यादि को ध्वस्त कर रोड सीमा को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।

मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन 12 हाथोज कालवाड़ रोड पर 2 बीघा सरकारी चरागाह भूमि पर 25 साल से कब्जा था। शिकायत प्राप्त होने पर जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने टीनशेड, तिरपाल, पशुओं के बाड़े हटाए। अतिक्रमण मुक्त सरकारी भूमि की अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपए है।

ये भी कार्रवाई की

- जेडीए ने जोन 12 में मुकुंदपुरा रोड भांकरोटा में करीब 2 बीघा कृषि भूमि पर बिना भूरूपान्तरण कराए अवैध कॉलोनी बसाई जा रही थी। दस्ते ने कार्रवाई कर ग्रेवल-मिट्टी की सड़कें अन्य अवैध निर्माण ध्वस्त किया। इसी जोन के साझरिया गांव में अवैध कॉलोनी बसाने के मंसूबों पर पानी फेर दिया।

- जोन 4 में टोक रोड को जोड़ती हुई गोकुल वाटिका कॉलोनी में 60 फीट रोड सीमा को अतिक्रमण मुक्त करवाया।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/jaipur-news/encroachment-free-made-two-bigha-pasture-land-7816934

Friday, 7 October 2022

खनन के विरोध में चारागाह बचाओ संघर्ष समिति का धरना, सांसद सुमेधानंद सरस्वती रहे मौजूद

ग्रामीणों ने कहा कि खनन के पास आबादी बसी हुई है साथ ही मांग की की जल्द से जल्द चारागाह भूमि पर अवैध तरीके से दिए गए पट्टों को निरस्त करवाया जाए और जल्द से जल्द चारागाह भूमि को खनन मुक्त कराएं

Written By- Ashok Singh Shekhawat

Last Updated: Oct 06, 2022


Neemkathan News : राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके के टोडा में नीमकाथाना सड़क मार्ग पर स्थित चारागाह भूमि पर खनन के विरोध में चरागाह बचाओ संघर्ष समिति का धरना लगातार जारी है. धरने स्थल पर सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती भी पहुंचे और ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी ली और समस्या के समाधान का आश्वासन दिया.

ग्रामीणों ने कहा कि खनन के पास आबादी बसी हुई है साथ ही मांग की की जल्द से जल्द चारागाह भूमि पर अवैध तरीके से दिए गए पट्टों को निरस्त करवाया जाए और जल्द से जल्द चारागाह भूमि को खनन मुक्त कराएं और बताया कि यहा से बिना रवना के मिट्टी पत्थरों के डंपर चरागाह भूमि से बिना रवाना के निकल रहे हैं.

हो रहे इस खनन के चारों ओर चारागाह भूमि है और जहां पर खनन हो रहा है,  भूमि भी राजस्व रिकॉर्ड में आज भी चारागाह भूमि दर्ज है, साथ ही प्रशासन से ग्रामीणों ने मांग की है कि इस चारागाह भूमि की सही से जांच कर चारागाह भूमि से निकल रहे खनन कर्ताओं के डंपरों को जल्द से जल्द रोका जाए.

इस मौके पर सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि सीकर जिला कलेक्टर से बात कर कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिया. इस मौके पर पूर्व पाटन प्रधान संतोष गुर्जर ,पाटन प्रधान सुवालाल सैनी ,पूरण सिंह ,जयमल गुर्जर ,रोहतास वर्मा, सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे.

https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/sikar/protest-against-mining-save-pasture-struggle-committee-mp-sumedhanand-saraswati-was-present-neemkathan/1382657

Tuesday, 4 October 2022

राजस्थान उच्च न्यायालय : गोचर भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश की पालना में कार्रवाई करने के आदेश

जोधपुर, 03 अक्टूबर (हि.स.)। 

राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संदीप मेहता एवं कुलदीप माथुर की खण्डपीठ द्वारा जनहित याचिका लादूसिंह व अन्य बनाम राजस्थान राज्य में सुनवाई करते हुए अप्रार्थीगण के द्वारा गोचर भूमि पर किये गये अतिक्रमण को हटाने के आदेश की पालनार्थ कार्यवाही करने के आदेश पारित किये है।

सबाङिया,बिलाड़ा जोधपुर पूर्व में ग्राम संबाडिय़ा तहसील बिलाड़ा, जिला जोधपुर के निवासी लादूसिंह, भंवरसिंह, छोटूसिंह, चैनाराम एवं जोगाराम के अधिवक्ता प्रवीण दयाल दवे एवं रुचि परिहार द्वारा न्यायालय के समक्ष जनहित याचिका प्रस्तुत कर न्यायालय को बताया था कि ग्राम संबाडिय़ा के खसरा नंबर 6,14, 18, 98, 99, 206, 232, 239, 281/3, 289, 292/1 कुल खसरा 11 रकबा 1781.17 बीघा (एक हजार सात सौ इक्यासी बीघा 17 बिस्वा) गौचर भूमि स्थित है, जहां पर गोचर भूमि पर अतिक्रमण कर, मौके पर निर्माण कार्य कर, खेती कर, ट्यूबवेल खोदे जा रहे है, विद्य़ुत कनेक्शन लिये जा रहे है, संपूर्ण चारागाह भूमि पर अतिक्रमण किया जा चुका है, जिसमें वर्तमान सरपंच भी सम्मिलित है।

याचिका में यह भी बताया कि गोचर भूमि पर अतिक्रमण मुक्त करने के संदर्भ में मुख्यमंत्री राजस्थान, उपखण्ड अधिकारी बिलाड़ा, विकास अधिकारी बिलाड़ा, तहसीलदार बिलाड़ा, जिला कलेक्टर जोधपुर को ज्ञापन देने के बावजूद कार्यवाही नही की जा रही है, जिस पर पूर्व में 1 दिसम्बर 2018 को न्यायाधिपति संगीत लोढ़ा एवं दिनेश मेहता द्वारा सुनवाई करते हुए राज्य सरकार व अन्य को नोटिस जारी कर याचिका के लंबित रहते गोचर भूमि पर किसी भी प्रकार के अन्य कार्य पर रोक लगाते हुए गोचर भूमि पर यथास्थिति का स्थगन आदेश जारी किया था। अधिवक्ता दवे ने बताया कि जनहित याचिका की पुन: सुनवाई करते हुए न्यायालय द्वारा 1 दिसम्बर 2018 के आदेश को स्पष्ट करते हुए कहा कि न्यायालय द्वारा रेवेन्यू रिकॉर्ड जो कि गोचर भूमि है, को अन्य उपयोग में न लेने के संदर्भ में पारित किया था, जो आज भी प्रभावी है, पूर्व में न्यायालय द्वारा भूमि की प्रकृति को बनाये रखने के लिये आदेश पारित किया था, न कि भूमि पर अवैध कब्जे बनाये रखने के संदर्भ में किया था।

न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि बिना अधिकार के प्रवेश करने वालों का अनाधिकृत कब्जा गोचर भूमि पर है, तो अप्रार्थीगण अवैध कब्जे को हटाने के संदर्भ में उचित कार्यवाही कर सकते है। इस प्रकार राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा 1 दिसम्बर 2018 को पारित आदेश को स्पष्ट करते हुए 17 जुलाई 2019 को पुन: आदेश कर ग्राम संबाडिय़ा तहसील बिलाड़ा, जिला जोधपुर की कुल 1781.17 बीघा (एक हजार सात सौ इक्यासी बीघा 17 बिस्वा) भूमि पर किये गये अवैध अतिक्रमण को हटाने के संदर्भ में उचित कार्यवाही करने के आदेश दिए थे।


हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

https://www.hindusthansamachar.in/Encyc/2022/10/3/rajasthan-high-court-order-for-gochar-land.php

Saturday, 1 October 2022

सोजत तहसील प्रशासन की सख्त कारवाही, 100 बीघा भूमि को किया अतिक्रमण मुक्त

 


बीलपुर गांव में प्रशासन ने की कार्रवाई:3 बीघा से अधिक चारागाह भूमि से हटवाया अतिक्रमण

धौलपुर

ग्राम पंचायत बीलपुर के गांव बीलपुर में प्रशासन द्वारा लगभग 3 बीघा 10 विस्बा चारागाह भूमि से अतिक्रमण को हटवाया गया है। जानकारी के अनुसार बीलपुर सरपंच बेबी ने बताया कि करीब 15-20 सालों से राजस्व विभाग की चरागाह भूमि पर गांव के ही कुछ दबंगों ने अतिक्रमण कर कब्जा कर रखा था। ग्राम पंचायत द्वारा अतिक्रमणकारियों चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर बार-बार चेतावनी दी जा रही थी, लेकिन दबंगों द्वारा अतिक्रमण को नहीं हटाया गया। 

ग्राम पंचायत की बात को अनसुना किया जिस पर ग्राम पंचायत ने मामले से जिला प्रशासन को अवगत कराया जहां प्रशासन की मदद से शनिवार को 3 बीघा 10 विस्बा चरागाह भूमि को अतिक्रमण कारियों से मुक्त कराया गया। वहीं जेसीबी द्वारा सीमांकन किए गए स्थानों पर गड्ढे खुदबाए गए। अतिक्रमण की कार्रवाई दोपहर करीब 12:30 बजे से देर शाम तक तक चली। कार्रवाई में तहसीलदार गिरदावर एवं विभिन्न पंचायतों के पटवारी तथा मनियां थाना से ईएसआई गिरवर सिंह मय जाब्ता के मौके पर मौजूद रहे।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dholpur/news/encroachment-removed-from-pasture-land-more-than-3-bighas-130388425.html

तहसीलदार ने 70 बीघा चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण

 


टोंक 

चारागाह को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए डिग्गी ग्रामीण उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने कलेक्टर को दिग्गी कस्बे में 21 सौ बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट व कलेक्टर के आदेश के बाद भी चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त नहीं कराया जा सका है। जिस पर दो सप्ताह पूर्व ग्रामीणों ने पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया था. तब प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद नायब तहसीलदार कैलाश नारायण मीणा ने 70 अतिक्रमणों को नोटिस भेजा. 46 व्यक्ति मौके पर उपस्थित हुए और नायब तहसीलदार को भविष्य में चारागाह पर कब्जा न करने का लिखित हलफनामा सौंपा। 

काठमाना ग्राम पंचायत के अरनियाकंकड़ गांव की चरागाह भूमि पर कच्चे और पक्के मकान बनाकर करीब 40 साल से रह रहे ग्रामीणों को तहसील प्रशासन द्वारा मकान खाली करने का नोटिस दिया गया था. नोटिस के विरोध में मानभर देवी ने अधिवक्ता भरत यादव के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की. याचिका में दलील दी गई थी कि ये परिवार करीब 40 साल से यहां रह रहे हैं। जिन्हें सरकार बिजली, पानी, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति महेंद्र कुमार गोयल ने आदेश दिया कि अगले आदेश तक इन परिवारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाये, परिवारों को राहत देने वाले तहसील प्रशासन के नोटिस पर रोक लगा दी गयी है. अर्नियाकनकड चरागाह भूमि पर बसे। 

न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan


https://jantaserishta.com/local/rajasthan/tehsildar-removed-encroachment-from-70-bigha-pasture-land-1616947