Thursday, 28 March 2024

शहरों की 2.5 लाख हैक्टेयर गोचर भूमि पर बस गई अवैध कॉलोनियां

पिछले माह राजस्थान हाईकोर्ट ने मास्टर प्लान की पालना के साथ गोचर भूमि का ब्योरा पेश करने की सख्ती की तो सामने आया कि 18 शहरों की ही ढाई लाख हैक्टेयर चारागाह जमीनों पर अवैध रूप से कॉलोनियां बस चुकी है। शहरी सीमा में आए गांवों की गोचर भूमि पर सैकड़ों की तादाद में कॉलोनियां बस गई। शहरी निकायों ने कागजों में जमीन अपने क्षेत्र में शामिल कर दी, लेकिन उन जमीनों पर लोग अवैध रूप से बसते गए। रेवेन्यू और यूडीएच द्वारा शहरी क्षेत्रों की गोचर भूमि के संकलित किए गए डेटा के अनुसार 1962 से 80 तक शहरी सीमा में करीब ढाई से तीन लाख हैक्टेयर जमीन चारागाह किस्म की थी। लेकिन आज एक भी शहर में 100 हैक्टेयर चारागाह भूमि भी सरकार के कब्जे में या खाली नहीं है। पड़ताल की तो सामने आया कि जेडीए जयपुर, जोधपुर और अजमेर ने पिछले 15 साल में मास्टर प्लान में 800 और गांवों की जमीन प्राधिकरण रीजन में शामिल की, लेकिन इन गांवों की भी चारागाह भूमि संरक्षित नहीं रखी जा सकी। हाईकोर्ट द्वारा गत माह मास्टर प्लान की पालना के साथ 62 साल का गोचर भूमि का जिलेवार ब्योरा मांगने से रेवेन्यू और यूडीएच की सांसें फूल रही हैं। हाईकोर्ट ने इतना ही नहीं गोचर भूमि पर हुए अवैध कब्जों का ब्योरा भी मांगा है। यूडीएच अब राजस्व विभाग को पत्र भेजकर फिर से सभी जिला कलेक्टरों से शहरी सीमा की गोचर भूमि और अवैध कब्जों का ब्योरा मांगने की तैयारी कर रहा है। लेकिन उच्च स्तर से जानकारी मिली है कि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार बचाव की मुद्रा में है कि रिपोर्ट में पूरी जमीनों पर कब्जे का ब्योरा देने पर हाईकोर्ट का अगला कदम जिम्मेदार अफसरों पर भारी पड़ सकता है।

क्या कहा था कोर्ट ने आदेश में

हाईकोर्टने वर्ष 1955 से अब तक करीब 62 साल पुराना पूरे प्रदेश के गोचर भूमि का जिला वार रिकॉर्ड तलब किया है। साथ कोर्ट ने यह जानकारी भी मांगी है कि गोचर भूमि पर कितने लोग अनधिकृत रूप से कब्जा करके बैठे हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में गोचर भूमि पर अनधिकृत कब्जों की जांच तथा इनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई कर इन्हें हटाने के लिए भी कहा था।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/news/raj-bik-mat-latest-bikaner-news-040010-1922685-nor.html

Wednesday, 27 March 2024

चारागाह में चला पीला पंजा और रहे देखते…पढ़ें यह

गांव हो या शहर। सरकारी जमीन खाली नजर आते ही उस पर अतिक्रमण कर लिया जाता है। विशेषकर सिवायचक व चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालों की नजर रहती है। पहले कुछ घास, ईंधन डालकर या पशुओं का बाड़ा बनाकर कब्जा कर लिया जाता है। जब प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं जाता और काबिज हुए लंबा समय हो जाता है तो उस पर पक्का निर्माण भी कर लिया जाता है। ऐसा ही मामला जमालपुर में सामने आने पर वहां पर प्रशासन का पीला पंजा चलाना पड़ा़।

जमालपुर में चारागाह जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को जेसीबी से हटवा दिया।

लक्ष्मणगढ़। क्षेत्र गांव जमालपुर में चारागाह जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को स्थानीय प्रशासन ने बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी की सहायता से हटवा दिया।

पुलिस के अनुसार जमालपुर स्थित लगभग 2 बीघा चारागाह जमीन पर गांव के ही कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था। जिसकी लोगों ने शिकायत की थी। बुधवार को तहसीलदार ममता कुमारी के नेतृत्व में पटवारी व ग्राम विकास अधिकारियों की टीम जमालपुर पहुंची और पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी से चारागाह पर हो रहे निर्माण, ईंंधन सहित अन्य अतिक्रमण को हटवाया। कुछ लोगों ने स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों की समझाइश के बाद स्वयं ही अतिक्रमण हटा लिया।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान तहसीलदार ममता कुमारी, नायब तहसीलदार मुकेश गोयल, पटवारी सिकन्दर, पटवारी भगत चौधरी, सरपंच प्रतिनिधि लियाकत फौजी, ग्राम विकास अधिकारी शिवशंकर चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी पुष्पेन्द्र मीना, पटवारी जितेश कुमार, पटवारी सतेंद्र, कानूगो गौरव कुमार, शिवराज बुंदेला के अलावा पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/alwar-news/yellow-paw-walked-in-the-pasture-and-kept-watching-read-this-news-8789006

Sunday, 24 March 2024

जमालपुर में प्रशासन ने चारागाह की जमीन से अतिक्रमण हटाया


लक्ष्मणगढ़। क्षेत्र के गांव जमालपुर में चारागाह भूमि पर किए गए अतिक्रमण को बुधवार को प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से हटाया। प्रशासन ने करीब 2 बीघा जमीन पर जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया। जानकारी के अनुसार क्षेत्र की ग्राम पंचायत सौराई के गांव जमालपुर में करीब 2 बीघा चारागाह भूमि पर कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण किया हुआ था।

जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने प्रशासन से की। इस पर तहसीलदार ममता ने बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में वीडीओ एवं पटवारी के साथ मिलकर चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण व कब्जे को जेसीबी की मदद से हटाया। इस दौरान नायब तहसीलदार मुकेश गोयल, कानूनगो गौरव कुमार, शिवराज, भगत सिंह, सिकन्दर, जितेश व सतेन्द्र, ग्राम विकास अधिकारी पुष्पेन्द्र मीना व शिवशंकर चौधरी आदि मौजूद थे। लक्ष्मणगढ़. जमालपुर में अतिक्रमण हटाती जेसीबी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/alwar/laxmangarh/news/administration-removed-encroachment-from-pasture-land-in-jamalpur-132785742.html


Thursday, 21 March 2024

चारागाह भूमि पर बना रहे दीवार का काम रोका


सीमाज्ञान में यह खुलासा हुआ

भास्कर न्यूज | इंद्रगढ़ गुढ़ा ग्राम पंचायत के शेरगंज में वन विभाग द्वारा अपनी भूमि से हटकर चारागाह में 700 फीट अंदर जाकर बाउंड्रीवॉल बनाने का कार्य किया जा रहा था। इसकी ग्रामीणों को सूचना मिली तो उन्होंने काम बंद करवाने का प्रयास किया। जब काम बंद नहीं किया तो इंद्रगढ़ तहसीलदार अनिल मीणा को शिकायत दी। बाद में तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी ज्ञानचंद मीणा ने आकर सीमाज्ञान किया। पटवारी के अनुसार वन विभाग द्वारा चारागाह की सीमा में जाकर काम किया जा रहा था, जबकि रिकॉर्ड के अनुसार यह भूमि चारागाह की है। बताया कि यहां पर एक सप्ताह से जेसीबी से नींव खोदी जा रही है। जिसमें लगभग 300 फीट खोदी जा चुकी है। इसमें 50 मजदूर व 10 कारीगरों द्वारा चारदीवारी बनाने का कार्य किया जा रहा हैं। यह बाउंड्री 5 फीट ऊंचाई पर बनाई जा रही है। यह पूरा कार्य वन विभाग द्वारा अंदर जाकर चारागाह की भूमि पर किया है।

गुढ़ा सरपंच शंकरलाल बैरवा और जिपस हेतराम मीणा के साथ ग्रामीणों ने कलेक्टर, जिला परिषद, एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी व रेंजर को शिकायत दी। जिसमें वन विभाग के कृत्य से अवगत करवाया गया है। इसके बाद शुक्रवार को काम बंद करवा दिया है। इस विवादित भूमि के सीमाज्ञान के दौरान पटवारी ज्ञानचंद मीणा, गुढ़ा ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी रौनक गौतम, सरपंच शंकरलाल बैरवा, वन विभाग की ओर से नाकाप्रभारी राजेश कुमार, जिपस हेतराम मीणा, ग्रामीण रामदास मीणा, पिंटूलाल मीणा मौजूद रहे। पटवारी ज्ञानचंद मीना ने बताया कि 700 फीट भूमि वन विभाग द्वारा ली गई है। यह खसरा नंबर शेरगंज में 4 व 2 का है। यह भूमि भी वन विभाग भूमि के नजदीक है। इंद्रगढ़. क्षेत्र के शेरगंज में चारागाह भूमि पर काम करते हुए मजदूर।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/work-on-wall-being-built-on-pasture-land-stopped-132763796.html

Friday, 15 March 2024

चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर व तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन


बसवा (सुमित कुमार बैरवा) आज दिनांक 13 मार्च 2024 को ग्राम पंचायत लीलोज के दर्जन भर लोगों ने उप जिला कलेक्टर  व तहसीलदार  बसवा को ज्ञापन सौंपा जिसमें ग्राम पंचायत लीलोज, लीलोज का गोला, सहित आसपास के चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की साथ ही लीलोज का गोला की चरागाह भूमि का रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं मिलने पर ग्राम वासियों ने तहसीलदार महोदय के समक्ष नाराजगी जाहिर की व चारागाह भूमि से जल्द से  जल्द अतिक्रमण हटाने की मांग की इस दौरान सीताराम गुर्जर राम सिंह गुर्जर रामजीलाल गुर्जर सुमेर गुर्जर शिवशरण गुर्जर जयसिंह गुर्जर सोमानी गुर्जर मूलचंद गुर्जर नंदलाल गुर्जर नरसी गुर्जर शैतान सिंह गुर्जर पिंटू गुर्जर कमल पंडित आदि लोग उपस्थित रहे इस दौरान उप जिला कलेक्टर व तहसीलदार महोदय ने अतिक्रमणियों पर सख्त कार्रवाई करने व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर अस्वस्थ किया

मूल ऑनलाइन लेख - https://gexpressnews.com/36255

Wednesday, 13 March 2024

सरकारी भूमि पर उगाई फसल, प्रशासन ने चलवाई जेसीबी

राजाखेड़ा उपखण्ड की सैकड़ों एकड़ चारागाह और सिवाय चक भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के प्रति आखिरकार उपखंड प्रशासन की निगाह पहुंच गई।

धौलपुर। राजाखेड़ा उपखण्ड की सैकड़ों एकड़ चारागाह और सिवाय चक भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के प्रति आखिरकार उपखंड प्रशासन की निगाह पहुंच गई। मंगलवार को संगठित कार्रवाई में लालपुर हल्के के मड़ई गांव में सैकड़ों बीघा अतिक्रमित भूमि पर खड़ी फसलों को जेसीबी मशीन से नष्ट करवाकर खाली करवा लिया गया।

सरकारी चारागाह जमीन पर पिछले दो दशक में पहली और संगठित कार्रवाई के लिए जिला कलक्टर के निर्देशों पर उपखंड़ प्रशासन की ओर से कई दिनों से तैयारी की जा रही थी। मंगलवार प्रात: उपखंड अधिकारी मनीषा मीणा, तहसीलदार टीकेन्द्र सिंह, वृत्ताधिकारी धौलपुर सुरेश सांखला के साथ थानाधिकारी दिहोली, राजाखेड़ा, मनियां थाना का जाब्ते के साथ मड़ई गांव पहुंचे और जेसीबी की मदद से अतिक्रमित भूमि पर खड़ी फसल को नष्ट करवा दिया गया।

दूर से देखते रहे ग्रामीण

अतिक्रमी किसानो के विरोध की आशंका को लेकर बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। जिसके चलते विरोध तो दूर ग्रामीण आस पास भी नहीं आए और शांति के साथ अतिक्रमण अभियान हटाने की कार्रवाई हो गई।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/dholpur-news/crop-grown-on-government-land-administration-operated-jcb-8770475

Thursday, 7 March 2024

525 बीघा चारागाह पर अतिक्रमण, 10 दिन पहले शिकायत पर नहीं चेता प्रशासन, लोगों ने जाम लगाया, बाजार बंद रखे


नाराजगी में लोगों ने तीन बार चक्काजाम किया

सरकारी सिस्टम में जिम्मेदार आमजन की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। श्रीचारभुजा गोशाला और चारागाह भूमि के अतिक्रमण नहीं हटने के बाद गोसेवकों में आक्रोश पैदा हो गया। बुधवार को अनदेखी के विरोध में लोगों ने धरना देकर प्रदर्शन किया व चक्काजाम कर दिया।

अतिक्रमण हटाने का समर्थन करते हुए व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। अब प्रशासन को प्रदर्शन कारियों ने 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है, अगर फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। क्षेत्र में 525 बीघा चारागाह भूमि पर अवैध कब्जे हो रहे हैं और गोशाला की जमीन पर भी अतिक्रमण करने का आरोप गोसेवकों ने लगाया है।

सुबह गोसेवकों के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग चारभुजा चौक में जमा होकर नारेबाजी करते हुए बाजार में पहुंचे। सदर बाजार, गढ़ चौक, मुख्य बाजार, विवेकानंद सर्किल, बस स्टैंड होते हुए प्रदर्शन कारी थाने के सामने पहुंचे। यहां नारेबाजी तेज हो गई और धरना शुरू कर दिया। धरने के दौरान 30 मिनट तक स्टेट हाइवे 34 पर जाम भी लगाया गया। रोड की दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। थानाधिकारी युद्धवीर सिंह ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी, फिर आश्वासन के बाद जाम हटाया गया। देई में करीब 1600 बीघा चारागाह भूमि है। इनमें से 525 बीघा जमीन पर अतिक्रमण किया जा चुका है। भूमि पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया है। लोगों का कहना है कि सरकारी कर्मियों की मिलीभगत के कारण ही कब्जे हो रहे हैं।

वहीं, गोशाला में अतिक्रमण करने की शिकायत भी गोसेवकों ने दी है। 10 दिन पहले जागरूक गोसेवकों ने अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन दिया। उस समय एसडीएम का पद रिक्त था, ऐसे में दूसरे कर्मियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। वहीं, तत्कालीन सीआई बुद्धराम को भी ज्ञापन सौंपा, दो दिन बाद उनका भी तबादला हो गया। ऐसे में मामला ठंडे बस्ते में चला गया और कार्रवाई नहीं हो पाई। बुधवार को धरना-प्रदर्शन कर जाम लगाया तो जिम्मेदारों की आंखें खुलीं। अब प्रशासन ने तीन दिन में कब्जे हटाने का भरोसा दिलाया है।

नाराज लोगों ने जिम्मेदारों की कार्यशैली के खिलाफ थाने के सामने टेंट लगाकर धरना देना शुरू किया। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहले पहुंचे देई नायब तहसीलदार रामदेव खरेड़िया, करवर नायब तहसीलदार पृथ्वीसिंह ने गोसेवकों व आमजन से वार्ता की, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद नैनवां उपखंड अधिकारी दीपक मित्तल पहुंचे और प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की। एक घंटे चली वार्ता के बाद भी सहमति नहीं बनी। विधायक अशोक चांदना पहुंचे। अधिकारियों ने समय मांगा तो उनको तीन दिन का टाइम दिया है। चांदना ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे स्वयं धरने पर बैठेंगे। इसके बाद धरना समाप्त किया गया।

रात को मीटिंग, गोसेवक के साथ मारपीट का आरोपी गिरफ्तार चारभुजा चौक पर मंगलवार रात को बड़ी संख्या में लोगों की मीटिंग हुई। इसमें प्रशासन को चेताने के लिए बाजार बंद कर धरना-प्रदर्शन पर सहमति बनी। गोशाला में गोसेवा करने वाले गोपाली सैनी के साथ मारपीट करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गोसेवक थाने पहुंचे। थानाधिकारी युद्धवीर सिंह ने तुरंत जाब्ता भेजकर आरोपी को गिरफ्तार करवाया और धरना खत्म कराया। पुलिस ने बाक्यां निवासी कैलाश मीना (35) पुत्र छीतरलाल को शांतिभंग में गिरफ्तार किया।

गोसेवकों ने अधिकारियों से कहा कि अगर 9 मार्च की रात तक अतिक्रमण नहीं हटाए गए तो 10 मार्च को फिर प्रदर्शन होगा। अतिक्रमण वाली जगहों पर जाकर तारबंदी की जाएगी। इसका प्रशासन जिम्मेदार होगा।

मैंने दो दिन पहले ही ज्वॉइन किया है। अतिक्रमण हटाने के मामले में लोगों से हमारी बातचीत हुई है। उनकी समस्या का 3 दिन में समाधान करवा दिया जाएगा।

- दीपक मित्तल, एसडीएम, नैनवां

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/dai-road/news/encroachment-on-525-bigha-pastureland-administration-did-not-alert-on-complaint-10-days-ago-people-blocked-the-market-kept-the-market-closed-132686203.html

चारागाह भूमि से हटाया अतिक्रमण


रटलाई। क्षेत्र की खेरिया पंचायत के बांसखेड़ी गांव में बुधवार को राजस्व विभाग व पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया।

बांसखेड़ी गांव की चारागाह भूमि के खसरा संख्या 49 में कुछ लोग अतिक्रमण कर काश्त कर रहे थे। बकानी तहसीलदार के आदेश पर बुधवार को नायब तहसीलदार योगेंद्र यादव के निर्देशन में अतिक्रमी पहले समझाया, लेकिन उसने अतिक्रमण नहीं हटाया।

इस पर प्रशासन ने सावल मशीन से चारागाह भूमि पर खाई खोदकर बेदखल किया। तथा दुबारा अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत दी। इस दौरान भू अभिलेख निरीक्षण जयराज मण्डोत, श्याम पाटीदार, पटवारी छगनलाल व एएसआई दिनेश यादव मय पुलिस जाब्ते के मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/kota/ratlai/news/encroachment-removed-from-pasture-land-132683891.html

Wednesday, 6 March 2024

चारागाह भूमि पर अवैध कब्जों का विरोध: स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर धरने पर बैठे गौसेवक, अतिक्रमण हटाने की मांग


बूंदी के देई नगर पालिका क्षेत्र में चारागाह भूमि काे अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग को लेकर गौ सेवकों ने बुधवार को स्टेट हाईवे 34 पर जाम लगा दिया। इस दौरान अतिक्रमण के विरोध में देई कस्बे के बाजार भी बंद करवा दिए। गौसेवकों ने इस मामले मे पहले भी ज्ञापन देकर प्रशासन को अवगत करवाया था। फिलहाल नैनवां एसडीएम मौके पर है गौसेवकों और एसडीएम के बीच में वार्ता चल रही है।

देई में चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों के विरोध और अतिक्रमण हटाने में प्रभावी कार्रवाई नहीं होने के चलते ग्रामीणों ओर गौ सेवको में भारी रोष फैल गया। गौ सेवकों व ग्रामीणों ने थाने के सामने स्टेट हाईवे 34 पर थोड़ी देर के लिए जाम लगा दिया। जाम के चलते यातायात बाधित होने लगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा ईश की, लेकिन नाराज लोग नहीं माने और धरने पर बैठ गये। बाद में नैनवां एसडीएम दीपक मित्तल भी मौके पर पहुंचे और लोगो से समझा ईश की। एसडीएम व गौसेवकों के बीच फिलहाल वार्ता चल रही है। दरअसल विवाद गोशाला से जुड़े दो पक्षों के बीच है। इस बात लेकर पहले भी प्रशासन को अवगत करवाया गया था।

इसलिए बढ़ा विवाद

चारभुजा गोशाला के गोसेवक और महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज के बीच डोम निर्माण कार्य को लेकर विवाद हुआ। बाद में लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया। कस्बे वासियों का कहना है कि गोशाला संबंधी किसी भी विवाद में प्रशासन को दखल देकर निर्माण रोकना चाहिए। इस दिशा में कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने आन्दोलन की चेतावनी दी थी और पूरे विवाद की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।

इस बारे में महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज का कहना है कि उनके द्वारा बेसहारा गौवंश के लिए व्यवस्था कर रखी है। गोशाला वाले उन गायों को अंदर नहीं लेना चाहते हैं, पानी के लिए बनी खेळ हटाना चाहते हैं। इसके चलते विवाद बढ रहा है। उधर श्री चारभुजा गोशाला के अध्यक्ष योगेन्द्र जैन ने बताया कि गोशाला परिसर में गोवंश के लिए डोम निर्माण करवाया जा रहा है। महाराज द्वारा डोम निर्माण को रुकवाया है। हमारे द्वारा महाराज के आश्रम के पास कोई कार्य नहीं किया जा रहा है, कार्य गोशाला में ही किया जा रहा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/bundi-protest-against-illegal-occupation-of-pasture-land-132682472.html

Monday, 4 March 2024

आमेट के चांपा का गुड़ा से हटाया अतिक्रमण: 96 हेक्टेयर गोचर भूमि को किया मुक्त, पशुओं के लिए नहीं थी जगह


आमेट उपखंड मुख्यालय के बीकावास पंचायत के चांपा का गुड़ा में 96 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। तहसीलदार देवालाल भील ने बताया कि गांव के मवेशियों के चरने के लिए छोडी गई सरकारी चरागाह भूमि और सरकारी बिलानाम भूमि पर गांव के लोगों द्वारा अवैध अतिक्रमण कर बाडे बना दिए गए हैं। जिससे गांव में बिल्कुल ही गोचर भूमि खाली नही रही है। इस कारण गांव के पशुओं के चरने और घूमने फिरने के लिए बिलकुल भी जमीन नहीं है। अतिक्रमण के कारण गांव के पशुओं के लिए चारागाह भूमि समाप्त हो चुकी थी।

जिस पर बिकावास पंचायत के चांपा का गुड़ा के ग्रामीणों द्वारा एक ज्ञापन दिया गया। जिस पर आज जिला कलक्टर द्वारा एक आदेश प्राप्त हुआ। जिस पर आज पुलिस प्रशासन के साथ कार्रवाई करते हुए 96 हेक्टेयर भूमि, 380 बीघा राजकीय भूमि बिलानाम और चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया।

कार्रवाई के दौरान ये रहे उपस्थित

इस दौरान तहसीलदार देवलाल भील, सहायक उप निरीक्षक लाला, ग्राम पंचायत सचिव प्रमोद दशोरा, भू अ नी इम्तियाज मोहम्मद, पटवारी बलवीर सिंह, अरुण सिहाग सहित कर्मचारी और पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद रहा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/rajsamand/amet/news/encroachment-of-amets-champa-removed-from-guda-132673143.html

Friday, 1 March 2024

मोखमपुरा में अतिक्रमण पर कार्रवाई: कांटों की बाड़ और मिट्टी की दीवार बनाकर 15 बीघा जमीन पर कर रखा था अतिक्रमण


रूपनगढ़ उपखंड क्षेत्र के मोखमपुरा गांव में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर मालिकाना हक जमाने के अतिक्रमण कारियों के मंसूबों पर उपखंड प्रशासन ने पीला पंजा चला दिया। उपखंड प्रशासन के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में जेसीबी की सहायता से 15 बीघा भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया।

तहसीलदार हितेश चौधरी ने बताया कि लंबे समय से मोखमपुरा गांव की चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत कर सरकारी जमीन को कब्जे में करने की शिकायतें मिल रही थी। इस पर नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में मोखमपुरा ग्राम की चारागाह भूमि की करीब 15 बीघा भूमि अतिक्रमण कारियों के चंगुल से मुक्त करवाई गई। इस भूमि पर लोगों ने कांटों की बाड़ बनाकर व मिट्टी की पाळ बनाकर अतिक्रमण कर रखा था।

जिस समय प्रशासन दल-बल के साथ अतिक्रमण हटवाने के लिए मौके पर पहुंचा, तब लोगों की भीड़ जुट गई। कुछ लोगों ने हल्का विरोध किया, लेकिन उन्हें समझाइश कर मामला शांत किया गया। अमरपुरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी सूरज नारायण यादव ने जेसीबी उपलब्ध करवाई और जेसीबी की सहायता से कांटों की बाड़ तथा मिट्टी की अस्थाई दीवार हटाकर चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। इस दौरान प्रशासन की ओर से अतिक्रमण कारियों को दोबारा इस भूमि पर अतिक्रमण नहीं करने के लिए पाबंद भी किया गया।

इस कार्रवाई के दौरान गिरदावर रमेश चंद, पटवारी बनवारी, पटवारी शकराम धूण, पटवारी महेंद्र सिंह, पटवारी अवनीश और पुलिस जाप्ते में कांस्टेबल किशोर कुमार, प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल अनिता मीना मौके पर मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/ajmer/kishangarh/news/action-on-encroachment-in-rupangarh-132658192.html