Saturday, 27 May 2023

ग्रासलैण्ड एवं वेटलैण्ड विकास हेतु 50 करोड़ की स्वीकृति

 By Editor in Chief- RS Thapa

 MAY 27, 2023


ग्रासलैण्ड एवं वेटलैण्ड विकास हेतु 50 करोड़ की स्वीकृति

  • मुख्यमंत्री ने किया प्रस्ताव का अनुमोदन
  • 7800 हैक्टेयर क्षेत्र में होगा चारागाह विकास एवं वृक्षारोपण
  • विश्व प्रसिद्ध सांभर झील का होगा विकास

जयपुर,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में ग्रासलैण्ड एवं वेटलैण्ड विकास के विभिन्न कार्यों के लिए 50 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को स्वीकृति दी है।

उक्त स्वीकृत राशि में से प्रदेश के 22 वन मण्डलों में 7800 हैक्टेयर क्षेत्रफल में चारागाह विकास एवं वृक्षारोपण कार्यों के लिए 40 करोड़ रुपए, सांभर झील के विकास एवं प्रबंधन के लिए 9 करोड़ रुपए तथा कोटा (कनवास रेंज) के लिए 1 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यह राशि पर्यावरण प्रबंधन कोष से उपलब्ध करवाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी।

https://doordrishtinews.com/approval-of-50-crores-for-grassland-and-wetland-development/rs-thapa/

Thursday, 25 May 2023

चारागाह जमीन व स्कूल के लिए आवंटित जमीन पर अतिक्रमणकारियों की नजर

डूंगरपुर। आसपुर अनुमंडल क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटिसौर में ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि व विद्यालय के लिए आवंटित भूमि पर अतिक्रमणकारियों की नजर है। दोनों जमीनों पर ईंट-पत्थर डालकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। कटिसौर ग्राम पंचायत के पास आसपुर सागवाड़ा मुख्य मार्ग पर सिलरिया घाटी में पशु चराने के लिए चारागाह भूमि है। जिस पर ग्राम पंचायत द्वारा पौधारोपण, नाली व अन्य विकास कार्य कराया गया है। पंचायत द्वारा नरेगा के तहत लाखों रुपए खर्च कर हर साल इस जमीन पर पौधारोपण व जल संचयन के कार्य भी किए जाते रहे हैं, लेकिन पिछले पंद्रह दिनों से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ईंटें लगाकर अतिक्रमण करने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्व में मंदिर निर्माण के लिए निर्माण सामग्री डालकर ग्राम पंचायत द्वारा आवंटित इस चरागाह भूमि पर एक समाज द्वारा कब्जा करने का प्रयास करने पर ग्राम पंचायत द्वारा कार्य रोक दिया गया था। निर्माण सामग्री हटाई गई।

 मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/national/encroachers-keep-an-eye-on-the-land-allotted-for-pasture-land-and-school-2372083


Wednesday, 24 May 2023

गोचर से हटाने के निर्देश अन्यथा होगी कार्रवाई

संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक में जिले में गोचर भूमि की उपलब्धता और इन भूमियों पर विभिन्न योजनाओं के तहत करवाए जा रहे कार्यों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओम प्रकाश, एडीएम (सिटी) पंकज शर्मा, देवकिशन चांडक, अंशुमान सिंह भाटी, सूरजमाल सिंह नीमराना, बंशीलाल तंवर और प्रताप सिंह गोगी आदि मौजूद रहे। संभागीय आयुक्त ने बताया कि जिले में गोचर और ओरण भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए सघन कार्यवाही की जा रही है। पूरे संभाग में इन भूमियों पर किए गए कब्जे स्वयं हटाने के लिए निर्देशित किया गया है। अन्यथा कब्जा हटाने का पैसा कब्जाधारी से वसूला जाएगा। साथ ही उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

संभागीय आयुक्त ने बताया कि बीकानेर जिले की 25 ग्राम पंचायतों में गोचर अथवा ओरण भूमि पर अतिक्रमण हटाकर मनरेगा के तहत 32 मॉडल चारागाह विकास के कार्य करवाए जा रहे हैं। इनके लिए 1114.32 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत कुल 864.32 हेक्टेयर क्षेत्र में चारागाह विकास किया जाएगा। इसी प्रकार सुजानदेसर गोचर के संरक्षण और विकास के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत वन विभाग और नगर निगम द्वारा कार्य करवाए जा रहे हैं। इसके तहत यहां 1 लाख पौधों की पौधशाला तैयार की जाएगी। इसके लिए 11.49 लाख रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत ही यहां की सैर पर क्षेत्र में 18 हजार पौधे रोपित करने के लिए 158 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं जुलाई माह के अंत तक अथवा वर्षा प्रारंभ होने पर यहां वृक्षारोपण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसी प्रकार इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत ही नगर निगम द्वारा सुजानदेसर स्थित एसटीपी के पास नाडी खुदाई के दो कार्य करवाए जा रहे हैं। इन पर लगभग 3 करोड रुपए होंगे। इसके तहत वृक्षारोपण और पशुओं के पीने के लिए जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा।

ग्राम शरह नथानिया गोचर भूमि के मध्य चल रही फील्ड फायरिंग रेंज का आवंटन निरस्त करने के संबंध में उपयुक्त वैकल्पिक भूमि का चयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम शरह नथानिया के पास पत्थर व्यवसाय हेतु सचिव नगर विकास न्यास को आवंटित की गई थी। इस भूमि को पुनः गोचर दर्ज करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र राज्य सरकार की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए निवेदन किया गया है। वर्तमान में यह कार्यवाही राज्य सरकार स्तर पर लंबित है।

संभागीय आयुक्त ने बताया कि जिले में चारागाह विकास, चारागाह भूमियों को अतिक्रमण मुक्त करने, जल एवं भूमि संरक्षण हेतु कार्यों के चिन्हीकरण तथा जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के साथ समन्वय करने के साथ चारागाह विकास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला, ब्लाक और ग्राम पंचायत स्तर पर जिला प्रमुख, प्रधान और सरपंच की अध्यक्षता में बंजर भूमि और चारागाह विकास समितियों का गठन किया गया है। यह समितियां समय-समय पर इन कार्यों की समीक्षा करती हैं। आगामी बरसात के मौसम को देखते हुए इन समितियों को और अधिक सक्रियता से कार्य के लिए प्रेरित किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि ग्राम शरह नथानिया में गोचर भूमि के मध्य चल रही फील्ड फायरिंग रेंज का आवंटन निरस्त करने तथा उपयुक्त वैकल्पिक भूमि चयन संबंधी कार्यवाही जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक द्वारा संबंधित विभागों के समन्वय से नियमानुसार की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.lionexpress.in/instructions-to-remove-encroachment-otherwise-action-will-be-taken/

Sunday, 21 May 2023

आसपुर में अतिक्रमियों के हौंसले बुलंद: सरकारी जमीन और स्कूल के खेल मैदान पर डाले ईंट, पत्थर

आसपुर उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कतिसौर में ग्राम पंचायत की चारागाह जमीन व स्कूल के लिए आवंटित जमीन पर अतिक्रमणकारियों की नजर है। दोनों जमीनों पर पत्थर, ईट डालकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।

कतिसौर ग्राम पंचायत को आसपुर सागवाड़ा मुख्य सड़क पर सिल्यारिया घाटी में पशुओं के चरने के लिए चारागाह भूमि है। जिस पर ग्राम पंचायत द्वारा पौधारोपण, नाली व अन्य विकास किए गए है। इस जमीन पर पंचायत द्वारा नरेगा के लाखों रुपए खर्च कर प्रति वर्ष पौधारोपण व जल ग्रहण के कार्य भी करवाए गए है, लेकिन विगत पंद्रह दिन पूर्व अज्ञात व्यक्ति द्वारा ईट डालकर अतिक्रमण करने के प्रयास किए जा रहे है।

ग्राम पंचायत की इस चारागाह आवंटित भूमि पर एक समाज द्वारा पूर्व में मंदिर निर्माण के लिए निर्माण सामग्री डाल कर अतिक्रमण करने के प्रयास के बाद ग्राम पंचायत द्वारा काम को रुकवा दिया गया था। निर्माण सामग्री हटा ली गई थी।

स्कूल मैदान पर भी हुआ अतिक्रमण

सरकार द्वारा बालकों के शारीरिक विकास के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए मैदान के लिए राशि स्वीकृत कर मैदानों का रूप संवारा जा रहा है। कतिसौर के खेल मैदान को करीब बीस वर्ष से सुध नहीं ली गई। जिसके चलते हाल में पूरे मैदान में बबूल उग आए है। वहीं, इस स्कूल के मैदान पर पत्थर, ईट डालकर अतिक्रमण कर लिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण हटवाने के लए हटवाने को लेकर एमएलए, तहसीलदार तक को जानकारी दी गई परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई ।

कमलेश त्रिवेदी वीडीओ ग्राम पंचायत कतिसौर ने बताया कि वैसे जहां ईट डालकर अतिक्रमण किया है वो चरागाह जमीन है। वैसे मैं अभी हड़ताल पर हूं। आने के बाद पटवारी से सीमांकन करवाता हूं। अतिक्रमण को हटाया जाएगा। ​​​​​​​

कतिसौर उमावि​​​​​​​ पीईईओ ​​​​​​​रतनजी प्रजापत ​​​​​​​ने बताया- इस मैदान को लेकर नवंबर में एमएलए साहब ने तहसीलदार जी को कहा था। अभी महंगाई राहत शिविर में प्रार्थना पत्र दे रहा था, पर पटवारी जी ने कहा कि ये मामला मेरे ध्यान में है। एक दिन समय निकाल कर सीमांकन कर लूंगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dungarpur/aspur/news/bricks-and-stones-thrown-on-government-land-and-school-playground-131317477.html

Friday, 19 May 2023

चारागाह भूमि पर बनी गौशाला को प्रशासन ने हटाया: जेसीबी से तोड़ा अतिक्रमण, ग्राम पंचायत सचिव को सौंपा कब्जा


भवानीमंडी में चारागाह भूमि पर बनी अवैध गौशाला को प्रशासन और पुलिस ने ध्वस्त किया। एसडीएम कमल कुमार मीणा ने बताया कि भवानी मंडी पंचायत समिति के कुंडीखेड़ा ग्राम पंचायत के बांडिया बाग के पास चारागाह भूमि पर अवैध गौशाला बना रखी थी। जिसे सुनेल निवासी हिस्ट्रीशीटर भेरू गुर्जर संचालित कर रहा था।


गौशाला को लेकर कई बार लोगों और समाज सेवकों ने शिकायत और ज्ञापन भी दिए गए थे। जिसके चलते तहसीलदार ने कार्रवाई कर भेरू गुर्जर को नोटिस जारी किया गया था। जहां नोटिस के बाद भी अवैध तरीके से गौशाला संचालित हो रही थी। जिसको लेकर आज प्रशासन ने अवैध रूप से 2 बीघा चारागाह भूमि पर संचालित हो रही गौशाला पर बनी बाउंड्री वाल और कमरे को जेसीबी और प्रशासन की सहायता से ध्वस्त किया गया है।

मीणा ने बताया कि इस भूमि पर भेरू गुर्जर और उसके साथियों द्वारा एक कमरा बनाकर कथित गौशाला के नाम से कब्जा किया जा रहा था। जहां अवैध कब्जे को हटवाकर जमीन ग्राम पंचायत सचिव को सौंपी गई। इस दौरान पुलिस जाप्ते के साथ पुलिस उपाधीक्षक किशोर सिंह चौहान और प्रशासनिक अमला मौजूद था।

भवानीमंडी में चारागाह भूमि पर बनी अवैध गोशाला पर प्रशासन ने चलाया बुल्डोजर


झालावाड़/भवानीमंडी, (अ.सलीम मंसूरी)। कस्बे के बाडिया बाग रोड़ पर स्थित गोपाल गोशाला के समीप चारागाह भूमि में बनी विवादित निजी गोशाला (Disputed private cowshed built in pasture land) पिछले कई दिनों से विवादों के कारण सुर्खियों में चल रही है। जिस पर रविवार का स्थानीय प्रशासन की मोजूदगी में बुल्डोजर चलाकर जमीन को अतिक्रमण मुक्त (Land encroachment free by driving bulldozer) कराया।

कुछ दिन पूर्व गोशाला की जमीन को लेकर आपसी विवाद में दो पक्षों के बीच लड़ाई झगडा भी हुआ था। जिसके चलते गोशाला में एक पक्ष द्वारा आग लगा दी गई थी जिससे गोशाला में रखा चारा और मोटरसाइकिल को जला दिया गया था सूचना मिलने पर पुलिस ने आग पर काबू पाया और तुरंत कार्यवाही कर दी। पुलिस ने तुरंत 34 लोगो को डिटेन कर लिया गया था।

इसीलिए प्रशासन ने नोटिस की कार्यवाही करने के बाद रविवार को उपखंड अधिकारी कमल कुमार मीणा एवं तहसीलदार सत्यनारायण नरवारिया एवं किशोर सिंह चौहान व्त्ताधिकारी की मौजूदगी में विवादित जमीन पर बनी गोशाला को पुलिस जाब्ते के साथ जेसीबी मशीन की मदद से ध्वस्त करवा दिया गया। पुर्व में हुए दो पक्षों के विवाद के चलते मुख्य आरोपी अभी फरार है, पुलिस ने बताया की जल्द ही आरोपी को टीमों का गठन कर गिरफ्तार किया जावेगा और उचित कार्यवाही अमल में लाई जावगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/bhawani-mandi/news/the-administration-demolished-the-alleged-cowshed-built-on-the-pasture-land-possession-was-done-illegally-131309563.html

मूल ऑनलाइन लेख - https://citynewsrajasthan.com/administration-fired-bulldozer-on-illegal-cow-shed-built-on-pasture-land-in-bhawanimandi

Monday, 15 May 2023

आदेश: एसडीएम-तहसीलदार को एक माह में सरकारी भूमि को खाली कराने के आदेश

सिकंदरा थानांतर्गत गांगदवाड़ी गांव स्थित चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के मामले में मंगलवार को एडीजे कोर्ट ने दो अलग-अलग अपीलों को खारिज करते हुए एसडीएम एवं तहसीलदार को एक माह में सरकारी भूमि को खाली कराने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने अधीनस्थ न्यायालय के फैसले पर मोहर लगाकर अतिक्रमियों की सजा को बरकरार रखा है।
अपर लोक अभियोजक ताराचंद गुर्जर ने बताया कि जनवरी 2013 में सिकराय नायब तहसीलदार ने सिकंदरा थाने में मामला दर्ज कराया था कि अतिक्रमी शिंभू, बिरदा व छोट्या निवासी गांगदवाड़ी ने चारागाह खसरा 11 4 रकबा दो बीघा दो बिस्वा तथा कजोड़मल ने एक बीघा एक बिस्वा भूमि पर फसल काश्त कर बोरिंग व मकान का निर्माण कर रखा है। अतिक्रमियों को निश्चित सुनवाई का अवसर देकर 15 दिन में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अतिक्रमियों ने सरकारी भूमि से कब्जा नहीं हटाया। नायब तहसीलदार की रिपोर्ट पर पुलिस ने राजस्थान भू राजस्व अधिनियम के अंतर्गत अतिक्रमियों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया।

जिस पर अधीनस्थ न्यायालय ने सभी अतिक्रमियों को 6-6 माह के साधारण कारावास एवं एक हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई थी। उन्होंने बताया कि न्यायालय के फैसले के विरूद्ध अतिक्रमियों ने एडीजे कोर्ट में अपील कर रखी थी। जिस पर मंगलवार को सुनवाई के दौरान एडीजे प्रदीप कुमार ने अतिक्रमियों की दो अलग-अलग अपील को खारिज कर अधीनस्थ न्यायालय के फैसले पर मोहर लगाते हुए अतिक्रमी बिरदा की मौत होने की वजह से कार्रवाई ड्रॉप कर शिंभू, छोट्या एवं कजोड़मल मीना निवासी गांगदवाड़ी की सजा बरकरार रखते हुए एसडीएम एवं तहसीलदार को एक माह में भूमि को खाली कराने के आदेश दिए हैं

 मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/sikrai/news/sdm-tehsildar-ordered-to-vacategovernment-land-in-a-month-131291683.html

आदेश: एसडीएम-तहसीलदार को एक माह में सरकारी भूमि को खाली कराने के आदेश

सिकंदरा थानांतर्गत गांगदवाड़ी गांव स्थित चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के मामले में मंगलवार को एडीजे कोर्ट ने दो अलग-अलग अपीलों को खारिज करते हुए एसडीएम एवं तहसीलदार को एक माह में सरकारी भूमि को खाली कराने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने अधीनस्थ न्यायालय के फैसले पर मोहर लगाकर अतिक्रमियों की सजा को बरकरार रखा है।

अपर लोक अभियोजक ताराचंद गुर्जर ने बताया कि जनवरी 2013 में सिकराय नायब तहसीलदार ने सिकंदरा थाने में मामला दर्ज कराया था कि अतिक्रमी शिंभू, बिरदा व छोट्या निवासी गांगदवाड़ी ने चारागाह खसरा 11 4 रकबा दो बीघा दो बिस्वा तथा कजोड़मल ने एक बीघा एक बिस्वा भूमि पर फसल काश्त कर बोरिंग व मकान का निर्माण कर रखा है। अतिक्रमियों को निश्चित सुनवाई का अवसर देकर 15 दिन में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अतिक्रमियों ने सरकारी भूमि से कब्जा नहीं हटाया। नायब तहसीलदार की रिपोर्ट पर पुलिस ने राजस्थान भू राजस्व अधिनियम के अंतर्गत अतिक्रमियों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया।

जिस पर अधीनस्थ न्यायालय ने सभी अतिक्रमियों को 6-6 माह के साधारण कारावास एवं एक हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई थी। उन्होंने बताया कि न्यायालय के फैसले के विरूद्ध अतिक्रमियों ने एडीजे कोर्ट में अपील कर रखी थी। जिस पर मंगलवार को सुनवाई के दौरान एडीजे प्रदीप कुमार ने अतिक्रमियों की दो अलग-अलग अपील को खारिज कर अधीनस्थ न्यायालय के फैसले पर मोहर लगाते हुए अतिक्रमी बिरदा की मौत होने की वजह से कार्रवाई ड्रॉप कर शिंभू, छोट्या एवं कजोड़मल मीना निवासी गांगदवाड़ी की सजा बरकरार रखते हुए एसडीएम एवं तहसीलदार को एक माह में भूमि को खाली कराने के आदेश दिए हैं।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/sikrai/news/sdm-tehsildar-ordered-to-vacate-government-land-in-a-month-131291683.html

Thursday, 11 May 2023

चरागाह व बांध की भूमि से प्रशासन ने हटाया कब्जा, सरकारी भूमि से उजाड़ी लाखों रुपए की खरबूजा-तरबूज की फसल

The administration removed the encroachment from the land of pasture and dam, the melon-watermelon crop worth lakhs of rupees destroyed from the government land

पांच ट्रेक्टर व दो जेसीबी से खुदवाई 160 बीघा की फसल

पुलिस जाप्ते के साथ मौजूद रहे एसडीएम व तहसीलदार खबर का असर

हिण्डौनसिटी. उपखंड क्षेत्र के राजस्व गांव कोटवास में करीब 160 बीघा सरकारी भूमि को प्रशासन ने बुधवार को दबंगों के कब्जे से मुक्त करा दिया। भारी पुलिस जाप्ते की तैनाती के बीच प्रशासन के दस्ते ने पांच ट्रैक्टर व 2 जेसीबी मशीन से चरागाह भूमि में अवैध रूप से की जा रही करीब 5 लाख रुपए खरबूजा, ककड़ी, तरबूज व खीरा की फसल को उजाड़ दिया। कब्जेधारियों ने प्रशासन के समक्ष हल्का विरोध जताया। कार्रवाई के दौरान एसडीएम सुरेश कुमार हरसोलिया व सूरौठ तहसीलदार गजानंद मीणा मौजूद रहे।

कोटवास गांव की चरागाह व जगर बांध क्षेत्र की भूमि को खीपकापुरा के कई दबंगों द्वारा कस्बा कर उत्तर प्रदेश के खेतीहर किसानों को भाड़े के मामले में पत्रिका ने 9 मई के अंक में ‘160 चरागाह और बांध की भूमि पर बनाए खेत, उगा रहे सब्जी तरबूज शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशित होने के हरकत में आए जिले व उपखण्ड प्रशासन के निर्देश पर सूरौठ तहसीलदार गजानंद मीणा ने 9 मई को ही 3 भू अभिलेख निरीक्षकों सहित 10 सदस्यीय टीम को गठन किया। साथ ही बुधवार को सरकारी भूमि के कब्जामुक्त कराने की त्वरित कार्ययोजना तय की। गौरतलब कि ग्रामपंचायत कोटावास के तत्कालीन सरपंच लोकेश कुमार जाटव के नेतृत्व देवीसिंह, पन्नालाल, भंवर सिंह, बृजेश, गजेन्द्र, हुकम, नत्थीलाल, भगवान सिंह, श्याम सिंह आदि लोगों ने भरतपुर के संभागीय आयुक्त से करीब 160 बीघा सरकारी भूमि पर कब्जा कर खेत बनाने व भूतिहार किसानों को किराए पर देने की शिकायत की थी। लेकिन उस दौरान संभागीय आयुक्त के निर्देश के बावजूद कार्रवाई नहीं हो सकी। पत्रिका में समचार प्रकाशन के बाद प्रशासन ने सरकारी भूमि को कब्जा मुुक्त करवा दिया। कार्रवाई के दौरान मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे।

दस्ता देख मचा हडकम्प-

अमले के साथ प्रशासन के दस्ते को आया देख भाड़े पर भूमि लेकर खेती कर रहे भूमिहार किसानों में हड़कम्प मच गया। पक कर तैयार हुए लाखों रुपए की फसल को नष्ट होता देख किसानों के आंसू निकल पड़े। किसानों की सूचना पर मौके पहुंचे कब्जेधारियों ने कार्रवाई का विरोध जताया। लेकिन सूरौठ व हिण्डौन से पहुंचे पुलिस जाप्ते की तैनाती देख समझाइश पर दूर हो गए। इस दौरान तत्कालीन सरपंच सरपंच लोकेश जाटव ने आरोप लगाया कि मामले में शिकायत करने पर कब्जाधारियों द्वारा उसे धमकाया जा रहा है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/karauli-news/the-administration-removed-the-encroachment-from-the-land-of-pasture-a-8232182

Wednesday, 10 May 2023

चारागाह भूमि पर प्रशासन की मौजूदगी में चला पीला पंजा

थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव मे स्थित 112 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार को प्रशासन की मौजूदगी में जेसीबी का पीला पंजा चला।

चारागाह भूमि पर प्रशासन की मौजूदगी में चला पीला पंजा

देई। थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव मे स्थित 112 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार को प्रशासन की मौजूदगी में जेसीबी का पीला पंजा चला। पांच जेसीबी से चारागाह पर डोलबंदी की गई। लेकिन पक्ïके आवासीय आशियानों को छोड दिया गया।

अतिक्रमण हटाने के लिए नैनवां तहसीलदार महेश शर्मा, देई नायबतहसीलदार संग्राम सिंह गुर्जर, थानाधिकारी बुद्धराम जाट, पुलिस जाप्ता व बूंदी से अतिरिक्त पुलिस का जाप्ता मौजूद रहा। चारागाह से करीब 25 वर्षों बाद अतिक्रमण हटाया गया। गुदादेवजी सरपंच पुष्पेन्द्र मीना ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार तारीखे तय हुई। लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा। अब जाकर ग्राम पंचायत की शिकायत पर अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमियों ने श्मशान भूमि पर जाने वाले रास्ते तक पर अतिक्रमण कर लिया था।

ऐसे मे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड रहा था। हाईकोर्ट से पक्ïके अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया जाएगा। अतिक्रमण हटने से ग्रामीण अपने पशुओं को चरा सकेंगे। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी कन्हैयालाल गौतम, वार्ड पंच नरेश नागर, बाबूलाल बैरागी सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे। यहां पर भी हटाओ अतिक्रमण देई कस्बे मे भी लोगो ने चारागाह भूमि पर से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

लोगो ने बताया कि सौलह सौ बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण व अवैध खनन किया जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व केशवनगर के लोगो ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर पास की चरागाह भूमि पर झींकरे के लिए अवैध खनन करने वालो के खिलाफ ज्ञापन दिया था। इससे पूर्व गौसेवको ने स्टेट हाईवे 34 पर देई नैनवां के बीच चक्का जाम कर अतिक्रमण हटाने की मांग की थी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/bundi-news/bundi-news-bundi-rajasthan-news-rajesthan-patrika-news-administration-8231021

अतिक्रमण हटवाया: ग्रामीणों की मांग पर खेल मैदान व चरागाह भूमि का सीमाज्ञान करवाया, पुलिस-प्रशासन के सहयोग से हटवाया अतिक्रमण


टोडाभीम ग्राम पंचायत मंडेरू में स्थित खेल मैदान व चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने की लंबे समय से चल रही ग्रामीणों की मांग पर पुलिस व प्रशासन ने मंगलवार को सीमाज्ञान कर ग्रामीणों के द्वारा किए गए अस्थाई अतिक्रमणों को जेसीबी की सहायता से हटवाया गया। थानाधिकारी बृजेश कुमार मीना सहित अबजीत कुमार मीना के नेतृत्व में गांव मंडेरु पहुंची राजस्व विभाग की टीम के द्वारा विद्यालय के खेल मैदान व खाली पड़ी चारागाह भूमि का राजस्व विभाग की टीम के द्वारा सीमाज्ञान कर उक्त भूमि पर ग्रामीणों के द्वारा किये गए अवैध रुप से किये गए अस्थाई अतिक्रमण को हटवाकर खाली कराया गया।

ग्राम पंचायत प्रतिनिधि अमृतलाल मीना ने बताया कि गांव के युवाओं की मांग पर पुलिस प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम से सीमाज्ञान करवाकर मंगलवार को अतिक्रमियों के विरूद्ध कार्रवाई कर अतिक्रमण हटवाएं गए। गांव मंडेरु में टोडाभीम थानाधिकारी बृजेश कुमार मीना, बालघाट थानाधिकारी अबजीत कुमार मीना के नेतृत्व में पहुंचे प्रशासनिक अमले ने विद्यालय के खेल मैदान व चरागाह भूमि पर किये अवैध अतिक्रमण को हटवाकर खाली कराया गया।

हिंडौन सिटी| करौली मार्ग पर हिंडौन आगार से आगे कुछ लोगों की ओर से टीनशेड डालकर किए गए अतिक्रमण को मंगलवार को नगर परिषद की टीम ने हटाने की कार्यवाही की है। टीम प्रभारी सोहनलाल ने बताया कि अतिक्रमण को हटाने के लिए सभापति और आयुक्त के निर्देश पर टीम गठित कर करौली मार्ग पर जलसेन पाल पर किए अतिक्रमण उड़न दस्ता के साथ मौके पर जाकर हटाया गया। इस दौरान सहायक अभियंता महेन्द्र सिंह, विनोद शर्मा, सुन्दर, खेमराज, प्रकाश आदि उपस्थित रहे।

ग्रामीणों की मांग पर खेल मैदान व चारागाह भूमि का सीमांकन कर पुलिस-प्रशासन ने हटवाया अतिक्रमण

करौली। करौली टोडाभीम ग्राम पंचायत मंडेरू स्थित खेल मैदान व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर मंगलवार को पुलिस व प्रशासन ने जेसीबी की मदद से ग्रामीणों द्वारा किए गए अस्थाई अतिक्रमण को सीमांकन कर हटा दिया. थानाध्यक्ष बृजेश कुमार मीणा एवं अभिजीत कुमार मीणा के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ग्राम मांडेरू पहुंची और राजस्व विभाग की टीम द्वारा उक्त भूमि पर ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से किये गये स्कूल के खेल मैदान एवं खाली चारागाह भूमि का सीमांकन किया. अस्थाई अतिक्रमण हटाकर खाली कराया गया।

ग्राम पंचायत प्रतिनिधि अमृतलाल मीणा ने बताया कि गांव के युवाओं की मांग पर पुलिस प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम से सीमाओं का पता करवाया और मंगलवार को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर अतिक्रमण हटवाया. टोडाभीम थानाधिकारी बृजेश कुमार मीणा, बालाघाट थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार मीणा के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला मांडेरू गांव पहुंचा और स्कूल के खेल के मैदान व चारागाह की जमीन पर से अवैध कब्जा हटाकर खाली कराया. हिंडौन सिटी| हिंडौन आगर के आगे करौली रोड पर टीनशेड लगाकर कुछ लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई मंगलवार को नगर परिषद की टीम ने की है. टीम प्रभारी सोहनलाल ने बताया कि अध्यक्ष व आयुक्त के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गठित कर करौली मार्ग पर जलसेन पाल पर से उड़नदस्ता सहित मौके पर ही अतिक्रमण हटाया गया. इस दौरान सहायक अभियंता महेंद्र सिंह, विनोद शर्मा, सुंदर, खेमराज, प्रकाश आदि मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख -https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/news/on-the-demand-of-the-villagers-the-demarcation-of-the-sports-ground-and-pasture-land-was-done-the-encroachment-was-removed-with-the-help-of-the-police-administration-131263601.html
मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/local/rajasthan/police-administration-removed-the-encroachment-by-demarcating-the-playground-and-pasture-land-on-the-demand-of-the-villagers-2321096

अतिक्रमण हटाया: चारागाह की 120 बीघा भूमि से हटाया अतिक्रमण

उपखंड क्षेत्र की गुढ़ादेवजी ग्राम पंचायत के गणेशपुरा गांव में चारागाह भूमि पर पिछले कई सालों से दबंगों ने अतिक्रमण कर रखा था। जिसे बुधवार को राजस्व विभाग ने पुलिस जाब्ते की मदद से हटाया दिया। सुबह 10 बजे तहसीलदार महेश शर्मा, देई एसएचओ बुद्वाराम जाट, सरपंच पुष्पेंद्रकुमार मीना, ग्राम विकास अधिकारी कन्हैयालाल गौतम, नायब तहसीलदार संग्रामसिंह, कानूनगो बाबूलाल, पटवारी राधेश्याम मीना, परमानंद गोचर, पंच नरेश धाकड़, बाबूलाल वैरागी, करवर, नैनवां व देई पुलिस का जाब्ता 7 जेसीबी लेकर गणेशपुरा गया, जहां चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की।

गुढ़ादेवजी सरपंच पुष्पेंद्रकुमार मीना ने बताया कि गणेशपुरा गांव में 120 बीघा चारागाह भूमि पर दबंगों ने अतिक्रमण कर रखा था। अतिक्रमी चारागाह में फसलें कर रहे थे। अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत द्वारा कई मर्तबा प्रशासन को ज्ञापन दिया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर राजस्व विभाग पुलिस जाब्ता नहीं मिलने की कहकर तारीख बढ़ाता रहा। आखिर बुधवार को पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने पुलिस जाब्ते की सहायता से भूमि का सीमाज्ञान कर 120 बीघा चारागाह से अतिक्रमण हटा दिए।

 मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/nainwa/news/encroachment-removed-from-120-bighas-of-pasture-land-131268984.html

Thursday, 4 May 2023

और नदी में ऐसा गरजा ‘पीला पंजा’ दो मीटर तक किए अतिक्रमण को किया ध्वस्त…देखे वीडियो

अलवर। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की मानवीय हरकतें थमने का नाम नहीं लेती। लालच में आकर सार्वजनिक भूमि, सिवायचक, चारागाह यहां तक पहाड़ व नदियों को भी नहीं छोड़ा जा रहा। इन पर अतिक्रमण कर न केवल इनका स्वरूप बिगाड़ रहे हैं, बल्कि जल प्रवाह का निकास भी बाधित कर देते हैं। ऐसे ही एक प्रकरण में नदी क्षेत्र में गुरुवार को पीला पंजा गरजा। जिले के नारायणपुर कस्बे के बानसूर सडक़ मार्ग पर नदी में होरे निर्माण कार्य पर गुरुवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इसे जेसीबी से ध्वस्त करा दिया। नदी के खसरा नंबर 3971 में करीब दो मीटर तक अतिक्रमण किया हुआ था। जिसे मशीन से हटाया गया। कई दिनों से यह अतिक्रमण चर्चा का विषय बना हुआ था। जिसे आज तोड़ देने से लोगों ने चैन की सांस ली है।

गौरतलब है कि नदी में निर्माण रुकवाने को लेकर बुधवार को पूर्व मंत्री डॉ। रोहिताश्व शर्मा धरना पर बैठे थे। प्रशासन ने पूर्व मंत्री डॉ. शर्मा को आश्वासन के बाद धरना समाप्त करवाया था। पूर्व में जो निर्माण कार्य कई दिनों से बंद पड़ा हुआ था, लेकिन बुधवार को फिर से निर्माण कार्य शुरू हो गया था। निर्माण कार्य शुरू होने से कुछ लोग व जनप्रतिनिधियों ने अपराह्न साढ़े तीन बजे तहसील परिसर के सामने पूर्व मंत्री डॉ। रोहिताश्व शर्मा के साथ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था। उपसरपंच आकाश अग्रवाल, वार्ड पंच व ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन के दौरान नाराजगी जताई थी। पूर्व मन्त्री डॉ। रोहिताश्व शर्मा ने एसडीएम सुनील कुमार से मिलकर मामले से अवगत कराया। एसडीएम के समझाइश कर काम रोकने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया था। गुरुवार को नदी में दो मीटर पक्का निर्माण कार्य को जेसीबी लगाकर कर हटवाया गया है। पूर्व मंत्री डॉ। शर्मा ने कहा कि न्यायालय की शरण में जाएंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे तथा गलत इन्द्राज को निरस्त करवाया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/alwar-news/and-the-yellow-paw-thundered-in-the-river-demolished-the-encroa-8216971

Wednesday, 3 May 2023

भू- माफियाओं पर कार्रवाई: सरकारी जमीन पर कब्जे की कोशिश, जेसीबी जब्त, ड्राइवर हिरासत में, मालिक की तलाश

कब्जे की नीयत से बड़गांव स्थित यूआईटी की सरकारी खातेदारी जमीन पर बुलडोजर चलाना ड्राइवर को भारी पड़ गया। यूआईटी ने मौका कार्रवाई कर बुलडोजर जब्त कर लिया और ड्राइवर प्रकाश को पुलिस के हवाले कर दिया। उसके खिलाफ अंबामाता थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई।

यूआईटी के तहसीलदार बिमलेंद्रसिंह राणावत ने बताया कि राम गिरि की जमीन कभी बड़गांव पंचायत की खातेदारी में चारागाह भूमि के रूप में दर्ज थी। हस्तांतरण के बाद यह यूआईटी के कब्जे में है।

बुधवार सुबह सूचना मिली कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा जेसीबी चलवाकर जमीन को समतल करने की कोशिश की जा रही थी। सूचना पर टीम पहुंची और कार्रवाई की। तब वहां खसरा नंबर 176 में बुलडोजर चल रहा था।

आरोपी चालक को पकड़ लिया है। अब जेसीबी नंबर के आधार पर इसके मालिक तक पहुंचने के प्रयास कर रहे हैं। मालिक का पता चलने के बाद उस व्यक्ति तक पहुंचने के प्रयास करेंगे, जिसके इशारे पर सरकारी जमीन पर अवैध खुदाई हो रही थी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/udaipur/news/attempt-to-capture-government-land-jcb-seized-driver-in-custody-search-for-owner-131242686.html

धार्मिक क्षेत्र की चारागाह भूमि पर अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास बनाने का विरोध

दौसा कलेक्टर से सनातन समाज दौसा के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन में बताया कि दौसा हमेशा से सामुदायिक सदभाव और सामाजिक समरसता की भूमि रही है। इसमें अपने धार्मिक विश्वास के आधार पर मिलजुल कर चलने की परम्परा रही है। पिछले कुछ साल से राजस्थान में भी धार्मिक कट्टरता बढ़ती जा रही है। उदयपुर करौली और जोधपुर आदि स्थानों पर हुई साम्प्रदायिक घटना चिंताजनक है। दौसा में स्वयंभू भगवान गुप्तनाथ और श्रीराम मंदिर का धार्मिक क्षेत्र सदियों पूर्व से ही बना हुआ है। मंदिर के क्षेत्र से लगता हुआ गायों के लिए चारागाह और पानी पीने के लिए तालाब बना हुआ है, जिसे गौशाला में रहने वाले गोवंश के लिए उपयोग किया जाता रहा है।

गोवंश के लिए चारागाह सुरक्षित रखा गया था। इस धार्मिक क्षेत्र की चारागाह भूमि खसरा नम्बर 4169/2132 रकबा 3.23 है। इसमें से 0.30 हेक्टेयर भूमि अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास के भवन निर्माण भूमि आवंटित कर दी गई है।चुपचाप ही बिना शिलान्यास किए अल्पसंख्यक बालिकाओं के लिए छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है, जिसका सनातन समाज को पता चलने पर तीव्र आक्रोश व्याप्त हो गया है। धार्मिक क्षेत्र के चारागाह में किसी धर्म विशेष के लिए बनाए जाने वाले छात्रावास के कारण धार्मिक सदभाव बिगड़ने की सम्भावना है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://7indian.com/news.php?id=opposition-to-the-construction-of-minority-girls-hostel-on-the-pasture-land-of-religious-area-425968

Monday, 1 May 2023

मंदिर के पास हॉस्टल निर्माण का विरोध: गोवंश के लिए रिजर्व चारागाह में गुपचुप कराया निर्माण, जगह बदलने की मांग


दौसा जिला मुख्यालय पर गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के पास चारागाह भूमि में अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास को भूमि आवंटन के आदेश निरस्त करवाने की मांग को लेकर मंगलवार को लोगों ने मुख्यमंत्री ने नाम कलेक्टर कमर चौधरी को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया कि दौसा में हमेशा सामुदायिक सद्भाव और सामाजिक समरसता रही है। लेकिन कुछ वर्षों से राजस्थान में भी धार्मिक कट्टरता बढ़ती जा रही है, जिसमें उदयपुर, करौली व जोधपुर आदि स्थानों पर हुई साम्प्रदायिक घटनाएं चिंताजनक हैं।

उन्होंने बताया कि भगवान गुप्तनाथ और श्रीराम मन्दिर के श्री क्षेत्र के पास गोवंश के लिए चारागाह व पानी का तालाब बना हुआ है। जिसे गोशाला के गोवंश के लिए उपयोग किया जाता रहा है तथा गोवंश हेतु चारागाह सुरक्षित रखा गया था।

गुपचुप तरीके से निर्माण कराने का आरोप

ज्ञापन में बताया है कि प्रशासन द्वारा उक्त धार्मिक श्री क्षेत्र की चारागाह भूमि में से अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास के भवन निर्माण हेतु भूमि आवंटित की गई है और गुपचुप तरीके से शिलान्यास किए बिना ही निर्माण किया जा रहा है। जिसका सनातन समाज को पता चलने पर रोष व्याप्त हो गया है।

ऐसे में चारागाह में बनाए जा रहे छात्रावास के कारण सद्भाव बिगड़ने की सम्भावना है क्योंकि गायों के लिए चारागाह की भूमि पर वर्ग विशेष का छात्रावास बनाया जा रहा है जिसके कारण भविष्य में गंभीर समस्याएं खड़ी होने की संम्भावना है। ऐसे में इस आवंटन को निरस्त किया जाना चाहिए।

अल्पसंख्यक क्षेत्र में ही बने हॉस्टल

लोगों ने मांग की है कि अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास का स्थान परिवर्तन कर अल्पसंख्यक क्षेत्र में ही आबादी क्षेत्र में भूमि आवंटित कर निर्माण किया जाए। इस दौरान सनातन समाज के बैनर तले जिलाध्यक्ष रामनिवास मीना, नरेन्द्र जोशी, पूर्व जिला संयोजक अमित गुमानपुरा, सीपी शर्मा, अरविन्द कुमार मीणा, वेदाल शर्मा, रामचरण मीणा, नीरज तिवाडी आदि मौजूद रहे।

इनपुट: भास्कर जैमन

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/allegations-of-secret-construction-in-reserve-pasture-for-cattle-demand-to-change-the-place-131235976.html