Thursday 19 October 2023

अजमेर पुलिस ने भारी भरकम जाप्ते के साथ पहुंच कर जेसीबी आदि की सहायता से हटाया अतिक्रमण

राजस्थान के अजमेर जिले के ब्यावर में बिजयनगर तहसील क्षेत्र पालिका पैराफेरी क्षेत्र के बरल द्वितीय में स्थित चरागाह भूमि से प्रशासन व पुलिस ने भारी भरकम जाप्ते के साथ पहुंच कर जेसीबी आदि की सहायता से अतिक्रमण हटाया.

राजस्थान के अजमेर जिले के ब्यावर में बिजयनगर तहसील क्षेत्र पालिका पैराफेरी क्षेत्र के बरल द्वितीय में स्थित चरागाह भूमि से प्रशासन व पुलिस ने भारी भरकम जाप्ते के साथ पहुंच कर जेसीबी आदि की सहायता से अतिक्रमण हटाया और बिजयनगर नगर पालिका पैराफेरी क्षेत्र के पशु चिकित्सालय और जैन मंदिर के पास में स्थित लगभग 5 बीघा चरागाह भूमि पर पीला पंजा चलाकर अतिक्रमण हटाया. इस दौरान मसूदा एसडीएम भरत राज गुर्जर तहसीलदार शिल्पा चौधरी डिप्टी राजेश कसाना ईओ अभिषक शर्मा बिजयनगर मसूदा थानाधिकारी मय पालिका व पुलिस की भारी भरकम टीम मौजूद थी.

तहसीलदार शिल्पा चौधरी ने बताया की जिला कलक्टर ब्यावर व मसूदा उपखण्ड अधिकारी के निर्देश पर बरल द्वितीय में स्थित चारागाह भूमि पर कुछ लोगों द्वारा दिवार बनाकर व ताराबंदी करके अतिक्रमण किया जा रहा था. अतिक्रमियों को नोटिस देकर पांबद किया गया इसके बावजूद लगातार अतिक्रमण किया जा रहा था जिसको पालिका प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन की भारी भरकम टीम के माध्यम से आज हटाया गया.

वहीं आमजन का कहना है की बरल द्वितीय के सरपंच व पंचायत छोटे मोटे अतिक्रमण को तुरन्त हटाने के लिए मौके पर पहुंच जाता है आखिर इतने बडे एरिया में हो रहे अतिक्रमण पर बरल द्वितीय पंचायत ने ठोस कार्रवाई क्यों नही की ये सोचने वाली बात है.

मूल ऑनलाइन लेख - https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan/ajmer/ajmer-police-arrived-with-heavy-force-and-removed-encroachment-with-help-of-jcb/1922664

Tuesday 17 October 2023

चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटाने को तहसीलदार करें कार्रवाई: कोर्ट

हाईकोर्ट ने मालपुरा उपखंड के दो गांव सीतारामपुरा व आमली पुरोहितान की चारागाह जमीन पर अतिक्रमण से जुड़े मामले में मालपुरा तहसीलदार को निर्देश दिया है कि वे प्रार्थियों के प्रतिवेदन पर कार्रवाई करें। जस्टिस एमएम श्रीवास्तव व प्रवीर भटनागर की खंडपीठ ने यह निर्देश गांव सीतारामपुरा के ग्रामीण तेज सिंह व अन्य रामधन बैरवा की पीआईएल का निस्तारण करते हुए दिया।

अधिवक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि दोनों गांव की चारागाह जमीनों पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर कच्चे व पक्के निर्माण कर लिए हैं। इन अतिक्रमणों को हटाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय प्रशासन सहित अन्य अफसरों को प्रतिवेदन दिया, लेकिन अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए चारागाह जमीन से अतिक्रमण हटवाने का निर्देश दिया जाए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/tehsildar-should-take-action-to-remove-encroachment-from-pasture-land-court-132002571.html

Thursday 5 October 2023

सरकारी भूमि को बचाने सरपंच पति दो युवकों के साथ पानी की टंकी पर चढ़ा, मौके पर पुलिस- प्रशासन ने संभाला मोर्चा

 


ग्रामीण बोले- टंकी पर चढ़े लोग राजनीति से प्रेरित

उपखंड की ग्राम पंचायत के चांदसेन में श्यामपुरा कलां रोड पर सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के मुद्दे को लेकर प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने तथा अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से नाराज चांदसेन सरपंच कौशल्या मीणा के पति महेश मीना भोपा अपनी मांग को मनवाने के लिए शोले फिल्म के वीरू की तर्ज पर जमात स्थित नवीन बस स्टैंड पर बनी 20 मीटर ऊंची पानी की टंकी पर सुबह 5:30 बजे चढ़ गए। उन्होंने चांदसेन की जमीन को भू माफियाओं से बचाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़कर न्याय की गुहार लगाई।

महेश मीणा ने बताया कि सन 90-91 में उक्त भूमि चारागाह थी। वर्ष 2002 में आवंटन हुई है। इसलिए पट्टे कानूनी रूप से मान्य नहीं है। गत वर्ष दिसंबर माह में उन्होंने उनकी पत्नी के साथ टंकी पर चढ़कर न्याय की गुहार की थी, तब प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा दिया था। मगर 12 महीने होने को आए प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। मजबूर होकर उनका पानी की टंकी पर चढ़ना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटेंगे कार्रवाई नहीं होगी वे टंकी पर ही चढ़े रहेंगे।

उनके एक साथी राहुल यादव की तबीयत खराब हो गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम नरेंद्र मीणा के कार्यालय में महेश मीना समर्थकों के साथ वार्ता कर समझाइश की गई। एसडीएम नरेंद्र मीणा ने बताया कि मामले को लेकर हाई कोर्ट में प्रक्रिया जारी है। कमेटी गठन करने का निर्णय लिया गया है। कमेटी मामले की जांच करेगी तथा उक्त भूमि पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो इसके लिए अधिकारी को निर्देश दे दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि टंकी पर चढ़े युवक महेश मीणा सहित अन्य लोगों को उतारने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। दूसरी तरफ चांदसेन ग्राम पंचायत के एससी एसटी व दलित समुदाय के लोगों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कहा है कि टंकी पर चढ़कर प्रशासन को दबाव में लेने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत चांदसेन द्वारा सन 90-91 में महावर समाज के लोगों को पट्टे देकर कब्जा दिया था तब से पट्टा धारी लोग मकान बनाकर निवास कर रहे हैं ।

मगर उनको बेदखल करने के लिए कुछ लोग पानी की टंकी पर चढ़कर प्रशासन को दबाव में लेकर तुड़वाने की कार्रवाई करना चाहते हैं ।

दलित समाज के लोगों के साथ अन्याय होगा। पुनी राम, चांदलाल, कजोड़, मदन, नंदा, गोपी राम, राम किशन सहित अनेक लोगों ने कहा है कि टंकी पर चढ़े लोग राजनीति से प्रेरित हैं । गत दिनों तेजाजी महाराज की शोभायात्रा के दौरान हुई मारपीट की घटना के लेकर जाती सूचक शब्दों के इस्तेमाल को ले कर दर्ज मुकदमा से बचने के लिए दबाव बनाने की राजनीति है। उन्होंने बताया कि मकान को नहीं तोड़ने के संबंध में हाईकोर्ट द्वारा स्थगन आदेश पूर्व में जारी है । उन्होंने टंकी पर चढ़े मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/lalsot/news/to-save-government-land-sarpanchs-husband-climbed-the-water-tank-with-two-youths-police-and-administration-took-charge-on-the-spot-131942436.html

Wednesday 4 October 2023

85 बीघा चरागाह जमीन पर अतिक्रमण का विरोध: ग्रामीण बोले- हरे पेड़ों के कटाई कर दी, कमरे बनाकर पक्का निर्माण खड़ा किया


हिंडौन के गांव भंगों स्थित 85 बीघा चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर पक्के निर्माण की शिकायत को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया है। ग्रामीणों ने शिकायत कर अतिक्रमण हटाने की प्रशासन से मांग की है।

इस दौरान अतिक्रमण की शिकायत लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों में अजब सिंह, निहाल सिंह, सुमेर सिंह ने ज्ञापन दिया। जिसमें बताया कि ग्राम पंचायत की 85 बीघा चरागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। जिसमें हरे पेड़ों की कटाई कर जमीन को समतल कर दिया। इसी के साथ चरागाह भूमि पर मकान, कमरें बनाकर पक्का निर्माण खड़ा कर दिया।

इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय परिसर में सामूहिक प्रदर्शन भी किया। साथ ही बताया कि गांव की 85 बीघा चरागाह भूमि पर गांव के मवेशी चराई करते थे, लेकिन उक्त चारागाह भूमि पर 25 परिवारों ने अवैध अतिक्रमण कर निर्माण करने से पशु चारा की भी परेशानी होने लगी है।

ज्ञापन देने वालों में अजब सिंह, जगराम, सुमेर सिंह, स्वरूप सिंह, चरण सिंह, रामकेश, भूपेंद्र, दरब सिंह, मुंशी, यादराम, रमेश, हरि सिंह, भगवान सिंह, जयनिवास, शेर सिंह, मुंशी पर्वत सिंह सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/karauli/hindaun/news/protest-against-encroachment-on-85-bigha-pasture-land-131939579.html