Wednesday, 9 August 2023

चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए चलाया बुलडोजर

साढ़े 5 सौ बीघा भूमि पर कर रखा है अतिक्रमण

दूदू पत्रिका। इलाके की ग्राम पंचायत पड़ासौली के गांव नयागांव की चरागाह भूमि पर हो रखे अतिक्रमण को हटाने बुधवार को प्रशसन ने बुलडोजर चला दिया।

जानकारी के अनुसार नयागांव की करीब 550 बीघा चरागाह भूमि पर लोगों ने बाडे बनाकर व फसलें बुवाई कर अतिक्रमण कर रखा था। ग्रामीणों ने गौचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की तहसीलदार से मांग की थी।

तहसीलदार के आदेश की पालना मे ग्राम पंचाय पड़ासौली के सरपंच रायचंद चौधरी एवं ग्राम के वार्ड पंच श्योकरण निठारवाल और नारायण शर्मा के साथ ही ग्रामीणों व युवाओ के सहयोग से जेसीबी से अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू किया गया। सरपंच चौधरी ने बताया 550 बीघा चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जावेगा। ताकि मवेशियों के लिए चारा उपलब्ध हो सके।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/bassi-news/bulldozer-run-to-remove-encroachment-from-pasture-land-8422365

Monday, 7 August 2023

चरागाह भूमि पर अवैध खनन व अतिक्रमण को लेकर दिया ज्ञापन

आसींद - रूपलाल प्रजापति

जिले क़ि बदनोर तहसील भोजपुरा ग्राम पंचायत की सरकारी चरागाहा भूमि आराजी नंबर 5 रकबा 15.80 हेक्टर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है जिस पर गांव के ही वह अन्य गांव के कुछ लोगों ने अवैध अतिक्रमण कर रखा है और उस पर अवैध रूप से खनन कार्य हो रहा है गोवलिया क़ि अवैध खनन व अतिक्रमण को हटाने को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोंपा।

ज्ञापन में बताया कि गोवलिया गांव चारागाह भूमि पर हो रहे अवैध खनन में राजनीतिक रसूख के चलते प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है जिससे कि बेचारे पशु भूखे प्यासे मरने को मजबूर हो रहे हैं और खनन कार्य किया जा रहा है जगह-जगह अवैध खनन से बड़े-बड़े खड्डे हो गये है लेकिन पूर्व में भी उपखंड क्षेत्र के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अवैध खनन रुकवाने बाबत कई-कई बार ज्ञापन दिया राजू प्रजापत ने बताया कि भोजपुरा ग्राम पंचायत की भूमि पर अवैध खनन अतिक्रमण चारागाह भूमि पर खड़े पेड़ पौधों को अतिकर्मियों द्वारा ने जे.सी.बी चलाकर साफ कर दिया है इस प्रकार हरे वृक्षों को काटना भी गैरकानूनी है व पर्यावरणीय की क्षति है अत: प्रशासन हमें सहयोग करें हमारा गांव कृषि के साथ-साथ मुख्य रूप से पशुपालक से अपनी जीविका चलाता हैं वह चारागाहा भूमि पर हो रहे इस तरह के विवादों से हमारी आजीविका पर संकट मंडराने लगा है भोजपुरा सरपंच महावीर प्रजापत ने बताया कि हमारे गांव की चारागाह भूमि पूर्व से ही गरीब से गरीब परिवार के जीवन यापन के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही है जहां पर अपने जानवरों को चराकर वह चारा व पापड़ी प्राप्त करके अपने पालतू पशुओं को पालन में सहयोग मिल पाया है इस गोवलिया की चारागाह भूमि पर हो रहे इस तरह के विवाद को रोकने हेतु जिला कलेक्टर आशीष मोदी को ज्ञापन दिया यह गोचर भूमि है इस विवाद को रोकने हेतु प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए!

मूल ऑनलाइन लेख - https://bhilwarahalchal.com/Memorandum-given-regarding-illegal-mining-and-encroachment-on-pasture-261500?infinitescroll=1


Sunday, 6 August 2023

मुंडलिया खेड़ी तालाब से लगातार व्यर्थ बह रहा पानी: किसानों ने पानी रोकने और चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग


झालरापाटन सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों ने मुंडलिया खेड़ी तालाब से लगातार व्यर्थ बह रहे जल की निकासी पर रोक लगाने तथा तालाब की सरकारी चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

किसानों और पशुपालकों ने बताया कि इस समय मुंडलिया खेड़ी तालाब लबालब भरा हुआ है। जिसके बांध के गेट और वेस्ट वियर से रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। सिंचाई विभाग ने तालाब के पानी को रोकने के लिए वेस्ट वियर पर रेत के कट्टे भी नहीं डलवाए हैं। जिससे तालाब का पानी लगातार खाली हो रहा है और इस स्थिति के चलते कुछ दिनों बाद यह तालाब पूरी तरह से खाली हो जाएगा। तालाब के पास बेला की बरड़ी स्थित सरकारी व चरागाह भूमि पर लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है। जिससे पशुओं के चरने के लिए जगह नहीं बची है। जिससे यहां के पशुओं को पीने के पानी और चराई के लिए भटकना पड़ रहा है।

पशुपालकों ने बताया कि तालाब की जमीन पर लगातार बढ़ते अतिक्रमण का विरोध करने पर अतिक्रमी लड़ाई झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। जिससे माहौल खराब होने की आशंका बनी रहती है। चारागाह की भूमि की राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार पैमाइश करवा कर अतिक्रमण को हटवाया जाए। इनमें से अधिकतर अतिक्रमण प्रभावशाली, राजनीतिक सरदार लोगों के हैं। जिन्हें पूर्व में भी शिकायत करने के बावजूद आज तक नहीं हटाया गया है।

तहसीलदार ने कहा कि तालाब से पानी की निकासी रोकने के लिए सिंचाई विभाग को कहकर वेस्ट दीवार पर रेत के कट्टे डलवा दिए जाएंगे और तालाब के आसपास की जमीन पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/jhalrapatan/news/water-flowing-continuously-from-mundlia-khedi-pond-131663002.html

Thursday, 3 August 2023

चरागाह भूमि पर बाहरी लोगों का अतिक्रमण, प्रशासन खामोश


बिजौलियां | आबादी क्षेत्र से सटी चरागाह भूमि पर पिछले कुछ समय से तेजी से अतिक्रमण बढ़ रहा है। प्रशासन की उदासीनता से उच्च न्यायालय के फैसले की भी अवमानना हो रही है।

तहसील, उपखंड कार्यालय तथा पथिक नगर प्लान नंबर तीन के पीछे दर्जनों पक्के निर्माण बनने के बाद 2004 में कस्बे के लोगों द्वारा उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका पर दिये गये फैसले पर प्रशासन ने यह अतिक्रमण पूर्व में हटा दिये थे तथा कुछ बरसों तक इसकी सख्त निगरानी भी की गई लेकिन समय बीतने के साथ प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही से इस बेशकीमती भूमि पर पिछले कुछ बरसों से निरंतर कब्जे हो रहे है।

क़स्बानिवासी सुमित जोशी ने बताया कि चम्बल वाटर प्लांट के आस-पास, विजय सागर तालाब के पेटे में तथा पंचायत समिति के पीछे की चरागाह पर अवैध कब्जे हो रहे है। सबसे हैरानी तो यह है कि ये कब्जाधारी कहां से आये, इनका रिकॉर्ड क्या है, इसकी किसी को जानकारी तक नहीं है। बाहरी और अंजान लोगों के इन अवैध कब्जों से स्थानीय लोगो में भय है।

क्षेत्र में हुई कुछ चोरियों का राज न खुलने से ये बाहरी और अंजान लोग शक के दायरे में है लेकिन इनसे प्रशासन और पुलिस ने कोई पूछताछ करना उचित नहीं समझा है। क्षेत्र में खनिज और पत्थर व्यापार मे कईं बाहरी लोग काम कर रहे है। जोशी ने बताया की कोटड़ी की घटना के बाद ऐसे डेरे डालकर रहने वालों से दहशत का माहौल है लेकिन पंचायत, पुलिस और प्रशासन ने अभी तक इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bhilwara/bijoliya/news/encroachment-of-outsiders-on-pasture-land-administration-silent-131644052.html

मडालिया जोगा में चारागाह व आम रास्तों में हो रहे अतिक्रमण, ग्रामवासियों ने ज्ञापन दिया

 

पंचायत समिति की ग्राम पंचायत झाड़ला के मडालिया जोगा में आम रास्तों व चारागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों द्वारा अतिक्रमण कर रखा है जिससे गांव के लोगों को आने जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है लोगों ने कई बार अतिक्रमियों को उलाहना देने के बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हटाया।

रास्ते में जगह नहीं होने के कारण स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे कई बार गिरकर चोट ग्रस्त हो गए। खेत में जाने वाले महिलाएं व पुरुष को गंदगी व कीचड़ में से निकलना पड़ता है। वहीं चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने के कारण पशुओं के लिए चारा संकट है मजबूरन लोगों को पशुओं के लिए चारा महंगे भाव में खरीद कर खिलाना पड़ता है। आम रास्ते में दोनों तरफ बबूल की झाड़ियां डाल रखी है तथा कहीं लोगों ने कच्चे पक्के निर्माण कर लिए हैं। जिससे आम आदमी परेशान हो रहे है। परेशान होकर चारागाह भूमि का खसरा नंबर 371 किस्म चारागाह भूमि पर फसल ही बो दिए हैं एवं खसरा नंबर 107, 181, 216, 292 किस्म गैर मुमकिन रास्ता में लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है।

इस संदर्भ में ग्रामीणों ने तहसीलदार ममता यादव व विकास अधिकारी सागरमल समोदा माधोराजपुरा और झाड़ला सरपंच भंवर किशोर सिंह को लिखित में देखकर जल्दी ही रास्ता दूरस्त कराने की मांग की है।

ज्ञापन देने के दौरान ग्रामीण रोहिताश जाट, शिवजी राम जाट, इंद्र सिंह, भंवर लाल शर्मा, रामजीलाल शर्मा, सुर ज्ञान दरोगा, करण सिंह, श्योजीराम बैरवा, गोपाल जाट, रामकिशोर जांगिड़ ने कहा किजल्दी ही चारागाह भूमि ग्राम रास्तों का अतिक्रमण नहीं हटाया तो बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी संपूर्ण प्रशासन की होगी। तहसीलदार ममता यादव ने कहा कि जल्दी ही पटवारी व गिरदावर से जांच करवा के अतिक्रमण हटा दिया जाएगा।


मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/encroachments-on-pastures-and-common-roads-in-madaliya-joga-villagers-gave-memorandum-131643965.html


Tuesday, 1 August 2023

चारागाह से अतिक्रमण हटाओ, वरना तीन दिन बाद पानी की टंकी से कूदेंगे


चीता की झोपड़िया के ग्रामीणों ने सोमवार को चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए उपतहसील देई में धरना दिया। धरने पर ग्रामीण नैनवां तहसीलदार को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर बैठे रहे। तहसीलदार के पहुंचने पर ग्रामीणों ने समस्या से अवगत करवाया और समाधान नहीं होने पर भजनेरी स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर कूदने की चेतावनी दी।

इससे पूर्व देई नायब तहसीलदार संग्रामसिंह गुर्जर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि गांव मे स्थित 374 बीघा चरागाह भूमि पर दबंगों ने अतिक्रमण कर रखा है। ग्रामीण वर्ष 2014 से लगातार अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। इसलिए ग्रामीणों ने रविवार को हनुमानजी मंदिर पर बैठक कर उपतहसील पर धरना दिया। साथ ही तीन दिन बाद पानी की टंकी से कूदने की चेतावनी दी।

चारागाह पर अतिक्रमण से ग्रामीणों को पशुओं को चराने के लिए जगह नहीं मिल रही है। गोवंश को चोटिल किया जा रहा है। धरने पर बैठे ग्रामीणों को नैनवां तहसीलदार महेश शर्मा ने कहा कि चारागाह भूमि पर काबिज अतिक्रमियों पर सुनवाई के लिए 7 अगस्त निर्धारित की है। इसके बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/dai-road/news/remove-the-encroachment-from-the-pasture-otherwise-after-three-days-they-will-jump-from-the-water-tank-131620792.html