Thursday, 30 March 2023

निरीक्षण: सीईओ ने नया सानवाड़ा में मनरेगा का किया निरीक्षण

जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभ मंगला बुधवार को पिंडवाड़ा पंचायत समिति के ग्राम पंचायतों के दौरे पर रही। सीईओ ने नया सानवाड़ा ग्राम पंचायत के भूरी नाड़ी में चल रहे मनरेगा कार्य का निरीक्षण किया। कार्य स्थल पर काम को देखा और काम के बारे में जेटीए रविकांत से जानकारी ली। जेटीए ने ऑनलाइन हाजिर में सरवर डाउन के बारे बताया, जिसमें हाजिर भरने में समस्या आती है। ग्राम विकास अधिकारी ईश्वरलाल रावल से 100 दिवस कितने लोगों के पूरे हुए उनकी जानकारी चाही व मुख्यमंत्री रोजगार गारंटी के कितने जॉबकार्ड जारी हुए।

लोगों को काम देकर सही समय पर दिवस पूरे करने को कहा। इस दौरान सीईओ ने चारागाह भूमि को विकसित करने को कहा। सरपंच अलका रावल से कहा कि पटवारी से भूमि की पैमाइश करवा कर भूरी नाडी के पास की चारागाह भूमि को विकसित करने को कहा। इस मौके पिंडवाड़ा बीडीओ महिपाल सिंह, सहायक अभियंता नरेंद्र कुमावत, जेटीए रविकांत मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sirohi/mount-abu/news/ceo-inspected-mnrega-in-naya-sanwada-131100830.html

Thursday, 23 March 2023

कार्रवाई - अवैध निर्माण रुकवाया:दौसा-गांगलियावास मार्ग पर चरागाह पर हो रहे अवैध निर्माण को राजस्व टीम ने रुकवाया, 14 अतिक्रमियों को थमाए नोटिस

दौसा ग्रामीण | दौसा-गांगलियावास मार्ग पर बैरवा ढाणी में चरागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर कार्रवाई करते अधिकारी

दौसा- गांगलियावास मार्ग पर लाखों रुपए की बेशकीमती चरागाह भूमि पर बुधवार को किए जा रहे अतिक्रमण की शिकायत पर तहसीलदार शिवदयाल शर्मा के निर्देशन पर राजस्व विभाग की टीम, जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची। राजस्व टीम ने चरागाह भूमि का सीमा ज्ञान कर सड़क किनारे अवैध पुख्ता निर्माण कार्य को मौके पर ही बंद कराकर अतिक्रमियों को नोटिस थमाकर पाबंद किया। हल्का पटवारी सविता मीणा ने बताया कि गांव के ही गोपाल लाल बैरवा ने तहसीलदार को अतिक्रमण की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। 

तहसीलदार शिवदयाल शर्मा ने राजस्व विभाग की टीम तैनात कर मामले की जांच कर काम बंद कराकर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। बुधवार को राजस्व विभाग की टीम के साथ सरपंच सविता मीणा, ग्राम विकास अधिकारी सविता मीणा, सावल राम मीणा सहित स्थानीय वासियों के साथ मौका मुआयना किया। मौके पर भागीरथ पुत्र प्रभाती लाल बैरवा द्वारा खसरा नंबर 747 में डामरीकरण सड़क किनारे ईंटों से दो कमरे बनाकर अतिक्रमण करता हुआ पाया गया। जिसे 7 दिन पूर्व भी शिकायत मिलने पर चरागाह भूमि पर किसी प्रकार का निर्माण नहीं किए जाने के लिए पाबंद किया गया था, लेकिन रातों-रात चरागाह भूमि पर दो पुख्ता कमरों का निर्माण कर चद्दर डालकर कब्जा किया जा रहा था, जिसे मौके पर ही नोटिस थमाकर पुख्ता कमरों पर चढ़ाई जा रही टीनशेड को नीचे उतरवाया गया। 

राजस्व विभाग की टीम प्रभारी सविता मीणा ने बताया कि जांच के दौरान महादेव पुत्र गंगाराम, हीरालाल पुत्र बुधाराम, देवी सहाय पुत्र गेंदाराम, पुनीराम पुत्र मूलचंद, जगदीश पुत्र सोनाराम, रामलाल पुत्र प्रभाती लाल,रतनी पुत्री भगवान सहाय, मोहन पुत्र रामधन, छाजू राम पुत्र धन्नालाल, तेजराम पुत्र रामधन, गोपाल पुत्र गेंदाराम द्वारा खसरा नंबर 747 रकबा 60 बीघा भूमि में से करीब दस बीघा भूमि पर अतिक्रमण किया जाना पाया गया। मौके पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की टीम ने नक्शा मौका बनाकर 14 लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार को भिजवाई जाएगी।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/dausa/news/revenue-team-stopped-the-illegal-construction-on-the-pasture-on-dausa-gangliawas-road-handed-over-notices-to-14-trespassers-131071693.html

जयपुर के लक्ष्मण सिंह को पद्मश्री:पानी बचाने की चौका तकनीक से तालाब रिचार्ज किए, चारागाह बचाए

https://dainik-b.in/Smqj0MVznyb 

जयपुर

पानी बचाने की चौका तकनीक से तालाबों और चारागाहों की तस्वीर बदलने वाले जयपुर जिले के लापोड़िया निवासी लक्ष्मण सिंह को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में लक्ष्मण सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री से सम्मानित किया। इस साल 25 जनवरी को लक्ष्मण सिंह सहित राजस्थान की चार हस्तियों को पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी। कला के क्षेत्र में जयपुर के अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन, समाज सेवा में लक्ष्मण सिंह और मूलचंद लोढ़ा को पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी।राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में राजस्थान से लक्ष्मण सिंह ही पहुंचे थे।

पानी बचाने की तकनीक से बदली 50 से ज्यादा गांवों की तस्वीर

लक्ष्मण सिंह जयपुर जिले में दूदू के लापोड़िया गांव के रहने वाले हैं। पिछले 40 साल से पानी बचाने और पर्यावरण के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। लक्ष्मण सिंह ने पानी बचाने की तकनीक और इसके लिए छेड़ी गई मुहिम से 50 से ज्यादा गांवों की तस्वीर बदल दी। लक्ष्मण सिंह ने पानी बचाने की चौका तकनीक से तालाब रिचार्ज किए, चारागाहों को बचाया।

चौका तकनीक से बचाए चारागाह और तालाब, खुद के गांव से शुरुआत

लक्ष्मण सिंह ने पानी बचाने की चौका तकनीक को सबसे पहले अपने गांव लापोड़िया से शुरू किया। इस काम को आगे बढाने के लिए नवयुवक मंडल लापोड़िया का सहयोग लिया। सबसे पहले खुद के गांव के तालाब में पानी रिचार्ज कर चारागाह को हरा भरा बनाया। देखते ही देखते आसपास के गांवों में भी लापोड़िया मॉडल की चर्चा होने लगी। इसके बाद लापोड़िया नवयुवक मंउल के माध्यम से लक्ष्मण सिंह ने दूसरे गांवों में भी पानी बचाने और चारागाह विकास के लिए जन जागरूकता अभियान शुरू किया।

पशुओं की नस्ल सुधार पर भी जोर

लक्ष्मण सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र में चौका तकनीक से पानी बचाया और पेड़-पौधे भी लगाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में अकाल के समय पानी की किल्लत नहीं हुई। इसके साथ ही ​​​​​लक्ष्मण सिंह खंगारोत लापोडिया ने पर्यावरण संरक्षण और चारागाह भूमि विकसित करने के साथ ही क्षेत्र की 100 गांवों में गायों की नस्ल सुधार भी करवाया।


18 साल की उम्र में गांव की तस्वीर बदलने की ठानी,धरती जतन यात्रा

लक्ष्मण सिंह जब दसवीं की पढ़ाई कर रहे थे उसी समय उनका रुझान पानी बचाने की ताफ हुआ। अकाल को देखते हुए उनके मन में पानी सहेज कर रखने और चारागाह को बचाने का आइडिया आया। इसके लिए लोगों को प्रेरित किया। गायों में नस्ल सुधार का अभियान भी चलाया गया। उनका मुख्य फोकस छोटे तालाबों और चारागाहों को बचाने पर रहा। उनकी मुहिम कीर वजह से 50 से ज्यादा गावों को फायदा मिला। क्षेत्र में अकाल पड़ने पर पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए 1977 में श्रमदान कर लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करना शुरू किया। 1987 से ग्राम विकास नवयुवक मंडल लापोडिया के माध्यम से धरती जतन यात्रा निकालना शुरू किया जो अब भी जारी है।

https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/news/president-awarded-padmshri-to-laxman-singh-lapodia-for-water-consrvation-131070956.html

Tuesday, 21 March 2023

निमाज की गोचर भूमि पर अतिक्रमण हटाया


 

इटंदरा मेडतियान में हटाया अतिक्रमण


 

जयपुर के विघाधर में सरकारी भूमी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए, ‘चलाया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान’

जयपुर के विघाधर में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग सरकारी भूमी पर कब्जा जमाए बैठें हैं और अब ऐसे में जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की प्रवर्तन शाखा ने सोमवार को जयपुर के विद्याधर नगर क्षेत्र में सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया


जयपुर के विघाधर में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग सरकारी भूमी पर कब्जा जमाए बैठें हैं और अब ऐसे में जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की प्रवर्तन शाखा ने सोमवार को जयपुर के विद्याधर नगर क्षेत्र में सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मुख्य नियंत्रक-प्रवर्तन (जेडीए) रघुवीर सैनी ने बताया कि भूमि का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 200 करोड़ रुपये है। 

अधिकारीयों ने अतिक्रमण को लेकर बताई बड़ी बात  

उन्होंने बताया कि 7-8 बीघा जमीन पर 9 मार्बल-ग्रेनाइट व्यवसायी, 7 स्क्रैप (कबाड़) डीलर, चाय विक्रेता एवं अन्य का अवैध कब्जा था। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण करने वालों को 10 मार्च को नोटिस जारी किया गया था जिसके बाद कुछ कब्जाधारियों ने अपना अतिक्रमण हटा लिया, जबकि अन्य के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई सोमवार सुबह जेसीबी मशीनों की मदद से शुरू की गई। अधिकारी ने बताया कि भूमि विद्याधर नगर में सहायक अभियंता (एईएन) कार्यालय से सटे जोन-2 में स्थित है। उन्होंने कहा कि जमीन पर पिछले 40-50 साल से अवैध कब्जा है।  

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.punjabkesari.com/rajasthan-news/anti-encroachment-campaign-launched-to-make-government-land-encroachment-free-in-vighadhar-jaipur

ग्रामीणों ने मिनी सचिवालय के बाहर किया प्रदर्शन: एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग


चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए दुर्गपुर के ग्रामीणों ने सोमवार को मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर जल्द कार्रवाई की करने की मांग की है।

दुर्गपुरा के ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में जिला कलेक्टर रहे सिद्धार्थ सिहाग ने इस जमीन पर पौधरोपण करवाया था, लेकिन इस जमीन को श्रीकृष्ण गोशाला को आवंटित करने की मांग की गई है, जो गलत है। अगर इस चरागाह भूमि को इस तरह से आवंटित कर दिया गया तो गांव में मवेशियों के लिए चारे पानी की परेशानी हो जाएगी।

इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ नारेबाजों कर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि चरागाह भूमि पर कुछ लोग कब्जा करना चाहते हैं। इस जमीन पर अब जेसीबी चलाकर पौधे नष्ट कर कब्जा करना चाहते हैं। इस जमीन पर कई लोगों का बसेरा भी है, जो बरसों से यहां रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उनको यहां से हटाने और चारागाह भूमि पर कब्जा करने की साजिश की जा रही है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने मिनी सचिवालय में प्रदशन किया और एसडीएम मनीषा तिवारी को ज्ञापन भी सौंपा। इसमें मांग की गई की चारागाह में भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाए।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jhalawar/news/memorandum-submitted-to-sdm-demand-for-removal-of-encroachment-from-pasture-land-131061926.html

Sunday, 19 March 2023

अतिक्रमण हटाएगा: आरपुरा गांव की चरागाह भूमि पर से 22 को राजस्व विभाग हटाएगा अतिक्रमण

बाटोदा बरनाला तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सांचौली के आरपुरा गांव में करीब दो सौ बीघा से अधिक चरागाह भूमि पर हो चुके कब्जे को राजस्व विभाग द्वारा 22 मार्च को अतिक्रमण मुक्त करने का फैसला कर लिया है। फिलहाल गठित की गई टीम भूमि की पैमाइश करके समझाइश से अतिक्रमण हटाने की पहल करेंगे।

समझाइश करने के बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हटाएंगे तो राजस्व विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार बृजेश मीना ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए करीब एक दर्जन से अधिक कल्टीवेटर सहित ट्रैक्टर तथा 15 से 20 जेसीबी आदि संसाधन उपलब्ध करने के लिए पंचायत प्रशासन को पत्र लिखा गया है।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sawai-madhopur/news/revenue-department-will-remove-encroachment-from-the-pasture-land-of-arpura-village-on-22-131054773.html

Friday, 17 March 2023

गोचर भूमि में हुए अवैध अतिक्रमण को प्रशासन ने किया चिन्हित


 

चारागाह जमीन पर टीचर समेत 2 लोगों ने किया कब्जा: तारबंदी करने के लिए डाले सीमेंट के पिलर, ग्रामीणों की अतिक्रमण हटाने की मांग


टोंक जिले के घाड़ पटवार हलका क्षेत्र में चारागाह जमीन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। ग्रामीणों ने एक टीचर समेत 2 लोगों पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की। लोगों ने बताया कि 2-3 दिन में अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार टोंक जिले में कुछ लोग सरकारी जमीन के साथ ही चारागाह जमीन पर अतिक्रमण करने में लगे हुए है। घाड़ पटवार क्षेत्र में भी खसरा नंबर 1843 में करीब 8 बीघा गौचर जमीन पर जेसीबी मशीन से बबूलों को निकलवाकर कब्जा किया जा रहा है। केदारा गांव के लोगों ने बुधवार को दूनी तहसीलदार रामसिंह मीणा को ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि सरकारी टीचर बाबूलाल पुत्र श्योजीराम मीणा निवासी खरोई और राजेन्द्र पुत्र जगदीश मीणा निवासी केदारा ने करीब 8 बीघा चारागाह जमीन पर बबूल के पेड़ निकालकर कब्जा कर लिया है। इसे समय रहते नहीं रोका गया तो चारागाह जमीन पर पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया जाएगा। आरोपियों ने जमीन पर तारबंदी करने के लिए सीमेंट के पिलर डाल रखे हैं। इन पिलरों को जल्द नहीं हटाया गया तो आरोपी स्थायी अतिक्रमण कर लेंगे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/tonk/news/2-people-including-teacher-encroached-on-pasture-land-in-tonk-131041823.html

Sunday, 12 March 2023

पावटी ग्राम में अतिक्रमियों ने किए सरेआम अवैध कब्जे तो पंचायत के सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी सरेआम उड़ा रहे सुप्रीम न्यायालय व उच्च न्यायालय के आदेशो की धज्जियाँ, उच्च अधिकारी भी बने तमाशबीन, देख रहे है तमाशा, नहीं हो रही कोई सख्त कार्यवाई


 

पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में 100 बीघा चारागाह भूमि से हटाया गया अवैध अतिक्रमण

दौसा। दौसा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में लालसोट के रामगढ़ पचवारा अनुमंडल अंतर्गत कोलीवाड़ा गांव में 100 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाया गया. वही कोलीवाडा गांव में करीब 100 बीघा चारागाह भूमि पर लोगों ने सरसों, गेहूं व हाथ की फसल उगाई थी। ऐसे में हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने राजस्व टीम से चारागाह भूमि की सीमा का पता करवाया और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में चरागाह भूमि से अवैध फसल को नष्ट करवाया। रामगढ़ पचवारा एसडीएम मोहर सिंह मीणा ने बताया कि राजस्थान हाई कोर्ट के निर्देश के बाद कोलीवाडा गांव में 100 बीघा चारागाह भूमि पर किसानों द्वारा अवैध रूप से बोई गई फसलों को पुलिस की मौजूदगी में ट्रैक्टर बुलडोजर से नष्ट कर दिया गया। 

उन्होंने बताया कि आसपास के क्षेत्र के कई किसानों ने चरागाह भूमि पर अवैध रूप से सरसों, गेहूं और हाथ की फसल बो रखी थी। ऐसे में पूर्व में भी उन्हें नोटिस दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने सरसों की फसल तो काट ली, लेकिन उन्हें जमीन से गेहूं और ज्वार की फसल नहीं मिली। ऐसे में आज रामगढ़ पचवारा थानाध्यक्ष अजय सिंह मीणा की उपस्थिति में पुलिस बल सहित समस्त अतिक्रमण की कार्रवाई की गयी और काश्तकारों को चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार से चारागाह भूमि पर अवैध अतिक्रमण नहीं किया जाये। अतिक्रमण हटाने के दौरान महिला-पुरुषों सहित ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ऐसे में मौके पर मौजूद पुलिस बल ने विरोध कर रहे लोगों को वहां से खदेड़ दिया। इस दौरान राहुवास तहसीलदार कुलदीप मीणा, ग्राम विकास अधिकारी गिरदावर, पटवारी व राजस्व अधिकारी मौजूद रहे।

मूल ऑनलाइन लेख - https://jantaserishta.com/local/rajasthan/illegal-encroachment-removed-from-100-bigha-pasture-land-in-the-presence-of-police-and-administration-2118699

Saturday, 11 March 2023

शामलात अभियान शोध यात्रा-2023 का खिरजा आशा में हुआ समापन


 

‘गोचर, ओरण, तालाब, नदी आदि पर धार्मिक एवं भावनात्मक जुड़ाव था, लोकिन वर्तमान पीढ़ी उसके प्रति चिंता भी नहीं करती’


 

चरागाह को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सौंपा ज्ञापन


 

न्यायालय आदेश बेअसर: मोर ग्राम पंचायत में चरागाह भूमि से नहीं हटाया अतिक्रमण

उपखण्ड की मोर ग्राम पंचायत में न्यायालय आदेश के बावजूद बीते एक वर्ष में सैकड़ों बीघा चरागाह भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाए जाने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। उल्लेखनीय है कि उपखण्ड की मोर ग्राम पंचायत में करीब 1200 बीघा चरागाह व सिवायचक भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अनाधिकृत अतिक्रमण कर न केवल काश्त कर रहे हैं

न्यायालय आदेश बेअसर: मोर ग्राम पंचायत में चरागाह भूमि से नहीं हटाया अतिक्रमण

टोडारायसिंह। उपखण्ड की मोर ग्राम पंचायत में न्यायालय आदेश के बावजूद बीते एक वर्ष में सैकड़ों बीघा चरागाह भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाए जाने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। उल्लेखनीय है कि उपखण्ड की मोर ग्राम पंचायत में करीब 1200 बीघा चरागाह व सिवायचक भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अनाधिकृत अतिक्रमण कर न केवल काश्त कर रहे हैं। बल्कि पक्के निर्माण कर दर्जनों बीघा चरागाह की बेशकीमती भूमि पर काबिज है। इधर, अतिक्रमण से न केवल मवेशियों को चराने की समस्या बल्कि आम रास्तों पर अतिक्रमण से आमजन भी आवाजाही से परेशान है। इसको लेकर कई बार उपखण्ड प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

इससे आहत ग्रामवासी श्रवणलाल गुर्जर की याचिका पर गत नवम्बर 2021 में उच्च न्यायालय ने जिला व उपखण्ड प्रशासन को मोर पंचायत की चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद उपखण्ड प्रशासन ने गत फरवरी 2022 में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, लेकिन आंशिक क्षेत्र में ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर इतिश्री कर दी।

प्रशासन की ओर से बीते वर्ष में अतिक्रमण क्षेत्र में कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों ने पंचायत क्षेत्र में चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। इधर, राजस्व विभाग ने अतिक्रमण हटाने में ग्राम पंचायत की ओर से सहयोग नहीं करने की बात कही। उन्होंने बताया कि संसाधन उपलब्ध नहीं कराने से अतिक्रमण पूरा नहीं हटाया जा सका। यहीं हाल ग्राम पंचायत भासू में है। जहां न्यायालय आदेश के बावजूद आंशिक क्षेत्र में अतिक्रमण हटाकर कागजी खानापूर्ति की गई है।

पंचायत के पांच लाख रुपए बकाया

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान राजस्व विभाग के निर्देश पर ग्राम पंचायत की ओर से जेसीबी मशीनें उपलब्ध कराई गई थी, जिनका करीब पांच लाख रुपए बकाया चल रहा है। जनसुनवाई के अलावा उपखण्ड व जिला प्रशासन को कई बार व्यक्तिगत अवगत कराया गया, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है।

आशा सैनी, सरपंच, ग्राम पंचायत, मोर।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/tonk-news/encroachment-from-pasture-land-not-removed-even-on-court-order-8093783

Thursday, 2 March 2023

गांव में चरागाह भूमियों को कैसे विकसित करें, कर रहे जागरूक


 

गांव में चरागाह भूमियों को कैसे विकसित किया जाए और कैसे बचाया जाए कर रहे जागरूक


 

अतिक्रमण हटवाने के लिए ज्ञापन


 

अतिक्रमण हटाने की मांग: गोशाला-चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग पर 2 घंटे स्टेट हाइवे जाम, वाहन फंसे रहे

एक माह में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अतिक्रमण हटाने का आश्वासन देने पर धरना हटाया

देई गोशाला के लिए आवंटित व चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को गोसेवकों ने बस स्टैड के सामने स्टेट हाइवे-34 नैनवां-बूंदी मार्ग पर चक्काजाम कर धरना दिया। जाम के दौरान दोनों ओर से वाहन फंसे रहे। बाइक चालक साइडों की गलियों में होकर निकले। बाद में नैनवां तहसीलदार महेश शर्मा के आश्वासन के बाद जाम हटाया।

जानकारी के अनुसार श्रीचारभुजा गोशाला देई की आवंटन खसरा संख्या 384/2 रकबा 4.0450 हेक्टेयर भूमि व देई की 1601 चारागाह भूमि का अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर गोसेवकों ने सुबह 11.30 बजे सड़क पर बंबूल की डालियों व दुपहिया वाहनों की खड़ा कर चक्काजाम कर दिया।

तहसीलदार की समझाइश पर माने जाम लगाने वाले
इस पर तहसीलदार महेश शर्मा द्वारा एक माह में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अतिक्रमण हटाने के लिए आश्वासन देने पर धरना हटाया गया। देई नायब तहसीलदार संग्राम गुर्जर, पटवारी परमानंद गोचर, थानाधिकारी बुद्धराम जाट रमेशकुमार, भागीरथ मौजूद रहे। उधर, तहसीलदार महेश शर्मा ने बताया कि गो सेवकों ने पूर्व में गोशाला भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर ज्ञापन सौंपा था। गोशाला की लीज अवधि समाप्त हो गई। इसलिए अब कब्जा नहीं संभलाया जा सकता। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वाले पर 91 की कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाया के साथ फसलों की नीलामी की जाएगी।

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/bundi/news/state-highway-jammed-for-2-hours-on-the-demand-of-removal-of-encroachment-from-cowshed-pasture-land-vehicles-remained-stranded-130986535.html