Monday, 16 September 2024

अधिकारी नहीं दिखा रहे हिम्मत चरागाह जमीन पर अतिक्रमण, भूखे मर रहे गोवंश

सुनेल। तहसील क्षेत्र के गांवों में सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा हो रहा है। अतिक्रमी अब तो इस भूमि पर खेती पर लाखों की कमाई कर रहे हैं। अतिक्रमियों के खिलाफ ग्रामीणों ने कई बार सरपंच, ग्राम विकास अधिकारियों और राजस्व विभाग को लिखित शिकायत दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अतिक्रमी […]


सुनेल। तहसील क्षेत्र के गांवों में सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा हो रहा है। अतिक्रमी अब तो इस भूमि पर खेती पर लाखों की कमाई कर रहे हैं। अतिक्रमियों के खिलाफ ग्रामीणों ने कई बार सरपंच, ग्राम विकास अधिकारियों और राजस्व विभाग को लिखित शिकायत दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

सुनेल। तहसील क्षेत्र के गांवों में सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा हो रहा है। अतिक्रमी अब तो इस भूमि पर खेती पर लाखों की कमाई कर रहे हैं। अतिक्रमियों के खिलाफ ग्रामीणों ने कई बार सरपंच, ग्राम विकास अधिकारियों और राजस्व विभाग को लिखित शिकायत दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अतिक्रमी बेखौफ खेती कर रहे हैं और मवेशी सडक़ों पर मारे-मारे फिर रहे हैं। ग्रामीणों ने चरागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए तहसीलदार और उपखंड अधिकारियों को भी पीड़ा बताई।

ग्रामीणों ने बताया कि सुनेल तहसील क्षेत्र की चारागाह भूमि पर राजस्व विभाग द्वारा टीम बनाकर पैमाइश कर लाइनिंग आदि कार्य भी किया जा सकता है लेकिन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके चलते अतिक्रमियों के हौसलें बुलंद है क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि चरागाह भूमि को मुक्त कराकर मशीन से खाई खुदाई जाए तथा पौधारोपण कराया जाए।

पशुओं के आने-जाने के रास्ते हुए बंद
क्षेत्र में जहां से परंपरागत रास्ते बने हुए थे जिनके सहारे पशु चरागाह में पहुंचा करते थे, उन रास्तों को बंद कर दिया गया। जिससे पशुओं को सडक़ों के किनारे इधर-उधर भटकना पड़ता है और दुर्घटनाएं भी हो जाती है। ग्रामीण जानकीलाल धाकड़, महेश कुमार धाकड़, नंदू, ज यसिंह वर्मा, श्रीकृष्ण कुमार, मनीष धाकड़ आदि ने चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग की है।

फैक्ट फाइल
सुनेल तहसील के 65 गांव
इसमें 2425 हैक्टेयर चरागाह भूमि है।
लगभग 150 हैक्टेयर से अधिक भूमि पर अतिक्रमण है।
चरागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर तहसील स्तर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसमें पिछले दिनों मगीसपुर ग्राम पंचायत की 100 बीघा से अधिक चरागाह भूमि पर से हटाया गया। आगामी दिनों में भी यह कार्रवाई जारी रहेगी और खरीफ फसल कटाई के बाद एक अभियान चलाकर चरागाह भूमि का सीमांकन किया जाएगा तथा संबंधित पंचायत के सहयोग से चरागाह भूमि पर तारबंदी भी की जाएगी ताकि भविष्य में अतिक्रमण को रोका जा सकेगा।
अज़हर बेग, तहसीलदार सुनेल

मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/jhalawar-news/jhalawar-top-news-18991581


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