करौली
Published: August 06, 2022
चरागाह पर इंसान को फसल उगायी, मवेशी को चराई का संकट
गांवों में बढ़ रहे सरकारी भूमियों पर कब्जे
करौली जिले में ग्रामीण इलाकों में सरकारी और सिवायचक भूमियों पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण करने का सिलसिला चल रहा है।
अभी हाल ही में सपोटरा तथा मण्डरायल उपखण्ड क्षेत्र के दो गांवों के मामले सामने आए हैं। इन मामलों में सिवायचक जमीन पर कब्जा कर लेने के मामले में वहां के ग्रामीणों में रोष है और वे प्रशासन से इन जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराने की गुहार कर रहे हैं लेकिन उनकी गुहार कोई न सुन रहा है। अतिक्रमणकारियों को प्रभावशाली और दबंग बताया जा रहा है।
चरागाह पर इंसान को फसल उगायी, मवेशी को चराई का संकट |
मामला - 1
सपोटरा ग्राम पंचायत हरिया का मन्दिर के राजस्व ग्राम बलुआपुरा के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी अनुज भारद्वाज को बलुआपुरा की चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने की शिकायत का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि बलुआपुरा में खसरा नम्बर 343/152, 324 की लगभग 100 बीघा चरागाह भूमि पर प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण किया है।
चरागाह भूमि पर प्रभावशाली व दबंग लोगों द्वारा फसल की पैदावार करना शुरू किया है। चरागाह भूमि पर कब्जा कर लेने से मवेशियों को चराने के लिए स्थान का संकट हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि 4 अगस्त से प्रभावशाली अतिकम्रणकारियों ने जेसीबी से चरागाह की भूमि को फसल की पैदावारी के लिए समतलीकरण किया जा रहा है। इससे जाहिर है कि चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने को लेकर अतिक्रमणकारी बेखौफ है। अतिक्रमण की गई भूमि को लगभग 100 बीघा बताया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार अतिक्रमण की स्थिति को लेकर बलुआपुरा गांव में विवाद और तनाव का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने के बारे में पहले क्षेत्र के पटवारी को अवगत करवाया था। लेकिन अतिक्रमणकारियों के प्रभावशाली होने से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। ज्ञापन में ग्रामीणों ने चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटवाने की मांग की है।
मामला-2
दरगवां में भी चरागाह की जमीन पर जमाया कब्जा
मंडरायल. क्षेत्र के दरगमा गांव की चारागाह भूमि पर भी दबंगों ने कब्जा जमाया है। इस मामले में एकजुट हुए ग्रामीणों ने गुरुवार शाम को मण्डरायल पहुंचकर उपखण्ड अधिकारी प्रदीप कुमार चौमाल को ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन में बताया है कि दरगवा गांव में राजस्व रिकॉर्ड में खसरा नंबर 475, 499, 823, 500, 501 की भूमि चारागाह भूमि है। इस भूमि पर वर्षों से गांव की मवेशी चराई करती आ रही हैं। ग्रामीणों की शिकायत है कि इस भूमि पर दूसरे गांवों के कुछ लोगों ने आकर कब्जा कर लिया है। इन दबंग लोगों ने भूमि पर आवाजाही रोकने के लिए कटीली झाडिय़ां लगाई हैं और काफी हिस्से में भूमि समतली करके फसल करना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस अतिक्रमण से उनके गांव की मवेशी के लिए चराई का संकट पैदा हो गया है। कुछ लोगों ने उनके कब्जे को लेकर एतराज जताया तो वे झगड़ा करने पर आमादा हो गए। ग्रामीणों ने ज्ञापन के जरिए से चरागाह भूमि पर काबिज अतिक्रमियों को बेदखल करके भूमि को ग्रामीणों के उपयोग के लिए मुक्त कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में सामंता, संपतिया, कमल, नेकराम, ओमप्रकाश, भरोसी, लक्ष्मण, राजाराम, हरिसिंह, केदार वीरपाल, रमेश, आदि शामिल थे।
https://www.patrika.com/karauli-news/man-has-grown-crops-on-the-pasture-cattle-are-in-trouble-for-grazing-7696109/
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