प्रशासन ने चलवाई जेसीबी करणपुर। क्षेत्र के घूंसई गांव में अतिक्रमण कर की जा रही सरसों की खेती को प्रशासन ने जेसीबी से खुर्दबुर्द कर दिया। हालांकि कुछ फसल को अतिक्रमी काट भी ले गए थे। टोडा पंचायत सरपंच प्रतिनिधि रामकुमार मीना ने बताया कि गांव घूंसई के ग्रामीणों ने चरागाह भूमि पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी। जिस पर करणपुर नायब तहसीलदार छुट्टनलाल मीना के निर्देश पर मुआयना किया था। इस दौरान भूमि पर अतिक्रमण होना पाया गया। अतिक्रमी इस भूमि पर सरसों की पैदावार कर रहे थे।
This blog is aimed at documenting the initiatives undertaken for the conservation of the pastures by communities across Rajasthan as well as efforts by Government of Rajasthan and Civil Society Organisations across the State. Foundation for Ecological Security works in partnership with the Wasteland and Pasture Land Development Board for conservation of the commons. For views and comments write to rajasthanpastures@gmail.com
Sunday, 12 February 2023
चरागाह से हटवाई अवैध सरसों, राह हुई सुगम
चरागाह से हटवाई अवैध सरसों, राह हुई सुगम
करणपुर। क्षेत्र के घूंसई गांव में अतिक्रमण कर की जा रही सरसों की खेती को प्रशासन ने जेसीबी से खुर्दबुर्द कर दिया। हालांकि कुछ फसल को अतिक्रमी काट भी ले गए थे। टोडा पंचायत सरपंच प्रतिनिधि रामकुमार मीना ने बताया कि गांव घूंसई के ग्रामीणों ने चरागाह भूमि पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी। जिस पर करणपुर नायब तहसीलदार छुट्टनलाल मीना के निर्देश पर मुआयना किया था। इस दौरान भूमि पर अतिक्रमण होना पाया गया। अतिक्रमी इस भूमि पर सरसों की पैदावार कर रहे थे। जिसके बाद टीम गठित कर इस भूमि से अवैध फसल को हटवाया गया। नायब तहसीलदार छुट्टनलाल मीना ने चेतावनी दी कि यदि दुबारा भूमि पर अतिक्रमण किया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाने के दौरान थानाधिकारी लाल बहादुर सिंह मीना सहित पुलिसकर्मी व ग्रामीण मौजूद थे।
भनक लगते ही काट ले गए फसल
ग्रामीणों ने जब प्रशासन से शिकायत की थी तो अतिक्रमियों को इसकी भनक लग गई। वे कार्रवाई होने के डर से आनन-फानन में काफी फसल को काट ले गए। शेष बची फसल को प्रशासन ने हटवाकर ग्रामीणों को अतिक्रमण से निजात दिलाई। अतिक्रमण हटने से आवागमन में भी सुविधा हुई। ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी।
नदी पर नहीं जा पा रहे थे मवेशी
चरागाह भूिम पर अतिक्रमण से मवेशियों के सामने काफी समस्या थी। इस भूमि से होकर मवेशी चंबल नदी में पानी पीने जाते थे, लेकिन अतिक्रमण के बाद रास्ता बंद हो गया था। जिससे वे नदी पर नहीं जा पा रहे थे। ग्रामीणों के सामने अपने पशुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया था। अतिक्रमण हटने से मवेशियों को भी राहत मिली है।
टीम गठित कर की कार्रवाई
भूमि की नापजोख व अतिक्रमण हटवाने के लिए नायब तहसीलदार ने टीम गठित की थी। जिसमें गोपाललाल छीपा, भू अभिलेख निरीक्षक, अशीष मैहरा भू अभिलेख निरीक्षक निभैरा, विष्णुचन्द स्वर्णकार पटवारी टोडा, राजेश मीना पटवारी निभैरा, विजेन्द्रसिंह मीना पटवारी हाड़ौती, जितेन्द्रसिंह गुर्जर पटवारी महाराजपुरा शामिल रहे। जिन्होंने भूमि की नापजोख की।केप्शन
मूल ऑनलाइन लेख - https://www.patrika.com/karauli-news/karauli-3-8038882
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