राजस्थान न्यूज डेस्क, अरावली की पहाड़ियों के बीच सरकार की नरेगा योजना अब ग्राम पंचायतों में पर्यावरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ पंचायत की व्यक्तिगत आय बढ़ाने में भी वरदान साबित होगी. ग्राम पंचायत आत्म सरपंच के संकल्प से लगभग एक करोड़ की लागत से 100 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर 10 हजार से अधिक फलदार एवं छायादार पौधे लगाने का कार्य किया गया है.
पूर्व में इस चरागाह भूमि पर लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया था, जिसे ग्राम पंचायत ने प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटाकर खाली कराया था, जिसमें सरपंच मूलाराम रेबारी ने पर्यावरण विकास संस्थान के सहयोग से 2000 छायादार व फलदार पौधे रोपे।
वहीं पंचायत स्तर पर 8 हजार पौधे खरीद कर लगाए गए। 2 हजार फलदार व छायादार पेड़-पौधों में नीम, पीपल, शीशम, कंजिया, आम, चिंकू, आंवला, इमली आदि का रोपण किया गया। साथ ही पेयजल से लेकर वन्य जीवों के लिए भी जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। जिसमें वन्यजीवों के पीने के पानी के लिए 25 तालाब (टैंक) बनवाए गए और दो ट्यूबवेल व एक ओपनवेल करवाकर पानी भरा जाता है ताकि वन्यप्राणियों को भटकना न पड़े और आबादी को आकर नुकसान न हो।
चूंकि भूमि पहाड़ी है, इसलिए सीडी आकार के पत्थरों से पौधे रोपे गए थे। संगमरमर की खदानों के बीच में पहाड़ी जमीन के साथ-साथ अन्य पंचायतों तक पहुंचने के लिए पहाड़ियों पर कच्चा रास्ता भी बनाया गया था। तीनों मुख्य सड़कों पर बड़े गेट के साथ ही बड़ी पानी की टंकियों और प्लांट के रखरखाव का काम भी किया जा रहा है.राजसमंद न्यूज डेस्क!!!
मूल ऑनलाइन लेख - https://samacharnama.com/city/rajsamand/rajsamand-made-100-bigha-pasture-free-from-encroachment/cid10035252.htm
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